टेक्नोलॉजी Archives - Learn With Vikas https://learnwithvikas.com/category/technology/ Hindi Blog Website Wed, 15 Feb 2023 17:17:45 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5.2 https://i0.wp.com/learnwithvikas.com/wp-content/uploads/2022/09/cropped-android-chrome-512x512-1.png?fit=32%2C32&ssl=1 टेक्नोलॉजी Archives - Learn With Vikas https://learnwithvikas.com/category/technology/ 32 32 208426820 डिजिटल मार्केटिंग क्या है? (What is Digital Marketing?) https://learnwithvikas.com/digital-marketing/ https://learnwithvikas.com/digital-marketing/#respond Mon, 09 Jan 2023 13:35:56 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=2353 डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)  इंटरनेट, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिये की जाने वाली मार्केटिंग है। इसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहते है। सोशल मीडिया, मोबाइल, ईमेल, सर्च इंजिन ऑप्टिमाइजेशन (एसईओ) आदि डिजिटल मार्केटिंग के टूल है। डिजिटल मार्केटिंग डिजिटल तकनीक के द्वारा ग्राहकों तक पहुंचने का एक माध्यम है। पहले लोग अपनी वस्तुओं को बेचने के […]

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डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing)  इंटरनेट, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिये की जाने वाली मार्केटिंग है। इसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहते है। सोशल मीडिया, मोबाइल, ईमेल, सर्च इंजिन ऑप्टिमाइजेशन (एसईओ) आदि डिजिटल मार्केटिंग के टूल है। डिजिटल मार्केटिंग डिजिटल तकनीक के द्वारा ग्राहकों तक पहुंचने का एक माध्यम है।

पहले लोग अपनी वस्तुओं को बेचने के लिए पोस्टर,टेम्प्लेट, विज्ञापन, अखबारों का सहारा लेते थे लेकिन ये सब साधन की पहुँच बहुत लोग के पास ही होता था इसलिए आज कल लोग अपनी चीजों की मार्केटिंग का तरीका को बदल लिया है हर कोई आजकल ऑनलाइन खरीदारी, पैसे भेजने हो या लेने हो, पढ़ाई से जुड़े विभिन्न प्रकार के कोर्स आदि अपने फोन या लैपटॉप से आसानी से कर सकते हैं। जब से इंटरनेट में सर्च इंजन, सोशल मीडिया, ऐप्स आदि का विकास हुआ तब से डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing) लोगो के लिए बहुत ही महत्व रखने लगा है।

Digital Marketing

डिजिटल मार्केटिंग क्यो आवश्यक है ? (Why is Digital Marketing Necessary?)

इस आधुनिकता का दौर में हर कोई किसी न किसी तरह से इंटरनेट से जुड़ा है। लोगो के पास समय की कमी है और बाजार जाने से बचना चाहते है। लोग अपनी सुविधा के अनुसार इंटरनेट के माध्यम से अपनी आवश्यकता का सामान आसानी से प्राप्त कर सकते है। इसकी सहायता से कम समय में अच्छे उत्पाद और ज्यादा उत्पादों को ग्राहक के सामने पेश कर सकते है। उपभोकता को बाज़ार जाने आने में जो समय लगता है वह बच जाता है। साथ ही व्यापारी को भी शॉप लगाना नहीं पड़ता जिससे उसका शॉप का खर्चा, उसमे काम  करने वाले लोगो का खर्चा बचता है। साथ ही साथ वह कम समय में अधिक लोगो से जुड़ सकता है और अपने उत्पाद की खूबियाँ को उपभोक्ता तक पहुँचा सकता है। यह दौर टेक्नोलॉजी का है और इस आधुनिक समय में इंटरनेट लोगो के लिए बहुत आवश्यक की चीज बन गयी है। हर कोई आज समय की कमी का सामना कर रहा है इसलिए लोगो के लिए यह बहुत आवश्यक हो गया है की कम समय में लोग अपना काम कैसे कर सकते है इसके लिए डिजिटल मार्केटिंग एक आवश्यक अंग बन गया है। लोग इंटरनेट के द्वारा अपनी सुविधा अनुसार अपना मनपसंद व आवश्यक सामान आसानी से प्राप्त कर सकते है। इस माध्यम से उपभोकता का बाज़ार जा कर वस्तु पसंद करने व आने-जाने में जो समय लगता है वो बच जाता है। इसकी की मांग वर्तमान समय में बहुत  बढ़ गया है। व्यापारी अपने सामान को कम खर्च में आसानी से ग्राहकों तक पहुंचा रहा है। इससे व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है।

डिजिटल मार्केटिंग का भविष्य (Digital marketing’s future):

आज का युग इंटरनेट का युग है और आने वाले समय में इंटरनेट का और विकास होगा। हर लोगो नहीं चाहते हुए भी किसी न किसी तरीके से इंटरनेट से जुड़े है। जिसके कारण सभी लोगो को एक स्थान पर एकत्र कर पाना आसान हो गया है ताकि कम समय में  एक साथ बहुत लोगो के पास सुचना पहुँचा सकते है। इंटरनेट व्यवसायी और ग्राहक के बिच सम्बन्ध स्थापित करने का अच्छा जरिया बन चूका है। इसलिए आने वाले समय में भी डिजिटल मार्केटिंग की मांग बहुत प्रबल रुप में देखने को मिल सकता है। व्यापारी अपना सामान आसानी से  ग्राहक तक पहुंचा रहा है। पहले ग्राहक सामान देखता था, फिर पसंद करता था, फिर वह उसे खरीदता था। आज के समय सबकुछ इंटरनेट के माध्यम से हो जाता है जिससे लोगो का समय बचता है। सबकुछ गूगल, फेसबुक , यूट्यूब आदि के माध्यम से हो जाता है। आप अपनी वेबसाइट पर अपने उत्पाद का विज्ञापन लोगो को लेटर बॉक्स पर भी भेज सकते है। साथ ही कितने लोग ने आपके विज्ञापन को देखा है यह भी पता लगा सकते है साथ ही कौन से वेबसाइट पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक है ये भी पता कर सकते है और जिस पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक है उस पर अपना विज्ञापन चला  सकते है जिससे की आपके उत्पाद का डिटेल्स ज्यादा लोगो तक पहुँच जायेगा। इसके द्वारा आप यह भी पता कर सकते है की आजकल लोग किस उत्पाद में ज्यादा रुचि ले रहे हैं या किन-किन विज्ञापनों को ज्यादा देख रहे हैं । इसे एट्रीब्यूशन मॉडलिंग कहते है। आप अपने उपभोक्ता से किस प्रकार से  सम्पर्क बना रहे हैं यह भी बहुत महत्वपूर्ण है। आप उनकी आवश्यक्ता के साथ उनका पसंद का भी ध्यान रख सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार (Types of Digital Marketing):

डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing) के लिए  ‘इंटरनेट’  मुख्य रोल निभाता है क्यूँकि इंटरनेट के माध्यम से ही हम डिजिटल मार्केटिंग कर सकते हैं। इसके कुछ प्रकार है जैसे –

 1. सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO):

Seo के माध्यम से हम अपने वेबसाइट को सर्च इंजिन में टॉप पर ला सकते है, जिससे लोग बड़ी संख्या में लोग  हमारे वेबसाइट तक पहुंच पाते है। इसमें हम अपनी वेबसाइट में Seo के अनुसार कीवर्ड लगाते है। जो हमारे वेबसाइट को सर्च इंजन में लाने में मदद करता है।

2. सोशल मीडिया (Social Media):

सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर इत्यादि,  इसके माध्यम से आप अपने विचार, भावना  को  लोगो कि सामने व्यक्त कर सकते हो। आज सोशल मीडिया के माध्यम से हर कोई अपने दोस्त या परिवार से कनेक्ट है लेकिन इसका उपयोग सिर्फ अपने दोस्तों या परिवार तक ही सिमित नहीं रह गया है बल्कि आज के समय इसका उपयोग व्यवासिक तौर पर भी होने लगा है। जैसे ही हम अपने सोशल मीडिया अकाउंट को खोलते है, कुछ ही अंतराल पर ही हमें विज्ञापन देखने को मिल जाता है। इस तरह से सोशल मीडिया विज्ञापन के लिए सबसे अच्छा जरिया बन गया है।

3. ईमेल मार्केटिंग (Email Marketing):

अपने उत्पादों या सर्विस को ई-मेल के द्वारा पहुंचाना ई-मेल मार्केटिंग कहलता है।  यह अपने ग्राहक तक पहुँचने का सबसे अच्छा जरिया है।  इसके माध्यम से जैसे ही कोई नया प्रोडक्ट लॉंच हुआ उसका नोटिफिकेशन और डिटेल्स ग्राहक तक पहुँच जाता है। ईमेल मार्केटिंग सभी कंपनी के लिये आवश्यक है क्यूँकि कोई भी कंपनी नये प्रोडक्ट का लॉच और छूट ग्राहको के लिये एक खास समय में ही देती है।

4. यूट्यूब चैनल (YouTube Channel):

 यूट्यूब चैनल सोशल मीडिया का ऐसा माध्यम है जिसमे उत्पादक अपने उत्पादों को लोगों के सामने वीडियो के माध्यम से दिखा सकता है। लोग आपके उत्पाद के बारे में अपनी प्रतिक्रया व्यक्त कर सकते हैं। यह गूगल के बाद दूसरा सबसे बड़ा सर्च इंजन है। 

5. अफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing):

वेबसाइट, ब्लॉग या लिंक के माध्यम से उत्पादों  का विज्ञापन से जो इनकम होता है उसे अफिलिएट मार्केटिंग कहते है।इसके अन्तर्गत आप अपना लिंक बनाते हैं और अपने उत्पादों का लिंक  सोशल मीडिया  पर शेयर करते हो। जब ग्राहक उस लिंक पर क्लिक करके  आपका उत्पाद खरीदता है तो आपको उस पर कुछ परसेंटेज इनकम होता है।

6. पे पर क्लिक मार्केटिंग (PPC Marketing):

जिस विज्ञापन को देखने के लिए आपको भुगतान करना पड़ता है उसे ही पे पर क्लिक ऐडवर्टीजमेंट या मार्केटिंग कहते है। इसमें लिंक पर क्लिक करके विज्ञापनो को देखने पर पैसा काटता है। यह हर प्रकार के विज्ञापन के लिये है और यह भी डिजिटल मार्केटिंग का ही एक रूप है।

7. एप्स मार्केटिंग (Apps Marketing):

 ऐप्स बनाकर लोगो तक पहुंचना और अपने उत्पाद या सर्विस को लोगो तक पहुँचाना ही ऐप्स मार्केटिंग कहलाता है। यह डिजिटल मार्केटिंग  का सबसे अच्छा रास्ता है  क्यूँकि आजकल हर कोई स्मार्ट फ़ोन का इस्तेमाल करता है और स्मार्ट फ़ोन का उपयोग करना  लैपटॉप और PC से अधिक सुगम होता है। लोग बहुत कम समय में अपना कम ऍप्स के माध्यम से कर सकते है।

8. इनबाउंड मार्केटिंग (Inbound Marketing):

Inbound marketing  में बिक्री पर कम ध्यान दिया जाता है बल्कि इसमें लोगो से कॉन्टेंट बनाने और कस्टमर को आपके प्रोडक्ट के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी उपलब्ध कराने पर जोर दिया जाता है। लोग प्रोडक्ट की जानकारी सर्च करते है तो उन्हें प्रोडक्ट के बारे ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्रदान किया जाता है।

9. नेटिव एडवरटाइजिंग (Native Advertising):

Native Advertising  में आपके Content के हिसाब  से विज्ञापन को शामिल किया जाता है जिससे आपके रीडर्स को दिखाए गए advertisement बोरिंग न लगे।

डिजिटल मार्केटिंग का लाभ (Benefits of Digital Marketing):

व्यपारियो के लिए अपने उत्पादों को लोगो तक पहुँचाने का यह  एक सरल और सस्ता रास्ता है, इसे बहुत कम पैसो में आप शुरू कर सकते हो। इसमें हम लोगो की रूचि को ध्यान में रख कर अपने प्रोडक्ट्स या फिर सर्विसेज को हम सिर्फ और सिर्फ उन्हीं लोगों तक पहुँचा सकते हैं जिन्हें हमारे प्रोडक्ट्स या फिर सर्विसेज की जरूरत है। इसमें अपना कैंपेन चलाना बहुत आसान होता है और अपने कैंपेन में जरूरी बदलाव भी बहुत ही आसानी से कर सकते है। इसमें लोग जल्दी से ग्राहक बन जाते हैं। आपकी SEO टीम कैसे काम कर रही है, इसकी बेहतर निगरानी कर सकते हैं। इसमें जॉब के भी कई विकल्प है।

FAQ:

डिजिटल मार्केटिंग का मतलब क्या होता है? (What is meant by Digital Marketing?)

डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिये की जाने वाली मार्केटिंग है और इसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहते है। इसमें सोशल मीडिया, मोबाइल, ईमेल डिजिटल मार्केटिंग के टूल्स  है। यह डिजिटल तकनीक के द्वारा लोगो तक पहुंचने का एक जरिया है।

डिजिटल मार्केटिंग का जनक कौन है? (Who is the father of Digital Marketing?)

फिलिप कोटलर को डिजिटल मार्केटिंग का जनक कहा जाता है।

डिजिटल मार्केटिंग कितने प्रकार के होते हैं? (How many types of Digital Marketing?)

डिजिटल मार्केटिंग को मुख्य रूप से 8 श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है जिनमें शामिल हैं –

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन

पे-पर-क्लिक

सोशल मीडिया मार्केटिंग

कंटेंट मार्केटिंग

ईमेल मार्केटिंग

मोबाइल मार्केटिंग

मार्केटिंग एनालिटिक्स

एफिलिएट मार्केटिंग

ऑनलाइन मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाए? (How to earn money from Online Marketing?)

Content Writing करके

SEO Services देकर

Affiliate Marketing करके

Email Marketing से

Social Media Marketing से

PPC Campaigns चलाकर

Digital Products बेचकर

Digital Course बेचकर

भारत का सबसे लोकप्रिय हिंदी ब्लॉग कौन है? (Who is the most popular Hindi blog in India?)

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है? यह कैसे काम करता है ?

कंप्यूटर वायरस क्या है ? इसको रिमूव करने के क्या उपाय है ?

SEO क्या है ? वेबसाइट की रैंकिंग और ट्रैफिक बढ़ने में किस प्रकार हेल्प करता है ?

कंप्यूटर क्या है और कंप्यूटर कितने प्रकार का होता है।

2022 में Affiliate Marketing से पैसे कमाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है ?

 आप हमारी वेबसाइट Learn With Vikas(https://learnwithvikas.com/) पे जाके और भी नए-नए जानकारी और बेहतरीन खबरों(news) को पढ़ सकते है।

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ब्लॉग ट्रैफिक बढ़ाने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स (Social Networking Sites to Increase Blog Traffic): https://learnwithvikas.com/social-networking-sites/ https://learnwithvikas.com/social-networking-sites/#respond Thu, 29 Dec 2022 05:58:05 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=2139 Social Networking Sites पर किसी ब्लॉग को शेयर करने का मुख्य मकसद यह होता की अपने ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगो के पास पहुचना और एक अच्छा ट्रैफिक प्राप्त करना। किसी ब्लॉग का प्रचार करने के लिए आपके ब्लॉग को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करना आवश्यक है। आप निश्चित रूप से एक अच्छा ब्लॉग […]

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Social Networking Sites पर किसी ब्लॉग को शेयर करने का मुख्य मकसद यह होता की अपने ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगो के पास पहुचना और एक अच्छा ट्रैफिक प्राप्त करना।

किसी ब्लॉग का प्रचार करने के लिए आपके ब्लॉग को सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर शेयर करना आवश्यक है।

आप निश्चित रूप से एक अच्छा ब्लॉग पोस्ट बना सकते हैं, लेकिन बिना प्रचार के,

आपका पोस्ट ज्यादा लोगो तक नहीं पहुंच पायेगा और ज्यादा लोकप्रिय नहीं हो पायेगा।

नए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लगातार उभरने के बावजूद, कुछ ऐसे हैं जो विशेष रूप से

लाइफस्टाइल ब्लॉग के लिए महत्वपूर्ण हैं।

Social Networking Sites पर ब्लॉग को प्रमोट क्यों करे ?

Social Media ब्लॉग पर Instant ट्रैफिक लाने के लिए सबसे बढ़िया जरिया है, 

जब आप नया ब्लॉग बनाते हैं तो अपने ब्लॉग के नाम से अलग – अलग सोशल मीडिया में

अकाउंट या पेज भी जरुर बनाएं, और जब भी आप अपने ब्लॉग में कोई नया आर्टिकल पब्लिश करेंगे तो

उसे सोशल मीडिया में भी शेयर करें.

आज कल social networking sites (सोशल नेटवर्किंग साइट्स) का ही युग है

लोग किसी न किसी तरह से इन साइट से एक दूसरे से जुड़े है।

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम कुछ ऐसे social networking sites बारे में बतायेगे

जिसका यूज़ कर आप अपने ब्लॉग के ट्रैफिक को बढ़ा सकते है।

1. Facebook (Social Networking Sites)

फेसबुक पर आप अपने ब्लॉग को तीन तरह से प्रमोट कर सकते है।

1. फेसबुक पर पेज बनाकर

2. अपनी timeline  पर

3. फेसबुक ग्रुप बनाकर

Facebook

फेसबुक ट्रैफ़िक बढ़ाने के लिए सबसे अच्छी Social Networking Sites (सोशल नेटवर्किंग साइटों) में से एक है

और ब्लॉग पर पोस्ट करने के लिए एक बेहतर मंच प्रदान करता है।

ब्लॉग लेख को प्रकाशित करने के लिए, यदि आपके पास अपना Facebook खाता है

तो उसे यहाँ साझा करें।

फेसबुक ग्रुप और फैन पेज सेट करके आप सोशल नेटवर्क पर ब्लॉग सामग्री प्रकाशित कर सकते हैं।

यदि आप एक नए ब्लॉगर हैं तो अपने ब्लॉग के नाम से  फेसबुक ग्रुप और पेज बनाएं क्योंकि

अधिकांश ब्लॉगर ऐसा ही करते हैं। अपने प्रत्येक ब्लॉग पोस्ट को भी यहाँ शेयर करे। 

आप अपने फेसबुक पोस्ट को अपने दोस्तों के दोस्तों और उनके दोस्तों के साथ साझा कर सकते हैं।

जिससे आपके दोस्त के दोस्त भी  जानकारी देखेंगे जब वह आपकी पोस्ट को लाइक या कमेंट करेगा।

फेसबुक ग्रुप में ब्लॉग पोस्ट को शेयर करे।

अपने ब्लॉग के नाम से एक फेसबुक ग्रुप बनाये और अपने सभी फेसबुक फ्रेंड्स को ग्रुप में शामिल करें।

इसके अतिरिक्त, समूह बनाने के लिए मित्रों के मित्रों को आमंत्रित करें।

आपके फेसबुक ग्रुप की सदस्यता यह निर्धारित करेगी कि आपकी पोस्ट कितनी अच्छी तरह से पसंद की जाती हैं और

ज्यादा से ज्यादा लोग को अपने ग्रुप में शामिल करे।

उसके बाद आपके द्वारा बनाए गए फेसबुक ग्रुप में अपने सभी ब्लॉग पोस्ट को शेयर करे।

फेसबुक पेज  में ब्लॉग को प्रोमाट करे।

अपने ब्लॉग के नाम से सम्बंधित एक फेसबुक पेज बनाये और

अपने ब्लॉग पोस्ट को प्रकाशित होने के बाद फेसबुक पेज पर शेयर करे।

2. Instagram (Social Networking Sites)

वेबसाइटों को बढ़ावा देने के लिए Instagram एक शानदार सोशल नेटवर्क साइट्स (Social Networking Sites) है।

अपने ब्लॉग पर सोशल शेयर विजेट लगाएं, इंस्टाग्राम पर अपनी वेबसाइट की भविष्य

की छवि साझा करें और प्रभावी विज्ञापन के लिए ब्लॉग पोस्ट का लिंक शामिल करें।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉलोअर्स हासिल करना शुरू करने के लिए अभी एक इंस्टाग्राम अकाउंट खोलें।

आपके हाइलाइट्स में प्रदर्शित सक्रिय पोस्ट को प्रचारित किया जा सकता है।

यद्यपि आप केवल सीमित संख्या में टैप करने योग्य सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं,

जिसमें हैशटैग, उल्लेख, चुनाव और स्थान टैग शामिल हैं।

Instagram उन कहानियों का प्रचार नहीं करता है जिनमें GIFs, इमोजी, संगीत या अन्य तुलनीय घटक शामिल हैं।

चरण 1

इंस्टाग्राम ऐप खोलें और अपने अकाउंट में लॉग इन करें।

अपने विवरण तक पहुँचने के लिए, अपनी प्रोफ़ाइल फ़ोटो पर टैप करें।

फिर निचले दाएं कोने में तीन बिंदुओं पर टैप करके “प्रचार करें” चुनें।

किसी भी पुरानी या आर्काइव्ड इंस्टाग्राम स्टोरीज को प्रमोट करने के लिए अपनी प्रोफाइल पर जाएं और

टॉप राइट में तीन डॉट्स पर क्लिक करें।

ड्रॉप-डाउन बॉक्स में, अपनी पसंदीदा कहानियों तक पहुँचने के लिए “संग्रह” चुनें।

चरण 2

संभावनाओं की सूची में से अपना लक्ष्य चुनें।

आप यह तय कर सकते हैं कि क्या आप अधिक प्रोफ़ाइल विज़िट को प्रोत्साहित

करने के लिए संदेशों का उपयोग करना चाहते हैं, अपनी वेबसाइट पर अधिक ट्रैफ़िक लाना चाहते हैं, या

संभावित ग्राहकों से प्रश्नों की संख्या बढ़ाना चाहते हैं।

अगले चरण पर जाने के लिए, ऊपरी दाएं कोने में आइकन या “अगला” पर क्लिक करें।

चरण 3

इसके बाद, तय करें कि आप प्रचारित कहानी किसे पढ़ना चाहते हैं। यदि आप “स्वचालित” चुनते हैं तो

आपकी पोस्ट उन लोगों की ओर निर्देशित की जाएंगी जिनके खाते आपके वर्तमान अनुयायियों के प्रोफाइल से जुड़े हैं।

चरण 4

यह तय करने के लिए स्लाइडर को समायोजित करें कि आप अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज (बजट) को

बढ़ावा देने के लिए कितना पैसा खर्च करना चाहते हैं

और यह कितने दिनों तक चलना चाहिए (अवधि)।

फिर, ऊपरी दाएं कोने में प्रतीक पर क्लिक करके “अगला” चुनें।

चरण 5

आप इस अंतिम चरण में अपने Instagram स्टोरी प्रचार की समीक्षा कर सकते हैं।

यदि आपका व्यवसाय खाता किसी Facebook व्यवसाय से कनेक्ट नहीं है,

तो आपको पहले “भुगतान” अनुभाग में भुगतान राशि जोड़नी होगी.

उसके बाद, प्रक्रिया को पूरा करने के लिए “प्रोत्साहन बनाएँ” पर क्लिक करें।

एक बार जब Instagram ने समीक्षा कर ली और उसे स्वीकृति दे दी,

तो आपके Instagram स्टोरी विज्ञापन चलना शुरू हो जाएँगे।

24 घंटों के बाद, आपकी प्रोफ़ाइल से कहानी गायब हो जाएगी।

फिर भी, यह आपके द्वारा निर्दिष्ट समय सीमा के लिए प्रचारित कहानी के रूप में चलती रहेगी।

3. Twitter (Social Networking Sites)

Facebook की तुलना में, Twitter की करैक्टर लिमिट के कारण ब्लॉग का ट्विटर पर

प्रमोट करना थोड़ा कठिन होता है।

ट्विटर आपके लिए उपयोगी हो सकता है

यदि आप कम से कम संभव शब्दों का उपयोग करके एक आकर्षक विवरण बना सकते हैं।

अपने ट्विटर खाते के निर्माण के बाद, आपको अपना फोल्लोवेर बढ़ाने  के लिए काम करना चाहिए

और ब्लॉगिंग में रुचि रखने वाले अन्य ट्विटर उपयोगकर्ताओं का फॉलो करना चाहिए।

4. LinkedIn (Social Networking Sites)

यह एक ऐसा मंच है जहां मुख्य रूप से ब्लॉगर्स और यूट्यूबर्स मिल सकते हैं।

इसलिए, आपको पहले लिंक्डइन डाउनलोड करना होगा, वहां अपना प्रोफाइल बनाना होगा

और फिर अपना लिंक हमारे पास सबमिट करना होगा।

आपको शुरू में केवल थोड़ी मात्रा में ट्रैफ़िक प्राप्त होगा,

लेकिन कुछ दिनों तक इस प्लेटफ़ॉर्म पर लगातार अपना लिंक साझा करने के बाद,

आपको बड़ी मात्रा में ट्रैफ़िक प्राप्त होने लगेगा।

5. Myspace :

2005 से 2008 तक, दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट (Social Networking Sites)

माइस्पेस, एक अमेरिकी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट थी।

इसे न्यूज कॉर्पोरेशन ने जुलाई 2005 में, 580 मिलियन डॉलर में हासिल किए गए थे।

जून 2006 में अधिकांश आगंतुक Yahoo और Google से आए।

यह बहुत सी चीजों को एक साथ जोड़ने का मेरा प्रयास था।

6. Forum:

फ़ोरम ब्लॉग चलने की गतिविधियों से भिन्न होते हैं क्योंकि आप वहां लेख लिख सकते हैं।

आप फ़ोरम में एक नया सूत्र शुरू करके और अपने ब्लॉग से जुड़े हुए को जोड़कर अपना संदेश लिख सकते हैं।

बैकलिंक्स प्राप्त करने के लिए आप अपने फोरम सिग्नेचर के स्थान पर अपने ब्लॉग का पता शामिल कर सकते हैं।

फ़ोरम में एक लेख पोस्ट करते समय अपनी किसी अन्य पोस्ट का लिंक शामिल करके,

आप अपने ब्लॉग पर अधिक पाठकों को आकर्षित कर सकते हैं।

आप प्रश्न-उत्तर अनुभाग में दूसरों की सहायता करने के अलावा अपने ब्लॉग से जुड़ सकते हैं।

7. Pinterest (Social Networking Sites)

ट्विटर के समान, यह सबसे अच्छा मुफ्त सोशल मीडिया टूल (Social Networking Sites) है।

Pinterest सभी निःशुल्क सोशल मीडिया टूल से ट्रैफ़िक निकालने की आपकी क्षमता के लिए एक शानदार प्लेटफ़ॉर्म है।

आप पोस्ट url के नीचे एक आकर्षक छवि या इन्फोग्राफिक डालकर इस पर ट्रैफ़िक बढ़ा सकते हैं।

8. Quora:

Quora पर ब्लॉग का मुफ्त में प्रचार करने के लिए हमें एक मंच या समूह स्थापित करना होगा।

हमारे Quora समूह के निर्माण के बाद, हम इसे बढ़ावा देते हैं और वहां गुणवत्तापूर्ण जानकारी पोस्ट करना शुरू करते हैं।

नतीजतन, Quora पर हमारे समूह में तेजी से सैकड़ों या हजारों सदस्य हैं।

लेकिन ध्यान रखें कि जब आप Quora अकाउंट के लिए शुरुआत में साइन अप करेंगे तो

आपके पास कोई समूह या फोरम शुरू करने का अवसर नहीं होगा।

आपको यह विकल्प दिए जाने से पहले आपको पहले अपनी प्रोफ़ाइल पूरी करनी होगी

और कुछ दिनों के लिए साइट का उपयोग करना होगा।

9. YouTube:

अपने ब्लॉग पोस्ट का एक YouTube वीडियो बनाएं और अपने वीडियो के डिस्क्रिप्शन में

अपने ब्लॉग के लिंक डाले।

चूंकि, Google के बाद, YouTube सबसे लोकप्रिय वेबसाइट (Social Networking Sites) है।

चूंकि बहुत से लोग वीडियो देखने का आनंद लेते हैं। इस वजह से, आप सामग्री प्रकाशित होने के बाद

उसका वीडियो बनाकर YouTube पर साझा या प्रचारित कर सकते हैं।

10. Telegram:

टेलीग्राम भी व्हाट्सएप की तरह एक मैसेजिंग ऐप है।

आप अपने ब्लॉग पोस्ट को इस प्लेटफॉर्म (Social Networking Sites) पर शेयर भी कर सकते हैं।

क्योंकि अगर कोई टेलीग्राम का इस्तेमाल करता है तो यह विकल्प आपके लिए सबसे अच्छा है।

इसके लिए आपको एक टेलीग्राम चैनल बनाना होगा और उसे अपने ब्लॉगर विजिटर से जोड़ना होगा।

ताकि जब भी आप टेलीग्राम पर पोस्ट का लिंक शेयर/प्रमोट करें तो आप वहां से सीधे पोस्ट पढ़ने आ सकें।

11. Slideshare:

स्लाइडशेयर एक शानदार और थोड़ी अनूठी सामग्री साझा करने वाली वेबसाइट है।

Google भी SlideShare को बहुत अच्छी रैंकिंग देता है।

स्लाइडशेयर पर साझा करने के लिए आपको अपनी नई पोस्ट को PowerPoint में बदलना होगा।

आपको अपने आर्टिकल को पावरपॉइंट में कनवर्ट करने के बाद स्लाइडशेयर पर अपलोड करना चाहिए।

यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके ब्लॉग पर बहुत सारे विज़िटर आएंगे।

और आपके नए ब्लॉग पोस्ट का बहुत अच्छा प्रचार हो जाएगा।

12. Digg:

अपने नए ब्लॉग पोस्ट को फ्री में प्रमोट करने के लिए यह एक बेहतरीन नेटवर्क (Social Networking Sites) भी है।

डिग की वेबसाइट पर जाएं और एक नया अकाउंट बनाएं

और वहां अपने नए ब्लॉग पोस्ट का लिंक सबमिट करें।

Digg को अपना नया पोस्ट सबमिट करना बहुत आसान है।

अधिक से अधिक ब्लॉगर Digg पर अपना ब्लॉग पोस्ट लिंक सबमिट करते हैं।

आप भी डिग करने से न चूकें, बल्कि अपनी हर पोस्ट का लिंक यहां सबमिट करें,

इससे ट्रैफिक बढ़ाने में मदद मिलेगी।

ऐसा करने से आपके ब्लॉग का बड़े पैमाने पर प्रचार होगा

और आपके ब्लॉग पर अच्छा ट्रैफिक भी आएगा।

13. Delicious:

Delicious पर  पहले आपको एक अकाउंट बनाना पड़ेगा उसके बाद अपने ब्लॉग पोस्ट को यहाँ शेयर कर सकते हो 

और  इस पर अपनी नई blog post को शेयर करना भी बहुत आसान है।

14. Scoop it:

इसके द्वारा आप अपने नए ब्लॉग पोस्ट को एक ऐसी वेबसाइट पर प्रमोट कर सकते हैं

जो बिलकुल मुफ्त है। आपको पहले इस साइट पर एक प्रोफ़ाइल बनाना होगा। 

फिर आप अपने Scoop.it प्रोफाइल के साथ अपने रीसेंट ब्लॉग पोस्ट को  साझा कर सकते है।

यह आपके सबसे ब्लॉग पोस्ट को प्रमोट करने का एक बहुत ही सरल और कुशल तरीका है।

Scoop.it पर अपने नए ब्लॉग पोस्ट का प्रचार करने से आपको अच्छा ट्रैफिक मिलता है।

15. Tumblr:

Tumblr एक अलग सोशल शेयरिंग प्लेटफॉर्म (Social Networking Sites) है जिसका हम उपयोग करते हैं।

इसमें भी हर महीने लाखों आगंतुक मिलते हैं।

इस पर अपनी पोस्ट का विज्ञापन करने के दो तरीके हैं।

डायरेक्ट लिंक शेयर करना पहला तरीका है। ऐसा करने के लिए आपको पहले Tumblr खोलना होगा।

लिंक का विकल्प होम पेज पर उपलब्ध है।

पोस्ट का URL साझा करने के लिए आपको उस पर क्लिक करना होगा।

अब आपको टैग भरना होगा और अपने URL के लिए एक विवरण बनाना होगा।

पोस्ट के शीर्ष पर अंतिम क्लिक किया जाना चाहिए।

दूसरी विधि के लिए आपको टेक्स्ट का उपयोग करना होगा, एक संक्षिप्त लेख लिखना होगा,

और टुकड़े के भीतर अपने ब्लॉग पोस्ट का लिंक प्रदान करना होगा।

अंतिम चरण पोस्ट पर क्लिक करना है।

वर्डप्रेस और ब्लॉगर के समान, Tumblr भी  एक लोकप्रिय ब्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म है।

ब्लॉगर के समान, Tumblr एक मुफ़्त वेबसाइट है

जिसका उपयोग आप वहाँ एक ब्लॉग शुरू करके कर सकते हैं।

आपके अपने ब्लॉग पर आर्टिकल प्रकाशित होने के बाद आप अपने ब्लॉग पोस्ट को Tumblr पर शेयर कर सकते हैं।

इसके अलाबे, आप इसका उपयोग अपने ब्लॉग पर उच्च-गुणवत्ता वाला ट्रैफ़िक लाने के लिए कर सकते हैं।

16. Medium:

आप अपने ब्लॉग का प्रचार माध्यम पर भी कर सकते हैं।

माध्यम पर ब्लॉग का प्रचार करने से आपको अच्छा खासा ट्रैफिक मिलेगा।

माध्यम पर ब्लॉग का प्रचार करने के लिए आपको माध्यम पर एक प्रोफ़ाइल बनानी होगी,

फिर माध्यम पर नियमित रूप से अपना लेख प्रकाशित करते रहें

और बीच-बीच में अपनी वेबसाइट का लिंक दे सकते हैं।

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भारत में शीर्ष हिंदी ब्लॉग (top hindi blog in india) https://learnwithvikas.com/hindi-blog/ https://learnwithvikas.com/hindi-blog/#respond Wed, 28 Dec 2022 11:13:32 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=2108 Hindi Blog (हिंदी ब्लॉग): आज कल एक से एक हिंदी ब्लॉग उपलब्ध है लेकिन बहुत से लोग को ये पता नहीं होता है जिनकी वजह से वह नयी चीजों को नहीं सिख पाते। अगर आप कुछ नया सिखने में रूचि रखते है तो आपको ये सब ब्लॉग के बारे में पता होना चाहिए। मैंने ऐसे […]

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Hindi Blog (हिंदी ब्लॉग): आज कल एक से एक हिंदी ब्लॉग उपलब्ध है

लेकिन बहुत से लोग को ये पता नहीं होता है जिनकी वजह से वह नयी चीजों को नहीं सिख पाते।

अगर आप कुछ नया सिखने में रूचि रखते है तो आपको ये सब ब्लॉग के बारे में पता होना चाहिए।

मैंने ऐसे ही कुछ लोकप्रिय ब्लॉग की लिस्ट तैयार की जिससे आपको कुछ नया सिखने को मिलेगा। 

 भारत में बहुत सारे ब्लॉग है और एक खास केटेगरी में भी बहुत सारे ब्लॉग है जो बहुत लोकप्रिय है।

ऐसे में ये बता पाना की कौन का ब्लॉग सबसे अच्छा है ये बहुत ही मुश्किल काम है।

फिर भी मैंने अपने इस पोस्ट के माध्यम से कुछ लोकप्रिय ब्लॉग के बारे में बताने का प्रयास किया हूँ

और ब्लॉग को मैंने कुछ लोकप्रिय केटेगरी के अनुसार डिवाइड कर दिया हूँ 

जैसे Tech, Blogging & SEO, Motivational ,Health, News, Travel, Education

साथ ही मै ब्लॉग का वर्तमान Alexa Rank भी मेंशन कर रहा हूँ जो समय के साथ चेंज होता रहता है।

Hindi blog

1. Best Hindi Blog Tech (बेस्ट हिंदी ब्लॉग टेक):

Hindime:

आज इस ब्लॉग से हर कोई वाकिफ है। यहाँ आपको टॉप हिंदी टेक ब्लॉग को पढ़ने के अलावा ब्लॉगिंग

और एसईओ के बारे में भी काफी जानकारी मिलती है।

इस साइट के निर्माता (चंदन जी) और सह-संस्थापक (प्रभंजन जी) ने लोगो को सरल शब्दों में समझाया है।

इसके अतिरिक्त, इस ब्लॉग में कंप्यूटर के बारे में भी बहुत सारी जानकारियाँ  उपलबध है।

जो आपके अध्ययन के दौरान आपकी सहायता करेगा।

Hindimehelp:

HMH हिंदी की एक लोकप्रिय ब्लॉग है। यह ब्लॉग 2014 में रोहित मेवाड़ा द्वारा लॉन्च किया गया था।

आप इस ब्लॉग पर हिंदी में ब्लॉगिंग, मोबाइल टिप्स, कंप्यूटर टिप्स और ऑनलाइन पैसे कमाने के बारे में

अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।

Techshole:

Techshole हिंदी के टॉप टेक्नोलॉजी ब्लॉग्स में से एक है और इसे रणजीत सिंह ने 2019 में बनाया था।

यहाँ आपको  ब्लॉगिंग, एसईओ, पैसा कमाने, एप्लिकेशन, टेक टिप्स, कंप्यूटर और कोडिंग सहित

अन्य चीजों से संबंधित जानकारियां मिलेगी।

Catchhow:

भारत के एक प्रसिद्ध ब्लॉगर मनोज सरू ने 2016 में इस हिंदी ब्लॉग को बनाया था।

 इस ब्लॉग के माध्यम से उन्होंने लोगो को तकनीक, शैक्षिक सामग्री, और स्वस्थ संबंधी जानकारियां प्रदान करते है।

Techyukti:

यह हिंदी का सबसे अच्छा टेक्नोलॉजी ब्लॉग है। और इस हिंदी ब्लॉग के निर्माणकर्ता सतीश कुशवाहा हैं।

आप इस हिंदी ब्लॉग पर नवीनतम तकनीक के साथ ही साथ फोन की समीक्षा, बेस्ट मोबाइल ऐप्स,

सॉफ्टवेयर, एंड्रॉइड टिप्स, यूट्यूब ट्रिक्स और ऑनलाइन पैसे कैसे कमाएं  के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते

MyBigGuide:

यह हिंदी ब्लॉग, जून 2014 में स्थापित किया गया था, जो आपको तकनीक के बारे में बहुत कुछ सिखाएगा।

इसके अतिरिक्त, आप यहाँ अपनी भाषा में कंप्यूटर, ई-टूल्स और कई अन्य टिप्स और ट्रिक्स के बारे में सिख सकते है।

Computerhindinotes:

आशीष विश्वकर्मा जी ने इस हिंदी ब्लॉग वेबसाइट को जून 2017 में लॉन्च किया था।

हिंदी में तकनीक के बारे में इस ब्लॉग पर आप कंप्यूटर के बारे में जान सकते हैं।

इस हिंदी ब्लॉग पर आप डीसीए और पीजीडीसीए जैसे कंप्यूटर कोर्स की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

Myhindi:

निलेश वर्मा ने इस हिंदी वेबसाइट को अगस्त 2013 में लॉन्च किया था।

यहाँ पर आप ब्लॉगिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, इंटरनेट और ऑनलाइन पैसे कमाने के बारे जानकारी प्राप्त कर सकते है।

Vikashplus:

आप इस हिंदी ब्लॉग साइट पर ब्लॉगिंग, डिजाइनिंग, वर्डप्रेस, मोबाइल टिप्स और ट्रिक्स, Google AdSense,

और कई नए नए व्यावसायिक विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं,

इसका निर्माण निखिल अरोड़ा ने 2015 में किया था।

Hindi Techy:

इस हिंदी वेबसाइट अमित सक्सेना ने नवंबर 2015 में  की स्थापना की।

यहाँ आप आईटी, कंप्यूटर, सामान्य जानकारी, जॉब, एमएस एक्सेल, विंडोज 10, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज

और कई अन्य तकनीकी इंटरनेट ज्ञान की जानकारी प्प्राप्त कर  करते हैं।

Techyatri:

इसका  निर्माण राहुल राजपूत ने की थी। इस ब्लॉग का  एकमात्र उद्देश्य लोगों को उनकी तकनीकी के बारे में

समाधान प्रदान करना है। उनकी टीम हमेशा जनता को सटीक और व्यापक जानकारी देने का प्रयास करती है।

वह वास्तव में हिंदी टेक ब्लॉगिंग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

यह ब्लॉग राहुल राजपूत ने अगस्त 2020 में शुरू किया था।

इस ब्लॉग पर वह प्रौद्योगिकी, ब्लॉगिंग, इंटरनेट, पैसा बनाने वाले स्रोत जैसे एडसेंस के बारे में जानकारी प्रदान करते है।

2. Best Hindi Blogging & SEO Blogs (सर्वश्रेष्ठ हिंदी ब्लॉगिंग और एसईओ ब्लॉग):

Myhindinotes:

यह ब्लॉग सबसे अच्छी हिंदी ब्लॉगिंग साइटों में से एक है। इसके निर्माणकर्ता निर्मल घिमिरे है जो,

अपने  इस हिंदी ब्लॉग साइट पर ब्लॉग, वर्डप्रेस ब्लॉगिंग और SEO का उपयोग करके

ऑनलाइन पैसे कमाने  के बारे में जानकारी प्रदान करते है।

उन्होंने यह ब्लॉग दिसंबर 2015 में बनाया था। उनका इस वेबसाइट को बनाने का मुख्य मकसद था की

हर भारतीय को ब्लॉगिंग पर सटीक और व्यापक जानकारी प्रदान किया जा सके।

HindiBlogger:

इस  वेबसाइट के संस्थापक राहुल यादव हैं। उन्होंने 2015 में एक ब्लॉगर के रूप में अपना करियर शुरू किया

और कई उतार-चढ़ाव का अनुभव करने के बाद आखिरकार उन्हें सफलता मिली।

वह अपने ब्लॉग पर ब्लॉगिंग, तकनीक और ऑनलाइन पैसे कमाने के बारे में बताते हैं।

ShoutMeHindi:

इस हिंदी ब्लॉग के संस्थापक हर्ष अग्रवाल ने लोगों को ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीके

सिखाने के एकमात्र इरादे से इसे शुरू किया।

इसके अतिरिक्त, वह ऑनलाइन दुनिया में हो रहे परिवर्तनों के संबंध में उत्कृष्ट जानकारी प्रदान करता है।

इसके अलावा, उन्होंने ब्लॉगिंग और SEO पर कई ब्लॉग लिखे हैं।

उन्होंने हिंदी ब्लॉगिंग समुदाय पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।

Supportmeindia:

इस ब्लॉग के निर्माता, जुमेदीन खान है जो  ब्लॉगिंग, ऑनलाइन आय के अवसरों

और अन्य विषयों के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए काम कर रहे हैं,

जिससे लोगो के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके।

उन्होंने हिंदी ब्लॉगिंग कम्युनिटी पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।

Blogging Hindi:

इस हिंदी ब्लॉग का निर्माण मई 2016 में अरसद नूर ने की थी।

वह अपने ब्लॉग पर वे ब्लॉगिंग और एसईओ के बारे में हिंदी में सामग्री भी पोस्ट करते हैं।

Hindi Me Help:

इस ब्लॉग के निर्माता रोहित मेवड़ा हैं। यह एक ऐसी वेबसाइट है जहां आप इंटरनेट के बारे में

कई तरह की चीजें सीख सकते हैं।

रोहित जी ने बहुत लंबे समय तक एक ब्लॉग बनाए रखा है।

भारतीयों को हिंदी में जानकारी देने के लिए वह लगातार तैयार रहते हैं।

Mytechnicalhindi :

इस ब्लॉग के निर्माता, अमरेश मिश्रा ने अपने दर्शकों को हिंदी में बेहतर ज्ञान प्रदान

करने के एकमात्र इरादे से इसे शुरू किया था क्योंकि हिंदी भाषा में ब्लॉगिंग के बारे में

ऑनलाइन ज्यादा उपलब्ध नहीं है।

उन्होंने हिंदी ब्लॉगिंग कम्युनिटी पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।

Wtechni:

वसीम अकरम द्वारा स्थापित Wtechni का मिशन राष्ट्रीय विकास को आगे बढ़ाने के लिए

जनता को प्रौद्योगिकी, करियर और इंटरनेट के बारे में शिक्षित करना है।

इस ब्लॉग को विशेष रूप से वैसे लोगो के लिए बनाया गया है,

जिनके पास  अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक जानकारी की कमी है। 

इस ब्लॉग की सहायता से वह किसी भी समस्या को ऑनलाइन हल कर सकते हैं।

3. Top Motivational Hindi Blog (शीर्ष प्रेरक हिंदी ब्लॉग):

Achi khabar:

यह ब्लॉग भारत के लोकप्रिय हिंदी ब्लॉगर गोपाल मिश्रा जी का  हैं।

उन्होंने इस ब्लॉग को अक्टूबर 2010 में हिंदी में लिखना शुरू किया था।

और यह सबसे लोकप्रिय हिंदी मोटिवेशनल वेबसाइट है।

इसमें हिंदी कोट्स, हिंदी कहानियां और सेल्फ इंप्रूवमेंट के साथ-साथ गोपाल जी सेहत से जुड़ी काफी जानकारी देते हैं।

HindiSoch:

पवन कुमार की हिंदी वेबसाइट पर आप हिंदी कहानी, उद्धरण, प्रेरणा, दोहे और स्वास्थ्य के बारे में

जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। और वह उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।

Gyani Pandit:
आपको इस हिंदी ब्लॉग साइट पर हिंदी उद्धरण, प्रेरणा, व्यक्तित्व विकास, इतिहास

और बहुत कुछ मिल सकता है।

आप इस पेज पर और भी कई विषयों पर हिंदी में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Happy Hindi:

इस हिंदी वेबसाइट पर आप अपनी हिंदी में बहुत कुछ सीख सकते हैं। 

जैसे हिंदी कहानियों, प्रेरक कोट्स , कंपनी की नई अवधारणाओं

Aapki Safalata:

यह हिंदी की शीर्ष प्रेरक वेबसाइटों में से एक  है। आप इस साइट पर जीवन, प्रेरणा,

सफलता की सलाह, आत्म-सुधार, हिंदी मुहावरों और ढेरों अन्य प्रेरणादायक सफलता

की कहानियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Achhisoch:

यह हिंदी ब्लॉग अक्टूबर 2015 में अब्दुल कादर खान द्वारा शुरू किया गया था।

इसके अतिरिक्त, वह इस ब्लॉग पर विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी प्रदान करता है,

जिसमें हिंदी कहानियां, हिंदी उद्धरण और आत्म सुधार शामिल हैं।

4. Top Health Hindi Blogs (शीर्ष स्वास्थ्य हिंदी ब्लॉग):

Only My Health:

इस हेल्थ ब्लॉग पर स्वास्थ्य संबंधित विषयों के बारे जानकारी प्रदान किया जाता है।

हिन्दी स्वास्थ्य ब्लॉगों की सूची में इस ब्लॉग को अत्यधिक पसंद किया जाता है।

यह ब्लॉग 2008 में शुरू किया गया था।

इस ब्लॉग पर पर हेल्थ, हेयर एंड ब्यूटी, प्रेग्नेंसी, सेक्स और रिलेशनशिप के बारे में जानकारी प्रदान करता  है।

Myupchar:

यह एक स्वास्थ्य संबंधित वेबसाइट है जो लोगो को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करती है।

इस ब्लॉग का मुख्य उदेशय यह है की स्थ्य संबंधी जानकारी होने से लोग होने वाले बीमारी से बच सकते है।

यह ब्लॉग वाकई में एक कमाल की वेबसाइट है। इसकी शुरुआत 2016 में हुआ था।

इस ब्लॉग पर स्वास्थ्य, योग, फिटनेस, बीमारियों और उनके उपचार के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है।

Kya Kyu Kaise:

हिंदी में यह वेबसाइट सबसे बेहतरीन घरेलू उपचार प्रदान करती है।

इस पर आयुर्वेद, गर्भावस्था, बाल और सौंदर्य, गर्भावस्था और ब्यूटी टिप्स जैसे विषयों पर जानकारी प्रदान की जाती है।

5. Best Hindi News Blogs (सर्वश्रेष्ठ हिंदी समाचार ब्लॉग):

NewsTrend:

इस बेहतरीन हिंदी समाचार ब्लॉग पर आपको केवल ज्ञानवर्धक सामग्री मिलेगी।

यहाँ राजनीति, खेल, फैक्ट्स, इतिहास, लाइफस्टाइल के साथ-साथ और भी कई विषयों पर जानकारी शेयर की जाती है।

khabar.ndtv:

इस वेबसाइट पर आपको कई तरह की खबरें मिल जाएंगी।

जैसे बिजनेस, बॉलीवुड, क्रिकेट, स्पोर्ट्स, बड़ी खबरें और भी कई खबरें आप अपनी भाषा में जान सकते हैं।

Jagran:

शीर्ष हिंदी ब्लॉगों की सूची में जागरण भी सर्वश्रेष्ठ हिंदी ब्लॉगों में से एक है।

इस साइट पर आपको भारत की सभी जगहों की खबर मिल जाती है।

ऐसे ही कुछ लोकप्रिय कैटेगरी जैसे पॉलिटिक्स, वर्ल्ड, टेक्निकल नॉलेज, बिजनेस,

लाइफस्टाइल, एंटरटेनमेंट के साथ-साथ और भी बहुत कुछ आपको

इस लोकप्रिय हिंदी न्यूज वेबसाइट पर मिल जाएगा।

Aajtak.intoday:

आजतक न्यूज चैनल की लोकप्रियता को देखते हुए आप इससे परिचित तो होंगे ही।

शीर्ष हिंदी समाचार ब्लॉग इस वेबसाइट को भी शीर्ष हिंदी समाचार वेबसाइट के रूप में सूचीबद्ध करता है।

Bhaskar:

यह डीपी क्रॉप लिमिटेड की वेबसाइट है, जिसके कॉर्पोरेट कार्यालय क्रमशः भोपाल, मध्य प्रदेश और गुजरात में हैं।

इस हिंदी ब्लॉग पर आपको हर तरह की खबरें मिलेंगी।

आप इस पर भारत के अलावा अन्य देशों की खबरों के बारे में जान सकते हैं।

6. Top Hindi Travel Blogs (शीर्ष हिंदी यात्रा ब्लॉग):

TarunGoel:

तरुण जी का ब्लॉग भारतीय हिंदी यात्रा साइट के पाठकों को बहुत पसंद है।

आप इस पर भारत के सभी प्रसिद्ध स्थानों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

साथ ही तरुण जी इससे जुड़ी कई जीवन गाथाओं का विवरण देते हैं।

Inditales:

इस ब्लॉग पर अनुराधा गोयल भारत यात्रा, अंतर्राष्ट्रीय यात्रा, यात्रा शायरी आदि सहित यात्रा संबंधी

विभिन्न विषयों पर हिंदी में जानकारी प्रदान करती हैं।

7. Best Hindi Education Blogs (सर्वश्रेष्ठ हिंदी शिक्षा ब्लॉग):

Sarkarihelp:

हिंदी शिक्षा ब्लॉगों की सूची में, यह एक बहुत अच्छा ब्लॉग है।

आप इस ब्लॉग पर परीक्षा की तैयारी, जीके/जीएस, गणित, अंग्रेजी, एसएससी

और रेलमार्ग जैसे विषयों पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Taiyarihelp:

एसएससी, यूपीपीसीएस, यूपीएससी, रेलवे, वायु सेना, सीडीएस, कंप्यूटर, सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी व्याकरण

और ट्रिकी गणित के साथ-साथ यह हिंदी शैक्षिक वेबसाइट भूगोल के बारे में व्यापक जानकारी भी प्रदान करती है।

8. Top Mixed Content Hindi Blogs (शीर्ष मिश्रित सामग्री हिंदी ब्लॉग):

AjabGajab:

आप इस प्रसिद्ध हिंदी ब्लॉग साइट पर कोट्स, गजल, ज्योतिष, आत्म सुधार, स्वास्थ्य,

और कई अन्य विषयों सहित कई श्रेणियों पर सामग्री पा सकते हैं।

Guide2india:

यह एक बेहतरीन हिंदी ब्लॉग है। आप इस ब्लॉग पर स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी, सामान्य ज्ञान

और लघु कथाओं सहित कई अलग-अलग विषयो के बारे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Deepawali:

इस ब्लॉग पर कई केटेगरी के बारे जानकारी प्रदान की जाती है। जैसे जीवन परिचय, पर्व, हिंदी उद्धरण,

हिंदी लेख, प्रेरणादायक हिंदी कहानियाँ, हिंदी सुविचार, स्वास्थ्य।

इस ब्लॉग का  प्राथमिक लक्ष्य है जनता तक सूचना पहुंचाना।  

Top hindi blog in india के बारे में आधीक जानने के लिए आप कमेंट बॉक्स में लिख कर बता सकते है।

आप इन्हें भी पढ़ना पसंद कर सकते हैं

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है? यह कैसे काम करता है ?

कंप्यूटर वायरस क्या है ? इसको रिमूव करने के क्या उपाय है ?

SEO क्या है ? वेबसाइट की रैंकिंग और ट्रैफिक बढ़ने में किस प्रकार हेल्प करता है ?

कंप्यूटर क्या है और कंप्यूटर कितने प्रकार का होता है।

2022 में Affiliate Marketing से पैसे कमाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है ?

 आप हमारी वेबसाइट Learn With Vikas(https://learnwithvikas.com/) पे जाके और भी नए-नए जानकारी और बेहतरीन खबरों(news) को पढ़ सकते है।

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ब्लॉग के व्यूज बढ़ाने के लिए 10 सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्क प्लेटफॉर्म के बारे में जाने(Learn about the 10 most popular social network platforms to increase blog views.) https://learnwithvikas.com/blog-views/ https://learnwithvikas.com/blog-views/#respond Wed, 21 Dec 2022 14:06:45 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1956 सोशल नेटवर्किंग अपने आस पास के लोगो से जुड़े रहने के लिए इंटरनेट आधारित सोशल मीडिया साइटों का उपयोग करना है। सोशल नेटवर्किंग का उद्देश्य सामाजिक के साथ साथ व्यावसायिक भी होता है।    कुछ लोग सोशल मीडिया साइट जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर का उपयोग मनोरंजन के लिए करते है और अपना कीमती समय बर्बाद कर […]

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सोशल नेटवर्किंग अपने आस पास के लोगो से जुड़े रहने के लिए

इंटरनेट आधारित सोशल मीडिया साइटों का उपयोग करना है।

सोशल नेटवर्किंग का उद्देश्य सामाजिक के साथ साथ व्यावसायिक भी होता है।   

कुछ लोग सोशल मीडिया साइट जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर का उपयोग

मनोरंजन के लिए करते है और अपना कीमती समय बर्बाद कर देते है ,

जवकि बहुत से लोग इन साइटों के मदद से पैसा कमाते है।

दुनिया में सबसे पहले सोशल नेटवर्किंग का प्रयोग 1996 में हुआ था,

दुनिया की पहली सोशल नेटवर्किंग साइट्स बोल्ट डॉट कॉम थी.

तो आइये आज हम दुनिया की 10 सबसे लोकप्रिय साइट्स के बारे में बतायेगे

जिससे आप अपने ब्लॉग को प्रमोट कर सकते है।  

अगर आपके पास पहले से फेसबुक एकाउंट्स है तो आप अपने ब्लॉग के नाम से पेज क्रिएट कर सकते है।

उदहारण के लिए आप learnwithvikas ब्लॉग का पेज देख सकते है ।

1.फेसबुक के माध्यम से ब्लॉग का व्यूज कैसे बढ़ायें (How to increase blog views through Facebook)

इस समय सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट्स फेसबुक (facebook.com) है। 

पूरी दुनिया में इसके 2 बिलियन से अधिक लोग इसके यूजर है।

यह वास्तव में अपने ब्लॉग को प्रमोट करने सबसे अच्छा प्लेटफार्म है। 

आज के समय  65 Million से अधिक व्यवसाय अपने व्यवसाय को सक्रिय रूप से

बढ़ाने के लिए फेसबुक पेज की मदद ले रहे है।

फेसबुक पर अपने ब्लॉग को प्रमोट करने के तीन तरीके है।

A. पहला तरीका की आप अपने timeline पर अपने ब्लॉग के लिंक शेयर कर सकते है

जिससे की आपके दोस्तों के पास आपके ब्लॉग का लिंक पहुँच जायेगा

और आपके ब्लॉग का ट्रैफिक बढ़ने लगेगा। 

B . दूसरा तरीका है कि आप अपने ब्लॉग के नाम से एक पेज बना लीजिये

और उस पेज को अपने दोस्तों के बीच शेयर करे, दोस्तों को invite करें

साथ ही साथ आप अपने फेसबुक पेज का लिंक दूसरे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी शेयर कर सकते है 

जिससे आपके फोलोवर बढ़ेंगे । 

जब भी आप अपने ब्लॉग पर कोई नया पोस्ट करते है तो

उस पोस्ट का लिंक आप आपने फेसबुक पेज पर शेयर करते रहे

जिससे आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक बढ़ेगा साथ ही साथ फेसबुक पेज का  फोलोवर भी बढ़ेगा।

C. तीसरा तरीका यह की आप अपने ब्लॉग से संबंधित ग्रुप को ज्वाइन करे

और अपने ब्लॉग के पोस्ट को शेयर करते रहे

साथ ही साथ आप अपने ब्लॉग के लिए अपना खुद का फेसबुक ग्रुप बना सकते है

और आप अपने फसेऊक ग्रुप में अपने ब्लॉग के पोस्ट को शेयर कर सकते है। 

शुरू में आपने ग्रुप में कम मेंबर होने की वजह से ट्रैफिक कम आएंगे

लेकिन जैसे ही आपके ग्रुप के मेंबर की साइज बढ़ेगा आपके ब्लॉग का ट्रैफिक भी बढ़ने लगेगा।

2. इंस्टाग्राम, ब्लॉग के व्यूज को बढ़ने में कैसे हेल्प करता है?(How does Instagram help in increasing blog views?)

Instagram एक  सोशल नेटवर्किंग साइट्स है जिसे 2010 में Kevin Systrom और Mike Krieger  ने लॉन्च  किया गया।

Instagram दो शब्दों से जोड़कर बनाया गया है instant+camera=instagram जिसे आप Photo share करना कह सकते है। 

इसे पहले 2010 में iOS operating system के लिए लॉन्च किया गया था

लेकिन इसके 2 साल बाद 2012 में Instagram को android operating system के लिए भी  लॉन्च किया गया था।

इसकी बढती हुई लोकप्रियता को देखकर  2012 में Facebook ने इसे खरीद लिया।

पहले  Instagram में ज्यादा features नहीं होते थे लेकिन अभी बहुत सारे फीचर्स देखने को मिलेंगे,

साथ ही साथ इसमें आपको ज्यादा filters  भी देखने को मिलेंगे,

इसके अलावा अब आप इसमें  videos भी  पोस्ट कर सकते है।

इंस्टाग्राम में  लिंक शेयर करने के कुछ खास ऑप्शन नहीं देता है।

लेकिन आप अपनी Bio में ब्लॉग का लिंक लगा सकते है,

यूजर आपकी Bio के लिंक पर क्लिक करके आपके ब्लॉग पर पहुँच जायेगा और आपके ब्लॉग का ट्रैफिक बढ़ेगा।

इससे वह user आपकी वेबसाइट पर चला जायगा और आपको ट्रैफिक मिलना शुरू हो जायगा।

इंस्टाग्राम स्टोरी  में आप अपनी ब्लॉग से संबंधित कुछ Information लिख सकते है

और साथ ही आप अपने ब्लॉग का नाम लिख सकते है।

जब लोग आपके  इंट्राग्राम स्टोरी को देखेंगे तो उसके मन में पूरा आर्टिकल पढ़ने की रूचि बढ़ेगी

और वह आपके द्वारा दिए गए ब्लॉग के नाम को सर्च कर आपके ब्लॉग तक पहुँच जायेगा

जिससे आपके ब्लॉग की ट्रैफिक बढ़ेगा।

आप अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में अपनी वेबसाइट का लिंक भी लगा सकते है

लेकिन उसके लिए आपके फोलोवर की संख्या 10K होना जरुरी है

इंस्टाग्राम रील की reach पोस्ट से ज्यादा होती है इसलिए आपको अपने आर्टिकल से सम्बंधित रील्स बनानी चाहिए।

रील्स बनाने के बाद आप अपने वीडियो और डिस्क्रिप्शन में अपने ब्लॉग का नाम  Mention कर दे।

अगर लोगो को आपकी रील्स पसंद आएगी तो वह आपकी रील्स पर mention ब्लॉग के नाम से सर्च कर

आपके ब्लॉग तक पहुँच जायेगा।

इसके अलाबे अपनी प्रत्येक पोस्ट और रील्स में हैशटैग्स लगाये जो अभी ज्यादा वायरल हैशटैग्स हो।

आप अपनी पोस्ट का लिंक अपने Follower को Direct भी शेयर  कर सकते है ।

लेकिन ध्यान रहे  ज्यादा लिंक शेयर न करे नहीं तो इंस्टाग्राम इसको स्पैम समझ कर

आपका अकाउंट को ससपेंड भी कर सकता है।

इंस्टाग्राम के अंदर एक Feature होता है जिसके माध्यम से आप अपने इंस्टाग्राम को फेसबुक से लिंक कर सकते है।

इससे  जब आप इंस्टाग्राम पर अपनी स्टोरी पोस्ट करेंगे वह Automatically फेसबुक पर भी पोस्ट हो जायगी

और दोनों तरफ से ट्रैफिक आएगा।

अगर आप इंस्टाग्राम से Paid मेथड के माध्यम से ट्रैफिक लाना चाहते है तो आप इंस्टाग्राम Ads का प्रयोग कर सकते है।

इंस्टाग्राम में दो तरह के अकाउंट होते है एक पर्सनल अकाउंट और दूसरा प्रोफेशनल अकाउंट।

Personal Account में भी दो प्रकार के अकाउंट होते हैं।

एक Public Account और दूसरा Private Account है।

ठीक ऐसे ही प्रोफेशनल अकाउंट में भी दो प्रकार के अकाउंट होते हैं एक Creator Account और दूसरा Bussiness Account होता है।

3. ट्विटर, ब्लॉग के व्यूज को बढ़ने में कैसे हेल्प करता है (How does Twitter help in increasing blog views?)

Twitter आज के समय बहुत लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट्स है

इस पर जिसके जितने फोलोवर होंगे उसके ब्लॉग पर उतने ज्यादा ट्रैफिक होंगे।

इस पर आप अपना एक अकाउंट बना कर अपने ब्लॉग के लिंक शेयर कर सकते है,

साथ ही साथ आप अपने ब्लॉग से सम्बंधित दूसरे प्रोफाइल के ट्वीट में कमेंट करके

अपने ब्लॉग के लिंक को शेयर कर सकते है जिससे की आपके ब्लॉग के ट्रैफिक बढ़ेंगे। 

उदाहरण के लिए आप learnwithvikas का ब्लॉग पेज (https://twitter.com/learnwithvikas) देख सकते है।

Twitter को 2006 में Jack Dorsey, Noah Glass, Biz Stone, and Evan Williams ने बनाया।

Jack Dorsey जिन्होंने सबसे पहली बार इसके बारे में विचार किया था

उनका कहना है की वो इसे actually एक ऐसी service बनाना चाहते थे 

जो की अपने users को एक ऐसा platform प्रदान करे  जिसमे उनके विचार ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच सके।

लेकिन  इसमें केवल 140 characters की text या उससे कम की ही आप लिख सकते हैं.

मतलब की Twitter चाहता है की जो भी information हो वो ज्यादा बड़ी  नहीं हो,

बल्कि ये short और informative होनी चाहिए.

Users इसमें एक दुसरे को “follow” करते हैं जिससे ये एक दुसरे के साथ communicate कर सके।

Twitter पर tweet करने से इसे Tweeting कहा जाता है.

इसका मतलब है की short messages को send करना उन सभी लोगों को

जो की आपको follow कर रहे हैं Twitter पर. लोग अक्सर उन्हें ही follow करते हैं

जिन्हें वो पसदं करते हैं, या उनकी बातें उन्हें पसदं आती है

इसलिए उनसे connected रहने के लिए वे उन्हें follow करते है। 

Twitter का नाम पहले “Twitch” रखा गया था, बाद में ये Twitter बन गया। 

इसका मतलब होता है ‘बहुत तेजी से बातें करना वो भी nervous और trivial way में

Twitter का Full Form है “Typing what i’m thinking that everyone’s reading”

4. लिंकेडीन पर ब्लॉग पोस्ट को कैसे शेयर करें (how to share a blog post on linkedin)

LinkedIn  अपने ब्लॉग को प्रमोट करने का एक अच्छा सोशल नेटवर्किंग साइट्स है।

इसमें आप अपनी एक आकर्षक प्रोफाइल बनाये और अपने ब्लॉग से सम्बंधित लोगो को फॉलो करे

साथ ही उनकी द्वारा दी गयी जानकारी को पढ़े। 

साथ ही साथ  अपने ब्लॉग से संबधित ग्रुप को ज्वाइन करे और अपने ब्लॉग के पोस्ट को शेयर करे

जिससे आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आएगा। 

जैसे जैसे आपका फोलोवर बढ़ेगा आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक भी बढ़ने लगेगा। 

आप उदहारण के लिए हमारे लिंकडिन पेज को देख सकते है।

5. यूट्यूब पर ब्लॉग के नाम से चैनल बना कर ब्लॉग को प्रमोट करें (Promote the blog by creating a channel in the name of the blog on YouTube)

YouTube आज से बहुत ही लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट्स है यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सर्च इंजन है

यूट्यूब अमेरिका की वीडियो अपलोड करने वाला प्लेटफॉर्म है,

जिसमें आप वीडियो को  देखने के साथ ही अपना वीडियो अपलोड भी कर सकते हैं।

इसे पेपैल के तीन पूर्व कर्मचारियों, चाड हर्ले, स्टीव चैन और जावेद करीम ने मिल कर

फरवरी 2005 में बनाया था, जिसे नवम्बर 2006 में गूगल ने 1.65 अरब अमेरिकी डॉलर में खरीद लिया।

इस पर ब्लॉग को प्रमोट करने के लिए आप अपने ब्लॉग से सम्बंधित एक यूट्यूब चैनल बना सकते

और अपने वीडियो को अपलोड करने के साथ वीडियो के डिस्क्रिप्शन में

अपने ब्लॉग के लिंक शेयर कर सकते है।

इस पर जितने ज्यादा आपके सब्सक्राइबर होंगे उतने ज्यादा आपके यूट्यूब चैनल और ब्लॉग पर ट्रैफिक आएंगे ।

ब्लॉग

6. पिनटेरेस्ट (Pinterest):

Pinterest भी एक लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट्स है

जहाँ मुख्यत Image, Infographic और GIF शेयर करते हैं।

आप भी ब्लॉग के इमेज को पिन करके अच्छा ट्रैफिक ला सकते है।

यह भी ब्लॉग को प्रमोट करने का अच्छा तरीका है क्यूँकि इसके बहुत सारे content  Search Engine में भी Rank करते है।

आप चाहे तो हमारा लिंकेडीन पेज(https://www.linkedin.com/in/learnwithvikas/) को विजिट कर सकते है।

7. व्हाट्सप्प (Whatsapp):

यह एक मैसेजिंग ऐप है जिसका इस्तेमाल दुनिया भर के लोग बड़ी संख्या में करते हैं।

Brian Acton और Jan Koum, WhatsApp के founder है ।

इन्होने 2009 में साथ मिलकर इस app को बनाया था जिसे बाद में अमेरिकी कंपनी, फेसबूक ने खरीदा लिया

पहले इसका इस्तेमाल सिर्फ लोग परिवार और दोस्तों के बीच बात करने के लिए करते थे।

लेकिन आज इसका इस्तेमाल व्यावसायिक भी होंने लगा है। 

इसमें आप अपने ब्लॉग का लिंक डायरेक्ट अपने कांटेक्ट लिस्ट में शामिल लोगो के साथ कर सकते है

साथ ही व्हाट्सप्प ग्रुप भी बना सकते है उसमे लोगो को ऐड करना है

उसके बाद जैसे ही कोई नया पोस्ट अपने ब्लॉग पर पब्लिश करते हो

उसका लिंक अपने व्हाट्सप्प ग्रुप में शेयर कर देना है

लोग आपके लिंक पर क्लिक करके आपके ब्लॉग तक पहुँच जायेगे।

8. क्वोरा (quora):

Quora एक बहुत ही लोकप्रिय प्रश्न-उत्तर वाली वेबसाइट है,

जिसमें लोग प्रश्न पूछ सकते हैं, उत्तर दे सकते हैं और उसमें परिवर्तन भी कर सकते हैं।

इस पर सामग्री का प्रत्येक भाग यूजर द्वारा निर्मित किया जाता है,

मतलब कि यह यूजर के  द्वारा संपादित और व्यवस्थित किया जाता है और यूजर ही इसका उपयोग करते हैं।

इसका प्रकाशन क्वोरा इंक ने किया था, जिसका मुख्यालय कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू में स्थित है।

इस पर ब्लॉग को शेयर करने के लिए पहले अपना एक अकॉउंट बनाना पड़ेगा

उसके बाद आप अपने ब्लॉग से सम्बंधित प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं

और अपने ब्लॉग के लिंक को अपने उत्तर में शेयर कर सकते है।

अगर आपका उत्तर अच्छा होगा तो आपके उत्तर को पढ़ने वाले लोग

आपके दिए गए लिंक की मदद से आपके ब्लॉग तक पहुँच जाएंगे।

लेकिन ध्यान रहे की  Quora में अपने लिंक को ज्यादा शेयर नहीं करे

नहीं तो आपके प्रोफाइल को स्पैम समझकर ब्लॉग कर दिया जायेगा।

Quora में अपने प्रोफाइल को प्रोफेशनल बनाये, तभी लोग आप पर विश्वास करेंगे और आपके ब्लॉग को विजिट करेंगे।

यहाँ आप हमारी ब्लॉग के क्वोरा पेज(https://learnwithvikas.quora.com/) को देख सकते है।

9. मेडियम (Medium):

Medium  भी एक अच्छा सोशल नेटवर्किंग साइट्स है

जिसके लाखो यूजर है, Medium पर भी आप अपने ब्लॉग को प्रमोट कर सकते है।  

इस पर ब्लॉग को प्रमोट करने के लिए आपको पहले Medium पर अपनी एक प्रोफाइल बनानी पड़ेगी

आप इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ब्लॉग पोस्ट कर सकते है और ब्लॉग का कैनोनिकल सबमिट कर सकते है।

जिससे की आपके ब्लॉग का ट्रैफिक बढ़ेगा। 

यहाँ आप हमारी ब्लॉग के मेडियम पेज(https://medium.com/@learnwithvikas22) को देख सकते है।

10. टम्बलर (Tumblr)

Tumblr के भी लाखो यूजर है। इसमें दो तरिके से अपने पोस्ट को प्रमोट कर सकते है।

सबसे पहले आपको टम्बलर की Websites पर जाके अपने ब्लॉग के नाम से अकाउंट बनाना होगा।
आप अपने गूगल अकाउंट के जरिये भी डायरेक्ट signin कर सकते है।

पहला तरीका है Tumblr  के होम पेज पर  अपने ब्लॉग के पोस्ट के लिंक  शेयर कर सकते है।

दूसरा तरिके है की  एक छोटा सा  आर्टिकल create करना है और अपने आर्टिकल में अपनी ब्लॉग पोस्ट का लिंक देना है।

Tumblr एक free microblogging  सोशल नेटवर्किंग साइट्स  है

मतलब इस पर आप फ्री में अपने ब्लॉग को पोस्ट कर सकते हैं और

अपना वेब पेज क्रिएट कर सकते हैं साथ ही साथ Tumblr पर आप अपने blog को promote भी कर सकते हैं ।

इसकी शुरुआत  2007 में डेविड कार्प द्वारा की गई थी Tumblr आपको शॉर्ट-फॉर्म ब्लॉग में मल्टीमीडिया और अन्य सामग्री पोस्ट करने की अनुमति देती है

Twitter , Facebook , pintrest की तरह ही Tumblr भी एक प्रकार की free सोशल मीडिया साइट्स है।

मतलब आपको Tumblr का उपयोग करने के लिए कोई पैसे नहीं देने पड़ते है

और Tumblr का प्रयोग कर आप अपनें ब्लॉग को पोस्ट कर सकते हैं ।

Tumblr ek microblogging platform है किन्तु इस पर आप अपने ब्लॉग को आकर्षक बनाने के लिए images , audio , video , text का प्रयोग भी कर सकते हैं

और साथ ही साथ आपने वेब पज को भी आकर्षक रूप से बना सकते हैं

हालांकि भारत में अभी इसका इस्तेमाल कम ही होता है

और भारत में अभी इसकी  लोकप्रियता इतनी नहीं है

किन्तु फ्री ब्लॉगिंग करने के लिए टंबलर भी एक अच्छा प्लेटफार्म है ।


आप इन्हें भी पढ़ना पसंद कर सकते हैं

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है? यह कैसे काम करता है ?

कंप्यूटर वायरस क्या है ? इसको रिमूव करने के क्या उपाय है ?

SEO क्या है ? वेबसाइट की रैंकिंग और ट्रैफिक बढ़ने में किस प्रकार हेल्प करता है ?

कंप्यूटर क्या है और कंप्यूटर कितने प्रकार का होता है।

2022 में Affiliate Marketing से पैसे कमाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है ?

 आप हमारी वेबसाइट Learn With Vikas(https://learnwithvikas.com/) पे जाके और भी नए-नए जानकारी और बेहतरीन खबरों(news) को पढ़ सकते है।

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इंजीनियर बनने की तैयारी कब से शुरू कर देनी चाहिए? इंजीनियरिंग की तैयारी किस तरीके से करनी चाहिए? ( When should I start preparing to become an engineer? How should I prepare for engineering?) https://learnwithvikas.com/%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97/ https://learnwithvikas.com/%e0%a4%87%e0%a4%82%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%82%e0%a4%97/#respond Fri, 25 Nov 2022 12:44:27 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1465 इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी भारत में सबसे कठिन एंट्रेंस एग्जाम में से एक मानी जाती है। आज के इस कठिन प्रतियोगिता के दौर में बच्चे पहले से ही सोच लेते है की उन्हें आगे चल कर क्या करना है और वो बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं? यहाँ तक की माता-पिता के मन में भी […]

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इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी भारत में सबसे कठिन एंट्रेंस एग्जाम में से एक मानी जाती है।

आज के इस कठिन प्रतियोगिता के दौर में बच्चे पहले से ही सोच लेते है की

उन्हें आगे चल कर क्या करना है और वो बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं?

यहाँ तक की माता-पिता के मन में भी बच्चों के भविष्य को लेकर पहले से ही कुछ चल रहा होता है।

आज के समय में अधिकांश माता-पिता अपने बच्चों को डॉक्टर या इंजीनियर बनते देखना पसंद करते है।

अधिकतर बच्चों की चॉइस इंजीनियर बनने की होती है और यह गलत भी नहीं है।

क्योंकि इंजीनियरिंग के छात्र के पास नौकरी के बहुत सारे विकल्प होते हैं।

इंजीनियर बनने का सपना लेकर बच्चे स्कूल के समय से ही तैयारी शुरू कर देते हैं।

प्लस टू के बाद सबसे लोकप्रिय जॉब में से एक इंजीनियरिंग है।

अगर आप भारत के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेना चाहते है तो,

पहले आपको IIT और AIEEE जैसे एग्जाम में अच्छे रैंक लाने होंगे।

इंजीनियरिंग एंट्रेंस क्लियर करने लिए आपको PCM (Physics,Chemistry and Math) में काफी अच्छा होना होगा।

आजकल छात्र 10th क्लास से ही इस सब्जेक्ट पर विशेष ध्यान देना शुरू कर देते है।

ताकि आगे चलकर इस विषय को समझना और आसान हो जाय।

 IIT और AIEEE जैसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों

और विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए प्रत्येक वर्ष विज्ञान पृष्ठभूमि वाले

हजारों छात्रों द्वारा AIEEE और IITJEE जैसी कई इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की

नियमित रूप से तैयारी की जाती है।

हालांकि, 12 वीं विज्ञान के बाद बी.टेक में प्रवेश पाने की उम्मीद रखने वाले

अधिकांश छात्र अक्सर कुछ सीटों, भयंकर प्रतिस्पर्धा और

सहायता की कमी के कारण व्यक्तिगत स्कूलों द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में पिछड़ जाते हैं।

इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए आपको क्या करना चाहिए और

 क्या नहीं करना चाहिए, इसके बारे में आपको इस ब्लॉग में बताया गया है।

इस आजमाई (try out) हुई और सच्ची रणनीतियों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने से आप

आगे की योजना बना पाएंगे और अंतिम समय में अपने आत्मविश्वास को बढ़ा पाएंगे।

इंजीनियर कितने प्रकार के होते हैं? (what are the types of engineers?)

कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (Computer Science Engineering)

केमिकल इंजीनियर (Chemical Engineer)

सिविल इंजीनियर (Civil Engineer)

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical Engineering)

इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग (Industrial Engineering)

मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering)

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग(Electronics & Communication Engineering)

इसके अलावा और भी अन्य इंजीनियरिंग क्षेत्र है(Apart from this, there are other engineering fields as well.)

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace Engineering)

ओशनिक इंजीनियरिंग (Oceanic Engineering)

न्यूक्लिअर इंजीनियरिंग (Nuclear Engineering)

बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एंड बायोकैमिकल इंजीनियरिंग (Biomedical Engineering and Biochemical Engineering)

एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग (Environmental Engineering)

सफल इंजीनियर में क्या गुण होने चाहिए? ( What are the qualities a successful engineer should have?)

गणित और विज्ञान में मजबूत

अत्यधिक विश्लेषणात्मक और विस्तार-उन्मुख

कल्पनाशील और रचनात्मक

अच्छा संचार कौशल

टीम में काम करने में माहिर

काम करने के तरीके में सुधार या निर्माण कार्य में आनंद लेना

इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा देने से पहले विचार करने योग्य बातें (Things to consider before giving engineering entrance exam?)

भारत में उच्चतर माध्यमिक परीक्षा पूरी करने के बाद,

छात्र बी.टेक कार्यक्रमों में दाखिला लेना चाहते हैं।

हालांकि, विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में खुली सीटों की संख्या

आनुपातिक रूप से नहीं बढ़ रही है।

नतीजतन, हर साल प्रतियोगिता कठिन हो जाती है, जिससे बिना सलाह

और ट्यूशन के छात्रों के लिए भारत में किसी भी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में

अच्छा प्रदर्शन करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

यहां आपके लिए कुछ विकल्प दिए गए हैं जो आपकी इंजीनियरिंग की अच्छी तैयारी में मदद करेगा (Here are some options for you which will help you in your preparation)

एक शेड्यूल बनाएं और उसका पालन करें! ( Make a schedule and stick to it!)

आपको पहले स्टडी के लिए एक शेड्यूल बनाना होगा।

हालाँकि, इससे अधिक मायने यह रखता है कि आप

दीर्घावधि (long term) में इस समय सीमा का पालन कैसे करेंगे।

प्रत्येक विषय को समान महत्व दें, और किसी एक सब्जेक्ट पर बहुत अधिक ध्यान देने से बचें।

एक निर्धारित कार्यक्रम का पालन करने का मुख्य लाभ यह है कि

यह आपको अपनी तैयारी की डिग्री की एक व्यापक छवि प्राप्त करने में सक्षम बनाता है।

आपको ठीक-ठीक पता चल जाएगा कि अपने समय को

कई विषयों के बीच कैसे विभाजित करना है

और कौन से विषयों पर दूसरों की तुलना में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।

हालांकि, यदि आप बी.टेक प्रवेश परीक्षा देने का इरादा रखते हैं

तो आपको हर दिन अकेले तैयारी के लिए कम से कम 6 से 8 घंटे

समर्पित करने की आवश्यकता होगी।

लेकिन ध्यान रहे कि 10 से 15 मिनट का नियमित अंतराल लें

और एक सिटिंग में बहुत ज्यादा पूरा करने की कोशिश करने से बचें।

इंजीनियरिंग

एक अध्ययन योजना या रणनीति स्पष्ट करें (Have a clear study plan or strategy!)

अपनी तैयारी शुरू करने से पहले आपको इस बात के लिए एक रणनीति बनानी होगी कि

आप पूरे सिलेबस को कैसे अप्रोच करेंगे।

मार्गदर्शन के लिए अपने प्रोफेसरों या बड़े लोगों से पूछें।

अपनी ताकत और कमजोरी के क्षेत्रों का निर्धारण करें, फिर उसी के अनुसार अपने समय की योजना बनाएं।

समय महत्वपूर्ण है।

इसलिए, वह सब कुछ या कुछ भी पढ़ने से बचें जो आप ऑनलाइन देखते हैं।

पिछले पांच वर्षों के प्रश्नों के पैटर्न को समझने की कोशिश करें,

और फिर एक सुविचारित दृष्टिकोण की योजना बनाएं

जो आपको उन विषयों पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम करेगा

जो आपकी सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं

जबकि कम से कम काम की आवश्यकता होती है।

किताबें और अध्ययन सामग्री (Books & Study Material)

बुनियादी पूर्वापेक्षाएँ (prerequisites) किताबें और अध्ययन सहायक हैं।

हालाँकि, बाजार विकल्पों और वैकल्पिक लेखकों से बहुत अधिक भरा हुआ है

जो केवल पहले से जारी परीक्षा प्रश्नों और कार्यपत्रकों (worksheets) के

अद्यतन (Updates) संस्करणों की पेशकश करते हैं।

यह अक्सर योग्य उम्मीदवारों को गुमराह करता है।

इसलिए, हमेशा शीर्ष छात्रों और सम्मानित शिक्षकों द्वारा सुझाई गई अध्ययन सामग्री का उपयोग करने पर विचार करें।

हर परीक्षा में कुछ आवश्यक रीडिंग शामिल होती हैं।

इस स्थिति में सबसे अच्छा सूचना स्रोत एनसीईआरटी की पुस्तकें हैं,

जिन्हें आपको चुनौतीपूर्ण एग्जाम पर जाने से पहले समाप्त करना होगा।

पिछली परीक्षा के प्रश्नपत्रों और मॉक परीक्षाओं को हल करें!( Solve previous exam papers and mock tests!)

किसी भी टॉप परफॉर्मर से पूछिए कि सफलता का उसका फॉर्मूला क्या है।

आपको लगातार वही प्रतिक्रिया मिलेगी।

वे आपको सलाह देंगे कि आप जितना हो सके पिछले परीक्षा प्रश्नों को पूरा करें

और परीक्षाओं का अभ्यास करें।

ऑनलाइन अभ्यास परीक्षा देकर आप अपनी परीक्षा की चिंता पर काबू पा सकते हैं।

यह आपकी तैयारी के स्तर की 360 डिग्री की वास्तविकता की

जांच का प्रतिनिधित्व करता है और आपको अपनी ताकत और कमजोरियों की

 पहचान करने में सक्षम बनाते हुए आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है।

फिट और स्वस्थ रहें (Stay fit and healthy!)

नियमित अध्ययन के अलावा, अच्छा स्वास्थ्य और फिटनेस बनाए रखना आवश्यक है।

ज़ोरदार खेलों में भाग लेने और भारी सामान उठाने से बचें क्योंकि

वे आपके अधिकांश भौतिक संसाधनों का उपयोग करेंगे।

बार-बार सांस लेने के व्यायाम, प्राणायाम, योग और कार्डियो आधारित

शारीरिक गतिविधियों में शामिल होना आपके लिए कहीं अधिक फायदेमंद होगा।

जल्दी उठें और नियमित रूप से एक या दो मील दौड़ें।

हो सके तो स्विमिंग और स्किपिंग करने की कोशिश करें।

आपने अपनी कक्षा 12 और प्रवेश परीक्षाओं में बहुत मेहनत की होगी।

आपने अपना शोध एक निश्चित तरीके से किया।

आप अंततः दो साल के लगातार काम के बाद अपने वांछित इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में स्वीकृत होने में सफल होते हैं।

यदि आप मानते हैं कि अध्ययन करना अब कोई समस्या नहीं है,

तो आप पुनर्विचार करना चाह सकते हैं।

यदि आप अपनी पढ़ाई की उपेक्षा करते हैं तो आपके करियर पर

आपके शेष जीवन के लिए नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

यदि आप अपनी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं,

तो आपको इंजीनियरिंग सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए अध्ययन करने के बारे में

कुछ सूक्ष्म सलाहों पर ध्यान देना चाहिए।

सबसे ज्यादा नौकरी के विकल्प इंजीनियरिंग में उपलब्ध हैं,जो एक बेहतरीन विषय है।

पाठ्यक्रम, शिक्षाविदों, अनुभव, फर्म, स्थान आदि के आधार पर

एक इंजीनियर सालाना 25 से 45 लाख तक कमा सकता है।

भारत में सबसे अधिक वेतन पाने वाले व्यवसायों में से एक इंजीनियरिंग है।

इसलिए, छात्रों के लिए बेहतरीन नौकरी विकल्पों में से एक इंजीनियरिंग है।

हालाँकि, अगर आपको नहीं लगता कि आप अपनी पढ़ाई का ध्यान रख रहे हैं,

तो आपको नौकरी की तलाश में सबसे अधिक संभव प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।

इसलिए, केवल आराम न करें और अपने कॉलेज के वर्षों का आनंद लें।

इंजीनियरिंग सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए अध्ययन करना सीखें

ताकि आप शैक्षणिक सफलता प्राप्त कर सकें।

इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षा की तैयारी कब से शुरू करें (When to start preparing for engineering entrance exam?)

क्लास 9th से आपको इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

कक्षा 9वीं के छात्र अपने करियर (Career) को लेकर काफी फोकस्ड और स्पष्ट होते हैं।

क्लास 6th, 7th या 8th की तुलना में वे एंट्रेंस एग्जाम (Entrance Exam) को ज्यादा गंभीरता से समझ पाते है।  

इसलिए एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी इस क्लास से बेहतर रहेगी।

– कक्षा 9वीं से इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षा की तैयारी की शुरुआत करने से सभी

विषयों के बेसिक्स आसानी से क्लियर हो जाते हैं।

इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षा (Engineering Entrance Exam) की तैयारी में इन्हें ही विस्तार से पढ़ाया जाता है।

– सभी विषयों पर अपनी अच्छी पकड़ के लिए कक्षा 9वीं के छात्रों के पास बहुत समय होता है।

– कठिन सवालों की प्रैक्टिस, टाइम मैनेजमेंट की समझ और

परीक्षा में होने वाली किसी भी प्रकार की गलतियों को सुधारने के लिए भी खूब समय मिल जाता है।

12th क्लास के बाद, इंजीनियरिंग का अध्ययन कैसे करें (How to study engineering after 12th class)

 इंजीनियरिंग लोगों के लिए उपयोगी उत्पाद बनाने के लिए गणितीय

और वैज्ञानिक अवधारणाओं (concepts) के संयोजन में

ज्ञान, निर्णय और सामान्य ज्ञान का उपयोग करने का अभ्यास है।

एक विशिष्ट उद्देश्य को पूरा करने के लिए तकनीकी प्रणाली या उत्पाद का

उत्पादन करना इंजीनियरिंग की प्रक्रिया है।

इंजीनियरिंग कार्य का अत्यधिक मांग वाला और आकर्षक क्षेत्र हो सकता है।

एक इच्छुक इंजीनियर करियर बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में से चयन कर सकता है।

केमिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, औद्योगिक इंजीनियरिंग,

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग

और अन्य इंजीनियरिंग विषय उनमें से कुछ हैं।

कक्षा 11 और 12 में, स्कूल में छात्र को गणित के साथ पीसीएम या विज्ञान के बीच फैसला करना होगा।

भौतिकी में इसके महत्व के कारण, इंजीनियर बनने के लिए गणित में महारत हासिल करना एक महत्वपूर्ण विषय है।

 इंजीनियर अक्सर भौतिकी-आधारित मॉडल के मापदंडों को बदलकर अनुकूलन(customization) करते हैं।

इंजीनियरिंग के आर्थिक और तकनीकी प्रदर्शन को आगे बढ़ाने का एक साधन गणित है।

एक engineer के रूप में एक सफल कैरियर के लिए आपका रोड मैप 12 वीं कक्षा के बाद,

इंजीनियरिंग की पढ़ाई कैसे करें पर इस लेख में पाया जा सकता है।

अपने अध्ययन के दौरान जिज्ञासु और चौकस रहें (Be curious and observant during your studies)

अपने आपको विद्वान दिखाने के बजाय, प्रश्न पूछना और कक्षा में

अनिश्चितता (uncertainties) को दूर करना आपको एक बेहतर शिक्षार्थी बनने में मदद करता है।

यदि आप अपने पाठ पर ध्यान केंद्रित करेंगे तो आपकी यात्रा सरल होगी।

यदि आप कक्षा में अधिक ध्यान देते हैं, तो आप तुरंत आधे सवालों का उत्तर देने में सक्षम होंगे।

सभी छात्रों के लिए क्लास मिसिंग को दृढ़ता से मना किया जाता है।

परिणामस्वरूप, चौकस रहें और कक्षा में ध्यान दें।

शिक्षक का मार्गदर्शन लें (Take teacher’s Guidance)

आपके शिक्षक पूरे semester के दौरान आपके व्यक्तिगत प्रहरी के रूप में कार्य करते हैं।

यदि आपके कोई प्रश्न हैं, तो अपने प्रोफेसर, शिक्षक या संकाय सदस्यों से परामर्श करें।

आप उन पर भरोसा कर सकते हैं कि वे आपकी सहायता करने में प्रसन्न होंगे।

ऐसा करने से, आप व्याख्याताओं (lecturers) का ध्यान आकर्षित करेंगे

और संभवत: आगे मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे कि इंजीनियरिंग सेमेस्टर परीक्षा के लिए कैसे तैयारी किया जाए।

ग्रुप स्टडी एक बेहतर विकल्प होगा(group study would be a better option)

एक समूह अध्ययन एक प्रभावी अध्ययन रणनीति है।

इसकी विशिष्टता के कारण, इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते समय

छात्रों द्वारा समूह शिक्षा को हमेशा प्राथमिकता दी जाती है।

दोस्तों के साथ सीखने की एक मजेदार तकनीक इस प्रकार है।

ऐसा करने से, आप दूसरों को निर्देश दे सकते हैं और अपने सवालों के जवाब पा सकते हैं।

आप अपने दोस्तों से किसी भी छोटी सी अनिश्चितता के बारे में बात कर सकते हैं।

यदि आप एक समूह के साथ अध्ययन करते हैं तो आप अध्ययन करने के लिए अधिक प्रेरित होते हैं।

मॉक टेस्ट लें (take mock test)

एक सेक्शन खत्म करने के बाद सेल्फ-टेस्ट लेने की कोशिश करें।

चाहे आप समूह में पढ़ रहे हों या अकेले, परीक्षा देने से आपकी परीक्षा की तैयारी में मदद मिलेगी।

यदि आप मुझसे इंजीनियरिंग सेमेस्टर परीक्षा के लिए अध्ययन करने का तरीका पूछते हैं,

तो पिछले वर्षों के परीक्षा सवालों का उपयोग करके एक आत्म-परीक्षण करें।

यह प्रक्रिया आपकी ताकत में सुधार करेगी और आपको अपने उपयोग करने में सक्षम बनाएगी।

इंजीनियरिंग एंट्रेंस के लिए ऑनलाइन अध्ययन सामग्री (online study material for engineering entrance)

परीक्षा से पहले, आप ऐसा महसूस कर सकते हैं कि आपको कई विषयों में सहायता की जरुरत है।

कुछ विषयों को समझना काफी कठिन हो सकता है।

साहित्य के माध्यम से पढ़ने से चुटकी में आपकी कोई मदद नहीं होगी।

अपने शिक्षक से कोई भी प्रश्न पूछना या सहायता के लिए इंटरनेट संसाधन का उपयोग करना सबसे अच्छा है।

आपको वीडियो प्रारूप में अध्ययन सामग्री मिल सकती है जो विषयों की आपकी समझ में सहायता करेगी।

अपनी प्रगति को ट्रैक करें (track your progress)

जैसे ही आप परीक्षा के लिए अध्ययन करना शुरू करते हैं,

आपको अपनी प्रगति पर नजर रखना शुरू कर देना चाहिए।

तो, इसके बारे में जाने का तरीका यहां दिया गया है।

उन अनुभाग के साथ एक तालिका बनाएं जिन्हें आपको एक सप्ताह में समाप्त करने की जरूरत है,

और फिर जाते समय उन्हें चेक करें।

इसके अतिरिक्त, उस हिस्से पर ध्यान दें जो आपको सबसे अधिक परेशानी का कारण बनता है

और जिसमें एक या दो संशोधन की जरूरत होती है।

प्रत्येक स्व-परीक्षण के परिणाम को रिकॉर्ड करके अपने सुधार पर नज़र रखें।

इंजीनियरिंग सेमेस्टर परीक्षा की तैयारी प्रक्रिया में इस चरण का पालन करके

आप परीक्षा से पहले अपने अध्ययन कार्यक्रम को प्रबंधित करने में सक्षम होंगे।

इंजीनियरिंग परीक्षा पूर्व तैयारी (engineering exam preparation)

आपने पहले अपनी प्रगति रिपोर्ट में संकेत दिया है कि किन अनुभाग में संशोधन की आवश्यकता है।

परीक्षणों से पहले, मैं प्रत्येक भाग को एक बार पढ़ने की सलाह दूंगा,

और फिर उन अनुभाग की समीक्षा करने की सलाह दूंगा जो आपको सबसे चुनौतीपूर्ण लगते हैं।

सुनिश्चित करें कि आपने परीक्षा से एक दिन पहले अपनी परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली है।

कुछ ख़ाली समय खोजें (find some free time)

छात्र आमतौर पर परीक्षा से एक रात पहले तनाव में रहते हैं।

यह परीक्षा की तैयारी का उचित तरीका नहीं है।

यदि आप इंजीनियरिंग सेमेस्टर परीक्षा की तैयारी के लिए

सही प्रक्रियाएँ अपनाते हैं तो आपको परीक्षा से एक रात पहले

अध्ययन करने की आवश्यकता नहीं होगी।

परीक्षा के दिन से पहले, आपको कुछ डाउनटाइम खोजने की जरूरत है।

आप बाहर से खाना खा सकते हैं, वीडियो गेम खेल सकते हैं,

या अन्य बाहरी गतिविधि में संलग्न हो सकते हैं।

अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर, आप कार्टून भी देख सकते हैं या संगीत सुन सकते हैं।

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दुनियाँ में सबसे अधिक सैलरी पाने वाले सीईओ टिम कुक के बारे सम्पूर्ण जानकारी(Complete information about Tim Cook, the highest paid CEO in the world) https://learnwithvikas.com/tim-cook/ https://learnwithvikas.com/tim-cook/#respond Mon, 21 Nov 2022 12:16:27 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1375 टिम कुक(Tim Cook) ऐसे सीईओ है जिनकी उपलब्धियां परोपकार और कंपनी की इच्छा के इर्द-गिर्द केंद्रित हैं कि “इस ग्रह को हमने जितना पाया उससे बेहतर छोड़ दें। प्रौद्योगिकी को अपनी नयी सोच से रूपांतरित करने वाले कई प्रमुख व्यवसाय स्टार्टअप प्रमुखता से उभरे हैं। प्रौद्योगिकी क्षेत्र को प्रयोग करने योग्य बनाने के लिए Apple […]

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टिम कुक(Tim Cook) ऐसे सीईओ है जिनकी उपलब्धियां परोपकार

और कंपनी की इच्छा के इर्द-गिर्द केंद्रित हैं कि

“इस ग्रह को हमने जितना पाया उससे बेहतर छोड़ दें।

प्रौद्योगिकी को अपनी नयी सोच से रूपांतरित करने वाले कई

प्रमुख व्यवसाय स्टार्टअप प्रमुखता से उभरे हैं।

प्रौद्योगिकी क्षेत्र को प्रयोग करने योग्य बनाने के लिए

Apple कंपनी प्रशंसा का पात्र है।

अगस्त 2011 से, अमेरिकी इंजीनियर और बिजनेस एक्जीक्यूटिव  टिम कुक ने Apple का नेतृत्व किया है।

टिम कुक पूरी दुनिया में सबसे अधिक वेतन पाने वाले सीईओ माने जाते है।

कुक की सफलता की कहानी जानने के लिए इस ब्लॉग को ध्यान से पढ़ें।

टिम कुक(Tim Cook), एप्पल के सीईओ (Tim Cook, CEO of Apple)

दुनिया के शीर्ष व्यवसायियों में से एक, टिम कुक वर्तमान में Apple के CEO हैं।

इंटेलिजेंट इलेक्ट्रॉनिक्स और कॉम्पैक में नेतृत्व के पदों पर रहते हुए

कुक ने आईबीएम में 12 साल बाद अपना करियर जारी रखा।

टिम कुक बाद में 1998 में एप्पल में शामिल हुए।

टिम कुक का बचपन (Tim Cook’s childhood)

Tim Cook के जीवन की कहानी 1 नवंबर, 1960 को शुरू होती है,

जब उनका जन्म रॉबर्ट्सडेल, अलबामा में हुआ था।

उन्होंने 1978 में रॉबर्ट्सडेल हाई स्कूल से अपनी कक्षा में दूसरे स्थान पर स्नातक किया।

बाद में उन्होंने अलबामा के ऑबर्न विश्वविद्यालय में भाग लिया।

Tim Cook ने 1982 में औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

जब टिम कुक(Tim Cook) ने 1988 में ड्यूक विश्वविद्यालय के फूक्वा स्कूल ऑफ बिजनेस से

एमबीए के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की, तब उनकी स्कूली शिक्षा पूरी हो गई थी।

टिम कुक(Tim Cook) ने फूक्वा स्कूल ऑफ बिजनेस में अपने पहले वर्षों के दौरान

फूक्वा स्कॉलर का दर्जा प्राप्त किया।

एमबीए करने के बाद कुक ने सूचना प्रौद्योगिकी में करियर शुरू किया।

Tim Cook तब आईबीएम द्वारा नियोजित थे, जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया

और अंततः कंपनी के लिए उत्तरी अमेरिकी पूर्ति के निदेशक के पद तक पहुंचे।

पुनर्विक्रेता डिवीजन के लिए कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी बनने के लिए

इंटेलिजेंट इलेक्ट्रॉनिक्स में जाने से पहले टिम कुक ने आईबीएम के लिए 12 साल तक काम किया।

कॉम्पैक कंप्यूटर कॉर्पोरेशन में कॉर्पोरेट सामग्रियों के उपाध्यक्ष बनने के लिए

आगे बढ़ने से पहले उन्होंने इंटेलिजेंट इलेक्ट्रॉनिक्स में अपनी शुरुआत की।

हालांकि, कॉम्पैक के साथ टिम का कार्यकाल संक्षिप्त था।

टिम कुक के जीवन में तब बदलाव आया जब वे एप्पल में शामिल हुए।

टिम कुक – लाइफ एट एप्पल(Tim Cook – Life at Apple)

ऑबर्न विश्वविद्यालय में अपने 2010 के स्नातक समारोह के भाषण में,

टिम ने कहा था कि Apple में शामिल होना उनके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण खोज थी।

टिम को कभी आसान चुनाव नहीं करना पड़ा।

Apple के साथ टिम कुक का रिश्ता 1998 के शुरुआती दौर में शुरू हुआ,

इससे पहले कि iMac, iPod, iPhone, या iPad व्यवसाय द्वारा बनाया गया था।

टिम कुक का दावा है कि जब वह एप्पल में शामिल होने वाले थे,

तब कंपनी का इतिहास काफी निराशाजनक था।

एक समारोह में बोलते हुए, टिम ने कहा कि यद्यपि Apple ने Macs का उत्पादन किया,

फर्म वर्षों से बिक्री में गिरावट का सामना कर रही थी और

इसे व्यवसाय से बाहर जाने के खतरे के रूप में देखा जा रहा था!

Tim Cook ने बागडोर संभाली और उस समय सामने से नेतृत्व करना शुरू किया

जब कंपनी के भविष्य को लेकर अनिश्चितताएं थीं।

संगठन में उनके प्रवेश के एक साल से भी कम समय के बाद

उपाध्यक्ष के रूप में टिम की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।

इसे हाल ही की एक रिपोर्ट से एक उल्लेखनीय परिवर्तन के रूप में नोट किया गया था,

जिसने पिछले वित्तीय वर्ष के लिए $1 बिलियन से अधिक का शुद्ध घाटा दिखाया था,

जब कंपनी मुनाफे की रिपोर्ट कर रही थी।

जैसे-जैसे वे रैंकों में आगे बढ़ते गए, टिम कुक के अध्यक्ष का पद अक्सर बदलता गया,

और उन्हें विश्व स्तर पर संचालन, विपणन(Marketing) और बिक्री की देखरेख का प्रभार दिया गया।

उन्होंने Macintosh डिवीजन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और

आपूर्तिकर्ताओं और पुनर्विक्रेताओं के बीच साझेदारी के निर्माण को बनाए रखा।

टिम को 2011 में एप्पल के नए सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था(Tim was appointed as the new CEO of Apple in 2011.)

स्टीव जॉब्स, जिनका उसी वर्ष निधन हो गया था, उनके बाद इस पद पर आसीन हुए।

Tim Cook न केवल एप्पल के सीईओ हैं, बल्कि निदेशक मंडल के सदस्य भी हैं।

टिम कुक(Tim Cook) के नेतृत्व में, Apple ने 2014 में अपनी अब तक की सबसे बड़ी खरीद का खुलासा किया

जब उसने बीट्स म्यूजिक और बीट्स इलेक्ट्रॉनिक्स का अधिग्रहण करने के लिए

आश्चर्यजनक रूप से $3 बिलियन का भुगतान किया।

समझौते में कहा गया है कि बीट्स के सह-संस्थापक एप्पल में अधिकारी बनेंगे।

टिम ने जून 2014 में वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस में डेस्कटॉप

और मोबाइल उपकरणों के लिए Apple ऑपरेटिंग सिस्टम के सबसे हालिया पुनरावृत्ति का अनावरण किया।

OSX Yosemite इस ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम था!

IPhone 6 और iPhone 6 Plus, जिसमें बड़ी स्क्रीन और Apple पे और पहचानने योग्य

बर्स्ट सेल्फी सहित अतिरिक्त सुविधाएँ शामिल थीं, बाद में टिम द्वारा प्रस्तुत की गईं।

Tim Cook

टिम ने ऐप्पल वॉच का भी अनावरण किया, जो उनके निर्देशन में निर्मित पहली वस्तु थी(Tim also unveiled the Apple Watch, the first item produced under his direction.)

यह फिटनेस और स्वास्थ्य पर नज़र रखने के लिए एक पहनने योग्य गैजेट था।

2015 में, Apple वॉच ने बाजार में शुरुआत की और उपभोक्ताओं द्वारा जल्दी ही काफी पसंद की जाने लगी।

टिम ने कई नए उत्पादों(products) के उत्पादन की देखरेख करना जारी रखा,

जैसे कि क्लिप्स, एक ऐसा ऐप जिसने उपयोगकर्ताओं को सोशल मीडिया के लिए त्वरित फिल्में बनाने की अनुमति दी।

Tim Cook ने 2017 में प्रसिद्ध iPhone X का अनावरण (unveiling) किया।

इस उपकरण में मौजूद चेहरे की पहचान करने वाली टेक्नोलॉजी

ने प्रौद्योगिकी उद्योग में काफी उत्साह पैदा किया।

ग्राहकों को विभिन्न प्रकार की सेवाओं से समाचारों तक पहुंच प्रदान करने के लिए,

व्यवसाय ने टिम कुक के उद्यमशीलता पथ के तहत

Apple समाचार ऐप को सफलतापूर्वक जारी किया।

Tim Cook के तहत, Apple ने 2018 में एक मध्यावधि चुनाव शामिल किया।

इसका उद्देश्य टिम कुक की उपलब्धियों में से एक मार्केटिंग योजनाओं को विकसित करना था,

जिसने उनके नेतृत्व के नौ वर्षों के दौरान कंपनी के स्टॉक को 60% से अधिक बढ़ने में मदद की।

टिम कुक की सफलता का राज क्या है (What is the secret of Tim Cook’s success?)

समाज और प्रौद्योगिकी की उन्नति में उनके प्रभाव और महत्वपूर्ण भूमिका के कारण टिम कुक का इतिहास प्रेरक है।

टिम को 2011 में फोर्ब्स पत्रिका की दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया था।

बड़ी सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली फर्मों में, टिम कुक को पूर्व में 2012 में सबसे अधिक वेतन पाने वाले सीईओ के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।

टिम कुक कैसे सफल होते हैं(How is Tim Cook successful?)

शानदार प्रबंधन (management) रणनीति के माध्यम से कंपनी के लिए त्वरित चढ़ाई संभव हुई।

Tim Cook लगभग $900,00 के वार्षिक पारिश्रमिक के साथ दुनिया के सबसे धनी सीईओ में से एक हैं।

Tim Cook ने कई धर्मार्थ प्रयासों में भी भाग लिया है! उन्होंने 2015 में कहा था

कि अपने भतीजे की पढ़ाई का खर्च वहन करने के बाद, वह अपनी आय का शेष हिस्सा परोपकारी प्रयासों के लिए देंगे।

टिम कुक को क्या समृद्ध बनाता है(What makes Tim Cook rich?)

Tim Cook की शानदार प्रबंधन शैली के कारण Apple तेजी से विकास करने में सक्षम था।

कुक ने व्यवसाय के विस्तार और पर्याप्त वित्तीय सफलता में सहायता की।

उन्होंने अंततः 2011 में Apple के CEO के रूप में जगह ली,

और 2020 तक, Apple की कीमत 2 ट्रिलियन डॉलर हो गयी।

परिणामस्वरूप वह पहले अरबपति बनने में सक्षम थे।

कंपनी का मिशन “पृथ्वी को जितना हमने पाया उससे बेहतर छोड़ना” है,

और टिम कुक(Tim Cook) एक निजी व्यक्ति हैं जिनकी उपलब्धियाँ और उदारता इसी लक्ष्य पर आधारित हैं।

उपयोगकर्ता सुरक्षा, सुरक्षा और गोपनीयता पर कुक की स्थिति Apple के लोकाचार (ethos) को प्रतिध्वनित करती है

और अक्सर इन विषयों पर सरकारी आंदोलन का कारण बनती है।

टाइम 100 सूची में टिम कुक को सूचीबद्ध किया गया था (Tim Cook was listed on the Time 100 list.)

2022 में दुनिया के 100 सबसे महत्वपूर्ण लोगों की टाइम 100 सूची में टिम कुक को सूचीबद्ध किया गया था।

वह 2015 के बाद पहली बार सूची में शामिल नहीं है।

Tim Cook की प्रोफ़ाइल लॉरेन पॉवेल जॉब्स द्वारा लिखी गई थी,

और उन्होंने पत्रिका के कवर में से एक को डिजाइन भी किया था।

लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने कहा कि “गहरी सटीकता के साथ Apple के प्रक्षेपवक्र (trajectory )

को स्थापित करने और लागू करने और समाज पर कंपनी के परिणामों के लिए

जिम्मेदारी वहन करने के महान तनाव की कल्पना करना लगभग असंभव था।

टिम कुक द्वारा की गयी सार्वजनिक टिप्पणी(Public comments made by Tim Cook)

टिम कुक(Tim Cook) ऐप्पल के सीईओ के रूप में सार्वजनिक रूप से बोलने में काफी समय बिताते हैं।

दुनिया के सबसे अमीर तकनीकी व्यवसाय के सीईओ कुक का प्रभाव है

चाहे वह राष्ट्रीय समाचारों पर बोल रहे हों या सीधे-सीधे ट्वीट में।

इसके बाद के उद्धरण कुक की टिप्पणियों के अंश हैं जो एक सामान्य विचार देते हैं कि

वह कौन है और वह क्या हासिल करना चाहता है।

“Apple का अब तक का सबसे नवीन वर्ष 2020 में था,”

टिम कुक(Tim Cook) ने बीजिंग में कॉलेज के एक वरिष्ठ छात्र हे शिजी के साथ बातचीत की।

Tim Cook ने कहा कि जब पूछा गया कि ऐप्पल हर साल नए उत्पादों को जारी करने के दबाव

का प्रबंधन कैसे करता है जिससे विविधता को बढ़ावा मिलता है।

Tim Cook ने कहा कि आविष्कार के लिए कोई विशिष्ट नुस्खा नहीं है।

“हम अपने पूरे संगठन में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देते हैं।

जब ये दोनों कारक (factors) एक साथ आते हैं, तो वे एक टन रचनात्मकता उत्पन्न करते हैं।”

हमें जातिवाद के सभी रूपों का मुकाबला करने के लिए एकजुट होना चाहिए(We must unite to combat all forms of racism.)

Tim Cook ने नस्लीय भाषा द्वारा एशियाई अमेरिकियों के प्रति हिंसा में वृद्धि पर ट्वीट किया।

एशियाई समुदाय के प्रति निर्देशित हिंसा में वृद्धि, एक दुखद और अत्यावश्यक याद दिलाता है कि

हमें जातिवाद से लड़ने के लिए एक साथ आना चाहिए।

घृणा का हमारी संस्कृति में कोई स्थान नहीं है।

Apple कर्मचारी एकजुट हैं, और हम मदद करने वाले संगठनों को दान देंगे।

सदी की सबसे महत्वपूर्ण चिंताओं में से एक गोपनीयता है (One of the most important concerns of the century is privacy.)

एक साक्षात्कार में, कुक ने उपयोगकर्ता की गोपनीयता पर अपने विचारों पर

चर्चा की और बताया कि यह लोगों द्वारा सामना की जाने वाली अन्य समस्याओं के खिलाफ कैसे खड़ी होती है।

“जलवायु परिवर्तन एक प्रमुख मुद्दा है।

हमें सावधानी से गोपनीयता जैसे कारकों का आकलन करना चाहिए, जो महत्वपूर्ण है।

हमें यह भी विचार करना चाहिए कि हम इन चीजों को कैसे सुधार सकते हैं

और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक परिदृश्य छोड़ सकते हैं जो हमारे पास अभी से बेहतर है।

एकत्र किए जा रहे डेटा का विकल्प उपयोगकर्ताओं को दिया जाना चाहिए।

फेसबुक के अनुसार, ऐप ट्रैकिंग पारदर्शिता इंटरनेट, विशेष रूप से

इसके विज्ञापन-आधारित आर्थिक मॉडल को अपूरणीय क्षति पहुँचा सकती है।

कुक ने उपरोक्त तस्वीर को निम्नलिखित शब्दों के साथ ट्वीट किया:

“हमारी राय में, उपयोगकर्ताओं को उनके बारे में एकत्रित की गई जानकारी

और इसका उपयोग कैसे किया जाता है, इस पर नियंत्रण होना चाहिए।

आईओएस 14 की ऐप ट्रैकिंग पारदर्शिता सुविधा के साथ,

फेसबुक अभी भी सभी एप्लिकेशन और वेबसाइट उपयोगकर्ताओं का अनुसरण कर सकता है।

लेकिन केवल पहले आपकी सहमति प्राप्त करने के बाद।”

“अर्थव्यवस्था जो कार्बन न्यूट्रल है”

Tim Cook ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जलवायु महत्वाकांक्षा शिखर सम्मेलन के दौरान

पर्यावरण के पक्ष में कार्य करना सभी की विशेष जिम्मेदारी है।

Tim Cook के अनुसार हर नई हरित सफलता इस बात का सबूत देती है कि हमारी दुनिया के वर्तमान

और भविष्य के बीच कोई वास्तविक समझौता नहीं है।

यह मार्जिन में बदलाव का समय नहीं है, उन्होंने आगे कहा कि समूह कार्बन-तटस्थ अर्थव्यवस्था

की ओर बढ़ सकता है और एक साथ काम करके समान अवसर के नए युग की शुरुआत कर सकता है।

Apple में टिम कुक का कार्यकाल(Tim Cook’s tenure at Apple)

टिम कुक(Tim Cook) सीईओ के रूप में अपनी भूमिका में एप्पल और कार्यकारी टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं।

हालाँकि, व्यवसाय पर उनका अत्यधिक प्रभाव उनके 2011 में स्टीव जॉब्स के प्रतिस्थापन से पहले का है।

यहां तक कि Tim Cook भी स्वीकार करते हैं कि एप्पल की हालत इतनी खराब थी कि

किसी भी उचित मूल्यांकन के तहत उन्हें कॉम्पैक के साथ रहना चाहिए था ।

अपनी सफलता के बावजूद, कॉम्पैक ने क्लोन पीसी का उत्पादन किया

जो अन्य सामान्य कंप्यूटर निर्माताओं द्वारा बनाए गए उपकरण के समान था।

कॉरपोरेट सामग्री के लिए कॉम्पैक के उपाध्यक्ष के रूप में एक साल से भी कम समय के बाद,

जॉब्स ने उन्हें 1998 में काम पर रखा।

Tim Cook ने पहले आईबीएम में दस साल से अधिक समय बिताया था,

इसलिए उनके लिए पीसी उद्योग को छोड़ना और उस समय एप्पल में शामिल होना अजीब लगता होगा।

हालांकि आईबीएम और इसके क्लोन बनाने वाली कंपनियों,

जैसे कि कॉम्पैक, और ऐप्पल के बीच प्रतिद्वंद्विता कम हो सकती है,

कुक का एप्पल कंपनी में प्रवेश(Cook’s entry into the Apple company)

कुक ने 2017 के एक स्नातक समारोह के भाषण में कहा था कि

मैं कभी भी अपने स्वयं के उद्देश्य की मजबूत भावना के बिना कहीं काम नहीं करने वाला था।

मैंने ध्यान दिया, मैंने विश्वास और दिशा की तलाश की।

मुझे महान लेखकों और विचारकों को पढ़ने में मज़ा आता है।

मैंने युवावस्था में विंडोज पीसी के साथ खिलवाड़ भी किया होगा।

यह स्पष्ट रूप से काम नहीं करता था।”

कुक का दावा है कि साक्षात्कार के लिए स्टीव जॉब्स से मिलने के बाद,

वह तुरंत समझ गए कि वह संगठन के लिए काम करना चाहते हैं

और विशेष रूप से, वह एप्पल को बचाने में मदद करना चाहते हैं।

1996 में जब वे लौटे, तो स्टीव जॉब्स ने पहले ही Apple का कायापलट शुरू कर दिया था।

प्रसिद्ध रूप से, iMac ने दिवालियापन के कगार से कंपनी की चढ़ाई वापस शुरू की।

जॉनी इव की डिजाइन टीम के काम को देखने की जरूरत थी,

लेकिन कुक का अंडर-द-रडार काम उतना ही महत्वपूर्ण था।

इसके अतिरिक्त, यह अलोकप्रिय होता क्योंकि कुक ने Apple द्वारा

अपनी सुविधाओं और गोदामों को बंद करने का निर्णय लिया।

इसके बजाय, Apple ने सावधानीपूर्वक निगरानी वाले उत्पादन को शुरू किया

जो आज भी आउटसोर्सिंग निर्माण द्वारा करता है।

Tim Cook ने बेचे जाने से पहले एप्पल के लैपटॉप के गोदामों में बिताए महीनों की

संख्या को केवल कुछ दिनों तक कम कर दिया।

वह अकेला नहीं था जिसने इसके फायदे देखे।

कुक के एप्पल में शामिल होने से पहले, पीसी निर्माता डेल ने इसी तरह की रणनीति अपनाई थी,

यह तर्क देते हुए कि भंडारण में कम पीसी रखने से समायोजित(adjusted) करने की क्षमता बढ़ गई थी।

टिम कुक(Tim Cook) के बारे और अधिक जानकारी के लिए आप wikipedia को पढ़ सकते है।

आप हमारी वेबसाइट Learn With Vikas(https://learnwithvikas.com/) पे जाके और भी नए-नए जानकारी और बेहतरीन खबरों(news) को पढ़ सकते है।

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प्रफुल्ल चंद्र राय ऐसे वैज्ञानिक थे जिनकी बात न गाँधी काट पाते थे न नेहरू (Prafulla Chandra Rai was such a scientist whose words neither Gandhi nor Nehru could cut) https://learnwithvikas.com/%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ab%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2-%e0%a4%9a%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%af/ https://learnwithvikas.com/%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%ab%e0%a5%81%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%b2-%e0%a4%9a%e0%a4%82%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%af/#respond Thu, 10 Nov 2022 14:02:23 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1206 प्रफुल्ल चंद्र राय भारतीय रसायन विज्ञान के जनक थे । वह एक प्रमुख बंगाली वैज्ञानिक, शिक्षक, इतिहासकार, उद्योगपति और परोपकारी थे। उन्होंने आधुनिक भारत में पहले रसायन विज्ञान (chemistry) अनुसंधान विद्यालय की स्थापना की। रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री से एक केमिकल लैंडमार्क प्लाक (A Chemical Landmark Plaque from the Royal Society of Chemistry) उनके जीवन […]

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प्रफुल्ल चंद्र राय भारतीय रसायन विज्ञान के जनक थे ।

वह एक प्रमुख बंगाली वैज्ञानिक, शिक्षक, इतिहासकार, उद्योगपति और परोपकारी थे।

उन्होंने आधुनिक भारत में पहले रसायन विज्ञान (chemistry) अनुसंधान विद्यालय की स्थापना की।

रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री से एक केमिकल लैंडमार्क प्लाक (A Chemical Landmark Plaque from the Royal Society of Chemistry)

उनके जीवन और कार्य को रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री द्वारा ,

यूरोप के बाहर पहली बार केमिकल लैंडमार्क प्लाक से सम्मानित किया गया था।

बंगाल केमिकल्स(chemicals) एंड फार्मास्युटिकल्स(pharmaceuticals),

भारत का पहला फार्मास्युटिकल व्यवसाय, भी उनके द्वारा स्थापित किया गया था।

1947 में भारत की स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण गतिविधि इस अवधि में होना शुरू हो गए थे।

डाक्टर प्रफुल्लचंद्र राय इस बारे में सोचते रहे कि,

कैसे अपने वैज्ञानिक ज्ञान का उपयोग अधिक से अधिक अच्छे कार्य के लिए किया जाए,

अपनी दो-भाग की आत्मकथा, लाइफ एंड एक्सपीरियंस ऑफ ए बंगाली केमिस्ट में,

डाक्टर प्रफुल्लचंद्र राय ने टिप्पणी की ,

कि “यूरोप और अमेरिका में प्राप्त उद्योग की विशाल प्रगति का

इतिहास प्रयोगशाला में शोध की विजय का इतिहास है।”

प्रफुल्ल चंद्र राय नाम के एक भारतीय वैज्ञानिक का जन्म कब हुआ था (When was an Indian scientist named Prafulla Chandra Ray born?)

2 अगस्त, 1861 को, जेसोर जिले के राधुली के पूर्वी बंगाली गाँव में, प्रफुल्ल चंद्र राय का जन्म हुआ।

 उनकी माता का नाम भुवनमोहिनी देवी था और उनके पिता का नाम हरिश्चंद्र राय था।

उनके पिता क्षेत्र के एक जमींदार के वंशज थे।

डाक्टर प्रफुल्लचंद्र राय किताबों से प्यार करते थे ,

वह फारसी, अरबी और अंग्रेजी में कुशल थे।

भारतीय वैज्ञानिक प्रफुल्ल चंद्र की शिक्षा ( Education of Indian scientist Prafulla Chandra)

डाक्टर राय के माता -पिता ने उन्हें सीखने ।

और व्यक्तिगत विकास और जीवन को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

राय ने 1866 में अपने पिता द्वारा चलाए गए छोटे स्कूल में अपनी पढ़ाई शुरू की ,

और नौ साल की उम्र तक वहाँ पर  पढ़ाई की ।

1870 या 1871 में

उसके बाद, 1870 या 1871 में, उनके पिता ने परिवार को कलकत्ता (अब कोलकाता) में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया,

जहाँ उच्च शिक्षा के केंद्र अधिक आसानी से सुलभ थे।

राय को हरे स्कूल में स्वीकृति मिली (प्रवेश मिला )।

1874 में प्रफुल्ल चंद्र राय को हुई पेचिश नामक गंभीर बीमारी (In 1874, Prafulla had a serious disease called dysentery )

जब प्रफुल्ल 1874 में चौथी कक्षा में थे, तो उन्हें पेचिश नामक बीमारी हो गई थी।

और परिणामस्वरूप उन्हें अपनी पढ़ाई बंद करनी पड़ी।

इसके बाद उन्हें अपने पुश्तैनी घर वापस जाना पड़ा ।

उन्होंने अपने अध्ययन में रुकावट को एक उपहार के रूप में देखा

क्योंकि इससे उन्हें अपने पिता की भंडारित पुस्तकालय में व्यापक रूप से पढ़ने के लिए अधिक समय मिला।

1876 में प्रफुल्ल चंद्र राय अपनी बीमारी से उबर गए (Prafulla recovered from his illness in 1876)

जब दो साल बाद 1876 में प्रफुल्ल अपनी बीमारी से उबर गए,

तो वे वापस कोलकाता चले गए ,

और उन्हें अल्बर्ट स्कूल में भर्ती कराया गया।

प्रथम श्रेणी (अब, विद्यासागर कॉलेज) के साथ प्रवेश परीक्षा पूरी करने के बाद

उन्हें 1878 में मेट्रोपॉलिटन संस्थान में भर्ती कराया गया था।

प्रेसीडेंसी कॉलेज में, उन्होंने भौतिकी और रसायन विज्ञान का भी अध्ययन किया,

रसायन विज्ञान उनका पसंदीदा विषय ( Chemistry is his favorite subject)

जिसमें रसायन विज्ञान उनके पसंदीदा विषय के रूप में उभरा।

उन्होंने प्रयोग और रसायन विज्ञान के अपनी रूचि के परिणामस्वरूप

अपने घर में एक रसायन विज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना की।

1882 में, प्रफुल्लचंद्र को यूनाइटेड किंगडम में एडिनबर्ग विश्वविद्यालय में

रसायन विज्ञान का अध्ययन करने के लिए छात्रवृत्ति मिली।

बीएससी के बाद 1885 में उन्हें डिग्री मिली ,

प्रफुल्ल ने एडिनबर्ग विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई जारी रखी और डी.एससी प्राप्त किया।

उनकी थीसिस के लिए, “कॉपर-मैग्नीशियम ग्रुप के संयुग्मित सल्फेट्स: ए स्टडी ऑफ आइसोमोर्फस मिक्सचर्स एंड मॉलिक्यूलर कॉम्बिनेशन,” प्रफुल्ल को होप प्राइज मिला।

जिसने उन्हें डॉक्टरेट पूरा करने के बाद एक वर्ष की अवधि के लिए अपने शोध पर काम करने की अनुमति दी।

प्रफुल्ल चंद्र राय के अकादमिक, वैज्ञानिक और व्यवसायी कार्य (PC Re: Academic, scientific and professional work)

आचार्य ने इंग्लैंड से लौटने के बाद,

भारत में रसायन विज्ञान के ज्ञान को आगे बढ़ाते हुए,

एक शिक्षक और शोधकर्ता के रूप में अपने बुलावे को आगे बढ़ाया।

उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता अपने छात्रों में एक वैज्ञानिक मानसिकता को बढ़ावा देना था ,

जो उन्हें उस समय भारतीय के मन में अक्सर मौजूद रूढ़ियों से मुक्त कर सके।

वह युवा से स्वतंत्र और तार्किक रूप से सोचने का आग्रह किये।

आचार्य एक बहुत ही प्रतिभाशाली विद्वान थे,

जिन्होंने कई महत्वपूर्ण रासायनिक खोज की (जैसे कि मर्क्यूरस नाइट्राइट),

शानदार वैज्ञानिक पत्रिकाओं (जैसे जर्नल ऑफ़ द केमिकल सोसाइटी ऑफ़ लंदन) में 150 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए,

और रासायनिक विज्ञान पर कई किताबें लिखीं ( उदाहरण: एक बंगाली रसायनज्ञ का जीवन और अनुभव)।

अपने अन्य शैक्षणिक प्रयासों के साथ (Along with his other academic endeavors)

उन्होंने भारत में रसायन विज्ञान का इतिहास (प्राचीन से मध्यकालीन समय तक) भी लिखा।

उनके प्रयास राष्ट्रवाद की एक मजबूत भावना से प्रेरित और प्रभावित थे।

उन्हें यह समझ में आया कि भारत को दमनकारी औपनिवेशिक नियंत्रण के चंगुल से मुक्त होने के लिए ,

एक मजबूत और स्वतंत्र वैज्ञानिक अनुसंधान आधार विकसित करने की सख्त जरूरत है।

तब देश इस वैज्ञानिक आधार के आधार पर औद्योगीकरण को बढ़ा सकता है ,

और आत्मविश्वाश और आत्मनिर्भरता को सुरक्षित कर सकता है।

ब्रिटिश सामानों का बहिष्कार (boycott of British goods)

देश के राजनीतिक और आर्थिक संदर्भ को समझना जरूरी है,

जिसने उनके पहले व्यक्त विश्वासों के लिए उत्प्रेरक और ट्रिगर के रूप में कार्य किया।

उस समय भारत के बाजार उन सामानों से प्रभावित थे ,

जो ब्रिटेन में कच्चे माल का उपयोग करके निर्मित किए जाते थे,

जिनकी आपूर्ति भारत से की जाती थी।

भारत से कच्चे माल को बहुत सस्ते दर पर (ब्रिटेन)प्राप्त किया जाता था,

और निर्मित/तैयार माल जो देश के बाजारों में पहुँचते थे,

उनकी कीमत बहुत अधिक होती थी। 

भारतीय स्वतंत्रता के लिए उनके उत्साह(His enthusiasm for Indian independence)

भारत से धन की इस व्यवस्थित निकासी ने स्वदेशी वस्तुओं

और ब्रिटिश सामानों के बहिष्कार के पक्ष में आंदोलनों को बढ़ावा,

देने वाली बड़ी भारतीय भीड़ के बीच एक कड़वी नाराजगी और असंतोष पैदा किया था।

यद्यपि उन्हें अपने पूरे जीवन में कई सम्मान प्राप्त हुए,

जिनमें से सबसे उल्लेखनीय 1912 में कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ द इंडियन एम्पायर ,

और 1919 में नाइट बैचलर का रैंक था,

उन्होंने एक बहुत ही सीधा और व्यावहारिक रूप से जीवन बिताया ,

और अपनी मातृभूमि की सेवा करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

प्रफुल्ल चंद्र राय के द्वारा की गई सामाजिक सहायता (Social assistance done by Prafulla)

1916 में, प्रफुल्ल ने प्रेसीडेंसी कॉलेज छोड़ दिया और कलकत्ता विश्वविद्यालय में शामिल हो गए,

जहाँ वे 20 से अधिक वर्षों तक रहे।

प्रफुल्ल चंद्र राय एक प्रेरित और प्रतिबद्ध सामाजिक कार्यकर्ता थे

जो विज्ञान के चमत्कारों का उपयोग करके समाज में सुधार करना चाहते थे।

वह बाढ़ प्रभावित लोगों की सक्रिय रूप से सहायता की

और 1920 के दशक की शुरुआत में बंगाल के अकाल में भाग लिया।

प्रफुल्ल चंद्र के द्वारा की गई बंगाल राहत समिति की स्थापना (Establishment of Bengal Relief Committee by Prafulla Chandra)

बंगाल राहत समिति की स्थापना चंद्र राय ने की थी।

इस समूह ने पीड़ित क्षेत्र में वस्तु और नकदी के रूप में जुटाए गए

लगभग 25 लाख रुपये का वितरण किया।

विश्वविद्यालय में अपने शेष रोजगार से पहले,

वे अपना सारा वेतन 1921 में रसायन विज्ञान विभाग के विकास और

दो शोध फैलोशिप की स्थापना के लिए दान करदिए।

वह कई कल्याण कार्यक्रम के लिए अक्सर पैसा दिया।

राय ने नागार्जुन पुरस्कार की स्थापना के लिए वित्तीय योगदान दिया,

जो रसायन विज्ञान में सबसे बड़े काम के लिए दिया जाएगा,

और आशुतोष मुखर्जी पुरस्कार, जो जीव विज्ञान में बेहतरीन अध्ययन के लिए दिया जाएगा।

मर्क्यूरस नाइट्राइट की स्थापना (Establishment of mercurous nitrite)

जब चंद्र राय  ने 1890 के दशक की शुरुआत में देश की पहली दवा,

निर्माता कंपनी बंगाल केमिकल एंड फार्मास्युटिकल वर्क्स लिमिटेड (बीसीपीडब्ल्यू) की स्थापना की,

तो उन्हें उम्मीद थी कि यह उनके गृह प्रांत के युवाओं के लिए एक मिसाल कायम करेगा।

फार्मेसी अलमारियों पर ब्रिटिश आयात के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए,

आचार्य चंद्र के निगम, जो अब एक राज्य द्वारा संचालित संगठन है,

ने कई पेटेंट दवाएं जारी कीं,

जिनमें ऐटकेन के टॉनिक सिरप, लाइम के हाइपोफॉस्फाइट के सिरप और टॉनिक ग्लिसरॉस्फेट शामिल हैं।

उन्होंने मर्क्यूरस नाइट्रेट, एक नया रसायन की महत्वपूर्ण खोज की घोषणा की (He announced the important discovery of mercurous nitrate, a new chemical)

जिसे 1905 में बंगाल को दो प्रांत में विभाजित करने के ब्रिटिश सरकार के फैसले के जवाब में शुरू किया गया था,

जिसे व्यापक रूप से एक विभाजनकारी राजनीतिक अधिनियम के रूप में देखा गया था।

जैसे ही लोग इस कदम का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरे,

वह भी ब्रिटिश निर्मित सामान खरीदने से इनकार कर दिया।

आंदोलन, जिसने आर्थिक आत्मनिर्भरता का समर्थन किया,

आचार्य चंद्र ने उद्यमियों की एक पूरी पीढ़ी को स्थानीय स्तर पर उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित किया।

और जब उन्होंने फार्मास्यूटिकल्स के निर्माण में कदम रखा तो,

चंद्र राय के दिमाग में स्थानीय कच्चे माल का उपयोग करना सबसे ऊपर था।

जर्मनी में ट्राएर विश्वविद्यालय के इतिहासकार बेंजामिन जकारिया के अनुसार,

‘काफी हद तक, उनके लिए, एक वैज्ञानिक होने और एक उद्यमी होने का मामला एक मजबूत नए देश को अस्तित्व में लाने के बारे में था।

प्रफुल्ल चंद्र राय

अमोनियम और एल्किलमोनियम के नाइट्राइट्स (Nitrites Of Ammonium And Alkylmonium)

अमोनियम नाइट्राइट का संश्लेषण प्रफुल्ल चंद्र राय की प्रमुख सफलता में से एक है।

कई परीक्षण करके, यह दिखाया कि शुद्ध अमोनियम नाइट्राइट वास्तव में स्थिर है

और बताया कि कैसे इसे बिना विघटित किए 60 डिग्री Celsius पर भी उभारा जा सकता है।

NH4Cl + AgNO2 → NH4NO2 + AgCl

वह लंदन में एक केमिकल सोसाइटी सम्मेलन में परिणाम प्रस्तुत किये।

नोबेल पुरस्कार विजेता विलियम रामसे ने उनकी उपलब्धि के लिए उनकी प्रशंसा की।

इनमें से कई यौगिक उनके द्वारा दोहरे विस्थापन का उपयोग करके बनाए गए थे।

अनुवर्ती के रूप में, वे मरकरी एल्काइल और मरकरी एल्काइल एरिल-अमोनियम नाइट्राइट्स के साथ काम किया।

RNH3Cl + AgNO2 → RNH3NO2 + AgCl

पारा का नाइट्राइट (Nitrite Of Mercury)

प्रफुल्ल चंद्र राय ने 1895 के आसपास NO3 खोज के क्षेत्र में अपना काम शुरू किया

और यह बहुत सफल साबित हुआ।

वे 1896 में स्थिर रासायनिक यौगिक पारा nitrite के निर्माण के बारे में एक पत्र लिखा था।

उन्होंने देखा कि जब पारा और पतला नाइट्रिक एसिड प्रतिक्रिया करता है, तो एक पीला crystalline ठोस बनता है।

6 g + 8 HNO 3 = 3 g 2 (NO 3)

2 + 2 NO + 4 H2O

इस शोध ने विभिन्न धातुओं के नाइट्राइट्स और hyponitrites के साथ-साथ ,

अमोनिया और कार्बनिक अमाइन के nitrites पर कई शोध प्रकाशन का मार्ग प्रशस्त किया।

asiatica सोसाइटी ऑफ बंगाल का जर्नल इस खोज को प्रकाशित करने वाला पहला जर्नल था।

28 मई, 1896 को नेचर पत्रिका ने तुरंत इस पर ध्यान दिया।

वैज्ञानिक अध्ययन (Scientific Study)

1888 में, चंद्र राय ने कलकत्ता में वापस अपना रास्ता बना लिया।

1889 में, चंद्र राय ने कलकत्ता के Presidency कॉलेज में सहायक Professor के रूप में रसायन शास्त्र पढ़ाना शुरू किया।

मेघनाद साहा, सत्येंद्रनाथ बोस, ज्ञानेंद्र नाथ मुखर्जी और ज्ञान चंद्र घोष जैसे,

भारतीय विज्ञान के कई शुरुआती आंकड़े चंद्र राय के अधीन अध्ययन करते थे।

रुचियां और पुस्तक (Interests and Books)

चंद्र राय हमेशा भारतीय रसायनज्ञ के प्रयास से चिंतित रहे हैं।

फ्रांसीसी वैज्ञानिक बर्थेलॉट की प्रसिद्ध पुस्तक “ग्रीक कीमिया”

को पढ़ने के बाद भारतीय रसायन विज्ञान में उनकी रुचि बढ़ गई।

चंद्र राय ने प्राचीन पाठ में अपनी रुचि के परिणामस्वरूप संस्कृत,

पाली, बंगाली और अन्य भाषाओं में लिखी गई कई पुरानी रचनाओं को पढ़ा।

चंद्र राय ने वर्षों के शोध के बाद 1902 और 1908 में दो खंडों में

अपनी प्रसिद्ध पुस्तक, “द हिस्ट्री ऑफ हिंदू केमिस्ट्री” का विमोचन किया।

दुनिया भर के वैज्ञानिक ने इन किताबों की जमकर तारीफ की है।

इस पुस्तक में प्राचीन भारतीय द्वारा आयोजित उन्नत धातुकर्म

और रसायन विज्ञान विशेषज्ञता का विवरण दिया गया है।

चंद्र राय की आत्मकथा का पहला खंड, “लाइफ एंड एक्सपीरियंस ऑफ ए

बंगाली केमिस्ट”, 1932 में जारी किया गया था

और यह भारत में युवाओं के लिए था।

इस पुस्तक का दूसरा खंड 1935 में जारी किया गया था।

चंद्र राय की कुछ अन्य जानकारी (Some other information of Ray)

चंद्र राय ने सोचा कि विज्ञान स्नातक या मास्टर ऑफ साइंस जैसी डिग्री प्राप्त करना अपर्याप्त था।

और इसके बजाय छात्रों को असली जानकारी सीखने का प्रयास करना चाहिए।

उनका मानना था कि केवल सरकार के लिए काम करने के लिए डिग्री प्राप्त करना समय की बर्बादी है।

छात्र के लिए बेहतर होगा कि वे तकनीकी अभ्यास करें

और अपनी खुद की फर्म खोलें।

युवा पुरुषों को अपने दम पर व्यवसाय और कार्यबल में जाना चाहिए।

निधन

83 वर्ष की आयु में, राय का 16 जून, 1944 को निधन हो गया।

निष्कर्ष (conclusion)

चंद्र राय एक सच्चे देशभक्त थे।

वह हमेशा अनुचित सामाजिक व्यवस्था के विरोधी थे।

चंद्र राय ने अपने छात्रों को बहुत प्यार किया ।

चंद्र राय ने राष्ट्रीय शिक्षा परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।

प्रफुल्ल चंद्र राय ने खादी साहित्य की वकालत की।

वह कई अन्य व्यवसाय की भी स्थापना की,

जिनमें कलकत्ता पॉटरी वर्क्स, नेशनल टेनरी वर्क्स और बंगाल एनामेल वर्क्स शामिल हैं।

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प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखने से पहले, आइए समझते हैं कि यह क्या है और कैसे काम करता है?

जैसा कि हम जानते हैं कि किसी व्यक्ति के साथ संवाद करने के लिए हमें एक विशिष्ट भाषा की आवश्यकता होती है।

उसी तरह कंप्यूटर से संवाद करने के लिए, प्रोग्रामर को भी एक भाषा की आवश्यकता होती है ।

जिसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहा जाता है।

भाषा क्या है (What is Language)?

भाषा संचार का एक माध्यम है

जिसका उपयोग लोग एक दूसरे को अपने विचार और राय व्यक्त करने के लिए करते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि हम किसी को पढ़ाना चाहते हैं, तो हमें ऐसी भाषा का उपयोग करना होगा जिसे दोनों संचारक(communicator) समझ सकें।

प्रोग्रामिंग भाषा क्या है( What is programming language)?

प्रोग्रामर (डेवलपर्स) कंप्यूटर के साथ संवाद करने के लिए एक प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग करते हैं,

जो एक कंप्यूटर भाषा है।

यह किसी विशेष भाषा (सी, सी ++, जावा, पायथन) में बनाए गए दिशानिर्देशों का एक समूह है,

जिसे एक निश्चित कार्य को पूरा करने के लिए विकसित किया गया है।
डेस्कटॉप ऐप, ऑनलाइन और मोबाइल एप्लिकेशन बनाने के लिए आमतौर पर

प्रोग्रामिंग भाषा के उपयोग की आवश्यकता होती है।

इस तथ्य के बावजूद कि कई कंप्यूटर भाषाएँ हैं, उनमें से कुछ का ही व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
यह आवश्यक है कि एक प्रोग्रामर कंप्यूटर पर डेटा भंडारण और निष्पादन के प्रत्येक अद्वितीय पहलू (unique aspect) को सक्रिय रूप से नियंत्रित करता है।

दूसरी ओर, उच्च-स्तरीय भाषाएं प्रोग्रामर को ऐसे कारकों के बारे में चिंता करने से बचाती हैं।

और एक ऐसा संकेतन प्रदान करती हैं जो प्रोग्रामर के लिए लिखने और पढ़ने में आसान हो।

प्रोग्रामिंग भाषा के प्रकार:Types of programming language

  1. निम्न-स्तरीय प्रोग्रामिंग के लिए भाषा(language for low-level programming)

निम्न-स्तरीय भाषा(low-level programming language)

निम्न-स्तरीय लैंग्वेज मशीन-निर्भर (0s और 1s) प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।

प्रोसेसर बिना किसी कंपाइलर या ट्रांसलेटर की आवश्यकता के सीधे निम्न-स्तरीय (level) प्रोग्राम चलाता है।

इसलिए निम्न-स्तरीय लैंग्वेज में लिखे गए प्रोग्राम बहुत तेज़ी से चलाए जा सकते हैं।

निम्न स्तर(low- level) की लैंग्वेज को आगे दो भागों में बांटा गया है।

* मशीन भाषा: machine language

मशीनी भाषा एक प्रकार की निम्न-स्तरीय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।

इसे मशीन कोड या ऑब्जेक्ट कोड भी कहा जाता है।

मशीनी भाषा को पढ़ना आसान है क्योंकि यह सामान्य रूप से बाइनरी या

हेक्साडेसिमल रूप (आधार 16) रूप में प्रदर्शित होती है।

प्रोग्राम को बदलने के लिए किसी ट्रांसलेटर की आवश्यकता नहीं होती है

क्योंकि कंप्यूटर सीधे मशीनी लैंग्वेज के प्रोग्राम को समझते हैं।
मशीनी लैंग्वेज का लाभ यह है कि यह प्रोग्रामर को उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की तुलना में

तेजी से कार्यक्रमों को निष्पादित(Execution) करने में मदद करता है।

*असेंबली की भाषा: assembly language

असेंबली लैंग्वेज (ASM) भी एक प्रकार की निम्न-स्तरीय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे विशिष्ट प्रोसेसर (specific processor )के लिए डिज़ाइन किया गया है।

यह एक प्रतीकात्मक (typical) और मानवीय समझ (human understanding) योग्य के रूप में निर्देशों के सेट का प्रतिनिधित्व (Representation) करता है।

यह असेंबली भाषा को मशीनी भाषा में बदलने के लिए एक असेंबलर (assembler) का उपयोग करता है।

प्रोग्रामिंग

2. उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा (High-level programming language )

उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (HLL) उपयोगकर्ता के अनुकूल वेबपेज (webpage )और सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन बनाने के लिए बनाई गई है।

इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग करते समय प्रोग्राम को कंपाइलर(compiler ) या ट्रांसलेटर का उपयोग करके मशीन कोड में परिवर्तित किया जाना चाहिए।
एक उच्च-स्तरीय भाषा का मुख्य लाभ यह है कि इसे पढ़ना, लिखना और बनाए रखना आसान है।
पायथन( Python) , जावा( java), जावास्क्रिप्ट (JavaScript), पीएचपी (PHP), सी # (C#), सी ++ (c++), ऑब्जेक्टिव सी (Objective’c), कोबोल Cobol, पर्ल( Perl,) पास्कल (Pascal), एलआईएसपी (LISP), फोरट्रान (Fortran) और स्विफ्ट (Swift) उच्च स्तरीय (high level) प्रोग्रामिंग भाषाओं के उदाहरण हैं।

प्रक्रियात्मक उन्मुख प्रोग्रामिंग भाषा (procedural oriented programming language)

उच्च स्तरीय भाषा को आगे तीन भागों में बांटा गया है
i. प्रक्रियात्मक उन्मुख प्रोग्रामिंग भाषा :(Procedural Oriented programming language )
*प्रक्रियात्मक (procedural ) उन्मुख (Oriented ) प्रोग्रामिंग (पीओपी) भाषा

स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग से ली गई है और यह प्रक्रिया कॉल अवधारणा (concept) पर आधारित है।

यह एक प्रोग्राम को छोटी-छोटी प्रक्रियाओं में विभाजित (divided) करता है जिन्हें रूटीन (routines ) या फंक्शन (functions) कहते हैं।
*प्रक्रियात्मक(procedural) उन्मुख(Oriented) प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग एक सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर द्वारा एक प्रोग्राम बनाने के लिए किया जाता है जिसे IDE, Adobe Dreamweaver, या Microsoft Visual Studio जैसे प्रोग्रामिंग संपादक(Editor) का उपयोग करके पूरा किया जा सकता है।
*पीओपी भाषा का लाभ यह है कि यह प्रोग्राम फ्लो को आसानी से करने में मदद करता है

और प्रोग्राम के विभिन्न हिस्सों में कोड का पुन: उपयोग किया जा सकता है।
उदाहरण : सी, फोरट्रान, बेसिक, पास्कल, आदि।

ii. ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज:(object-oriented programming language)

ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) लैंग्वेज ऑब्जेक्ट पर आधारित है।

इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में प्रोग्राम को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटा जाता है जिन्हें ऑब्जेक्ट कहते हैं।

इसका उपयोग कार्यक्रम को पुन: प्रयोग करने योग्य (usable) , कुशल( skilled)

और उपयोग (Use) में आसान बनाने के लिए किया गया है।

ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (object oriented Programming) लैंग्वेज का मुख्य लाभ यह है

कि यह निष्पादित ( Execution) करने, बनाए रखने, संशोधित( modified) करने के साथ-साथ

डीबग (debug )करने के लिए तेज़ और आसान है।
उदाहरण : C++, Java, Python, C#,PHP आदि।

iii. प्राकृतिक लैंग्वेज (Natural language )

प्राकृतिक लैंग्वेज अंग्रेजी, रूसी, जर्मन और जापानी जैसी मानवीय भाषाओं का एक हिस्सा है।

इसका उपयोग मशीनों द्वारा मानव की भाषा को समझने, आउटपुट देने और व्याख्या करने के लिए किया जाता है।

इसका उपयोग डेवलपर्स द्वारा अनुवाद(translate), स्वचालित संक्षेपण(automatic condensation), नामांकित इकाई पहचान (एनईआर), संबंध निष्कर्षण(relationship extraction) और विषय विभाजन जैसे कार्यों को करने के लिए किया जाता है।
प्राकृतिक भाषा का मुख्य लाभ यह है कि यह उपयोगकर्ताओं को किसी भी विषय में

प्रश्न पूछने और सेकंड के भीतर सही जवाब देने में मदद करती है।

3. मध्य स्तर की प्रोग्रामिंग भाषा:(Middle-level programming language )

मध्य-स्तरीय(Middle-level )प्रोग्रामिंग भाषा निम्न-स्तरीय (low-लेवल) प्रोग्रामिंग भाषा

और उच्च-स्तरीय (high level )प्रोग्रामिंग भाषा के बीच स्थित है।

इसे मध्यवर्ती प्रोग्रामिंग भाषा के रूप में भी जाना जाता है।
एक मध्य-स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा के फायदे यह हैं कि यह उच्च-स्तरीय प्रोग्रामिंग की सुविधाओं का समर्थन करती है।

यह एक उपयोगकर्ता के अनुकूल भाषा हैं। यह मशीनी भाषा और मानव भाषा से निकटता से संबंधित है।
उदाहरण: C, C ++

सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली प्रोग्रामिंग भाषा : (Most commonly used Programming Language )

पायथन ( Python)

पायथन सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली प्रोग्रामिंग भाषाओं में से एक है।

यह 1990 के दशक में विकसित हुईं थी । इससे प्रोग्रामिंग भाषा सीखना बहुत आसान है।

इसका उपयोग ज्यादातर मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा,

जीयूआई आधारित डेस्कटॉप एप्लिकेशन और रोबोटिक्स में किया जाता है।

लाभ(:Advantages )

*पायथन पढ़ने, लिखने और समझने में आसान है।
*यह C, C++ और Java जैसी अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं के साथ एकीकृत(Integrated) होता है।
*पायथन कोड को लाइन-बाय-लाइन निष्पादित(Execution) करता है,

इसलिए प्रोग्रामर के लिए कोड में हुई त्रुटि को खोजना आसान होता है।
*पायथन प्लेटफॉर्म-स्वतंत्र है इसका मतलब है कि आप एक बार कोड लिख सकते हैं और इसे कहीं भी चला सकते हैं।

नुकसान:(Disadvantages )

पायथन मोबाइल एप्लिकेशन और गेम विकसित(develop) करने के लिए उपयुक्त नहीं है।
पायथन इंटरप्रेटर के साथ काम करता है। इसलिए यह C और C++ जैसी अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तुलना में धीमी है।
एल्गोरिथम भाषाएं(Algorithmic languages ): फोरट्रानी,अल्गोली,सी,
व्यवसाय-उन्मुख भाषाएँ:(Business-oriented languages )COBOL ,SQL शिक्षा-उन्मुख भाषाएँ:(Education-oriented languages )बेसिक, पास्कल, लोगो (logo), हाइपरटॉक,
जावा: Java
यह 1995 में सन माइक्रोसिस्टम्स द्वारा विकसित एक सरल, सुरक्षित, प्लेटफ़ॉर्म-स्वतंत्र, विश्वसनीय और उच्च-स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा है। अब जावा का स्वामित्व Oracle के पास है। इसका उपयोग मुख्य रूप से बैंक, रिटेल, सूचना प्रौद्योगिकी, एंड्रॉइड, बिग डेटा, रिसर्च कम्युनिटी, वेब और डेस्कटॉप एप्लिकेशन विकसित करने के लिए किया जाता है।

जावा भाषा के लाभ(Advantages of Java language)

अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तुलना में जावा लिखना, संकलित करना(compile), सीखना और डिबग करना आसान है।
यह एक ही प्रोग्राम को विभिन्न प्लेटफॉर्म पर चलाने की क्षमता प्रदान करता है।
यह एक अत्यधिक सुरक्षित प्रोग्रामिंग भाषा है क्योंकि जावा में स्पष्ट पॉइंटर्स की कोई अवधारणा नहीं है।
एक ही समय में कई कार्य करने में सक्षम है।

नुकसान (Disadvantages)

Java सी या C++ जैसी अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तुलना में अधिक मेमोरी खपत करता है और धीमी है।
यह बैकअप सुविधा प्रदान नहीं करता है।

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कंप्यूटर वायरस मैलवेयर या हानिकारक (harmful) Software का एक रूप है

जो एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है।

जो आपके अनुमति बिना के आपके कंप्यूटर के डाटा को नुकसान पंहुचा सकता है

और आपके कंप्यूटर से सेंसिटिव इनफार्मेशन को चुरा सकता है।

कंप्यूटर वायरस आपके सिस्टम के साथ हस्तक्षेप करता है

और आपके कंप्यूटर को धीमा कर देता है।

वायरस कंप्यूटर के अंदर की गंभीर कार्यात्मक समस्याओं का कारण बनता है।

कंप्यूटर के डाटा को हानि पहुंचने के लिए तथा डाटा को चोरी करने के लिए इसको डिजाइन किया जाता है।

कंप्यूटर वायरस को सिस्टम और प्रोग्राम के बीच प्रचारित करने के लिए बनाया गया है।

जब कोई फ़ाइल खोली जाती है, तो कंप्यूटर वायरस अक्सर एक निष्पादन योग्य (executable hosts) फ़ाइल से जुड़ जाते हैं, जिससे उनकी वायरल कोडिंग (Coding) चलती है।

एसोसिएटेड सॉफ़्टवेयर (associated software) या डॉक्यूमेंट (document) बाद में नेटवर्क, डिस्क, फाइल -शेयरिंग ऍप्लिकेशन्स, या ईमेल (corrupt email ) के माध्यम से कोड (code via attachments )को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में फैलाता है।
इस ब्लॉग के माध्यम से आप यह जान पाएंगे की वायरस किस तरह से आपके डिवाइस को नुकसान पंहुचा सकता है और इससे कैसा बचा जा सकता है।

कंप्यूटर वायरस के सामान्य लक्षण(Common symptoms of computer virus)


कंप्यूटर वायरस का प्रदर्शन, कंप्यूटर डाटा के हानि के सामान्य लक्षणों (Common symptoms of performance impairment) से पहचाना जा सकता है।

जैसे: एक कंप्यूटर वायरस निश्चित रूप से उस डिवाइस पर नेगेटिव प्रभाव डालेगा

जो डिवाइस वायरस से इन्फेक्टेड होगा।

सिस्टम की गति : system speed


यह सबसे स्पष्ट लक्षणों में से एक है कि कंप्यूटर सिस्टम सामान्य से धीमी गति में काम कर रहा है।

इसमें एक sluggish system के साथ-साथ और slow एप्लिकेशन प्रदर्शन भी शामिल है।

एक कंप्यूटर में वायरस हो सकता है यदि वह धीमी गति से काम कर रहा है

और उसमें कोई एंटीवायरस प्रोग्राम या एप्लिकेशन लोड नहीं है।

अवांछित पॉप-अप विंडो : unwanted pop-up window

कंप्यूटर संक्रमण का एक स्पष्ट संकेत कंप्यूटर पर या वेब ब्राउज़र में अवांछित पॉप-अप विंडो का दिखना है।

अवांछित पॉप-अप कंप्यूटर संक्रमण का एक लक्षण है जो दिखाता है की उपकरण मैलवेयर वायरस या स्पाइवेयर (spyware) से संक्रमित(infected) है।

स्व-निष्पादन कार्यक्रम : self execution program


यह संभव( possible )है कि वायरस या मैलवेयर के अन्य प्रकार ने सॉफ़्टवेयर पर हमला किया है।

यदि कंप्यूटर प्रोग्राम अचानक अपने आप बंद हो जाते हैं।

एप्लिकेशन जो स्टार्ट मेनू या उनके डेस्कटॉप आइकन से चुने जाने पर लॉन्च नहीं होंगे, वे वायरस का एक और संकेत हैं।

लॉग ऑफ किए गए खाते : logged off accounts


कुछ वायरस विशेष कार्यक्रमों को लक्षित ( targeted) करने के लिए होते हैं, यह या तो उन्हें क्रैश crash कर देते हैं या उपयोगकर्ता द्वारा चलनेवाला डिवाइस के रूप में service से लॉग आउट कर देते हैं।

डिवाइस का अचानक बंद होना : device shutdown


वायरस के सामान्य लक्षणों में कंप्यूटर की फेलियर और डिवाइस का अचानक बंद होना शामिल है।

कंप्यूटर वायरस कई तरह से कंप्यूटरों को अजीब तरह से व्यवहार (behavior) करने के लिए मजबूर कर सकते हैं,

जैसे कि फाइलों को अपने आप खोलना, strange error message प्रदर्शित करना, या बेतरतीब ढंग से कुंजियों को दबाना (randomly pressing keys)।

अपने ईमेल खाते से बल्क ईमेल भेजना: Send bulk email from your email account

अक्सर, कंप्यूटर वायरस वितरित (delivered) करने के लिए ईमेल का उपयोग किया जाता है।

हैकर्स अन्य लोगों के ईमेल खातों का उपयोग करके वायरस का प्रचार कर सकते हैं।

और बड़े साइबर (big cyber) हमले कर सकते हैं। यदि किसी ईमेल खाते में आउटबॉक्स (outbox) में ईमेल शामिल हैं

जो किसी उपयोगकर्ता ने नहीं भेजा है तो उसमे कंप्यूटर वायरस मौजूद हो सकता है।

कंप्यूटर में कोई भी अचानक परिवर्तन, जैसे कि होमपेज बदलना या कोई ब्राउज़र सेटिंग बदलना, इस बात के संकेत हैं कि कंप्यूटर में वायरस मौजूद है।

कंप्यूटर वायरस: वे कैसे हमला करते हैं और फैलते हैं?: Computer viruses: how do they attack and spread?

शुरुआती दिनों में फ्लॉपी डिस्क( floppy disk )का इस्तेमाल वायरस को एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था।

वायरस आजकल हार्ड ड्राइव और यूनिवर्सल सीरियल बस (USB) उपकरणों के माध्यम से फैल सकते हैं, लेकिन इंटरनेट अब उनके लिए ऐसा करने का सबसे आम तरीका है।

ईमेल का उपयोग कंप्यूटर वायरस को delivered करने के लिए किया जा सकता है,

जिनमें से कुछ ईमेल client को अपने कब्जे में लेने में भी सक्षम हैं।
वायरस जो कंप्यूटर को संक्रमित कर सकते हैं: Viruses that can infect computers
डिवाइस विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।

कंप्यूटर वायरस की रोकथाम और उनसे छुटकारा पाने के तरीकों को इस खंड में शामिल किया गया है।

मल्टीपार्टाइट वायरस (Multipartite Virus)

एक मल्टीपार्टाइट वायरस कंप्यूटर में संक्रमित और फैलने के लिए कई तरीकों का उपयोग करता है।

यह आमतौर पर हार्ड डिस्क को संक्रमित करने के लिए कंप्यूटर की मेमोरी में रहेगा, फिर कंटेंट ,ऍप्लिकेशन्स को बदलकर अधिक ड्राइव में फैल जाएगा और हार्ड डिस्क को संक्रमित कर देगा।

इसके परिणामस्वरूप प्रदर्शन अंतराल और एप्लिकेशन मेमोरी की कार्य क्षमता धीमी हो जायेगी ।

अविश्वसनीय (Incredible )स्रोतों से अटैचमेंट न खोलकर और विश्वसनीय (Reliable) एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर स्थापित करके मल्टीपार्टाइट वायरस से बचा जा सकता है।

बूट सेक्टर और कंप्यूटर के पूरी डिस्क को साफ करके भी इसे रोका जा सकता है।

डायरेक्ट एक्शन वायरस (direct action virus)

डायरेक्ट एक्शन वायरस कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी (main memory) तक पहुंच प्राप्त करता है।

यह वायरस खुद को मिटाने से पहले autoexec.bat पथ में सभी एप्लिकेशन, फाइलों

और निर्देशिकाओं (directories) में फ़ैल जाता है ।

वायरस आमतौर पर सिस्टम के प्रदर्शन को खराब कर देता है,

यह कंप्यूटर की हार्ड ड्राइव और इससे जुड़े किसी भी यूएसबी डिवाइस के सभी डेटा को

मिटा देने में भी सक्षम (capable) है। एंटीवायरस स्कैनर का उपयोग करके,

डायरेक्ट एक्शन वायरस को रोका जा सकता है।

क्योकि उनका पता लगाना सरल है, और defective फ़ाइलों को recover करना भी आसान है।

कंप्यूटर वायरस

ब्राउज़र हाईजैकर (Browser Hijacker)


“ब्राउज़र हाईजैकर” नामक Application ऑनलाइन ब्राउज़र की डिफ़ॉल्ट (Default ) सेटिंग्स को बदल देता है,

जैसे कि होमपेज, नया टैब पेज और डिफॉल्ट सर्च इंजन।

तकनीकी रूप से कहें तो यह वायरस नहीं है क्योंकि यह डेटा को defective नहीं कर सकता है,

लेकिन यह Computer उपयोगकर्ता (users )को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है

क्योंकि वे अक्सर अपना होमपेज या सर्च इंजन नहीं बदल सकते हैं।

इसमें अवांछित ( unwanted ) पॉप-अप और विज्ञापन उत्पन्न करने वाला एडवेयर भी मौजूद हो सकता है।

केवल प्रतिष्ठित (Prestigious) ऐप्स और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें,

क्योंकि ब्राउज़र हाईजैकर(hijacker )आमतौर पर अविश्वसनीय (Incredible )वेबसाइटों

या ऐप स्टोर से फ्रीवेयर (freeware )और खतरनाक (dangerous) प्रोग्राम से जुड़ते हैं।

ओवरराइट वायरस (Overwrite Virus)


ओवरराइट वायरस काफी हानिकारक (harmful) हो सकते हैं।

उनके पास डेटा को हटाने और इसे अपने कोड या फ़ाइल सामग्री से बदलने की क्षमता होती है।

वायरस विंडोज, डॉस, लिनक्स और ऐप्पल सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है( Virus can damage Windows, DOS, Linux and Apple systems,)।

एक बार फाइलें संक्रमित हो जाने के बाद, उन्हें बदला नहीं जा सकता है।

प्रत्येक प्रभावित फ़ाइल को मिटाकर ही इस संक्रमण को समाप्त किया जा सकता है ।

जिसके विनाशकारी परिणाम (disastrous consequences) हो सकते हैं।

एक विश्वसनीय एंटीवायरस प्रोग्राम का उपयोग करना और इसे अपडेट रखना,

ओवरराइट वायरस के खिलाफ सबसे अच्छा बचाव है।

इंटरनेट स्क्रिप्टिंग/वेब स्क्रिप्टिंग वायरस: Web Scripting Virus

एक वेब scripiting वायरस वेब Browser की सुरक्षा से compromise करता है,

जिससे एक हैकर क्लाइंट-साइड स्क्रिप्टिंग या हानिकारक कोड को ऑनलाइन pages में सम्मिलित (included) कर सकता है।

इस वजह से, सोशल नेटवर्किंग (social networking)साइट्स, ईमेल सेवाओं

और user comments या reviews को स्वीकार करने वाली किसी भी वेबसाइट पर हमला किया जा सकता है।

वायरस का उपयोग हमलावर स्पैम delivered करने,धोखाधड़ी करने और सर्वर फ़ाइलों को नुकसान पहुंचाने के लिए कर सकते हैं।

वेब स्क्रिप्टिंग सुरक्षा के लिए रीयल-टाइम वेब ब्राउज़र सुरक्षा Software, कुकी सुरक्षा

और हानिकारक प्रोग्राम निष्कासन(expulsion) उपकरण(Device) आवश्यक हैं।

फ़ाइल इंफेक्टर:File Infector


एक फाइल Infector सबसे आम Computer वायरस में से एक है।

यह खोले जाने पर फाइलों को overwrite कर देता है और सिस्टम और नेटवर्क में तेजी से फैल सकता है।

यह काफी हद तक .exe या .com एक्सटेंशन वाली फाइलों को प्रभावित करता है।

फ़ाइल संक्रामक वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका केवल आधिकारिक सॉफ़्टवेयर डाउनलोड करना

और एंटीवायरस समाधान को परिनियोजित(deployed) करना है।

बूट सेक्टर वायरस: Boot Sector Virus


Computer का मास्टर बूट रिकॉर्ड बूट सेक्टर वायरस (एमबीआर) का लक्ष्य होता है।

जब कोई Computer फिर से शुरू होता है, तो वायरस Main मेमोरी में जाने से पहले उसके कोड को हार्ड ड्राइव की पार्टीशन टेबल में डाल देता है।

खराब सिस्टम प्रदर्शन, बूट-अप समस्या और हार्ड डिस्क का पता लगाने में असमर्थता (incapacity) वायरस के अस्तित्व के संकेत हैं।

अधिकांश contemporary कंप्यूटर बूट सेक्टर सुरक्षा से लैस हैं जो इस प्रकार के मैलवेयर की संभावना को सीमित करते हैं।
Computer वायरस के बारे में अधिक जानने के लिए उदाहरण: Example to learn more about computer virus:

क्या ट्रोजन (Trojan) एक वायरस है?

ट्रोजन हॉर्स ऐसे प्रोग्राम होते हैं जो किसी डिवाइस तक पहुंच प्राप्त करने और उसे मैलवेयर से संक्रमित करने के लिए किसी ऐसी चीज के रूप में Present करते हैं

जो वे नहीं हैं।

उदाहरण के लिए, पायरेटेड सॉफ़्टवेयर, मूवी, फ़ाइल साझा करने वाली Websites,

और बिना लाइसेंस वाले गेम सभी में वायरस शामिल हो सकते हैं।

Ransomware: क्या यह एक वायरस है?

रैंसमवेयर का उपयोग करने वाले हमलावर यूजर को उनके Computer या फाइलों तक पहुंचने से रोकते हैं

और फिरौती की मांग करते हैं। रैंसम वेयर अटैक वायरस के जरिए किए जा सकते हैं।

रूटकिट (Rootkit): क्या यह एक वायरस है?


रूटकिट वायरस नहीं हैं। रूटकिट कंप्यूटर प्रोग्राम हैं जो हैकर्स को लक्ष्य के सिस्टम तक पहुंच प्रदान करते हैं।

वे सिस्टम या सेल्फ-रेप्लिकेट के बीच फैलने में असमर्थ हैं।

अपने Computer को वायरस से कैसे बचाएं : How to protect your computer from viruses


*एक विश्वसनीय एंटीवायरस उत्पाद(product) का उपयोग करें

  • अज्ञात पॉप-अप विज्ञापनों पर क्लिक करने से दूर रहें
    *ईमेल अनुलग्नकों (Attachments )की जाँच करें और अज्ञात होने पर इसे न खोले *आपके द्वारा डाउनलोड की गई फ़ाइलों को स्कैन करने के लिए फ़ाइल-साझाकरण(file-sharing) प्रोग्राम का उपयोग करें।

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आप हमारी वेबसाइट Learn With Vikas(https://learnwithvikas.com/) पे जाके और भी नए-नए जानकारी और बेहतरीन खबरों(news) को पढ़ सकते है।

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Affiliate Marketing से पैसे कैसे कमाए 2022 ( How to earn money from affiliate marketing ) https://learnwithvikas.com/affiliate-marketing/ https://learnwithvikas.com/affiliate-marketing/#respond Fri, 15 Jul 2022 13:02:44 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=170 Affiliate Marketing एक प्रकार का ऑनलाइन बिजनेस मॉडल है जहां से आसानी से पैसा कमाया  जा सकता है। विशेष रूप से वे व्यक्ति जो अपना ब्लॉग या वेबसाइट चलाते हैं, साथ ही अपना स्वयं का फेसबुक पेज, इंस्टाग्राम अकाउंट या यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं वह Affiliate Marketing से ऑनलाइन पैसा कमा सकते है। फलस्परूप, […]

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Affiliate Marketing एक प्रकार का ऑनलाइन बिजनेस मॉडल है

जहां से आसानी से पैसा कमाया  जा सकता है।

विशेष रूप से वे व्यक्ति जो अपना ब्लॉग या वेबसाइट चलाते हैं,

साथ ही अपना स्वयं का फेसबुक पेज, इंस्टाग्राम अकाउंट या यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं

वह Affiliate Marketing से ऑनलाइन पैसा कमा सकते है।

फलस्परूप, जब किसी कंपनी का उत्पाद बेचा जाता है,

तो जिन लोगों ने इसे बढ़ावा दिया, उन्हें कंपनी के साथ उनके जुड़ाव

और जिस उत्पाद का वे प्रचार कर रहे थे, उसके बदले में कमीशन मिलता है।

कमीशन की राशि उत्पाद के अनुसार भिन्न होती है,

फैशन और जीवन शैली श्रेणियों को अधिक कमीशन प्राप्त होता है।

उत्पाद के प्रचार के लिए आपकी वेबसाइट या ब्लॉग पर बहुत अधिक ट्रैफ़िक होना आवश्यक है।

उत्पाद के प्रचार के लिए दिन में कम से कम 5000 visitors होने चाहिए।

Affiliate marketing कैसे काम करता है (How Affiliate Marketing Works)

Affiliate Marketing वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक Affiliate किसी अन्य व्यक्ति

या कंपनी के उत्पादों के Marketing के लिए कमीशन कमाता है।

Affiliate Marketing में काम करने के लिए आपके द्वारा बेची जाने वाली किसी भी वस्तु का

विज्ञापन होना चाहिए ताकि उपभोक्ताओं को इसके बारे में पता चले

और आपको  उत्पाद की बिक्री  से अच्छा कमीशन प्राप्त  हो सके ।

यदि व्यवसाय या संगठन यह सेवा प्रदान करता है,

तो वह उत्पादों का विज्ञापन करने के लिए एक बैनर, लिंक आदि भी प्रदान करता है

उसके बाद, आपको उस वेबसाइट पर पेश किए जाने वाले किसी भी वस्तु को

बेचने के लिए उस उत्पाद का लिंक बनाना होगा।

फिर उसे ऑनलाइन विज्ञापन देना होगा, और जब कोई उस लिंक पर क्लिक करके किसी उत्पाद को खरीदता है

और कमीशन कमाते हैं।

जैसे एक विक्रेता को उत्पाद बेचने के लिए निर्माता से मुआवजा मिलता है,

वैसे ही Affiliate Marketing भी उत्पादों की बिक्री की अनुमति देता है।

बिक्री को एक वेबसाइट से दूसरी वेबसाइट पर संबद्ध लिंक के माध्यम से ट्रैक किया जाता है।

Affiliate Marketing करना सभी के लिए आसान है।

यदि आप इसमें काम करना चाहते हैं तो सबसे पहले  

आपको Affiliate Marketing प्रक्रिया को समझना होगा।

इन  प्लेटफार्मों  पर अपने उत्पादों(products) को बढ़ावा देकर,

यदि आप विश्वासी  ग्राहक प्राप्त करते हैं तो आप मीडिया प्लेटफॉर्म पर बहुत आसानी से पैसा कमा सकते हैं।

इसके अतिरिक्त, यदि आपके पास कोई वेबसाइट या YouTube चैनल है,

तो आप वहां एफिलिएट मार्केटिंग में भाग ले सकते हैं।

Affiliate Marketing के लिए अभी सबसे अच्छे प्लेटफॉर्म ब्लॉग और YouTube हैं।

Affiliate Marketing से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण परिभाषाएँ(Some important definitions related to affiliate marketing)

1. सहभागी (Partner)

Affiliates वे लोग होते हैं जो Affiliate Program के लिए साइन अप करके

अपने Blog या Website पर अपने उत्पादों का विज्ञापन, करते हैं।

2.  संबद्ध बाजार (Affiliate Market)

कुछ व्यवसाय हैं जो विभिन्न श्रेणियों में Affiliate Marketing प्रदान करते हैं;

इन व्यवसायों को Affiliate Marketplace कहा जाता है।

Affiliate Marketing वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक Affiliate किसी अन्य व्यक्ति या

कंपनी के उत्पादों के Marketing के लिए कमीशन कमाता है।

3. तृतीय-पक्ष आईडी (Third-Party ID)

यह एक विशेष आईडी है जो आपको साइन अप(Sign up) करने पर मिलती है।

Affiliate Program के माध्यम से, प्रत्येक संबद्ध (associated)  को एक विशेष आईडी प्राप्त होती है ।

आप इस आईडी का उपयोग करके अपने Affiliate खाते में लॉग इन(Log In) कर सकते हैं।

4. एसोसिएट हाइपरलिंक (Associate hyperlink)

इसे उस लिंक के रूप में संदर्भित किया जाता है जो उत्पाद प्रचार में

उपयोग के लिए सहयोगी कंपनियों को दिया जाता है।

ग्राहक(customer)  इन लिंक्स पर क्लिक करके उत्पाद खरीद सकते हैं,

जो उन्हें उत्पाद(product) की वेबसाइट पर ले जाते हैं।

केवल Affiliate कार्यक्रम का प्रबंधन(management) करने वाले ही

इन लिंक के माध्यम से बिक्री(sales) को ट्रैक करते हैं।

5. कमीशन (commission)

एक सफल बिक्री के बाद Affiliate या Bloger को मिलने वाली राशि को कमीशन कहा जाता है।

प्रत्येक बिक्री के अनुसार, Affiliate को यह राशि प्राप्त होती है।

6. एसोसिएट मैनेजर (associate Manager)

Associate Manager ऐसे व्यक्ति होते हैं जिन्हें Affiliates की सहायता करने

और उन्हें उचित सलाह प्रदान करने के लिए कुछ Affiliate Program द्वारा काम पर रखा जाता है।

7. भुगतान शर्त (payment terms)

जब सहयोगी Affliate Marketing में कुछ न्यूनतम(minimum) बिक्री सीमा तक पहुँच जाते हैं,

तो उन्हें एक कमीशन दिया जाता है।

इस बिक्री को पूरा करने के बाद तक आपको भुगतान नहीं किया जाएगा।

विभिन्न कार्यक्रमों में राशि के संदर्भ में अलग-अलग  भुगतान सीमाएँ होती हैं।

एफिलिएट मार्केटिंग साइट्स (Affiliate marketing sites)

  • Snapchat Affliate
  • Amazon Affliate
  •  Flipkart
  • Clickbank
  • eBay
  • Commission  Junction
  • GoDady
Affiliate Marketing

 

Affiliate Marketing से पैसे कैसे कमाए 2022 ( How to earn money from affiliate marketing )

  • अपनी वेबसाइट, ब्लॉग, यूट्यूब चैनल, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर अकाउंट की मदद से आप किसी व्यवसाय के सामान और सेवाओं को ऑनलाइन बेचकर पैसा कमा सकते हैं।
  • इसके लिए आपको पहले किसी ऐसे व्यवसाय के साथ साइन अप(sign up) करना होगा जो एक Affliate Program चला रहा हो।
  • Affiliate Marketing से आप जितना कमीशन कमा सकते हैं, वह असीमित है क्योंकि यह एकमात्र ऐसा काम है जहाँ आप जितना अधिक सामान (products) बेचेंगे, उतना ही अधिक कमीशन आप कमाएँगे।
  •  सबसे बड़ी बात यह है कि आपको पहले आइटम(product) खरीदने की ज़रूरत नहीं है, आप केवल उनकी सेवा(service) या उत्पाद(products) का प्रचार करते हैं,
  • और यदि कोई आपके प्रचार के परिणामस्वरूप इसे खरीदता है तो आपको कमीशन के साथ इनाम(reward) भी दिया जाता है।

1. ब्लॉग या वेबसाइट के द्वारा AFFILIATE MARKETING कैसे करें(How to Promote Affiliate Marketing Products With a Blog)

एफिलिएट मार्केटिंग ब्लॉग या वेबसाइट के लिए, यह सबसे अच्छा विकल्प है।

Affiliate Marketing ब्लॉगर्स के लिए पैसा कमाने का एक आम तरीका है।

आपका अपना ब्लॉग Affiliate Marketing शुरू करने का एक और तरीका है।

आप अपने ब्लॉग के विषय के आधार पर Affliate Program के लिए

साइन अप(sign up) करके उनका प्रचार कर सकते हैं।

2. YouTube के द्वारा AFFILIATE MARKETING कैसे करें (how to affiliate marketing with youtube)

अगर आपके चैनल के सब्सक्राइबर ज्यादा हैं तो आपको बहुत सारे फायदे भी मिल सकते हैं।

वह वर्गीकरण (classification) जिसके अंतर्गत आपका YouTube चैनल या वीडियो आता है।

आप उस प्रकार के कार्यक्रम के लिए साइन अप(sign up) कर सकते हैं

और अपने वीडियो के विवरण(description) में एक लिंक शामिल करके उत्पाद(products) को

बढ़ावा देकर पैसे कमा सकते हैं।

यदि आप YouTube पर Affiliate Marketing करना चाहते हैं तो

Amazon Affiliate Program और Flipkart Affiliate Program दोनों उपयुक्त हैं।

3. INSTAGRAM के द्वारा AFFILIATE MARKETING कैसे करें(How to start affiliate marketing on Instagram)

आप Instagram के माध्यम से Affiliate Marketing ठीक उसी तरह कर सकते हैं

जैसे आप किसी ब्लॉग या YouTube चैनल पर Affiliate Program के लिए साइन अप करके

किसी भी उत्पाद लिंक को साझा करके पैसे कमा सकते हैं।

इसके लिए आपके इंस्टाग्राम अकाउंट पर कम से कम 10,000 फॉलोअर्स होने चाहिए।

FACEBOOK  के द्वारा AFFILIATE MARKETING कैसे करें (Facebook Affiliate Marketing)

यदि आप अपने  फेसबुक पेज और फेसबुक ग्रुप  के माध्यम से एफिलिएट मार्केटिंग  करना चाहते हैं

तो आपके पास सबसे बड़ा दर्शक-वर्ग(audience) होना चाहिए,

जो आपको किसी विशेष उत्पाद या सेवा के लिए अपनी पोस्ट में एक संबद्ध लिंक(Affiliate Link) शामिल करना होगा

लेकिन ध्यान रखें कि अगर लिंक आपके लेख के लिए प्रासंगिक(Relevant) है,

तो परिवर्तन (conversion) अधिक होगा ।

5. WHATSAPP के द्वारा AFFILIATE MARKETING कैसे करें( How to AFFILIATE MARKETING with WhatsApp)

व्हाट्सएप पर एफिलिएट मार्केटिंग का उपयोग करना संभव है।

इसके लिए आप या तो अपना खुद का समूह(group) शुरू कर सकते हैं

या पहले से मौजूद किसी एक समूह(group) में शामिल हो सकते हैं।

जब आपके प्रचार के परिणामस्वरूप(resultant) कंपनी के उत्पादों को आप

अपने परिवार या दोस्तों को किसी बेहतरीन उत्पाद के बारे में बताते हो

और सेवाओं को बेचते हो, तो आपको एक कमीशन दिया जाता है।

Affiliate Marketing के sites को join कैसे करें(How to Join AAFFILIATE MARKETING Sites)

आपको सबसे पहले उस बिजनेस के Affliate पेज पर जाना होगा जिसके

Affliate प्रोग्राम से आप जुड़ना चाहते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि आप Amazon Affiliate से जुड़ना चाहते हैं,

तो आपको पहले वहां एक नया खाता बनाना होगा।

वहां, आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए कहा जाएगा, जैसे –

  • Name
  • Email Id
  • Address
  • Pancard Detail
  • Mobile Number
  • Blog/Website Url source
  • Payment Details

एक बार जब आप अपने ब्लॉग(Blog) की समीक्षा(review) कर लेंगे

और पंजीकरण(registration) के दौरान सभी जानकारी सही ढंग से भर देंगे, तो कंपनी आपको एक पुष्टिकरण(Confirmation) ईमेल भेजेगी।

ऐसा करने के लिए आपको एफिलिएट लिंक को कॉपी करना होगा।

इसे अपनी वेबसाइट या ब्लॉग और सोशल मीडिया पर पोस्ट करें ताकि लोग इसे खरीद सकें और आपको लाभ हो।

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