लाइफस्टाइल Archives - Learn With Vikas https://learnwithvikas.com/category/lifestyle/ Hindi Blog Website Thu, 12 Jan 2023 17:16:40 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.4.3 https://i0.wp.com/learnwithvikas.com/wp-content/uploads/2022/09/cropped-android-chrome-512x512-1.png?fit=32%2C32&ssl=1 लाइफस्टाइल Archives - Learn With Vikas https://learnwithvikas.com/category/lifestyle/ 32 32 208426820 हार्ट अटैक क्या है(What is Heart Attack) https://learnwithvikas.com/%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%85%e0%a4%9f%e0%a5%88%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88/ https://learnwithvikas.com/%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%85%e0%a4%9f%e0%a5%88%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%b9%e0%a5%88/#respond Thu, 08 Sep 2022 13:10:31 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=473 हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों में ऑक्सीजन लाने वाला रक्त प्रवाह कार्य न कर रहा हो। आपके हार्ट की मांसपेशियों को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कोरोनरी धमनियां जो रक्त प्रवाह के साथ हृदय की मांसपेशियों में ऑक्सीजन की आपूर्ति करती हैं। वसा(fat), […]

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हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों में ऑक्सीजन लाने वाला रक्त प्रवाह कार्य न कर रहा हो।

आपके हार्ट की मांसपेशियों को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कोरोनरी धमनियां जो रक्त प्रवाह के साथ

हृदय की मांसपेशियों में ऑक्सीजन की आपूर्ति करती हैं।

वसा(fat), कोलेस्ट्रॉल(cholesterol) और अन्य पदार्थों के निर्माण से संकुचित(shrink) हो सकती हैं।

जिससे मांसपेशियों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो सकती है।

इस धीमी प्रक्रिया को एथेरोस्क्लेरोसिस(atherosclerosis) के रूप में जाना जाता है।

जब हृदय धमनी के भीतर पट्टिका(plaque) टूट जाती है, तो पट्टिका के चारों ओर रक्त का थक्का(clot) बन जाता है।

यह रक्त का थक्का धमनी के माध्यम से हृदय की मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को blocked कर सकता है।

जो हार्ट फेलियर का कारन बन सकता है ।

इस्किमिया(ischemia)


इस्किमिया(ischemia) तब होता है जब हृदय की मांसपेशी में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।

जब इस्किमिया के परिणामस्वरूप हृदय की मांसपेशियों के हिस्से की क्षति या मृत्यु होती है।

तो इसे दिल का दौरा, या मायोकार्डियल इंफार्क्शन (एमआई) कहा जाता है।

संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है।

हार्ट अटैक का ऑब्जरवेशन ( Heart attack observation)

दिल के दौरे की समस्या आए दिन मानो बढ़ती ही जा रही है।

बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, सभी को दिल की बिमारि से खतरा होता जा रहा है।

हार्ट अटैक दिल से संबधित बिमारियों में एक प्रमुख कारण माना जाता हैं।

यह पुरे विश्व में बहुत तेज़ी से फैल रही है।

अगर इसका सही समय पर इलाज नहीं किया जाय , तो मृत्यु होने की भी संभावना अधिक होती है।

हार्ट अटैक के प्रमुख कारण ( Major causes of heart attack)

45 वर्ष से ज्यादा आयु वाले पुरुष के लिए और 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए

दिल का दौरा पड़ने की संभावना बहुत अधिक होती है।
आहार(Diet): व्यस्त जीवन शैली होने के कारण लोग अधिक मात्रा में बाहर का खाना खाते है।

जैसे जंक फूड खाना, या अधिक मसालेदार भोजन करना ,

या तो बहुत मिर्ची वाली चीजों का सेवन करना , यह दिल के दौरे का प्रमुख कारण बनता है।

आनुवंशिकी(genetics) : दिल के दौरे का उच्च जोखिम (higher risk) विरासत से भी मिल सकता है।

यदि आपके परिवार या फिर आपके माता – पिता में से किसी को हार्ट संबधित परेशानी है तो

आगे चलकर बच्चे में भी ये समस्या बढ़ जाती है।

रक्तचाप (blood pressure) : उच्च रक्तचाप के वजह से हृदय पर बहुत तनाव रहता है।

उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण नसों में रक्त का प्रवाह अधिक हो जाता है।

रक्त का दबाव 120/80mmHg से अधिक नहीं होना चाहिए।

यदि रक्त का दवाब इससे अधिक होता है तो , हार्ट अटैक का खतरा बन जाता है।

मोटापा (obesity): मोटापा अधिक होने के कारण हार्ट बीट इर्रेगुलर हो सकती हैं।

साथ ही एन्जाइना, हार्ट फेल, हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट आदि होने का रिस्क काफी हद तक बढ़ जाता है।

मोटापा अधिक होने के कारण शरीर में मौजूद आंतों की चर्बी दिल के इंर्द-गिर्द जमा हो सकती हैं।

जिससे दिल पर ज्यादा ज़ोर पड़ता है। जिससे की दिल का दौरा पड़ने की सम्भावना अधिक हो जाती है ।

धूम्रपान और नशीले पदार्थो का अधिक सेवन

नशा (Intoxication) : धूम्रपान और नशीले पदार्थो का अधिक सेवन करने

से दिल के दौरे का खतरा अधिक होता है।

हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको नशीले पर्दार्थो के सेवन से भी बचना चाहिए।

खास कर हमे कोकेन जैसे नशे से बचना चाहिए।

यह कोरोनरी ध्वनि में ऐठन पैदा करती है। इसकी वजह से अटैक आ सकता है।

मानसिक तनाव(mental stress): मानसिक तनाव के कारण भी दिल के दौरे के जोखिम का सामना कर सकते हैं।

अगर आप नियमित तौर पर कम से कम 7 और अधिकतम 8 घंटे नहीं सोते हैं और तनावग्रस्त जीवन जीते हैं।

तो आपको हार्ट अटैक का खतरा हमेशा बना रहता है।

इसलिए अपनी नींद पूरी करें और तनाव को कम करें।

उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर(high cholesterol level) :

हाई कोलेस्ट्रॉल के चलते रक्त कोशिकाओं में फैट जमा होने लगते है।

कुछ मामलो में यह फैट छोटे-छोटे क्लॉट्स में टूट जाता है ।

और ब्लड के फ्लो को पूरी तरह से रोक देता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

इनके अलावा, दिल में ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से ,

उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर, शरीर की निष्क्रियता (inaction )और डायबिटीज ,दिल के दौरे के जोखिम का कारक है।

हार्ट अटैक

शुरुआती चेतावनियों की परख कैसे करे ? ( How to test early warnings?)

दिल का दौरा पड़ने के शुरूआती लक्षण भिन्न प्रकार के होते हैं।

और यहाँ तक की एक ही व्यक्ति को अलग -अलग प्रकार के दौरे भी पड़ सकते है।

दबाव आना या छाती में दर्द होना ,यह दौरा पड़ने का सबसे सामान्य लक्षण माना जाता है।

शीघ्र उपचार करने के लिए शुरुआती लक्षण की पहचान होना आवशयक है।

याद रहे की हमें अपने शरीर का भी उतना ही ध्यान रखना चाहिए जितना की हम अपने अन्य कार्य का रखते है।

शुरुआती चेतावनी (हार्ट प्रॉब्लम) ( Early warning (heart problem)

महिलाओं और पुरुषों दोनों में हार्ट अटैक के लक्षण अलग होते है।

ध्यान देने वाली बात यह है कि पुरुषों से ज़्यादा हार्ट प्रॉब्लम महिलाओं में होती है।

महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण इस प्रकार से है (Symptoms of heart attack in women are as follows)

हार्ट अटैक के लक्षणों को महिलाएं अक्सर मामूली समझ कर इनको नजर अंदाज कर देती हैं।
●महिलाओं के स्तन में ,सीने में , शरीर के ऊपरी भागों में जैसे की भुजाएं, गर्दन, पीठ, दांत, और कंधे की हड्डी में इत्यादि जगह तेज़ दर्द होना हार्ट अटैक का लक्षण होता है ।
● बेचैनी महसूस करना , पेट खराब होना ,चक्कर आना,जी मचलाना या सिर घूमना, उल्टी आदि।

ये लक्षण महिलाओं में अधिक दिखाई देते हैं।

दिल में गहराई तक जाके रक्त पहुंचाने वाली दायीं धमनी का सही से काम नहीं कर पाने की वजह से अक्सर ऐसा होता है।
●महिलाओं में हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण जबड़े में दर्द होना है।

हॉर्मोन्स का बदलाव(change of hormones)

क्योंकि इसके आस – पास जो नसें होती हैं वे आपके हृदय से ही निकलती हैं।

ये दर्द थोड़ी-थोड़ी देर में होता रहता है।
●सांस लेने में परेशानी होना ,खांसी का अधिक आना और भारी सांस लेना, हार्ट अटैक का लक्षण माना जाता है।
●55 साल उम्र की महिलाओं में हॉर्मोन्स का बदलाव होता है।

हॉर्मोन्स के बदलाव की वजह से अचानक से पसीना आना शुरू हो जाता है ।

हालांकि, अचानक पसीना आना सामान्य है।

पर अधिक पसीना आने पर ये हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है।

पुरुषों में हार्ट अटैक के क्या लक्षण होते है ( What are the symptoms of heart attack in men?)

पुरूषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण समान् ही पाए जाता है।

लेकिन यह 3 लक्षण हार्ट अटैक के, पुरुषों में मुख्य माने जाते है-
●सोते समय पर्याप्त ऑक्सीजन न खींच पाना ,लगातार खर्राटा लेना हार्ट अटैक के संकेत हो सकते है।

नींद पूरी न होना इससे हार्ट अटैक का खतरा अधिक बना रहता है इसका इलाज जल्द से जल्द करवाना चाहिए।
●टहलते समय पैरों में दर्द होना हार्ट अटैक आने का एक संकेत हो सकता है।

धमनियों का संकुचित(shrink) हो जाने से और रक्त प्रवाह के रुक जाने से , पेट और सिर में खून कम पहुँचता है।

जिससे की पैरो में भी खून की कमी की वजह से दर्द होता है।
●पेट का दर्द करना और ऊपरी पीठ में दर्द होना।

डॉक्टर से सहायता कब लेनी है? ( When to seek help from a doctor?)

हार्ट अटैक के लक्षणों पर हमे अधिक ध्यान देने की जरूरत है।

अगर कुछ नए लक्षण उत्पन हो रहे है और वे दूर नहीं हो रहे हैं।

तो फिर तुरंत ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए ।

जब आपको शरीर में बहुत तेजी से बदलाव दिखे तब आप सावधान व सतर्क हो जाएं।

इसे कोइ नार्मल बीमारी समझ कर अनदेखा न करे।

इसे काम के प्रेशर के चलते होने वाली कमजोरी या फिर कोई दूसरा कारण ना समझे।

ऐसा होने पर तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपंर्क करें।

बाद में पछताने से तो अच्छा है कि हम समय रहते डॉक्टर से सुझाव लें।

दिल के दौरे के इलाज के लिए कौन सी दवाओं का उपयोग किया जाता है ( Which drugs are used to treat heart attack)

अस्पताल में, आपके हृदय में रक्त के थक्के जमने से रोकने ,

और हृदय पर दबाव को कम करने के लिए जल्दी से दवाएं मिलेंगी।

*ड्रग थेरेपी का उद्देश्य रक्त के थक्कों को तोड़ना या रोकना, प्लेटलेट्स(platelets) को इकट्ठा होने और प्लाक(plaque) से चिपके रहने से रोकना, प्लाक को स्थिर करना और अधिक इस्किमिया(ischemia) को रोकना है।

*रक्त के थक्के को रोकने व ब्लॉकेज के सुधार के लिए आपको Aspirin दी जाएंगी।

*अन्य एंटीप्लेटलेट(antiplatelet) दवाएं, जैसे क्लोपिडोग्रेल (clopidogrel), प्रसुग्रेल (prasugrel), या टिकाग्रेलर (ticagrelor) थक्के को रोकने के लिए दी जाती है।
*आपके दिल की धमनियों (arteries) में रक्त के थक्कों को भंग करने के लिए थ्रोम्बोलाइटिक थेरेपी (“thrombolytic therapy”) की जाती है।

हार्ट अटैक आने पर सीने को दबायें-(Press the chest in case of heart attack)

हार्ट अटैक आने से हार्ट रेट बंद हो सकती हैं।

यदि अचानक हार्ट अटैक आता है तो हार्ट रेट बंद होने लगती है

तब सीने को दबाकर सांस चालू करने की कोशिश करें।

यह बहुत आसान है और इसके कारण धड़कने फिर से शुरू हो जाती हैं। इसे सीपीआर तकनीक कहते हैं।

हार्ट अटैक के उपचार : ( heart attack treatment )

दिल की क्षति को सीमित करने के लिए आपको दवाएं जल्द से जल्द (आपके दिल का दौरा पड़ने के 1 या 2 घंटे के भीतर, यदि संभव हो तो) मिलनी चाहिए।

आसन और प्राणायाम करने से हार्ट अटैक से बचा जा सकता है।

मनुष्य को रोज सुबह जल्दी उठकर व्यायाम, सूर्य नमस्कार करना चाहिए।

यदि हम ऐसा रोज करेंगे तो 70 से 80 % दिल की समस्या कम हो सकती है।

हमें नियमित रूप से आसन, धनुरासन, ताड़ासन, कटिचक्रासन, वज्रासन करने चाहिए।

फ़ोन का कम प्रयोग करे। पौष्टिक एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार का सेवन करें।

नशीले पर्दार्थो का अधिक सेवन न करें। जंक फूड को रोज-रोज न खाये।

खाने में दही का जरूर उपयोग करें। दिल को अधिक मजबूत बनाने के लिए देसी घी में गुड़ मिलाकर खाएं।

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स्वस्थ जीवन शैली के लिए आसान टिप्स(Easy Tips for Healthy Life Style) https://learnwithvikas.com/%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5-%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%b5%e0%a4%a8-%e0%a4%b6%e0%a5%88%e0%a4%b2%e0%a5%80-2/ https://learnwithvikas.com/%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%b5%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%a5-%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%b5%e0%a4%a8-%e0%a4%b6%e0%a5%88%e0%a4%b2%e0%a5%80-2/#respond Sat, 30 Jul 2022 13:44:13 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=278 स्वस्थ जीवन शैली जीना हर किसी का सपना होता है। सेहतमंद शरीर में हीं स्वस्थ मन का निवास होता है। अगर आप शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं है तो आपका मन भी स्वस्थ नहीं रह सकता है। एक स्वस्थ जीवन शैली जीना ,शारीरिक फिटनेस बनाए रखने की कुंजी है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, आत्म-देखभाल, अच्छी […]

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स्वस्थ जीवन शैली जीना हर किसी का सपना होता है।

सेहतमंद शरीर में हीं स्वस्थ मन का निवास होता है।

अगर आप शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं है तो आपका मन भी स्वस्थ नहीं रह सकता है।

एक स्वस्थ जीवन शैली जीना ,शारीरिक फिटनेस बनाए रखने की कुंजी है।

नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, आत्म-देखभाल, अच्छी नींद के पैटर्न

और एक सक्रिय दैनिक कार्यक्रम स्वस्थ जीवन शैली के सभी घटक हैं।

किसी की फिटनेस को प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक

उनकी जीवनशैली होती है।

एक गतिहीन(static) जीवन शैली का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति न केवल कम फिट होता है,

बल्कि बेहतर जीवन जीने वाले की तुलना में मानसिक रूप से भी पीछे रहता  है।

हमारे व्यक्तित्व का सीधा असर हमारे स्वस्थ जीवन शैली पर पड़ता है(Our personality directly affects our healthy lifestyle.)

एक स्वस्थ जीवन शैली का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति अधिक सकारात्मक, आत्मविश्वासी, मैत्रीपूर्ण और सक्रिय होता है।

एक अच्छी और स्वस्थ जीवन शैली व्यक्ति को बिना किसी जटिलता के

जीवन के सभी सुखों का आनंद लेने की अनुमति देती है।

अच्छी स्वास्थ्य की तुलना में सारी दौलत भी कम मूल्यवान है।

जब कोई लगातार बीमार, उदास या किसी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जटिलता से पीड़ित होता है,

तो दुनिया में सभी भौतिक सुख होने से भी उसका उद्देश्य पूरा नहीं होता है।

एक स्वस्थ व्यक्ति बिना किसी पूर्वाग्रह के हर चीज की स्पष्ट और शांत धारणा रखता है।

उसके कार्य और निर्णय अधिक व्यावहारिक और तार्किक होते हैं और इसलिए जीवन में अधिक सफल होते हैं।

स्वस्थ जीवन शैली जीने  के लिए टिप्स(Tips for living a healthy life)

अच्छी आदते(Good Habits)

एक स्वस्थ जीवन शैली ज्यादातर अच्छी आदतों पर निर्भर करती है।

अपने शरीर और दिमाग को संतुलित रखने के लिए अच्छी आदतों को विकसित करने की जरूरत है।

सुबह जल्दी उठना, नियमित व्यायाम करना, या सुबह की आरामदेह सैर

सभी हमारे शरीर और दिमाग के स्वास्थ्य में योगदान करते हैं।

एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के लिए पूरे दिन संतुलित,

पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करने की आवश्यकता होती है।

एक स्वस्थ जीवन शैली अत्यधिक शराब के सेवन या धूम्रपान के लिए बिल्कुल भी उपयुक्त नहीं है।

स्वस्थ जीवन शैली

स्व अनुशासन(Self-Discipline)

स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के लिए आत्म-अनुशासन की आवश्यकता होती है।

आत्म-नियंत्रण हमें अच्छी स्वास्थ्य को बनाए रखने के हमारे प्रयासों को

अधिक उपयुक्त और सुसंगत बनाता है।

एक नियंत्रित जीवन वह है जो अनुशासित है।

एक अनियंत्रित आदमी बिना पतवार के जहाज के समान है।

अनुशासन के लिए आत्म-नियंत्रण की आवश्यकता होती है।

सफलता मुख्य रूप से इस बात पर आधारित है कि कोई व्यक्ति कितना अनुशासित और दृढ़ है।

अपनी भावनाओं, इच्छाओं आदि को नियंत्रित करने का कार्य,

विशेष रूप से स्वयं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से, आत्म-अनुशासन के रूप में जाना जाता है।

इससे हमारी इच्छाशक्ति मजबूत होती है।

हमारे निर्णय अधिक सकारात्मक होंगे यदि हमारे पास अधिक इच्छाशक्ति होगी।

यह हमें खुद पर काबू पाने की शक्ति देता है।

स्वस्थ जीवन शैली के लिए संतुलित आहार(Balanced diet for a healthy lifestyle)

आहार सामान्य फिटनेस का एक महत्वपूर्ण पहलू है

और व्यायाम के साथ संतुलित आहार होने पर यह सबसे प्रभावी होता है।

नियमित व्यायाम और संतुलित आहार अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने की कुंजी है।

यदि आप अधिक वजन वाले या मोटे हैं, तो आपको अपनी शारीरिक फिटनेस बनाए रखने के लिए

अपना वजन कम करना चाहिए।

मोटे लोगों के लिए अधिक व्यायाम और संतुलित आहार की आवश्यकता होती है।

आहार में विभिन्न तरीकों से सुधार किया जा सकता है।

  • खाना बनाते समय नमक और चीनी का उपयोग कम करें।
  • खाना पकाने में तेल का प्रयोग कम करें। जितना हो सके डीप फ्राई न करें।
  • रोजाना ज्यादा से ज्यादा फलों का सेवन करें। वे हमारे शरीर को अतिरिक्त विटामिन और खनिज देते हैं।
  • प्रत्येक दिन कम से कम भोजन में मूंग दाल और अंकुरित चना शामिल करें।
  • फाइबर का सेवन बढ़ाएं। रिफाइंड अनाज के बजाय साबुत अनाज चुनें।
  • अक्सर दही और सलाद का सेवन करें।
  • बार-बार अंकुरित खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
  • अंकुरित भोजन में पाए जाने वाले अनेक लाभकारी सूक्ष्मजीव(microorganism) पाचन में सहायता करते हैं।

पर्याप्त नींद लें(Have enough sleep)

आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली और नींद की गुणवत्ता और मात्रा का गहरा संबंध है।

हर दिन सात से आठ घंटे की नींद लेने से आपको स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली बनाए रखने में मदद मिलेगी।

पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें(Drink Water and Stay Hydrated).

स्वस्थ रहने का सबसे अच्छा तरीका लगातार पानी पीना है,

लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ऐसा बार-बार करना वायरल संक्रमण से बचने में मदद कर सकता है।

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जीवन में सफल होने के उपाय(Steps To Be Successful in Life) https://learnwithvikas.com/%e0%a4%b8%e0%a4%ab%e0%a4%b2-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%af/ https://learnwithvikas.com/%e0%a4%b8%e0%a4%ab%e0%a4%b2-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%89%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%af/#respond Thu, 28 Jul 2022 05:24:12 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=265 Steps To Be Successful in Life

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सफल होने के उपाय और जीवन जीने के लिए बेहतरीन टिप्स क्या है ?

जीवन के विशिष्ट उद्देश्यों की प्राप्ति ही सफलता है।

प्रत्येक व्यक्ति की अलग-अलग समझ होती है कि उनके लिए सफलता क्या हो सकती है,

जैसे किसी विशिष्ट नौकरी को पाना, एक विशिष्ट वेतन तक पहुंचना,

या एक घर का मालिक होना। आपके उद्देश्य जो भी हों,

जीवन में सफल होने के लिए आप कुछ न कुछ कदम उठा सकते हैं।

यह लेख जीवन में सफलता प्राप्त करने के तरीकों की रूपरेखा तैयार करता है ।

अपने जुनून को पहचाने (find your passion)

यदि आप सफल होना चाहते हैं तो जीवन में अपने लक्ष्यों को स्पष्ट करना महत्वपूर्ण है।

कुछ ऐसा खोजने के लिए जिसमें आपकी रुचि हो,

किताबें पढ़ने या विभिन्न विषयों के बारे में कक्षाओं में दाखिला लेने के बारे में सोचें।

किसी भी चीज़ के लिए विशेष लगाव आपके उद्देश्यों की ओर यात्रा को

और अधिक सुखद बना देता है।

देखें कि क्या आपके जुनून में संभावित कैरियर के अवसर हैं,

यह देखने के लिए कि क्या यह कुछ ऐसा है जिसे आप आगे बढ़ाना चाहते हैं।

प्रतिबद्धता दिखाएं(Show commitment)

प्रतिबद्ध होना हर कीमत पर उपलब्धि हासिल करने के लिए आवश्यक प्रयास करना है।

लघु और दीर्घकालिक दोनों उद्देश्यों को निर्धारित करें और प्रतिदिन उद्देश्यों की दिशा में काम करें।

जब आप अपने उद्देश्यों की दिशा में काम करते हैं, तो एक प्रतिबद्धता बनाना आपको प्रेरित कर सकता है,

खासकर जब आप अपने व्यापक उद्देश्यों को आगे बढ़ाने वाली गतिविधियों को पूरा करते हैं।

हालांकि ये उद्देश्य ज्यादा कठिन लग सकते हैं, एक यथार्थवादी कार्यक्रम

और योजना बनाना सुनिश्चित करें। उदाहरण के लिए,

कॉलेज खत्म करने और एक साल में एक नया करियर शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित करने के बजाय,

अपने आप को अपना स्कूल खत्म करने और सही रोजगार की तलाश करने के लिए समय दें।

अपने दोस्तों और परिवार को अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों और प्रतिबद्धताओं के बारे में बताएं।

चुनौतीपूर्ण समय के माध्यम से, दूसरे आपको प्रेरित कर सकते हैं,

और अन्य यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप अपने वादों और कार्यों को पूरा करते हैं

यात्रा करते समय नोट्स बनाये(Take notes while you travel).

केवल अपनी सफलताओं के परिणामों के बजाय सफल होने के लिए आवश्यक छोटे कार्यों पर ध्यान दें।

यदि आप रास्ते में छोटी-छोटी जीत का जश्न मनाते हैं,

और आप इसके साथ बने रहने की अधिक संभावना रखते हैं, तो अपने लक्ष्यों तक पहुंचना अधिक संभव हो सकता है।

आप अपने द्वारा उठाए गए प्रत्येक कदम से सीख सकते हैं

और भविष्य में लक्ष्यों और बाधाओं में आपकी सहायता के लिए उन पाठों का उपयोग कर सकते हैं।

यात्रा करते समय मज़े करें(Have fun when travelling)

अपने उद्देश्यों की ओर बढ़ने के लिए आपके द्वारा की जाने वाली मेहनत का आनंद लेने के लिए समय निकालें।

नई चीजें सीखते हुए मस्ती करना और नए लोगों से मिलना आपको प्रेरित कर सकता है

और रास्ते को आनंदमय बना सकता है। सफल होना कुछ रुकावटें पेश कर सकता है।

अपनी क्षमता की खोज करना रोमांचक हो सकता है,

इसलिए भावनात्मक रूप से संतोषजनक अनुभव प्राप्त करने के लिए अपने लक्ष्यों को हल्का

और सुखद रखना महत्वपूर्ण है।

सकारात्मक सोचें(Think positively)

सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना और सफल होने की अपनी क्षमता पर विश्वास रखना महत्वपूर्ण है।

आपकी अपेक्षाएँ अधिक बनी रहेंगी और यदि आप सकारात्मक सोचेंगे तो

आपको याद दिलाया जाएगा कि क्या संभव है।

आपके रास्ते में रुकावटें आ सकती हैं, लेकिन ध्यान रखें कि वे थोड़े समय के लिए ही हों।

अगर मन में नकारात्मक विचार आएं तो उन्हें एक तरफ धकेलें और सकारात्मक सोचें।

उदाहरण के लिए, यह मानने के बजाय कि “मुझे यह नौकरी कभी नहीं मिलेगी,”

यह मानने की कोशिश करें कि “सही स्थिति आने वाली है।”

पूरी तरह से अच्छे शब्दों में बोलकर अधिक आशावादी सोच को कंडीशनिंग करते हुए

अपने आप को अपनी परिस्थिति पर ध्यान केंद्रित होने दे

अपने प्रति सच्चे रहें(Be truthful to yourself).

यदि आपको पता चलता है कि आपकी सफलता  रुक गयी है,

तो आपको अपने कारणों के बारे में वास्तव में ईमानदार होने की आवश्यकता है।

एक बार जब आपको कारण समझ में आ जाते हैं,

तो खुद को सफल होने के लिए प्रेरित करने का तरीका खोजें।

सफल रणनीति का प्रयास करके अपने आप को परीक्षण में रखें।

यह आपके बॉस से पदोन्नति के बारे में बात करने,

एक चुनौतीपूर्ण कॉलेज पाठ्यक्रम में दाखिला लेने या रोजगार के

वैकल्पिक क्षेत्रों की तलाश करने में शामिल हो सकता है।

यदि आप अपनी हैसियत और महत्वाकांक्षाओं का ईमानदारी से आकलन करते हैं

तो आप निम्नलिखित कदमों पर अधिक प्रभावी ढंग से निर्णय ले सकते हैं।

किसी भी विकर्षण से छुटकारा पाएं(Get rid of any distractions)

अपने जीवन में गतिविधियों और संघर्षों की एक सूची बनाएं।

यह एक फोन कॉल, एक टेलीविजन कार्यक्रम, या एक तनावपूर्ण व्यक्ति भी हो सकता है।

यदि आप अपने लक्ष्य की ओर काम करने के लिए प्रत्येक दिन एक विशेष समय आवंटित करते हैं,

तो इन विशिष्ट विकर्षणों से दूर रहने के लिए सावधान रहें।

आप अंततः अपने ध्यान केंद्रित करने के कौशल को तेज कर सकते हैं

क्योंकि आप इस दृढ़ संकल्प को अभ्यास में रखते हैं।

यह उपलब्धि हासिल करने के साथ-साथ आगे के लक्ष्य पर काम करने में सहायता करता है।

खुद पर भरोसा(rely on oneself)

अपना ध्यान उन कार्यों पर लगाकर जो आप कर सकते हैं,

अपने आप पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है।

यह आपको आश्वस्त कर सकता है कि बाधाओं के बावजूद आपने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास दिया।

कुछ ऐसे पहलू हैं जो आपके नियंत्रण से बाहर हैं,

लेकिन जो आप नियंत्रित कर सकते हैं उस पर ध्यान केंद्रित करने से

आपको लगातार कर्तव्यों को पूरा करने और सहायता की आवश्यकता होने पर इसे पहचानने में मदद मिलेगी।

यद्यपि भावनात्मक समर्थन के लिए लोगों पर भरोसा करना फायदेमंद है,

लेकिन जिम्मेदारी के लिए अपने स्वयं के मानकों को स्थापित करना आपको सफल होने के लिए प्रेरित कर सकता है।

सफल होने के लिए योजना पर काम करना जारी रखें (Keep Working on the Plan to Succeed)

अपने उद्देश्यों की दिशा में काम करते हुए एक शेड्यूल बनाए रखें।

अपने व्यक्तिगत कैलेंडर के अनुसार, अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करें,

जैसे “मैं वर्ष के अंत से पहले एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा करूंगा” या

“मैं इस तिमाही में तीन नई मार्केटिंग तकनीकों के साथ प्रयोग करूंगा।

” अपनी प्रगति को ट्रैक करना महत्वपूर्ण है, भले ही लक्ष्य ठीक उसी तरह प्राप्त न हो

जैसा आपने आशा की थी।

अपने लक्ष्यों की योजना बनाना और आवश्यकतानुसार संशोधित करना जारी रखना

महत्वपूर्ण है क्योंकि उद्योग, नौकरी और स्कूली शिक्षा समय के साथ बदल सकती है।

अपने कार्यभार को सीमित करें(Limit your workload)

अपने उद्देश्य पर एकाग्रता बनाए रखना और बाहरी सैर को रोकना महत्वपूर्ण है।

खुद पर बहुत अधिक दबाव डाले बिना एक उत्पादक(productive) लेकिन सुखद

यात्रा को बनाए रखने से आपका लक्ष्य सुनिश्चित होगा।

लक्ष्य एक बोझ होने के बजाय, आपका लक्ष्य कुछ ऐसा होना चाहिए जो आपको चल रही चुनौतियों

और उत्साह के साथ प्रस्तुत करे। ब्रेक लेने या छोटे लक्ष्यों को प्राप्त करने के बारे में

सोचें जिनका आपके व्यापक उद्देश्यों पर बहुत कम प्रभाव पड़ता है।

यह आपको वहीं से शुरू करने के लिए प्रेरित कर सकता है जहां आपने छोड़ा था ।

यह आपको नए सिरे से भी अपने काम को करने के लिए प्रेरित कर सकता है।

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पथरी के लक्षण व घरेलु इलाज (Stones symptoms and home remedies) https://learnwithvikas.com/%e0%a4%aa%e0%a4%a5%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%b5-%e0%a4%98%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%81-%e0%a4%87%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%9c/ https://learnwithvikas.com/%e0%a4%aa%e0%a4%a5%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%b5-%e0%a4%98%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a5%81-%e0%a4%87%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%9c/#respond Thu, 28 Jul 2022 04:55:54 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=261 पथरी और यूरिनरी स्टोन की समस्या भारत में बहुत आम हो गई है। गुर्दे की पथरी निस्संदेह 10 में से 1 व्यक्ति के जीवन में होगी। माना जाता है कि पथरी ज्यादातर पोषण और जीवन शैली के कारण होती है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में यह असहज स्थिति होने की संभावना अधिक होती है। […]

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पथरी और यूरिनरी स्टोन की समस्या भारत में बहुत आम हो गई है।

गुर्दे की पथरी निस्संदेह 10 में से 1 व्यक्ति के जीवन में होगी।

माना जाता है कि पथरी ज्यादातर पोषण और जीवन शैली के कारण होती है।

महिलाओं की तुलना में पुरुषों में यह असहज स्थिति होने की संभावना अधिक होती है।

बहुत से व्यक्ति अपने मूत्र के माध्यम से पथरी को बाहर निकालने में सक्षम होते हैं ।

गुर्दे या मूत्रवाहिनी की पथरी को निकालने के लिए,

कुछ लोगों को चिकित्सकीय हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।

मानव मूत्र में खनिज लवण और अम्ल पाए जाते हैं।

कुछ अवसरों पर, वे क्रिस्टलीकृत हो सकते हैं और एक ठोस द्रव्यमान के रूप में जमा हो सकते हैं

जो मूत्र द्वारा उत्सर्जित नहीं होते हैं। उन्हें गुर्दे की पथरी के रूप में जाना जाता है।

हालांकि, जब ये पथरी जमा हो जाती है और नियमित मूत्र प्रवाह में बाधा डालती है,

तो वे मूत्रमार्ग की पथरी में बदल जाती हैं।जिसे किडनी स्टोन के नाम से जाना जाता है।

अधिकांश समय, कैल्शियम ऑक्सालेट और कैल्शियम फॉस्फेट रोगियों में पथरी बनाते हैं।

यह मूत्र के रासायनिक घटकों में असंतुलन के कारण हो सकता है।

पथरी

पथरी बनने के सामान्य कारण (common reasons kidney stones form)

गुर्दे की पथरी के कारणों की सूची निम्नलिखित है ( The following is a list of kidney stone causes)

  • पारिवारिक पृष्ठभूमि
  • एक उच्च प्रोटीन आहार मूत्र को अधिक अम्लीय बनाता है, जिससे गुर्दे की पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है।
  • यदि आपके आहार में  नमक और प्रोटीन अधिक है लेकिन कैल्शियम कम है तो आपको कभी भी गुर्दे की पथरी हो सकती है।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां (जैसे पालक), सूखे मेवे, चॉकलेट और चाय सहित ऑक्सालेट युक्त खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन
  • कब्ज, पेट की समस्याएं, और क्रोहन रोग सहित आंत्र रोग
  • सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया द्वारा लाया गया मूत्र रुकावट
  • इसके अतिरिक्त मूत्र में कैल्शियम की अधिकता के कारण हाइपरथायरायडिज्म होता है।
  • पथरी का निर्माण एक बीमारी में भी होता है जिसे अवशोषण हाइपरकैल्सुरिया कहा जाता है, जो तब होता है जब शरीर हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों से अधिक कैल्शियम को अवशोषित करता है।
  • रिसोर्बेटिव हाइपरकैल्सुरिया एक अलग विकार है जिसमें गुर्दे मूत्र में बहुत अधिक कैल्शियम का स्राव करते हैं।

गुर्दे की पथरी कहाँ पाई जा सकती है( Where can kidney stones be found?)

डॉक्टर विभिन्न तरीकों से गुर्दे की पथरी या अन्य पत्थरों की पहचान कर सकते हैं।

यदि कोई मरीज पेशाब में तेज दर्द या खून की शिकायत करता है

तो डॉक्टर एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड करने के लिए कहेगा।

डायग्नोस्टिक तस्वीरों के माध्यम से स्टोन के आकार और स्थान का खुलासा किया जाएगा।

यदि डॉक्टर एक निर्णायक निदान तक पहुंचने में असमर्थ है,

तो डॉक्टर द्वारा गुर्दे के क्षेत्र की एक कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन के लिए कहा जा सकता है।

पथरी बनने के अंतर्निहित कारण को निर्धारित करने के लिए रक्त और मूत्र परीक्षण भी किए जा सकते हैं।

इससे कैसे बचा जा सकता है?( How might stones be avoided?)

आधुनिक दुनिया में, गुर्दे की पथरी एक बड़ी समस्या है।

इसके लिए, कई समाधान हैं।

इसके अतिरिक्त, पथरी से बचने के लिए कई रणनीतियाँ हैं:

गुर्दे की पथरी के गठन को रोकने के लिए विशिष्ट तरीके निम्नलिखित हैं:

  • पथरी के निर्माण से बचने के लिए दिन के दौरान अधिक पानी पीना सबसे अच्छी रणनीति है।
  • ऐसा करने से सामग्री ज्यादातर घुली रहेगी।
  • यदि उच्च कैल्शियम पथरी बनने का कारण है तो दूध, दही, पनीर और छाछ जैसे डेयरी उत्पादों से बचना चाहिए।
  • यदि आपके गुर्दे और मूत्रवाहिनी की पथरी का पारिवारिक इतिहास है,
  • तो आपको कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन सी की खुराक लेनी चाहिए।
  • प्रोटीन और सोडियम का सेवन सीमित मात्रा में करें।
  • पत्थरों का आकार, स्थिति, मात्रा और संरचना सभी प्रभावित करते हैं कि उनका इलाज कैसे किया जाना चाहिए। चिकित्सक आपकी प्राथमिकताओं और चिकित्सा पृष्ठभूमि को भी ध्यान में रखते हैं।
  • मूत्र के माध्यम से पथरी को बाहर निकालने के लिए दवा देंगे।

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