जीवनी Archives - Learn With Vikas https://learnwithvikas.com/category/biography/ Hindi Blog Website Wed, 15 Feb 2023 17:17:45 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.5 https://i0.wp.com/learnwithvikas.com/wp-content/uploads/2022/09/cropped-android-chrome-512x512-1.png?fit=32%2C32&ssl=1 जीवनी Archives - Learn With Vikas https://learnwithvikas.com/category/biography/ 32 32 208426820 ऋषभ पंत 2022 में कैसे बने भारत के बेस्ट टेस्ट बल्लेबाज ? (How did Rishabh Pant become India’s best Test batsman in 2022?) https://learnwithvikas.com/rishabh-pant-net-worth/ https://learnwithvikas.com/rishabh-pant-net-worth/#respond Tue, 03 Jan 2023 13:46:56 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=2276 Rishabh Pant (ऋषभ पंत) भारतीय क्रिकेट टीम के एक युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। वह बायें हाथ के बैट्समैन होने के साथ विकेटकीपर भी है। उनके आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी और बेहतरीन विकेटकीपरिंग  की वजह से  उनकी तुलना महेंद्र सिंह धोनी से भी की जाती है और इन्हे भारत का ‘गिलक्रीस्ट’भी कहा जाता है। उनका […]

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Rishabh Pant (ऋषभ पंत) भारतीय क्रिकेट टीम के एक युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं।

वह बायें हाथ के बैट्समैन होने के साथ विकेटकीपर भी है।

उनके आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी और बेहतरीन विकेटकीपरिंग  की वजह से 

उनकी तुलना महेंद्र सिंह धोनी से भी की जाती है और इन्हे भारत का ‘गिलक्रीस्ट’भी कहा जाता है।

उनका पूरा नाम ऋषभ राजेंद्र पंत है और वह मूल रूप से ये हरिद्वार उत्तराखंड से सम्बन्ध रखते है

लेकिन ये दिल्ली के लिए खेलते हैं।

ये सिर्फ 25 साल के है, और इन्होंने क्रिकेट के सभी रूपों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है.

ऋषभ पंत (Rishabh Pant ) एक आक्रामक बल्लेबाज है जो अपने खेलने का अंदाज़ कभी नहीं बदलते

चाहे परिस्थिति कैसी भी हो शायद यही वजह है की वह आज भारतीय टीम के एक प्रमुख

खिलाडी बन गए है और इस साल उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से सबसे अच्छा परफॉरमेंस किया है।

पंत ने अपने कैरियर की शुरुआत की 22 अक्टूबर सन 2015 को  2015 -16 की रणजी ट्रॉफी से की।

लेकिन वो लोकप्रिय तब हुए जब वह 2016 के अंडर 19  वर्ड कप के लिए भारतीय टीम में शामिल हुए

और उन्होंने केवल 18 बॉल्स में अपना अर्द्धशतक पूरा किया था।

वह सबसे कम पारियों में 1000 रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज भी है।

30 दिसंबर 2022 को सुबह दिल्ली से रुड़की अपने घर लौटते समय ऋषभ पंत एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। 

इस सड़क दुर्घटना में उनकी कार सड़क पर डिवाइडर से टकरा गई और उनके कार में आग लग गयी लेकिन वह अपनी सूझबूझ के कारण किसी तरह बच गए।

आप हम इस पोस्ट के माध्यम से ऋषभ पंत के जीवन से जुड़े कुछ रोचक बाते शेयर करूँगा तो चलिए शुरू करते है  –

Rishabh Pant

ऋषभ पंत का परिवार (Rishabh Pant Family):

ऋषभ पंत (Rishabh Pant ) का जन्म 4 अक्टूबर 1997 को हरिद्वार, उत्तराखंड में हुआ था।

उनके पिता का नाम राजेंद्र पंत  और माता का नाम सरोज पंत है।

2017 में उनके पिता का निधन कार्डियक अरेस्ट की वजह हो गया था।

उनके परिवार में उनकी मां के अलावा उनकी एक बड़ी बहन है जिसका नाम साक्षी पंत है।

उनकी वैवाहिक स्थिति अभी भी अविवाहित है।

वह कई मौको पर अपनी गर्लफ्रेंड ईशा नेगी के साथ दिखते है। 

इससे पहले उनका मॉडल और बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला के साथ अफेयर था।

दोनों कई बार सोशल मीडिया पर एक-दूसरे से भिड़ चुके हैं।

ऋषभ पंत की शिक्षा (Rishabh Pant Education):

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने अपनी स्कूली पढाई द इंडियन पब्लिक स्कूल, देहरादून से की।  उसके बाद की पढाई  द इंडियन पब्लिक स्कूल, देहरादून से की।

उनकी इच्छा हमेशा से एक क्रिकेटर बनने की रही। एडम गिलक्रिस्ट उनके पसंदीदा खिलाडी थे। 12 वर्ष की उम्र में वह क्रिकेट की कोचिंग के लिए रूड़की से दिल्ली चले आये।

ऋषभ पंत का प्रारंभिक कैरियर (Rishabh Pant Early Career):

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) खुद का नाम बनाने के लिए किशोरावस्था में एक शहर से दूसरे शहर जाते रहे.

मूल रूप से वे उत्तराखंड में पैदा हुए, इन्होंने यहाँ अपने शुरूआती स्कूल की पढ़ाई पूरी की.

इसके बाद इनके पिता राजेन्द्र पंत सन 2005 में दिल्ली आ गये, उनके साथ ऋषभ भी दिल्ली आ गये.

यहाँ उन्होंने अपनी बाकी की स्कूल की पढ़ाई पूरी की.

यह उनका क्रिकेट ही था, जिस वजह से इसके पिता को मजबूर होकर दिल्ली में स्थानांतरित होना पड़ा.

दरअसल, जब ऋषभ राजस्थान क्रिकेट दौरे के लिए गये, तब उन्होंने भारत के सबसे महान कोचों

में से एक “मिस्टर तारक सिन्हा” के बारे में सुना.

ऋषभ ने सिर्फ अपने कैरियर की खातिर ही अपने परिवार को दिल्ली स्थानांतरित करने के लिए आश्वस्त किया.

इनके पिता को पहले से ही अपने बेटे ऋषभ की क्रिकेट की क्षमता के बारे में पता था,

और इसलिए वे दिल्ली आने को तैयार हो गए.

ऋषभ जब दिल्ली आये तो उन्होंने मिस्टर तारक सिन्हा को उनका कोच बनने के लिए आश्वस्त किया.

तारक ने उनके विकेटकीपिंग की क्षमता को देखा, और वे उससे बहुत प्रभावित हुए.

इसलिए वे उसे विकेटकीपर के साथ – साथ एक विस्फोटक बल्लेबाज में भी बदलना चाहते थे.

असल में, आधुनिक काल में क्रिकेट की दुनिया का समय बदल गया है और वर्तमान में

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चयन करने के लिए केवल विकेटकीपर उसे माना जाता है

जोकि बल्लेबाजी भी कर सकता है.

तारक ने ऋषभ को प्रशिक्षित करने के लिए एडम गिलक्रिस्ट के सैकड़ों वीडियों दिखाए.

ऋषभ पंत गिलक्रिस्ट से बहुत प्रेरित हुए, जिससे उन्होंने गिलक्रिस्ट की तरह ही खेलना शुरू किया

धीरे – धीरे वे उन्हीं की तरह लेफ्ट – हैंडेड विकेटकीपर बल्लेबाजी करने लगे, इससे वे गिलक्रिस्ट की तरह

ही विकेटकीपर बल्लेबाज बन गये.

उनके कोच तारक सिन्हा ने ऋषभ को एक विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज बनाने के लिए

सावधानी से और अच्छी तरह प्रशिक्षित किया.

ऋषभ ने कई क्लब के लिए खेला और इसके बाद वे लाइम लाइट में आकर्षित हो गए,

और इसकी वजह थी इनके विस्फोटक बल्लेबाजी का तरीका.

कुछ समय बाद उन्हें दिल्ली रणजी ट्रॉफी के लिए चयनित किया गया और यहाँ उन्होंने अपनी क्रिकेट

की क्षमता दिखाई.

राहुल द्रविड़ उन्हें अनदेखा न कर सके और ईशान किशन द्वारा अंडर – 19 भारतीय विश्वकप में

टीम के नेतृत्व के लिए ऋषभ की सिफ़ारिश की.

इस तरह इनका शुरूआती कैरियर रहा.

ऋषभ पंत का डोमेस्टिक कैरियर (Rishabh Pant Domestic Career):

एक बल्लेबाज के रूप में उनके बेहतर प्रदर्शन के कारण उन्हें बहुत ही कम समय में प्रथम श्रेणी क्रिकेट

खेलने का मौका मिलता है।

उन्होंने 22 अक्टूबर 2015 को रणजी ट्रॉफी 2015-16 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया

और एक महीने बाद उन्होंने 2015-16 विजय हजारे ट्रॉफी में भी डेब्यू किया।

उन्होंने रणजी और विजय हजारे ट्रॉफी में कई रन बनाए।

2016-17 की रणजी ट्रॉफी में, उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ खेलते हुए 308 रन बनाए

और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ऐसा करने वाले वे तीसरे सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए।

उन्होंने 8 नवंबर 2016 को 48 गेंदों में 100 रन भी बनाए और रणजी ट्रॉफी में सबसे तेज शतक

लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने।

इसके बाद साल 2017 में उन्हें 2016-17 विजय हजारे ट्रॉफी के लिए दिल्ली की टीम का कप्तान बनाया गया।

उन्होंने अपनी कप्तानी और बल्लेबाजी की काबिलियत से सभी को प्रभावित किया।

2018 में, 14 जनवरी को, उन्होंने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ 2017-18 जोनल टी-20 लीग में

केवल 32 गेंदों में 100 रन बनाए और ट्वेंटी-20 मैच में दूसरा सबसे तेज शतक बनाने वाले बल्लेबाज बने।

ऋषभ पंत का आईपीएल कैरियर (Rishabh Pant IPL Career):

घरेलू क्रिकेट में अपने बेहतर प्रदर्शन के कारण वह बहुत लोकप्रिय हुए

और इसी के चलते 2016 के इंडियन प्रीमियर लीग में उन्हें पहली बार दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा

और यहीं से उनका आईपीएल का सफर शुरू हुआ;

वह इस मौके को गंवाना नहीं चाहता क्योंकि वह जानता है कि अगर उसने आईपीएल में

अच्छा प्रदर्शन किया तो उसे अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत के लिए खेलने का मौका मिला।

उन्होंने आईपीएल में कई रन बनाए और अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से दुनिया भर में कई प्रशंसक बनाए।

2021 में उन्हें दिल्ली की राजधानियों का कप्तान बनाया गया और 2022 के आईपीएल सत्र में

दिल्ली कैपिटल द्वारा भी बनाए रखा गया, और उन्हें टीम का कप्तान भी नियुक्त किया गया।

ऋषभ पंत का अंतराष्ट्रीय कैरियर (Rishabh Pant International Career):

आईपीएल में उनके शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें तुरंत ही भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिल गया।

उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत ट्वेंटी-20 मैच से की थी।

ऋषभ का नाम साल 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच के लिए टीम में शामिल किया गया था

और इसी के चलते साल 2017 में पहली बार ऋषभ ने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच खेले.

1 फरवरी, 2017 को बैंगलोर के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ

तीसरे टी20ई मैच में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।

जब ऋषभ केवल 19 साल और 120 दिन के थे, तब उन्होंने भारत के लिए टी20 में डेब्यू किया था

और इस वजह से वह ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं।

अंतरराष्ट्रीय डेब्यू (International Debut):

एकदिवसीय (वनडे)– 21 अक्टूबर 2018 को, वेस्टइंडीज के खिलाफ गुवाहाटी में

टेस्ट- 18 अगस्त 2018 को, इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में

टी-20– 1 फरवरी 2017 को, इंग्लैंड के खिलाफ बेंगलुरु में

ऋषभ पंत नेट वर्थ (Rishabh Pant Net Worth):

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की कुल नेटवर्थ 70 करोड़ रुपए से ज्यादा है।

उन्हें बीसीसीआई के खिलाड़ियों की ग्रेड ए सूची में शामिल किया गया है,

जिसके लिए उन्हें सालाना 5 करोड़ रुपये का वेतन मिलता है।

उनकी अधिकांश नेटवर्थ आईपीएल वेतन और ब्रांड एंडोर्समेंट से आती है।

उन्हें 2016 में दिल्ली कैपिटल्स ने ₹1.9 करोड़ में खरीदा था।

उसके बाद दिल्ली ने उन्हें 2018 की आईपीएल नीलामी में ₹8 करोड़ में रिटेन किया।

आईपीएल नीलामी 2022 में एक बार फिर दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें रिटेन करते हुए ₹16 करोड़ का भुगतान किया।

वह JSW Steel, Nike, Syska, Boost और Boat सहित कई ब्रांडों का समर्थन करता है।

उनके पास ऑडी ए8, मर्सिडीज-बेंज सी-क्लास, मर्सिडीज-बेंज जीएलई और फोर्ड मस्टैंग जैसी महंगी कारों का कलेक्शन है।

ऋषभ पंत के बारे में तथ्य (Facts About Rishabh):

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का जन्म 4 अक्टूबर 1997 को रुड़की, उत्तराखंड में हुआ था।

उनका पूरा नाम ऋषभ राजेंद्र पंत है।

वह एक पशु प्रेमी भी है और उसका एक पालतू कुत्ता भी है जिसका नाम कुची है।

पंत के पिता का 2017 में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था।

वर्ष 2015 में, ऋषभ ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत दिल्ली के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट से की।

वर्ष 2016 में, दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 10 लाख की मूल कीमत से अधिक 1.9 करोड़ में खरीदा था।

उन्होंने U-19 विश्वकप के इतिहास (18 गेंदों) में सबसे तेज़ अर्ध-शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया है।

क्रिकेट कोच और अकादमी की तलाश के दौरान, उन्हें एक अकादमी से बाहर निकाल दिया गया था।

ऋषभ पंत गिलक्रिस्ट को अपना आदर्श मानते हैं, जिसके चलते उन्होंने गिलक्रिस्ट की तरह ही खेलना शुरू किया।

ऋषभ पंत रिकॉर्ड्स (Pant Records):

2016 में, बांग्लादेश अंडर -19 विश्वकप में, वह 267 रन बनाकर भारत के दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने।

2016 अंडर -19 विश्व कप में, उन्होंने सबसे तेज अर्धशतक (18 गेंद) बनाया था।

2016-17 रणजी ट्रॉफी में, पंत (Rishabh Pant) ने महाराष्ट्र के खिलाफ 308 रन बनाए और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बने।

नवंबर 2016 में, पंत ने झारखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में सबसे तेज शतक (48 गेंदों में) लगाया था।

2018 में, टेस्ट में डेब्यू करते हुए, विकेटकीपर के रूप में 7 कैच लेने वाले पहले भारतीय और 6 वें विश्व खिलाड़ी बने।

2018 में, वह डेब्यू टेस्ट मैच में पहले स्कोरिंग शॉट के रूप में छक्के लगाने वाले पहले भारतीय और 12 वें विश्व खिलाड़ी बने।

वह इंग्लैंड में शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज हैं।

ऋषभ पंत टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 50 छक्के  लगाने वाले दूसरे भारतीय हैं।

उन्होंने यह कारनामा सिर्फ 54 परियों में किया है।

वह एशिया के बाहर वनडे में शतक लगाने वाले तीसरे विकेटकीपर बल्लेबाज हैं।

इससे पहले राहुल द्रविड़ 1999 में और केएल राहुल 2020 में शतक लगा चुके है।

वह तीनों फॉर्मेट में किसी भारतीय विकेटकीपर द्वारा विदेशी सरजमीं पर सर्वाधिक स्कोर बनाने  बाले खिलाडी है।

पंत का विदेश में सर्वाधिक स्कोर, टेस्ट में 159 रन नाबाद, वनडे में 125 रन नाबाद और  टी-20 में 65 रन नाबाद  है। इसके अलावा अवे टी-20 में पंत ने नाबाद 65 रन बनाए हैं।

जो कि विदेशी जमीन पर किसी भी विकेटकीपर बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर है।

FAQ:

ऋषभ पंत का जन्म कहाँ हुआ है? : Where is Rishabh Pant born?

ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का जन्म 4 अक्टूबर 1997 को रुड़की, उत्तराखंड में हुआ था।

रुड़की उत्तराखंड  के  हरिद्वार जिले में आता है यह हरिद्वार शहर से 31 किमी दूर है।

यह हिमालय की शिवालिक पहाड़ियों के नीचे एक समतल भूभाग में फैला हुआ है।

ऋषभ पंत के पिता क्या करते थे? : What did Rishabh Pant’s father do?

उनके पिता राजेंद्र पंत का अपना स्कूल था, जहां शहर के अलग-अलग हिस्सों से बच्चे पढ़ने आते थे। 

चूंकि राजेंद्र पंत ने अपने क्षेत्र में शिक्षाविदों को बढ़ावा दिया था, इसलिए कई शुभचिंतक उन्हें

अपने बेटे ऋषभ को क्रिकेटर बनते देख हैरान थे।

राजेंद्र ने अपने बेटे की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ऋषभ पंत की कुल संपत्ति कितनी है? : What is the net worth of Rishabh Pant?

वह दुनिया के सबसे धनी क्रिकेट खिलाड़ियों में से एक हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक

ऋषभ पंत की नेट वर्थ 8.5 मिलियन डॉलर (67 करोड़ रुपये) से ज्यादा आंकी जा सकती है।

एडिडास जैसी विभिन्न कंपनियों के साथ उनके कई प्रायोजन हैं।

JSW, Himalaya Men, Dream11, RealMe, Boat, SG, Noise, Boost, और Cadbury

ऋषभ पंत की GF कौन है? : Who is Rishabh Pant’s GF?

उनकी गर्लफ्रेंड का नाम ईशा नेगी है। ईशा नेगी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं

और इंस्टाग्राम पर उनके 2.4 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। दोनों एक दूसरे को 2018 से डेट कर रहे हैं।

ऋषभ पंत पर किस अभिनेत्री का क्रश है? : Which actress has a crush on Rishabh Pant?

बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला का नाम क्रिकेटर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के साथ तब जुड़ा

जब उन्होंने कहा कि ‘आरपी’ नाम का एक शख्स होटल की लॉबी में घंटों तक उनका इंतजार करता रहा।

ऋषभ और उर्वशी के बीच क्या हुआ? : What happened between Rishabh and Urvashi?

बाद में, उन्होंने कथित तौर पर ब्रेकअप कर लिया। ऋषभ ने डेटिंग की अफवाहों का खंडन किया है

और अपनी प्रेमिका ईशा नेगी के साथ अपने रिश्ते की भी घोषणा की है।

दोनों के बीच जुबानी जंग इस साल की शुरुआत में शुरू हुई जब उर्वशी ने परोक्ष रूप से कहा

कि ऋषभ ने एक बार होटल हॉबी में करीब 10 घंटे तक उनका इंतजार किया।

क्या उर्वशी IIT से है? : Is Urvashi from IIT?

उर्वशी रौतेला का सोशल मीडिया हैंडल गर्व से उन्हें आईआईटीयन होने का दावा करता है।

लेकिन उर्वशी ने कहा है कि वह एक विज्ञान की छात्रा थी और उसने भारतीय प्रौद्योगिकी

संस्थान को पास किया जो भारत में सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान है

जिसमें अच्छे अंक आए हैं।

ऋषभ पंत की कमजोरी क्या है? : What is the weakness of Rishabh Pant?

पंत (Rishabh Pant) ने अपने एक प्रशंसक का उतर देते हुए कहा की – बहुत अधिक शॉट उनकी ताकत है

और “बहुत सारे शॉट, एक ही बार में” यही तो उसे खास बनाती है और यही उसके पतन का कारण भी है।

ऋषभ पंत की हाईट कितनी है फुट मे? : What is the height of Rishabh Pant in feet?

उत्तर-5 फुट 7 इंच

ऋषभ पंत नेट वर्थ : Rishabh pant net worth

According to some reports, Rishabh Pant Net Worth can be estimated at over $ 8.5 million (INR 67 crore).

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क्रिस्टियानो रोनाल्डो कैसे बने दुनिया के बेस्ट फुटबॉल प्लेयर ? (How did Cristiano Ronaldo become the best football player in the world?) https://learnwithvikas.com/cristiano-ronaldo-net-worth/ https://learnwithvikas.com/cristiano-ronaldo-net-worth/#respond Mon, 02 Jan 2023 14:04:38 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=2245 क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) पुर्तगाल  के फूटबाल खिलाडी है। वह पुर्तगाल की राष्ट्रीय टीम  और  मैन्चेस्टर यूनाइटेड फुटबॉल क्लब  के लिए खेलते है। वह अभी तक 1.24 बिलियन डॉलर (9376 करोड़ रुपए) से ज्यादा  की कमाई कर चुके है और अभी दुनिया के सबसे आमिर खिलाड़ियों में एक है। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर सबसे ज्यादा […]

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क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) पुर्तगाल  के फूटबाल खिलाडी है।

वह पुर्तगाल की राष्ट्रीय टीम  और  मैन्चेस्टर यूनाइटेड फुटबॉल क्लब  के लिए खेलते है।

वह अभी तक 1.24 बिलियन डॉलर (9376 करोड़ रुपए) से ज्यादा  की कमाई कर चुके है

और अभी दुनिया के सबसे आमिर खिलाड़ियों में एक है।

उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर सबसे ज्यादा फॉलोवर्स ( 507 मिलियन ) है।

रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) बहुत छोटी उम्र से ही फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था। 

उसने अपनी शानदार खेल के माध्यम से,लोगों के दिलों में जल्दी ही अपनी जगह बना ली। 

उनकी उत्कृष्ट प्रतिभा के कारण 18 साल की छोटी उम्र में उन्हें अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैचों में खेलने का मौका मिला।

जीवन के शुरुआती दिनों में रोनाल्डो को परिवार की गरीबी के कारण आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा था

लेकिन उनकी लगातार कड़ी मेहनत, लगन ने उन्हें आज दुनिया के बेस्ट फुटबॉल प्लेयर बना दिया।

आज के इस आर्टिकल में क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बारे सम्पूर्ण जानकारी साझा करेंगे तो चलिए शुरू करते है। – 

क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जन्म और परिवार (Cristiano Ronaldo Birth and Family):

इनके पिता का नाम जोस डिनिस अवीयरो है, जो कि नगर पालिका में बतौर एक माली के रूप में कार्य किया करते थे। 

इनकी माता का नाम मारिया डालोरेस डॉस सैंटोस अवीयरो है और वो घरों में जाकर खाना बनाने का काम करती थी।

रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) के परिवार में इनके माता पिता के अलावा इनका एक भाई

और दो बहनें भी हैं और ये अपने भाई बहनों में से सबसे छोटे हैं।

रोनाल्डो के कुल चार बच्चे हैं जिनमें से इनके सबसे बड़े बेटे का नाम क्रिस्टियानो रोनाल्डो जूनियर है।

इनके इस बेटे का जन्म 17 जून, 2010 में हुआ था।

हालांकि इनके बेटे की मां कौन हैं इसके बारे में रोनाल्डो ने कभी भी खुलासा नहीं किया है।

रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) के अन्य बच्चों के नाम मातेओ (Mateo), ईवा मारिया (Eva Maria)

और अलाना मार्टिनेज (Alana Martinez) है।

मातेओ (Mateo) और ईवा मारिया (Eva Maria) रोनाल्डो के जुड़वा बच्चे हैं,

जिनका जन्म 8 जून, 2017 को सरोगेसी के जरिए हुए था। 

जबकि इनकी बेटी अलाना मार्टिनेज का जन्म 12 नवंबर 2017 को हुआ था

और इनकी बेटी की मां इनकी वर्तमान की गर्लफ्रेंड है।

Cristiano Ronaldo

क्रिस्टियानो रोनाल्डो का क्लब कैरियर (Cristiano Ronaldo Club Career):

2007-08  के सीजन में  इंग्लिश पावरहाउस मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ गोल्डन शू पुरस्कार  का ख़िताब अपने नाम किया।

2008 में युनाइटेड को चैंपियंस लीग का ख़िताब  दिलाया और 2007-08  के सीजन के लिए  वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर का ख़िताब जीता।

2009  में भी युनाइटेड को चैंपियंस लीग के फाइनल में पहुँचाया लेकिन फाइनल में बार्सिलोना से हर गया।

इसके बाद रोनाल्डो स्पेन के रियल मैड्रिड के साथ 131 मिलियन डॉलर के साथ शामिल हो गया।

वह 2010-11 सीज़न के दौरान ला लीगा के इतिहास में सबसे अधिक गोल (40) किये : He scored the most goals (40) in the history of La Liga during the 2010–11 season.

2011-12 में रोनाल्डो ने मैड्रिड के साथ ला लीगा चैंपियनशिप का ख़िताब जीता

और 46 गोल के साथ व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ गोल किया।

2013  में  मैड्रिड और पुर्तगाली राष्ट्रीय टीम के साथ कुल 66  गोल किये और  अपना दूसरा फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर का ख़िताब जीता।

2014 में 52 गोल के साथ  मैड्रिड को चैंपियंस लीग का खिताब दिलाया

और एक बार फिर बैलन डी’ओर पुरस्कार का ख़िताब जीता।

2010 से फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर ख़िताब को  बैलन डी’ओर पुरस्कार कहा जाने लगा।

2015-16 में 35 गोल के साथ रियल को चैम्पियन बनाया और 2016 में अपना चौथा बैलन डी’ओर ख़िताब जीता।

2016-17 में भी 42 गोल के साथ रोनाल्डो ने  रियल को चैम्पियन बनाया और अपना पांचवां बैलन डी’ओर ख़िताब जीता।

2017-18 में 44 गोल के साथ वह  रियल को लगातार तीसरी बार चैम्पियन बनाया।

जुलाई 2018 में  वह इतालवी बिजलीघर जुवेंटस के साथ 132 मिलियन डॉलर के साथ 4 साल का अनुबंध किया।

बाद में वह जुवेंटस को छोड़ मैनचेस्टर यूनाइटेड  में लौट आये लेकिन यूनाइटेड के साथ दूसरा कार्यकाल उतना अच्छा नहीं रहा।

नवंबर 2022 में वह अनुबंध समाप्त कर दिसंबर 2022  में सऊदी अरब के क्लब अल नास्र में शामिल हो गए।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो का अंतर्राष्ट्रीय कैरियर (Cristiano Ronaldo International Career):

अगस्त 2003 में रोनाल्डो को पुर्तगाल की राष्ट्रीय टीम में जगह मिला।

2006 के फीफा वर्ल्ड कप में पुर्तगाल के चौथे स्थान पर रहने वाले प्रमुख खिलाड़ी बने और उन्हें 2008 में पुर्तगाल राष्ट्रीय टीम का कप्तान बनने का अवसर मिला।

2014 के फीफा वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और उनकी टीम ग्रुप-स्टेज के मुकाबले में ही संघर्ष करती रही।

2016 में  वह पुर्तगाल को यूरोपीय चैंपियनशिप का ख़िताब दिलाया जो की देश का पहला प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खिताब था।

2018 के फीफा वर्ल्ड कप में वह शानदार प्रदर्शन किया 4 मैचों में 4 गोल किये और पुर्तगाल को नॉकआउट दौर में पहुँचाया।

4  साल बाद रोनाल्डो पांच अलग-अलग विश्व कप में गोल करने वाले पहले खिलाडी बने।

2022 के फीफा वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में हार के साथ उनका 2022 के फीफा वर्ल्ड कप(2022 FIFA World Cup) जितने का सपना खत्म हो गया।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो का कैरियर (Cristiano Ronaldo Career):

रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo)  8 साल की उम्र में Andorinha Sport Club में शामिल हो गए

और अपने खेल को बेहतर करने में लग गए।  उसके बाद 1995 में वह पुर्तगाल का नेशनल क्लब में शामिल हो गए।

12 साल की उम्र में Sporting CP  से जुड़े और अपने होम टाउन से  लिस्बन से Alcochete  में शिफ्ट हो गए।

वहां और भी बेहतर खिलाड़ी बन गए थे।

14 वर्ष की उम्र में वह सोच लिया था की उनको एक फुटबॉलर ही बनना है।

फिर वह अपनी माँ की सलाह पर पढ़ाई छोड़ दी और फुटबॉल को ही अपना करियर बनाया।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो के रिकॉर्ड (Cristiano Ronaldo Record):

बैलन डी’आर (Ballon d’Or) अवार्ड फुटबॉल खेल जगत का सबसे उच्च अवार्ड है।

इस अवार्ड को क्रिस्टियानो (Cristiano Ronaldo) ने कुल पांच बार जीता हुआ है

और इसी के साथ वह इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पांच बार ये अवार्ड जीत रखा है।

पांच बार वर्ल्ड सॉकर प्लेयर ऑफ द इयर पुरस्कार जीतने का भी रिकॉर्ड क्रिस्टियानो के नाम है।

वह पहले ऐसे फुटबॉलर भी हैं जिन्होंने प्रोफेशनल लीग के लगातार दो सत्रों में 40 गोल किए हुए हैं।

वह लगातार शीर्ष -5 लीग में 50 गोल किए हुए हैं और इनका ये रिकॉर्ड तोड़ना काफी मुश्किल है।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो की गर्लफ्रेंड (Cristiano Ronaldo Girlfriends):

क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) का नाम कई लड़कियों के साथ जोड़ा गया है

और वह कई अभिनेत्रियों और मॉडल्स को डेट भी किया हुआ है।

उनकी कई सारी गर्लफ्रेंड रहे चुकी हैं और इनकी गर्लफ्रेंड के नाम इस प्रकार हैं,

करीना फेरो (पुर्तगाली मॉडल), जॉर्डन जाडेल (ब्राजील मॉडल), मेर्चे रोमेरो (पुर्तगाली मॉडल),

सोराया चाव्स (पुर्तगाली मॉडल), मिया जुडेकन, जेम्मा स्टोरे, टाइस, जेम्मा एटकिन्सन (ब्रिटिश सुपरमॉडल),

बिपाशा बसु, नेरेडा गैलार्डो, पेरिस हिल्टन, किम कर्दाशियन, इरीना और जॉर्जिना रोड्रिगेज।

इस वक्त क्रिस्टियानो, जॉर्जिना रोड्रिगेज को डेट कर रहे हैं और इन दोनों को सबसे पहले

एक साथ साल 2016 में देखा गया था।

जॉर्जिना रोड्रिगेज का रिलेशनशिप क्रिस्टियानो के साथ साथ उनके बच्चों के साथ भी काफी अच्छा है

और अक्सर इन्हें क्रिस्टियानो के बच्चों के साथ देखा गया है।

इसके अलावा ये क्रिस्टियानो के एक बच्चे की मां भी हैं।

माना ये भी जा रहा है कि वह जल्द ही जॉर्जिना रोड्रिगेज से विवाह भी करने वाले हैं

और हाल ही में क्रिस्टियानो की मां ने भी एक इंटरव्यू में क्रिस्टियानो के जल्द ही शादी करने की हिंट दी थी।

क्रिस्टीयानो रोनाल्डो की संपत्ति (assets of cristiano ronaldo) :

क्रिस्टीयानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) की कुल संपत्ति तकरीबन 800 मिलियन डालर है

जिन की भारतीय रुपयों में कीमत तकरीबन 6087 करोड़ रुपए होगी।

अगर बात करें क्रिस्टीयानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) की सैलरी की तो उन्हें हर साल तकरीबन 820 करोड रुपए सैलरी के रूप में मिलते हैं।

यानी कि अगर महीने की कमाई की बात करें तो वह हर महीने तकरीबन 68 करोड रुपए की कमाई करते है।

और इसी आधार पर अगर एक दिन की बात करें तो वह रोज लगभग 3.15 करोड़ रुपए की कमाई करते हैं

या फिर यूं कह लीजिए के वह हर महीने 3 करोड़ से अधिक पैसा कमाते हैं।

हालांकि विश्लेषकों की अलग-अलग रिपोर्ट में रोनाल्डो की नेटवर्थ और कुल संपत्ति को लेकर काफी अंतर भी है।

फोर्ब्स के अनुसार क्रिस्टीयानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) की नेटवर्थ 490 मिलियन US डालर है।

हालांकि चेक नॉलेज नाम की एक वेबसाइट के अनुसार साल 2022 में रोनाल्डो की नेटवर्थ से तकरीबन 690 मिलियन यूएस डॉलर के करीब है।

अगर दिसंबर 2022 की बात करें तो वेल्थीगोरिल्ला वेबसाइट रिपोर्ट के मुताबिक रोनाल्डो की नेटवर्थ तकरीबन 500 मिलियन डॉलर है।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो से जुड़े फैक्ट (facts about cristiano ronaldo):

क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo)  का नाम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्डो रीगन के नाम से लिया गया है.

वह आज तक शराब का सेवन नही किया क्योंकि उनके पिताजी शराब का अधिक सेवन करते थे जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई थी.

वह रक्त दान करने में सबसे आगे है इसलिए वो हमेशा गलत चीजों से दूर रहते है.

रोनाल्डो जब छलांग लगते है तो उस समय टाइगर से कई ज्यादा ताकत लगते है।

वह दुनिया के सबसे महंगे खिलाडियों में से एक है।

FAQ

रोनाल्डो कौन है? – Who is Ronaldo?

क्रिस्टीयानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) एक बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी है जो पुर्तगाल की राष्ट्रीय टीम से खेलते हैं।

रोनाल्डो का पूरा नाम क्या है? – What is Ronaldo’s full name?

उनका पूरा नाम क्रिस्टियानो रोनाल्डो दोस सैंटोस अवेइरो(cristiano ronaldo dos santos aveiro) है।

दुनिया के नंबर वन फुटबॉलर कौन है? – Who is the number one footballer in the world?

पुर्तगाल के क्रिस्टीयानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) ने 196 मैचों में 118 गोल कर पुरुषों के फुटबॉल में सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय गोल किए हैं। 2003 में पुर्तगाल की राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण करने के बाद से क्रिस्टियानो रोनाल्डो नियमित रूप से गोल कर रहे हैं और उनके नाम 10 हैट्रिक भी दर्ज हैं, जो अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में भी सबसे अधिक है।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो की कुल संपत्ति 2022 में कितनी है? (How much is Cristiano Ronaldo’s net worth in 2022?)

उनकी कुल कमाई 800 मिलियन डॉलर (करीब 6087 करोड़ रुपए) है।

रोनाल्डो कैसे फेमस हुआ? (How did Ronaldo become famous?)

महज आठ साल की उम्र में वह लोकल टीम के लिए फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था।

उनके बेहतरीन प्रदर्शन के चलते उनका चयन वर्ल्ड अंडर-17 टीम में हो गया।

उनकी प्रतिभा कम उम्र में ही दिखने लगी थी।

CR7 का मतलब क्या है? : What does CR7 mean?

CR7 का मतलब फुटबॉल खिलाड़ी Cristiano Ronaldo से है जो 7 नंबर की जर्सी पहनते हैं, इसीलिए यह उनका उपनाम भी है।

इंस्टाग्राम पर रोनाल्डो के कितने फॉलोवर्स हैं? -cristiano ronaldo instagram followers

इस समय Cristiano Ronaldo के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 507 मिलियन फॉलोवर्स हैं।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो के कितने बच्चे हैं? – How many children does Cristiano Ronaldo have?

Cristiano Ronaldo 2 बेटे और 2 बेटियों के पिता हैं।

2010 में वो पहली बार क्रिस्टियानो जूनियर(cristiano ronaldo jr.) के पिता बने थे। 

हालांकि वो अपने पहले बच्‍चे की मां का नाम उजागर नहीं किया है।

रोनाल्डो अपनी पत्नी से कैसे मिले? – How did Ronaldo meet his wife?

वह अपनी पत्नी से 2019 में ITV के साथ एक स्पष्ट साक्षात्कार में मिले.

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तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बनने वाले पुष्प कमल दहल कौन है ? (Who is Pushpa Kamal Dahal, who became the Prime Minister of Nepal for the third time?) https://learnwithvikas.com/pushpa-kamal-dahal/ https://learnwithvikas.com/pushpa-kamal-dahal/#respond Sat, 31 Dec 2022 10:50:49 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=2204 पुष्प कमल दहल कौन है? (Pushpa Kamal Dahal): Pushpa Kamal Dahal (पुष्प कमल दहल) तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री नियुक्त किये गए। उन्हें “प्रचंड” के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने  माओवादी विद्रोह का नेतृत्व था और नेपाल में राजशाही शासन को समाप्त कर लोकतांत्रिक गणराज्य की व्यवस्था शुरू करने का श्रेय इन्ही को […]

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पुष्प कमल दहल कौन है? (Pushpa Kamal Dahal):

Pushpa Kamal Dahal (पुष्प कमल दहल) तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री नियुक्त किये गए।

उन्हें “प्रचंड” के नाम से भी जाना जाता है।

उन्होंने  माओवादी विद्रोह का नेतृत्व था और नेपाल में राजशाही शासन को समाप्त कर

लोकतांत्रिक गणराज्य की व्यवस्था शुरू करने का श्रेय इन्ही को जाता है।

लोकतांत्रिक देश नेपाल के पहले प्रधानमंत्री बनने का सौभाग्य भी पुष्प कमल दहल को ही मिला।

वह इससे पहले 2008-09 और फिर 2016-17 तक दो बार नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।

Pushpa Kamal Dahal

पुष्प कमल दहल का जन्म स्थान (Pushpa Kamal Dahal Birth Place):

पुष्प कमल दहल का जन्म 11 दिसंबर 1954 को मध्य नेपाल के कास्की जिले  के धिकुरपोखरी में हुआ था।

उनके परिवार एक गरीब किसान थे। उनके पिता का नाम मुक्तिराम दहल और माता का नाम भवानी दहल है।

पुष्प कमल दहल का शिक्षा (Pushpa Kamal Dahal Education):

11 साल की उम्र में उनके परिवार चितवन चले आये जहाँ उनकी पढ़ाई हुई।

चितवन में ही वह एक स्कूली शिक्षक के संपर्क में आये और उनका कम्यूनिज्म की तरफ रूचि बढ़ा।

इसके बाद 1975 में चितवन के रामपुर के के इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर ऐंड एनीमल साइंस से

कृषि विज्ञान में स्नातक किया।

पुष्प कमल दहल का राजनितिक कैरियर (Pushpa Kamal Dahal Political Career):

वह 1975 में यूएसएआईडी में शामिल हुए, फिर 1981 में दहल  नेपाल की

अंडरग्राउंड कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हो गए।

इसके बाद उनकी राजनीतिक प्रतिष्ठा बढ़ी और 1989 में उन्हें नेपाल की

कम्युनिस्ट पार्टी (मशाल) का महासचिव चुना गया।

बाद में यही पार्टी  नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) बन गयी।

1990 में लोकतंत्र की बहाली तक वह गुप्त रूप से काम  कर रहे थे।

1996 में जब नेपाल में राजशाही शासन का विद्रोह  शुरू हुआ तो शुरू के 10 वर्षो तक

वह अंडरग्राउंड रहे। जिसमे वह 8 साल भारत में ही  बिताए थे।

उन्होंने 1996 से 2006 तक दस वर्षों तक सशस्त्र संघर्ष नेतृत्व किया।

जो ही 2006 में एक व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त हुआ।

वह नेपाल में गृह युद्ध के बाद शांति प्रक्रिया और नेपाली संविधान सभा में नेपाल की

कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का नेतृत्व किया।

2008 के चुनाव में उनकी पार्टी ने सबसे अधिक वोट प्राप्त किया और वह प्रधानमंत्री बने।

2009 में उन्होंने  सेना प्रमुख के पद से जनरल रूकमंगुड कटवाल को बर्खास्त करने का प्रयास किया,

लेकिन राष्ट्रपति राम बरन यादव ने उनका विरोध किया

जिसके वजह से उन्होंने अपने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।

प्रचंड के पीएम बनने के बाद भारत के साथ रिश्तों पर क्या पड़ सकता है असर (What can be the impact on relations with India after Prachanda becomes PM?):

पुष्प कमल दहल(Pushpa Kamal Dahal) ने अपने विद्रोह के आठ साल भारत में ही बिताये थे।

लेकिन वह कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा से जुड़े है। 

इसके साथ ही उनकी सहयोगी पार्टी के नेता केपी शर्मा ओली भी कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा से जुड़े हुए है।

दूसरी ओर, भारत का वर्तमान सरकार दक्षिणपंथी विचारधारा से ज्यादा प्रभावित है।

ऐसे में यह दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रभावित कर सकता है।

इसके अलावा, दो साल पहले जब केपी शर्मा ओली नेपाल के प्रभारी थे,

तब वे चीन के साथ बीआरआई समझौते पर हस्ताक्षर करने के इच्छुक थे।

इस वजह से भी नेपाल की नयी सरकार भारत के लिए परेशानी की वजह बन सकती है।

इस नयी में सरकार सबसे अधिक हिस्सेदारी केपी शर्मा ओली की पार्टी की है।

ऐसे में इस नयी सरकार में उनका भी दखलंदाजी देखने को मिल सकता है।

नतीजतन, कालापानी और लिपुलेख को लेकर पहले जो विवाद शुरू  हुआ था,

वह अब फिर से सामने आ सकता है।

पुष्प कमल दहल की पत्नी (Pushpa Kamal Dahal Wife):

पुष्पा कमल दहल की पत्नी का नाम सीता पौडेल (Sita Poudel) है।

उनकी शादी 15 वर्ष की उम्र में ही हो गया था।

उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है। गंगा दहल, प्रकाश दहल, ज्ञानू के.सी।

सीता दहल या सीता पौडेल पार्किसन जैसे लक्षण वाली दिमागी बीमारी से पीड़ित हैं।

उनका इलाज मुंबई के न्यूरोजेन ब्रेन एंड स्पाइन इंस्टीट्यूट  से चल रहा है।

इससे पहले वह अपना इलाज अमरीका और सिंगापुर में भी करा चुकी है। 

पुष्प कमल दहल का नेट वर्थ (Pushpa Kamal Dahal Net Worth):

पुष्प कमल दहल(Pushpa Kamal Dahal) सबसे धनी और सबसे लोकप्रिय राजनेताओं में से एक हैं।

उनकी कुल संपत्ति 5 मिलियन डॉलर है।

पुष्प कमल दहल 13 साल  तक अंडरग्राउंड रहे।

दहल अपने बचपन में गरीबी को देखा था, उनके माता पिता एक गरीब किसान थे।

वामपंथी दलों के लिए उनकी प्राथमिकता बाद में बदल गई।

1981 में, वह नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य बने।

उन्होंने 1989 में पार्टी के प्रमुख के रूप में पदभार संभाला।

1990 में नेपाल में लोकतंत्र की वापसी के बावजूद, प्रचंड ने 13 साल अंडरग्राउंड होकर जीवन बिताया।

पुष्प कमल दहल तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने।

पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) को तीसरी बार नेपाल का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है।

राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने उन्हें नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया।

शेर बहादुर देउबा के साथ सहमति न बनने के बाद दोनों का गठबंधन टूट गया। 

पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने दहल का समर्थन किया है।

दोनों पार्टियों ने बारी-बारी से सरकार चलाने का फैसला किया है।

वह  2008-2009 और 2016-2017 के बीच भी  प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया।

राजनीति में प्रवेश करने से पहले दहल नेपाल में माओवादी विद्रोह का नेतृत्व किया था।

उनके ट्विटर अकाउंट का नाम भी कामरेड प्रचंड है।

यह ऐसा समय था उनके बारे में कोई जानकारी नहीं थी, तब उन्होंने पार्टी के गुप्त विंग का नेतृत्व किया।

जबकि बाबूराम भट्टाराई ने विधायिका में यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट के नेता के रूप में कार्य किया।

बाबूराम भट्टाराई ने 4 फरवरी, 1996 को नेपाल के प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा को 40 मांगों की एक सूची भेजी।

और मांग पूरी न होने पर उन्होंने गृहयुद्ध की धमकी दी।

इसमें राष्ट्रवाद, लोकतंत्र और आजीविका से संबंधित मांग थी।

बाद में इन मांगों को 40 से घटा कर 24 कर दिया गया।

भारत से पुष्प कमल दहल का रिश्ता कैसा है ?

नेपाल के प्रधान मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, दहल (Pushpa Kamal Dahal) ने गृहयुद्ध के दौरान भारत  आ चुके है।

उन्होंने साल 2022 में तीन दिवसीय भारत यात्रा की।

दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।

उन्होंने इस दौरान दोनों देशों के बीच सीमा विवाद का मुद्दा उठाया।

इसके अलावा उन्होंने यहां 1950 के भारत-नेपाल मैत्री समझौते में संशोधन का अनुरोध किया।

उन्होंने दावा किया था कि कुछ ऐतिहासिक समस्याओं की खोज की गई थी

और उन्हें दूर करने की आवश्यकता थी।

यह संभव है कि प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद वह इस विषय को फिर से उठाएंगे।

पीएम मोदी ने पुष्प कमल दहल  को बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के नवनिर्वाचित पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) को बधाई दी।

मोदी ने कहा कि वह दोनों देशों की दोस्ती को और मजबूत करने के लिए प्रचंड के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।

पीएम मोदी ने एक ट्वीट में लिखा, नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने पर दहल को हार्दिक बधाई।

भारत और नेपाल के अद्वितीय संबंध गहरे सांस्कृतिक जुड़ाव और जनता से जनता के बीच

गर्मजोशी भरे संबंधों पर आधारित हैं।

मैं इस दोस्ती को और आगे बढ़ाने लिए आपके साथ सहयोग करने के लिए उत्साहित हूं।

पुष्प कमल दहल पहले एक शिक्षक थे

राजनीति में आने से पहले पुष्प कमल दहल एक शिक्षक थे।

साल 1972 में, उन्होंने चितवन के शिव नगर के एक स्कूल में पढ़ाया

और फिर 1976 से 1978 तक नवलपरासी के डंडा हायर सेकेंडरी स्कूल

और गोरखा के भीमोडाया हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाया।

पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) लोकतांत्रिक देश नेपाल के पहले प्रधानमंत्री  बने थे।

उनके नेतृत्व में, सीपीएन (माओवादी) ने 10 अप्रैल, 2008 को हुए चुनावों में 220 सीटें जीतीं,

जिससे यह 601 सदस्यीय संविधान सभा में बहुमत वाली पार्टी बन गई।

अगले महीने नई विधानसभा ने नेपाल को एक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करने के लिए मतदान किया,

जिससे राजशाही समाप्त हो गई और 15 अगस्त को प्रचंड  को प्रधान मंत्री के रूप में चुना गया।

हालांकि वह इस पद पर अधिक समय तक रह नहीं सके।

2009 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया।

इसके बाद, 2016 में उन्हें एक बार फिर प्रधान मंत्री चुना गया।

उनकी पार्टी और नेपाली कांग्रेस पार्टी एक सत्ता-साझाकरण समझौता किया था।

समझौते की शर्तों के अनुसार, प्रचंड ने मई 2017 में इस्तीफा दे दिया

और नेपाली कांग्रेस के प्रमुख शेर बहादुर देउबा ने उनकी जगह ली।

पुष्प कमल दहल(Pushpa Kamal Dahal) ने 237 साल पुरानी राजशाही शासन को समाप्त किया

सीपीएन (माओवादी) ने 13 फरवरी, 1996 को कई पुलिस स्टेशनों पर हमले के साथ

राजशाही को खत्म करने के लिए अपना विद्रोही अभियान शुरू किया।

विद्रोह के 10 वर्षों के दौरान, प्रचंड अंडरग्राउंड रहे और तब 8 साल उन्होंने भारत में बिताए। 

उनके अभियान ने नेपाल की 237 साल पुरानी राजशाही को समाप्त कर दिया। 

जून 2006 में प्रधान मंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला और विपक्षी नेताओं के साथ देश की

नई सरकार के निर्माण पर बातचीत करने के लिए एक बैठक में प्रचंड ने अपनी सार्वजनिक उपस्थिति दी

और उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी.।

नवंबर 2006 में व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने से, सीपीएन (माओवादी) ने प्रचंड को

नई सरकार के प्रमुख के रूप में स्थापित करने के लिए काम किया।

पूरी तरह से राजनीति में आने से पहले कमल दहल नें 13 सालों तक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर काम किया।

वे नेपाल के कुछ गिने-चुने नेताओं में शुमार हैं, जो लगातार 32 सालों से पार्टी के उच्च पद को संभाल रहे हैं।

नेपाल में 10 सालों तक कमल दहल प्रचंड ने हिंदू राजशाही का विरोध किया था।

उन्होंने साल 1996 से लेकर 2006 तक सशस्त्र संघर्ष को लीड किया।

इस दौरान वो 10 सालों के लिए अंडरग्राउंड रहे, जिसमें 8 साल भारत में बिताए।

हालांकि प्रचंड के नेतृत्व वाले अभियान को आखिरकार सफलता मिली और अंततः नेपाल की

237 साल पुरानी राजशाही को समाप्त करने के अपने लक्ष्य में वो सफल रह्.

ये सारी चीजें नवंबर 2006 में एक व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद खत्म हुआ.

नेपाल की नयी सरकार गठबंधन की सरकार है

नेपाल में पुष्प कमल दहल के नेतृत्व  में जो सरकार बनने जा रही है वह कई मानने में ‘जुगाड़ु’ सरकार है।

इस बार 6 दलों के आपसी गठबंधन के बाद ही पुष्प कमल ‘प्रचंड’ को पीएम बनने का मौका मिला है।

नेपाल के 6 दलों के आपसी गठबंधन वाली सरकार में पुष्प कमल दहल को

169 सदस्यों का समर्थन मिला हुआ है।

अगर इसमें शामिल पार्टियों के बारे में बात किया जाए तो सीपीएन-यूएमएल के 78,

माओवादी केंद्र के 32, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के 20, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के 14,

जनता समाजवादी पार्टी के 12, जनमत पार्टी के 6, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के 4 सांसद

और 3 निर्दलीय विधायक उनके समर्थन में हैं।

पुष्प कमल दहल 1980 में अखिल नेपाल राष्ट्रीय मुक्त छात्र संघ का नेतृत्व किया

कमल दहल प्रचंड (Pushpa Kamal Dahal) को साल 1980 में अखिल नेपाल राष्ट्रीय मुक्त छात्र संघ का नेतृत्व करने का काम सौंपा गया।

फिर साल 1983 में सीपीएन की केंद्रीय समिति के लिए चुने गए, जो जल्द ही विभाजित हो गई।

1989 में महासचिव के पद पर भी आसीन हुए।

प्रचंड ने 1995 में माओवादी झुकाव को दिखाने के लिए अपनी पार्टी का नाम

बदलकर नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी कर दिया।

पुष्प  कमल दहल का पीएम के रूप में कार्यकाल:

उनके नेतृत्व में, सीपीएन ने 10 अप्रैल, 2008 के चुनावों में 220 सीटें जीतीं

और 601 सदस्यीय संविधान सभा में सबसे बड़ी पार्टी बन गई

और राजशाही समाप्त होने के बाद 15 अगस्त को पहली बार पीएम चुने गए.।

लेकिन अगले सिर्फ एक साल 2009 तक ही पीएम रहे।

पहली बार पीएम बनने के ठीक 8 साल बाद 2016 अगस्त में  संविधान सभा की ओर से फिर उन्हें पीएम चुना गया।

इस बार भी वो मात्र 1 साल तक के लिए पीएम रहे और मई 2017 में पीएम पद छोड़ना पड़ा,

जिसके बाद नेपाली कांग्रेस के नेता शेर बहादुर देउबा ने उनकी जगह ली।

2022  में पुष्प कमल दहल को तीसरी बार नेपाल का नेतृत्व करने के लिए चुना गया,

राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने उन्हें नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया।

शेर बहादुर देउबा के साथ सहमति न बनने के बाद दोनों का गठबंधन टूट गया।

इसके बाद  पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने दहल का समर्थन किया है।

दोनों पार्टियों ने बारी-बारी से सरकार चलाने का फैसला किया है।

FAQ :

1. पुष्प कमल दहल कौन है? (Who is Pushpa Kamal Dahal?)

दहल एक खास मूल का एक नेपाली उपनाम है, और भारत के कुछ क्षेत्रों में मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर में भी प्रचलित है।

2. पुष्प कमल दहल की उम्र क्या है? (What is the age of Pushpa Kamal Dahal?)

उनका उम्र 68 साल है।  ( जन्म  – 11 दिसंबर, 1954)

3. पुष्प कमल दहल का जन्म कहाँ हुआ था? (Where was Pushpa Kamal Dahal born?)

उनका  जन्म 11 दिसंबर 1954 को मध्य नेपाल के कास्की जिले  के धिकुर पोखरी में हुआ था।

4. पुष्प कमल दहल कितनी बार प्रधानमंत्री बने? (How many Times Pushpa Kamal Dahal became prime minister?)

2022 के नेपाली आम चुनाव के बाद पुष्प कमल दहल को 25 दिसंबर 2022 को तीसरी बार प्रधान मंत्री नियुक्त किया गया।

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भारत के जाने माने बॉलर जसप्रीत बुमराह की कहानी (Story of India’s famous bowler Jasprit Bumrah) https://learnwithvikas.com/jasprit-bumrah/ https://learnwithvikas.com/jasprit-bumrah/#respond Mon, 26 Dec 2022 14:01:54 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=2058 Jasprit Bumrah एक भारतीय क्रिकेटर हैं जो भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेल के सभी प्रारूपों में खेलते हैं। उनका पूरा नाम जसप्रीत जसबीरसिंह बुमराह है उनका जन्म 6 दिसंबर 1993 को अहमदाबाद, गुजरात में हुआ था। वह भारत का सबसे तेज गेंदबाज है और वह लगातार 140 से 145 किमी प्रति घंटे के […]

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Jasprit Bumrah एक भारतीय क्रिकेटर हैं जो भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेल के सभी प्रारूपों में खेलते हैं।

उनका पूरा नाम जसप्रीत जसबीरसिंह बुमराह है उनका जन्म 6 दिसंबर 1993 को अहमदाबाद, गुजरात में हुआ था।

वह भारत का सबसे तेज गेंदबाज है और वह लगातार 140 से 145 किमी प्रति घंटे के बीच गेंदबाजी करता है।

वह इन-स्विंगिंग यॉर्कर डिलीवरी में भी माहिर हैं।

बुमराह भारत के दाएं हाथ के तेज मध्यम गेंदबाज हैं जो घरेलू स्तर पर गुजरात के लिए

और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते है।

मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए बुमराह ने 4 अप्रैल 2013 को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 3/32 लेकर,

एक सफल इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत की।

उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला के लिए जनवरी 2016 में

भारत की ट्वेंटी-20 अंतर्राष्ट्रीय टीम में घायल मोहम्मद शमी की जगह ली। 

बुमराह ने 2018-19 में भारतीय क्रिकेट टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान

एक टेस्ट में अपना तीसरा पांच विकेट लेने का कारनामा किया,

जिसमें 6/33 के करियर के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े दर्ज किए गए।

उसी वर्ष, वह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में पांच विकेट लेने वाले पहले एशियाई गेंदबाज बने।

बुमराह के नाम घरेलू घर में टेस्ट डेब्यू करने से पहले विदेश सबसे ज्यादा टेस्ट खेलने का भारतीय रिकॉर्ड भी है।

 टी20 क्रिकेट में 250 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज  हैं।

यह रिकॉर्ड उन्होंने मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मुकाबले में बनाया था।

जसप्रीत बुमराह  का व्यक्तिगत जीवन (Personal Life of Jasprit Bumrah)

बुमराह का जन्म अहमदाबाद, गुजरात स्थित सिख पंजाबी परिवार में हुआ था।

जब बुमराह 5 साल के थे, तब उनके पिता जसबीर सिंह का निधन हो गया।

उनकी मां दलजीत बुमराह ने उनका पालन-पोषण किया, जो अहमदाबाद, गुजरात में एक स्कूली शिक्षिका है। 

उन्होंने 15 मार्च, 2021 को गोवा में मॉडल संजना गणेशन से शादी की।

संजना गणेशन पुणे, महाराष्ट्र की रहने वाली है और वो पूर्व मिस इंडिया फाइनलिस्ट रह चुकी हैं

साथ ही वो 2014 में एमटीवी के स्प्लिट्सविला की प्रतिभागी भी रह चुकी है।

उन्होंने 15 मार्च, 2021 को स्टार स्पोर्ट्स टीवी होस्ट संजना गणेशन से शादी की

और अपने पारिवारिक जीवन की शुरुआत की।

जसप्रीत बुमराह का क्रिकेट कैरियर (Cricket Career of Jasprit Bumrah)

बुमराह का पहला आईपीएल विकेट विराट कोहली का था, पहला टी 20 आई विकेट डेविड वार्नर था,

पहला वनडे विकेट स्टीव स्मिथ था, और  पहला टेस्ट विकेट एबी डिविलर्स था।

जसप्रीत बुमराह का घरेलू क्रिकेट कैरियर (Indian Premier League career of Jasprit Bumrah):

2013-14 सीज़न में, बुमराह ने गुजरात के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला

और अक्टूबर 2013 में विदर्भ के खिलाफ अपनी शुरुआत की।

2012-13 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में, गुजरात के दाएं हाथ के तेज-मध्यम गेंदबाज

बुमराह ने महाराष्ट्र के खिलाफ अपना टी-20 डेब्यू किया और मैन ऑफ द मैच जीतकर अपनी टीम को टूर्नामेंट जीतने में मदद की।

फाइनल मैच में पंजाब पर गुजरात की जीत के लिए उनका 3/14 का प्रदर्शन महत्वपूर्ण था।

ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे के दौरान, 11 दिसंबर, 2020 को, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ

अपना पहला प्रथम श्रेणी अर्धशतक लगाया।

जसप्रीत बुमराह का इंडियन प्रीमियर लीग कैरियर (Indian Premier League career of Jasprit Bumrah)

जब बुमराह ने अपने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शुरुआत की

और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 3/32 का प्रदर्शन कर सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया।

बुमराह ने मुंबई इंडियंस के लिए पेप्सी आईपीएल 2013 2 मैच खेले,

फिर भी टीम ने उन्हें 2014 सीजन के लिए रखने का फैसला किया।

आईपीएल 2019 में बुमराह ने मुंबई इंडियन से खेलते हुए 19 विकेट चटकाए और विनर टीम का हिस्सा रहे।

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में मुंबई इंडियंस (MI) के जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने

कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सिर्फ 10 रन देकर 5 विकेट लिये।

यह उनका  का टी-20 क्रिकेट में यह बेस्ट फिगर गेंदबाजी है।  

उन्होंने 9 बॉल के अंतर में ही पांच विकेट लिए।

अपने चार ओवरों में, जसप्रीत बुमराह( (Jasprit Bumrah)) ने केवल 10 रन दिए, जिनमें से एक मेडन था।

इसके अलाबे, उन्होंने अपने पूरे स्पेल में केवल एक चौका दिया और 18 डॉट बॉल फेंकी।

आईपीएल 2022  के दौरान जसप्रीत बुमराह 17 मई 2022 को

टी20 क्रिकेट में 250 विकेट पूरे करने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए

Jasprit Bumrah

जसप्रीत बुमराह का अंतरराष्ट्रीय कैरियर (International Career of Jasprit Bumrah)

जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) अगस्त 2016 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी20ई श्रृंखला के दौरान

एक कैलेंडर वर्ष में ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में सबसे अधिक विकेट (28) लेने वाले गेंदबाज बन गये

और उन्होंने नीदरलैंड के डिर्क नानेस के रिकॉर्ड को तोड़ा।

बुमराह ने जनवरी 2017 में इंग्लैंड के 2016-17 के भारत दौरे के दूसरे टी20ई मैच में दो विकेट लिए

और 20 रन दिए, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

बुमराह ने 2017 की श्रीलंका यात्रा के दौरान पांच या उससे कम मैचों की

द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला में किसी भी तेज गेंदबाज के सर्वाधिक विकेट (15) अपने नाम किया।

उन्हें नवंबर 2017 में  दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के लिए भारत की टेस्ट टीम में शामिल किया गया था।

5 जनवरी, 2018 को केप टाउन के न्यूलैंड्स में, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।

बुमराह ने जोहान्सबर्ग में खेले गए 2017-18 में दक्षिण अफ्रीका के भारत दौरे के तीसरे टेस्ट के दौरान

18.5 ओवरों में 5/54 के आंकड़ों के साथ एक टेस्ट में अपना पहला पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया।

2018 के भारत दौरे के बॉक्सिंग डे पर 6/33 के करियर के सर्वश्रेष्ठ आंकड़ों के साथ,

बुमराह ने एक ही वर्ष में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में पांच विकेट लेने वाले

पहले एशियाई गेंदबाज बनकर इतिहास रच दिया।

उन्होंने कुल 21 विकेट लिये और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज नाथन लियोन के साथ संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।

टेस्ट क्रिकेट के अपने पहले वर्ष में Bumrah ने 48 विकेट लिये(Bumrah took 48 wickets in his first year of Test cricket)

टेस्ट क्रिकेट के पदार्पण वर्ष में सबसे ज्यादा विकेट लेने भारतीय गेंदबाज बन गये Jasprit Bumrah

2018 में उनके प्रदर्शन की वजह से ICC द्वारा उन्हें विश्व टेस्ट XI और ODI XI दोनों के लिए चुना गया था।

उन्हें अप्रैल 2019 में 2019 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था।

बुमराह ने  5 जून, 2019 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना 50वां एकदिवसीय मैच खेला।

और  6 जुलाई, 2019 को श्रीलंका के खिलाफ अपना 100वां एकदिवसीय विकेट लिया,

और मोहम्मद शमी के बाद सबसे तेज 100 एकदिवसीय विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय बन गये।

अगस्त 2019 में बुमराह ने भारत के वेस्टइंडीज दौरे के शुरुआती टेस्ट के दौरान दूसरी पारी में

7 रन देकर 5 विकेट लेने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में चौथी बार पाँच विकेट लिया।

उन्होंने दूसरे टेस्ट में हैट्रिक बनाई, ऐसा करने वाले तीसरे भारतीय बने।

विदेश में 17 टेस्ट खेलने के बाद,  फरवरी 2021 में बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ

एमए चिदंबरम स्टेडियम में भारत में अपना पहला टेस्ट मैच खेला।

बुमराह 2022 के विजडन फाइव क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर में से शामिल होने वाले में से एक थे।

बुमराह ने 1 जुलाई, 2022 को इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में

रोहित शर्मा के स्थान पर पदभार संभाला, जो COVID-19 के कारण खेलने में असमर्थ थे।

वह टेस्ट क्रिकेट के एक ओवर में सबसे ज्यादा रन (35) बनाने वाले खिलाडी है(He is the player who scored the most runs (35) in an over of Test cricket.)।

2 जुलाई, 2022 को, जसप्रीत बुमराह ने  स्टुअर्ट ब्रॉड द्वारा फेंके गए टेस्ट क्रिकेट के एक ओवर में

35 रन बनाये और ब्रायन लारा के 28 रन  के रिकॉर्ड को तोड़ दिया जो की पिछले 18 साल से लारा के नाम था। 

उन्होंने 12 जुलाई, 2022 को इंग्लैंड के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में 6/19 रन बनाए,

जो इंग्लैंड के खिलाफ भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था और कुल मिलाकर वनडे में भारत का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।

17 जुलाई, 2022 को ICC द्वारा बुमराह को ODI में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज चुना गया।

अगस्त 2022 में चोट की वजह से एशिया कप से बाहर हो गये लेकिन बाद में  सितंबर में  उन्हें टी20 विश्व कप टीम में चुना गया।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन में से दो टी-20 में भाग लिया लेकिन फिर से चोट की वजह से टी20 विश्व कप से भी बाहर हो गये।

जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) टेस्ट में भारत के लिए सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले तेज गति वाले गेंदबाज हैं ये रिकॉर्ड उन्होंने 2021 इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के दौरान बनाया था।

बुमराह भारत के लिए टी-20 में सबसे ज्यादा 64 विकेट लेने वाले बॉलर हैं(Bumrah is the highest wicket-taker for India in T20 with 64 wickets)

उन्होंने ये कारनामा 2021 में T20 वर्ल्ड कप में स्कॉटलैंड के खिलाफ 2 विकेट लेकर हासिल किया था।

नियमित उप-कप्तान केएल राहुल की अनुपस्थिति के कारण, बुमराह को फरवरी 2022 में श्रीलंका के खिलाफ टी20ई और टेस्ट श्रृंखला के लिए भारत का उप-कप्तान चुना गया था।

मार्च 2022 में श्रीलंका के खिलाफ बुमराह का पहला टेस्ट पांच विकेट  भारत में दूसरे डे-नाइट टेस्ट में  आया।

वह टेस्ट मैच में कपिल देव के बाद कप्तान के रूप में काम करने वाले देश के दूसरे तेज गेंदबाज है(He is the second fast bowler from the country after Kapil Dev to serve as captain in a Test match.)

जसप्रीत बुमराह को 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में टीम इंडिया की कमान सौंपी गई है।

रोहित शर्मा के कोरोना टेस्ट पॉजिटिव हो जाने के कारण उन्हें यह मौका दिया गया।

बुमराह भारतीय टेस्ट टीम के 36वें कप्तान थे।

वह 1983 के विश्व कप चैंपियन कपिल देव के बाद कप्तान के रूप में काम करने वाले देश के पहले तेज गेंदबाज भी है।

उन्होंने 2022 में भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन टेस्ट मैच में स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 35 रन बनाकर टेस्ट इतिहास में एक ओवर में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया।

जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी शैली (Bowling style of Jasprit Bumrah)

बुमराह अपने अजीबोगरीब  एक्शन के लिए प्रसिद्ध  है उनका रन-अप छोटा होता है, जिसमें पहले भाग में छोटे, हकलाने वाले कदम होते हैं चरण छोटे, स्थिर कदम हैं।

इस तरह के एक्शन के वावजूद वो बहुत तेज गेंदबाजी करते है जिससे की बल्लेबाजों को उसकी गेंदबाजी को पढ़ने में कठिनाई होती है क्योंकि उनकी गेंद अजीबोगरीब जगह रिलीज भी  होती है।

वह अक्सर अंतिम ओवर में भारत के लिए गेंदबाजी करते है।

वह अक्सर यॉर्कर, शॉर्ट लेंथ गेंदें और ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करता है।

बुमराह की अपरंपरागत बॉलिंग एक्शन उनकी पीठ पर अत्यधिक बोझ डालता है

जो उनकी पीठ की समस्याओं का कारण है,जिसकी वजह से वह लगातार फिटनेस से जूझते रहते है और भारतीय टीम नियमित नहीं रह पाते।

असामान्य गेंदबाजी गति के कारण, अक्सर चोट की सम्भावना बनी रहती है ।

उसके पास बहुत कम रन-अप है, जो लैंड करते समय उसकी पीठ पर बहुत ज्यादा दबाव डालता है,

जिससे चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।

उसका गेंदबाजी एक्शन फ्रंट-ऑन होता है, और इस प्रकार के एक्शन से गेंदबाज़

अपने कंधे और पीठ से गति उत्पन्न करते हैं, जिससे चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है।

बुमराह भारतीय टीम की सीमित ओवरों के क्रिकेट में  टीम के लिये एक मूल्यवान सदस्य बन गये हैं।

जसप्रीत बुमराह भारतीय तेज गेंदबाजो में एक है (Jasprit Bumrah is one of the Indian fast bowlers)

जसप्रीत बुमराह को 142 किमी/घंटा की औसत गति के साथ गेंदबाजी करने के कारण

सबसे तेज भारतीय गेंदबाजों में से एक माना जाता है।

उनकी सबसे तेज गति 153 किमी/घंटा है, जिसे उन्होंने एडिलेड ओवल में

ऑस्ट्रेलिया 2018 के भारत दौरे के पहले टेस्ट मैच के दौरान मिचेल स्टार्क 

और पैट कमिंस को पीछे छोड़ते हुए बनाया था।

मिचेल जॉनसन, वसीम अकरम और ब्रेट ली उनके पसंदीदा गेंदबाज है

और उन्होंने जॉनसन और मलिंगा से भी बहुत कुछ सीखा है।

वह हर वरिष्ठ गेंदबाज से सीखने की कोशिश करते रहते है।

जसप्रीत बुमराह के रिकॉर्ड्स (Records of Jaspreet Bumrah)

बुमराह  ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक विकेट(28) लेने वाले गेंदबाज है।

टेस्ट क्रिकेट के पदार्पण वर्ष में वह सबसे ज्यादा विकेट(48) लेने भारतीय गेंदबाज है। 

वह एकदिवसीय क्रिकेट में मोहम्मद शमी के बाद सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय है।

वह टी20 क्रिकेट में 250 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज  हैं।

बुमराह टेस्ट में हैट्रिक बनाने वाले तीसरे भारतीय है।

वह टेस्ट क्रिकेट के एक ओवर में सबसे ज्यादा रन(35) बनाने वाले खिलाडी है।

जसप्रीत बुमराह टेस्ट में भारत के लिए सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले तेज गति वाले गेंदबाज हैं।

वह टेस्ट मैच में कपिल देव के बाद कप्तान के रूप में काम करने वाले देश के दूसरे तेज गेंदबाज है।

जसप्रीत बुमराह के नाम घरेलू टेस्ट डेब्यू करने से पहले

विदेश में सबसे ज्यादा टेस्ट खेलने का भारतीय रिकॉर्ड भी है।

जसप्रीत बुमराह मैरिज लाइफ (jasprit bumrah marriage life)

जसप्रीत और संजना गणेशन (jasprit bumrah and sanjana ganesan) काफी समय से लाइव इन में रह रहे थे।
शादी से पहले संजना गणेशन को क्रिकेट की बिलकुल भी समझ नहीं थी।
15 March 2021 को जसप्रीत और संजना गणेशन शादी के बंधन में बंध गए।

FAQ

जसप्रीत बुमराह की पत्नी का नाम क्या है?(What is the name of Jasprit Bumrah’s wife?)

संजना गणेशन(Sanjana Ganesan)

जसप्रीत बुमराह की उम्र कितनी है ?(How old is Jasprit Bumrah?)

29 years

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2022 के गोल्डन बूट विजेता किलियन एम्बाप्पे की जीवनी (Biography of 2022 Golden Boot winner Kylian Mbappe) : https://learnwithvikas.com/kylian-mbappe/ https://learnwithvikas.com/kylian-mbappe/#respond Thu, 22 Dec 2022 14:05:44 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1984 Kylian Mbappe फ्रांस के बेहतरीन युवा फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक  हैं। युवा फ्रांसीसी फुटबॉलर ने कतर में खेले गए फीफा विश्व कप के फाइनल में अर्जेंटीना के खिलाफ़ बेहतरीन प्रदर्शन किया। किलियन एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने केवल 100 सेकंड के अंतराल में दो गोल करके फ्रांस को अंत तक खेल में बनाए रखा। फाइनल मुकाबले […]

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Kylian Mbappe फ्रांस के बेहतरीन युवा फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक  हैं।

युवा फ्रांसीसी फुटबॉलर ने कतर में खेले गए फीफा विश्व कप के फाइनल में अर्जेंटीना के खिलाफ़ बेहतरीन प्रदर्शन किया।

किलियन एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने केवल 100 सेकंड के अंतराल में दो गोल करके फ्रांस को अंत तक खेल में बनाए रखा।

फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना ने फ्रांस पर 4-2 से जीत दर्ज की,

लेकिन अंतिम गेम में एम्बाप्पे और लियोनेल मेस्सी(liyonel messee) के बीच एक अनोखा टकराव देखने को मिला।

इस मुकाबले में फ्रांस के 23 साल के एम्बाप्पे ने हैट्रिक बनाकर इतिहास रच दिया था।

जबकि उन्होंने पूरे खेल में 8 गोल के साथ फीफा विश्व कप में अधिक गोल करने का रिकॉर्ड बनाया।

किलियन एम्बाप्पे का  जीवन परिचय (Biography of Kylian Mbappe):

एम्बाप्पे 23 साल के एक युवा फुटबॉल खिलाडी है ।

मात्र 23 साल की उम्र में  किलियन एम्बाप्पे  ने बहुत सारे विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किये है।

फीफा विश्व कप 2022 के आखिरी मैच में फ्रांस को अर्जेंटीना से हार का सामना करना पड़ा था,

लेकिन पूरे टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने के लिए उन्हें गोल्डन बूट अवार्ड(golden boot award) से सम्मानित किया गया।

उनका जन्म 20 दिसंबर, 1998 को  फ्रांस के बोंडी में हुआ था।

बोंडी को “दंगों का शहर” कहा जाता है क्यूँकि यहाँ अक्सर दंगे फसाद होते रहते हैं।

ऐसे शहर से निकलकर एक बेहतरीन युवा फुटबॉल खिलाड़ी का आना और फ्रांस का नाम रोशन करना गर्व की बात है।

एम्बाप्पे ने फीफा वर्ल्ड कप 2022(fifa world cup 2022) चैंपियनशिप गेम में हैट्रिक लगाकर इतिहास रच दिया।

महज 19 साल की उम्र में एम्बाप्पे को विश्व कप में फ्रांस का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला।

23 साल की उम्र में उन्होंने दो बार वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया है।

इसके अतिरिक्त, एम्बाप्पे ने 2018 फीफा विश्व कप में भाग लिया।

किलियन एम्बाप्पे की पारिवारिक पृष्ठभूमि (family background of Kylian Mbappe) :

एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) के दो भाई हैं, जाइरस केम्बो-एकोको और एथन एडेमी एम्बाप्पे

उनकी माता का नाम फ़ैज़ा एम्बाप्पे लामारी है और उनके पिता का नाम विल्फ्रेड एम्बाप्पे  है।

एम्बाप्पे के दो भाइयों में से एक Kembo-Ekoko को उनके पिता विल्फ्रेड एम्बाप्पे(wilfred embappe) ने गोद लिया था।

उनके पिता विल्फ्रेड एम्बाप्पे नाइजीरियाई  और कैमरूनियन हैं,  जबकि फ़ैज़ा एम्बाप्पे लामारी एक अल्जीरियाई मूल के हैं।

एम्बाप्पे के पिता wilfred embappe शरण लेने के लिए फ्रांस चले गए थे।

उन्होंने स्थायी रूप से रहने के लिए अल्जीरियाई-फ्रांसीसी महिला फ़ैज़ा लमारी से शादी कर ली थी।

किलियन एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने अपने माता-पिता के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने अपने सहज एथलेटिक्स को बढ़ावा दिया।

कोचिंग शुरू करने से पहले, उनके पिता विल्फ्रेड एम्बाप्पे(wilfred embappe) ने कैमरून में कई वर्षों तक फुटबॉल खेला।

इसके विपरीत, उनकी मां एक प्रसिद्ध हैंडबॉल खिलाड़ी थीं, जो फ्रांस के प्रथम श्रेणी में खेलती थीं।

उसका नाम फैज़ा लामारी है जो अल्जीरियाई है।

एम्बाप्पे के पिता ने 25 साल तक एएस बौंडी के युवा खिलाड़ियों को कोचिंग दी।

इससे पहले कि उन्हें पद दिया जाता, विल्फ्रेड ने उन्हें पड़ोस के बच्चों के साथ खेलने के लिए प्रोत्साहित किया।

एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) के माता-पिता बनने के समय उनका पहले से ही एक दत्तक पुत्र,

जैर केम्बो-एकोको था, जो एक पेशेवर फ़ुटबॉल खिलाड़ी है।

वह फ़्रांस के लिए एक पूर्व युवा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और वर्तमान में तुर्की क्लब

बर्सास्पोर के लिए एक स्ट्राइकर के रूप में खेलते हैं।

एथान एम्बाप्पे , एम्बाप्पे के छोटे भाई है, जो PSG-12s के लिए खेलता है।

Kylian Mbappe

किलियन एम्बाप्पे की प्रारंभिक शिक्षा (Early Education of Kylian Mbappe)

किलियन एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने 6 से 11 वर्ष की उम्र से, कंज़र्वेटरी म्यूज़िक स्कूल में पढ़ाई की।

यहाँ उन्होंने संगीत और बांसुरी बजाना सीखा। उन्हें गायन और संगीत से प्यार से  है।

उन्हें अभी भी अपने गायन और संगीत प्रशिक्षक, सेलाइन बोगनिनी की यादें ताजा हैं।

उन्हें पढ़ाई में ख़ास दिलचस्वी नहीं रही थी इसलिए उन्होंने अपना अधिकांश समय फुटबॉल पर ही दिया।

किलियन एम्बाप्पे का फुटबॉल का सफर:

साल 2004 में जब एम्बाप्पे मात्र 6 साल के थे तब से ही

वो फुटबॉल में महारत हासिल करने के लिए फुटबॉल की कक्षाएं लेनी आरम्भ कर दिए थे।

कुछ समय बाद एम्बाप्पे ने फ्रेंच राष्ट्रीय फुटबॉल अकादमी में दाखिला लिया।

फ्रांस का राष्ट्रीय फुटबॉल केंद्र क्लेयरफोंटेन से एम्बाप्पे ने फुटबॉल के  बारीकियों को सीखा।

इसके बाद, बड़े बड़े यूरोपियन क्लब जैसे रियल मैड्रिड, मैनचेस्टर सिटी, बायर्न म्यूनिख,

लिवरपूल ने उन्हें ट्रायल के लिए आमंत्रित किया।

किलियन एम्बाप्पे(Kylian Mbappe)  पहली बार 12 साल की उम्र में यूरोपीय टीमों से मिले थे।

वह  इंग्लैंड के  चेल्सी ट्रेल में, इंग्लैंड की खिलाड़ियों के साथ मैच खेला जिसमे उनके टीम ने चार्लटन (8-0) को हराया।

कई यूरोपीय क्लबों के साथ असफल बातचीत करने के बाद,

एम्बाप्पे ने मोनाको के साथ हस्ताक्षर करने का फैसला किया।

2016 में , किलियन एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने 17 गोल के साथ मोनाको को  लीग 1  का ख़िताब दिलाया।

2018 में एम्बाप्पे को 2018 विश्व कप के लिए फ्रांस की टीम में शामिल किया गया

और फ्रांस को फीफा विश्व कप जिताने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा।

एम्बाप्पे को फीफा विश्व कप 2022 में फ्रांस का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला,

उन्होंने इस खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ पर्दशन किया और  कई रिकॉर्ड अपने नाम किये।

फीफा विश्व कप 2022 में एम्बाप्पे को गोल्डन बूट अवार्ड से सम्मानित किया

फीफा विश्व कप में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी को गोल्डन बूट सम्मान दिया जाता है

और एम्बाप्पे ने कुल 8 गोल किये

उसने फाइनल मुकाबला में हैट्रिक गोल लगा कर अर्जेंटीना के कप्तान लियोनेल मेसी को पीछे छोड़ दिया।

एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने अब तक फ्रांस के लिए दो विश्व कप खेले हैं।

उनकी टीम ने पिछली बार चैंपियन बनी थी, और इस बार  चैम्पियन बनने से चूक गयी ।

2018 फीफा विश्व कप फ्रांस ने जीता था। उस समय भी एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने कुल 4 गोल किए थे।

एम्बाप्पे ने 19 साल की उम्र में फाइनल मुकाबल में गोल करने का रिकॉर्ड बनाया था।

इस मामले में सिर्फ पेलेही उनसे आगे है, जिन्होंने 17 वर्ष की आयु में ही फाइनल  में

गोल करने का कीर्तिमान स्थापित किया था।

फाइनल मुकाबल में हैट्रिक बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने

भले ही फ्रांसीसी टीम विश्व कप ट्रॉफी अपने घर नहीं ले गई, लेकिन एम्बाप्पे ने सभी का स्नेह प्राप्त किया।

वह इस संस्करण में कुल आठ गोल के साथ शीर्ष स्कोरर रहे और गोल्डन बूट अवार्ड अपने नाम किया।

एम्बाप्पे ने इस विश्व कप फाइनल में अपने तीन गोलों के अलावा 2018 विश्व कप फाइनल में एक गोल किया था।

वह चार गोल के साथ विश्व कप फाइनल में सर्वोच्च स्कोरर थे।

चैंपियनशिप में एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने हैट्रिक बनाई। वह ऐसा करने वाले केवल दूसरे खिलाड़ी थे।

1966 में इंग्लैंड के ज्योफ हर्स्ट ने उनसे पहले जर्मनी के खिलाफ चैंपियनशिप मैच में तीन गोल किए थे।

फीफा विश्व कप फाइनल मुकाबले में हैट्रिक बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने एम्बाप्पे

एम्बाप्पे ने फाइनल मैच में हैट्रिक गोल कर इतिहास रच दिया।

उन्होंने इस मैच में पिछड़ रही फ्रांस के लिए दो मिनट से भी कम समय में दो गोल दागे।

फिर उन्होंने एक्स्ट्रा टाइम में भी अपनी टीम के लिए एक गोल किया।

एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) गोल्डन बूट की रेस में भी सबसे आगे रहे।

वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी रहे और कुल 8 गोल किये।

किलियन एम्बाप्पे का प्रारंभिक कैरियर (Early Career of Kylian Mbappe):

एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने अपने करियर की शुरुआत एएस बॉन्डी से की, जो उनके पिता विल्फ्रेड द्वारा चालू किया गया था। 

आखिरकार, वह क्लेयरफोंटेन अकादमी में चले गए, जहां कई फ्रांसीसी क्लबों और रियल मैड्रिड, चेल्सी,

लिवरपूल, मैनचेस्टर सिटी और बायर्न म्यूनिख के लिए प्रभावशाली प्रदर्शन की मेजबानी की,

उन्हें साइन करने का प्रयास किया।

11 साल की उम्र में, रियल मैड्रिड ने एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) को अपने अंडर-12 के साथ प्रशिक्षण लेने

और क्लब की सुविधाओं का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया।

14 साल की उम्र में उन्होंने चेल्सी के आमंत्रण के बाद लंदन की यात्रा की, चार्लटन एथलेटिक के

खिलाफ उनकी युवा टीम के लिए एक मैच खेल रहे थे। उसके बाद वो मोनाको चले आये।

अक्टूबर 2015 में, एम्बाप्पे को लियोनार्डो जार्डिम द्वारा मोनाको की बी-टीम में एक

खिलाडी के तौर पर लाया गया था, लेकिन उनके कौशल और परिपक्वता के वजह से

उन्हें केवल तीन सप्ताह के बाद मुख्य टीम में पदोन्नति के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने अपनी पहली टीम की शुरुआत दो महीने बाद 2 दिसंबर 2015 को कैन के

खिलाफ 1-1 लीग 1 होम ड्रॉ में की, 88 मिनट के बाद फैबियो कोएंट्राओ की जगह ली।

इसलिए वह 16 साल और 347 दिनों की उम्र में मोनाको का सबसे कम उम्र का पहला टीम खिलाड़ी बन गया,

जिसने थिएरी हेनरी के 21 साल पहले के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

20 फरवरी 2016 को, एम्बाप्पे ने क्लब की पहली टीम के लिए अपना पहला गोल किया

और 17 साल और 62 दिन की उम्र में, वह मोनाको के इतिहास में सबसे कम उम्र का पहला

टीम गोल करने वाला खिलाड़ी बन गया। 

6 मार्च 2016 को, एम्बाप्पे ने अपने पहले पेशेवर अनुबंध पर हस्ताक्षर किए,

जो कि तीन साल के लिए था, जिससे वह जून 2019 तक मोनाको से ही जुड़े रहे।

सफलता और लीग उपाधि (Breakthrough and league title):

एम्बाप्पे ने अपने करियर की पहली हैट्रिक 14 दिसंबर 2016 को स्टेड लुई II में

कूप डे ला लिग राउंड ऑफ़ 16 में रेन्नेस को 7-0 से हराकर  बनाई थी।

यह  1997 में सन्नी एंडरसन के बाद से किसी भी मोनाको खिलाड़ी द्वारा लगाया पहली हैट्रिक थी।

11 फरवरी 2017 को, Mbappé ने Metz पर 5-0 की घरेलू जीत में अपने करियर की

पहली Ligue 1 हैट्रिक बनायीं थी। 18 साल और दो महीने की उम्र में वह जेरेमी

मेनेज़ के 2005 में सोशॉक्स के लिए लीग 1 हैट-ट्रिक स्कोर करने वाले

सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।

21 फरवरी को, एम्बाप्पे ने 40वें मिनट में मोनाको का दूसरा गोल हाफ-वॉली के साथ किया।

यह उनका अब तक का पहला यूईएफए यूरोप लीग या यूईएफए चैंपियंस लीग गोल था

और वह यूईएफए चैंपियंस लीग के इतिहास में करीम बेंजेमा के बाद दूसरे सबसे युवा फ्रेंच खिलाडी बने।

5 मार्च को, एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने नांतेस पर 4-0 लिग 1 की घरेलू जीत में पहले हाफ में 2 गोल दागे

जिससे उनका लिग 1 करियर टैली 10 गोल तक पहुंच गया और पिछले 30 वर्षों में

लिग 1 में  10 गोल  करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।

5 मार्च को नैनटेस के खिलाफ उनके ब्रेस ने लीग 1 फुटबॉल के केवल 822 मिनट में

9 लीग 1 गोल और पांच लीग 1 सहायता के साथ 2016-17 सीज़न की उनकी संख्या बढ़ा दी।

11 मार्च को, उन्होंने बोर्डो के खिलाफ़ 2-1 लीग 1 की घरेलू जीत में एक गोल किया

और अपने अंतिम चार मुकाबलों में अपना सातवां लीग 1 गोल दर्ज किया।

लीग 1 प्लेयर ऑफ द ईयर (Ligue 1 Player of the Year) 2018–19:

जुलाई 2018 में, किलियन एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) को पीएसजी के साथ आगामी सीज़न के लिए 7 नंबर की जर्सी दी गई थी।

लुकास मौरा द्वारा खाली की गई स्क्वाड संख्या को लेते हुए एम्बाप्पे ने कहा,

“मैं पिच पर अच्छा करने की कोशिश करता रहता हूं और मुझे लगता है कि,

मेरे लिए, नंबर बदलने का यह सही समय था। नंबर 7 शर्ट एक महान है

एक और कई महान लोगों ने इसे पहना है। मुझे उम्मीद है कि मैं पिच पर

इस नंबर के साथ न्याय कर सकूंगा

सीज़न की अपनी पहली मैच में, एम्बाप्पे ने अंतिम 10 मिनट में 2 गोल किया

जिससे पीएसजी ने लीग 1 में गिंगमैम्प के खिलाफ 3-1 से जीत हासिल की।

लीग गेम में, एम्बाप्पे, कैवानी और नेमार के सामने  एंगर्स पर 3-1 से जीत दर्ज की।

1 सितंबर को, उन्होंने Nîmes पर 4-2 की जीत में स्कोर किया, लेकिन अपने करियर में

पहली बार चोट के समय में सीधे लाल कार्ड के साथ भेजा गया था।

“8 अक्टूबर को, किलियन एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) ने ल्यों पर 5-0 की घरेलू जीत में केवल 13 मिनट में 4

गोल किए और लीग 1 में अंतिम समय में खेल में चार गोल करने वाले

सबसे कम उम्र के खिलाड़ी (19 वर्ष और 9 महीने) बन गए।

3 दिसंबर को एम्बाप्पे(Kylian Mbappe) कोपा ट्रॉफी के उद्घाटन विजेता थे,

जिसे फ्रांस फुटबॉल द्वारा 21 वर्ष से कम आयु के विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को प्रदान किया जाता है।

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जानिये कैसे द्रौपदी मुर्मू बनीं भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति? (Know how Draupadi Murmu became India’s first woman tribal president?) https://learnwithvikas.com/%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8c%e0%a4%aa%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%82/ https://learnwithvikas.com/%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%8c%e0%a4%aa%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a5%82/#respond Fri, 16 Dec 2022 14:19:57 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1876 द्रौपदी मुर्मू भारत में भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व करती हैं । आज इस ब्लॉग के माध्यम से हम भारत की वर्तमान राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू के जीवन और उनके राष्ट्रपती बनने तक के सफ़र के बारे में बात करेंगे । आज के समय में एक महान राजनीतिक हस्ती द्रौपदी मुर्मू भारत में भारतीय जनता पार्टी […]

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द्रौपदी मुर्मू भारत में भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व करती हैं ।

आज इस ब्लॉग के माध्यम से हम भारत की वर्तमान राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू

के जीवन और उनके राष्ट्रपती बनने तक के सफ़र के बारे में बात करेंगे ।

आज के समय में एक महान राजनीतिक हस्ती

द्रौपदी मुर्मू भारत में भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व करती हैं ।

वह एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों में सबसे आगे थी ।

यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ उम्मीदवार थे ।

आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर की रहने वाली हैं।

द्रौपदी मुर्मू 2022 के राष्ट्रपती का चुनाव जीत चुकी हैं

और इस प्रकार वह भारत की राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने वाली

केवल दूसरी महिला और पहली आदिवासी महिला है।

भारत के पंद्रहवें और वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हैं।

वह पूर्व में झारखंड की राज्यपाल होने के साथ-साथ ओडिशा कैबिनेट मंत्री भी थीं।

मुर्मू ओडिशा के अलग-थलग पड़े मयूरभंज के आदिवासी समाज में

एक मामूली घर में पले-बढ़े थे।

उन्होंने ओडिशा के राज्य सिंचाई विभाग के लिए एक कनिष्ठ सहायक

और एक सहायक शिक्षक के रूप में काम किया है।

सत्तारूढ़ एनडीए सरकार ने 21 जून, 2022 को अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में

ओडिशा के एक 64 वर्षीय आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू के नाम की  घोषणा की।

द्रौपदी मुर्मू को लगभग सभी पार्टी का समर्थन मिला और वह भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बन गयी ।

द्रौपदी मुर्मू की शैक्षिक पृष्ठभूमि क्या है ? (What is the educational background of Draupadi Murmu?)

उपरबेड़ा गांव के पड़ोस के प्राथमिक विद्यालय में मुर्मू ने

प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की।

पांच साल की उम्र में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए वह भुवनेश्वर आ गईं।

उन्होंने अपनी माध्यमिक शिक्षा गर्ल्स हाई स्कूल यूनिट 2 में पूरी की

और भुवनेश्वर के रमा देवी महिला कॉलेज में कला में स्नातक की पढ़ाई की।

राजनीति में आने से पहले द्रौपदी मुर्मू ने एक शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया था।

रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में,

वह एक सहायक प्रोफेसर के पद पर हैं।

उन्हें उड़ीसा सरकार के सिंचाई विभाग द्वारा एक कनिष्ठ सहायक के रूप में नियुक्त किया गया था।

कौन हैं द्रौपदी मुर्मू? (Who is Draupadi Murmu?)

भारत के पंद्रहवें और वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हैं।

वह पूर्व में झारखंड की राज्यपाल होने के साथ-साथ ओडिशा कैबिनेट में मंत्री भी थीं।

मुर्मू ओडिशा के अलग-थलग पड़े मयूरभंज आदिवासी सामाज में एक अत्यंत मामूली परिवार में पली बढ़ी है ।

वह  ओडिशा के राज्य सिंचाई विभाग के लिए

एक कनिष्ठ सहायक और एक सहायक शिक्षक के रूप में काम किया है।

द्रौपदी मुर्मू

द्रौपदी मुर्मू का प्रारंभिक जीवन (Early life of Draupadi Murmu)

द्रौपदी मुर्मू का जन्म 28 जून, 1958 को हुआ था।

उनका जन्म मयूरभंज के उपरबेड़ा के ओडिशा गाँव में

संथाली वंश में हुआ था।

पंचायती राज ढांचे के तहत, द्रौपदी मुर्मू के पिता

और दादा को सरपंच के रूप में चुना गया था।

द्रौपदी मुर्मू का विवाह श्याम चरण से हुयी थी।

शादी करने के बाद उनके दो बेटे और एक बेटी हुई।

लेकिन उन्होंने महज चार साल में ही अपने पति और दोनों बेटों को खो दिया।

मुर्मू का राजनीतिक करियर क्या है ?( what is Political Career of Draupadi Murmu)

द्रौपदी मुर्मू 1997 में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) में शामिल हुईं।

उन्हें रायरंगपुर नगर पंचायत पार्षद के रूप में सेवा देने के लिए चुना गया था।

उन्हें 2000 में रायरंगपुर नगर पंचायत की अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

उन्होंने भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया।

उन्होंने भाजपा और बीजू जनता दल गठबंधन के तहत 6 मार्च से

6 अगस्त 2000 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार

के साथ राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया,

और उन्होंने 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन

और पशु संसाधन विकास के प्रभारी के रूप में भी कार्य किया।

वह 2000 से 2004 तक रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए

ओडिशा की पूर्व मंत्री और विधानसभा सदस्य थीं।

2006 में द्रौपदी मुर्मू को भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा

ओडिशा इकाई का अध्यक्ष नामित किया गया है।

2015 में द्रौपदी मुर्मू झारखंड की नई राज्यपाल बनी।

वह झारखंड के राज्यपाल के रूप में सफलतापूर्वक

सेवा समाप्त करने वाली पहली व्यक्ति थीं।

वर्तमान में द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति हैं।

18 जुलाई, 2022 को हुए राष्ट्रपति चुनाव में,

उन्होंने यशवंत सिन्हा को आसानी से हराते हुए लगभग 64% वोट प्राप्त किया।

झारखंड के राज्यपाल के रूप में द्रौपदी मुर्मू का कार्य (Draupadi Murmu’s work as the Governor of Jharkhand)

द्रौपदी मुर्मू ने 9 मई, 2015 को झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में

इतिहास रचते हुए पद की शपथ ली।

इसके अतिरिक्त, वह पहली उड़ीसा की आदिवासी नेता महिला थीं

जिन्हें भारतीय राज्य का राज्यपाल नामित किया गया था।

1908 के छोटा नागपुर टेनेंसी एक्ट और 1949 के संथाल परगना टेनेंसी

एक्ट को बदलने के लिए झारखंड विधान सभा द्वारा अपनाया गया

एक उपाय 2017 में झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू द्वारा खारिज कर दिया गया था।

इस योजना की गारंटी होगी कि आदिवासियों को अनुमति देते समय

भूमि का स्वामित्व नहीं बदलता है और सदस्यों को व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए

इसका उपयोग करने की अनुमति होगी ।

लेकिन द्रौपदी मुर्मू ने रघुवर दास के नेतृत्व वाले भाजपा प्रशासन से

आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए किए जाने वाले सुधारों के बारे में स्पष्टीकरण की मांग की।

द्रौपदी मुर्मू का शिक्षण कैरियर (Teaching Career of Draupadi Murmu)

राजनीति में आने से पहले द्रौपदी मुर्मू ने एक शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया था।

रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में,

वह एक सहायक प्रोफेसर के पद पर काम कर चुकी हैं।

उन्हें उड़ीसा सरकार के सिंचाई विभाग द्वारा एक

कनिष्ठ सहायक के रूप में भी नियुक्त किया गया था।

भुवनेश्वर में रमा देवी महिला विश्वविद्यालय से द्रौपदी मुर्मू ने बीए की डिग्री हासील की।

द्रौपदी मुर्मू का पारिवारिक जीवन (Family life of Draupadi Murmu)

ओडिशा के उपरबेड़ा गांव के रायरंगपुर में एक संताली परिवार ने द्रौपदी मुर्मू को जन्म दिया।

उसका पहला नाम पुती टुडू था, लेकिन उसने अपने शिक्षक को इसे द्रौपदी में बदलने के लिए मना लिया।

उनके दादा और पिता, दोनों पारंपरिक ग्राम पंचायत के सदस्य, नेता थे।

द्रौपदी के पिता बिरंची नारायण टुडू एक किसान थे।

1980 में, उन्होंने बैंकर श्याम चरण मुर्मू से शादी की

शादी के बाद मुर्मू ने दो बेटे और एक बेटी को जन्म दिया ।

उसने 2009 और 2015 के बीच सात वर्षों में अपने पति, दो बेटों, मां और भाई को खो दिया।

वह आध्यात्मिकता के क्षेत्र में ब्रह्मा कुमारी समाज का भी पालन करती है।

2022 के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu, NDA’s presidential candidate in the 2022 presidential election)

2022 के भारतीय राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का प्रतिनिधित्व करने के लिए

द्रौपदी मुर्मू को जून 2022 में भाजपा द्वारा चुना गया था।

राष्ट्रपति अभियान 2022 के हिस्से के रूप में,

उन्होंने अपनी उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए भाजपा सांसदों

और अन्य विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों की पैरवी करने के लिए विभिन्न राज्यों की यात्रा की।

जब द्रौपदी मुर्मू ने पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा किया,

तो उन्हें ओडिशा के बीजद, झारखंड की झामुमो पार्टी,

महाराष्ट्र की शिवसेना, उत्तर प्रदेश की बसपा, कर्नाटक की जेडीएस सहित

कई प्रसिद्ध विपक्षी समूहों से समर्थन मिला।

जब मुर्मू ने भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली (When Draupadi Murmu took oath as the 15th President of India)

25 जुलाई, 2022 को द्रौपदी मुर्मू ने भारत के

पंद्रहवें राष्ट्रपति के रूप में पद की शपथ ली।

संसद के सेंट्रल हॉल में, भारत के मुख्य न्यायाधीश

एन.वी. रमना ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।

भारत के निवर्तमान (outgoing) राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद

और द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण शुरू होने से ठीक पहले

एक औपचारिक परेड में संसद में प्रवेश किया।

भारतीय राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण में सांसदों और विधायकों को

देश के पहले आदिवासी नेता के रूप में सेवा के लिए

चुनने के लिए धन्यवाद दिया।

उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रमुख के रूप में

अपने उद्घाटन भाषण में घोषणा की, “मैं देश की पहली राष्ट्रपति हूं,

जो स्वतंत्र भारत में पैदा हुई थी।”

स्वतंत्र भारत के लोगों के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की जो अपेक्षाएं थीं,

उन पर खरा उतरने के लिए हमें अपने प्रयासों में तेजी लाने की जरूरत है।

द्रौपदी मुर्मू के बारे में कुछ तथ्य जो शायद आप नहीं जानते होने होंगे। (Some facts about Draupadi Murmu that you might not know)

1. वह भारतीय राष्ट्रपति का पद संभालने वाली अनुसूचित जनजाति की पहली सदस्य हैं।

2. वह स्वतंत्र भारत में जन्मी पहली व्यक्ति हैं जिन्होंने राष्ट्र के राष्ट्रपति का पद संभाला है।

3. वह इस पद पर आसीन होने वाली पहली आदिवासी महिला थीं

और झारखंड की राज्यपाल के रूप में सेवा करने वाली पहली महिला थीं।

वह ओडिशा में राज्यपाल का पद संभालने वाली पहली महिला भी थीं।

4. उन्होंने 2002 से 2004 तक नवीन पटनायक की अध्यक्षता वाली

ओडिशा की भाजपा-बीजद गठबंधन सरकार में

कैबिनेट मंत्री के रूप में भी काम किया।

5. वह एक संताली परिवार में पैदा हुई थी और

ज्यादातर ओडिशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर के बैदापोसी पड़ोस से हैं।

6. उन्होंने भुवनेश्वर के रमा देवी महिला कॉलेज से कला में डिग्री हासिल करने के बाद

एक बैंकर श्याम चरण मुर्मू से शादी की।

7. उनका निजी जीवन विशेष रूप से परेशान करने वाला रहा है

क्योंकि उन्होंने 2009 से 2015 तक सात साल के दौरान अपने पति, दो बेटों, मां और भाई को खो दिया था।

8. श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की इतिश्री मुर्मू नाम की एक बेटी है

जो एक बैंकर के रूप में काम करती है

और उसकी शादी रग्बी खिलाड़ी गणेश हेम्ब्रम से हुई है।

9. उन्होंने 1979 से 1983 तक ओडिशा राज्य के सिंचाई और बिजली

विभाग में एक कनिष्ठ सहायक के रूप में काम किया।

तब से 1997 तक, उन्होंने रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर में एक शिक्षक के रूप में काम किया।

10. वह 13 वर्षों तक ब्रह्मा कुमारी संप्रदाय की सदस्य रही हैं।

श्याम चरण मुर्मू, एक बैंकर, राष्ट्रपति मुर्मू के पति थे।

वह एक लड़की और दो बेटों की मां है।

दुर्भाग्य से, उसने छह साल की अवधि के भीतर अपने पति और बेटों दोनों को खो दिया।

वह मई 2015 से जुलाई 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रहीं।

वह इस पद को भरने वाली पहली महिला थीं।

खबरों के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति भवन खाली करने का समय आने पर

राष्ट्रपति मुर्मू को एक गंभीर दावेदार के रूप में देखा गया था।

मुर्मू ने राजनीति की ओर आने से पहले एक शिक्षक के रूप में

अपना करियर शुरू किया था।

1979 से 1983 तक, उन्होंने सिंचाई और बिजली विभाग में

एक कनिष्ठ सहायक के रूप में भी काम किया।

1994 से 1997 तक उन्होंने मानद सहायक शिक्षक के रूप में भी कार्य किया।

1997 में, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी के साथ

अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।

उन्हें ओडिशा के रायरंगपुर जिले में पहली पार्षद के रूप में

सेवा देने के लिए चुना गया था।

उसके बाद, उन्होंने मयूरभंज विधानसभा सीट जीती

और फिर से एक विधायक (2000 और 2009) के रूप में चुनी गईं।

इसके अतिरिक्त, मुर्मू ने ओडिशा में भाजपा और

बीजद गठबंधन प्रशासन में मंत्री के रूप में कार्य किया।

एक अन्य मीडिया स्टोरी में दावा किया गया है कि

मुर्मू ने 2016 में रांची में कश्यप मेडिकल कॉलेज द्वारा चलाए जा रहे

रन ऑफ विजन इनिशिएटिव के लिए अपनी मंशा जाहिर की थी।

मुर्मू के दूसरे बेटे की हत्या के आसपास का रहस्य कथित तौर पर 2009 में सामने आया

जब मीडिया के सूत्रों के अनुसार, उनके 25 वर्षीय बेटे लक्ष्मण मुर्मू को उनके बिस्तर पर बेहोश पाया गया

और फिर एक निजी अस्पताल में भेजा गया।

बाद में, उन्हें राजधानी भुवनेश्वर के अस्पताल में लाया गया,

जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

मुर्मू को मिले पुरस्कार और सम्मान (Awards and honors received by Draupadi Murmu)

उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक होने के लिए 2007 में ओडिशा विधान सभा से नीलकंठ पुरस्कार मिला है।

निष्कर्ष (conclusion)

श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की जीवनी से हम सिख सकते है की

कैसे एक अत्यंत पिछरे समाज से आने वाली महिला अपने संघर्ष के कारण

आज भारत जैसे विशाल देश की राष्ट्रपति बन गयी।

द्रौपदी मुर्मू की जीवनी खास कर भारतीय महिला के लिए एक प्रेरणा है ।

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जानिये कौन है क्रिकेटर संजू सैमसन जिसे भारतीय टीम में मौका नहीं दिए जाने पर लगातार बातें हो रही हैं(Know who is the cricketer Sanju Samson, who is constantly talking about not being given a chance in the Indian team.) https://learnwithvikas.com/sanju-samson/ https://learnwithvikas.com/sanju-samson/#respond Fri, 09 Dec 2022 13:46:18 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1767 Sanju Samson का पूरा नाम संजू विश्वनाथ सैमसन है। वह एक  भारतीय क्रिकेटर है  और इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉयल्स और स्थानीय केरल टीम के कप्तान हैं। युवावस्था में केरल जाने से पहले  संजू सैमसन(Sanju Samso) ने दिल्ली में क्रिकेट खेलना शुरू किया। 2011 में केरल टीम में क्रिकेट के प्रथम श्रेणी में पदार्पण […]

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Sanju Samson का पूरा नाम संजू विश्वनाथ सैमसन है।

वह एक  भारतीय क्रिकेटर है  और इंडियन प्रीमियर लीग में

राजस्थान रॉयल्स और स्थानीय केरल टीम के कप्तान हैं।

युवावस्था में केरल जाने से पहले  संजू सैमसन(Sanju Samso) ने दिल्ली में क्रिकेट खेलना शुरू किया।

2011 में केरल टीम में क्रिकेट के प्रथम श्रेणी में पदार्पण करने से पहले,

उन्होंने जूनियर क्रिकेट में ख्याति प्राप्त की।

2013 में उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के साथ आईपीएल की शुरुआत की

और इमर्जिंग प्लेयर ऑफ ईयर का खिताब जीता।

उन्होंने 2019-20 विजय हजारे ट्रॉफी में निर्बाध 212 रन बनाए,

जिससे वह लिस्ट ए क्रिकेट में दोहरा शतक तक पहुंचने वाले

छठे भारतीय बल्लेबाज बन गए।

संजू सैमसन(Sanju Samson) का जन्म 11 नवंबर 1994 को केरल में हुआ था।

सैमसन 2022 में 27 साल के हो गए है ।

सैमसन का जन्म केरल के तिरुवनंतपुरम शहर के पुल्लुविला में हुआ था(Samson was born in Pulluvila, Thiruvananthapuram city of Kerala.)

संजू सैमसन(Sanju Samson) की राशि वृश्चिक है।

सैमसन की हाइट  1.70 मीटर  है।

संजू सैमसन(Sanju Samson) दाएं हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज हैं जो अपने दाहिने हाथ से बल्लेबाजी करते हैं।

वह दाएं हाथ के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज और विकेटकीपर हैं।  

वह 2014 के अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय अंडर-19 टीम के उपकप्तान थे।

2015 में  उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत के पहले टी20

अंतरराष्ट्रीय खेल में भाग लिया।

2021 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला एकदिवसीय मैच खेला।

संजू सैमसन और उनका परिवार (Sanju Samson’s  and his Family)

संजू सैमसन(Sanju Samso) के पिता का नाम सैमसन विश्वनाथ है।

सैमसन की मां का नाम लिगी विश्वनाथ है।

संजू सैमसन(Sanju Samso) के पिता एक सेवानिवृत्त फुटबॉल खिलाड़ी हैं,

जिन्होंने संतोष ट्रॉफी में दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया था

और कभी वह दिल्ली पुलिस में पुलिसकर्मी थे।

उसकी मां घर का काम काज देखती है।

सैली सैमसन संजू सैमसन(Sanju Samso) के बड़े भाई हैं।

सैली सैमसन केरल के लिए जूनियर क्रिकेट खेलते हैं

और एजी के कार्यालय के लिए काम  करते हैं।

संजू सैमसन(Sanju Samso) एक क्रिकेट खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करते हैं।

उनका जन्म 11 नवंबर, 1994 को केरल के तिरुवनंतपुरम के पास

पुल्लुविला गांव में हुआ था।

इस तथ्य के कारण कि उनके पिता एक पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी और कोच थे,

खेलों में उनकी रुचि जल्दी शुरू हुई।

संजू के बड़े भाई सैली सैमसन ने जूनियर स्तर का क्रिकेट खेला

और केरल का प्रतिनिधित्व भी किया।

Sanju Samson

संजू के पिता सैमसन विश्वनाथ को दिल्ली पुलिस ने एक पुलिसकर्मी के रूप में नियुक्त किया था(Sanju’s father Samson Vishwanath was appointed by the Delhi Police as a policeman.)

उन्होंने अपने शुरुआती साल जीटीबी नगर के करीब

उत्तरी दिल्ली की पुलिस आवासीय कॉलोनी में बिताए।

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के रोज़री सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की।

शालीमार बाग स्थित डीएल डीएवी मॉडल स्कूल की क्रिकेट अकादमी में

कोच यशपाल ने उन्हें खेल की बारीकियां सिखाईं।

वह युवावस्था से ही एक बेहद शानदार क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं,

हालांकि उन्हें दिल्ली अंडर 13 क्रिकेट टीम के लिए नहीं चुना गया था।

उसके बाद, उनके पिता ने स्वेच्छा से दिल्ली पुलिस विभाग छोड़ दिया,

और एक साल बाद उन्होंने फुटबॉल छोड़ने की भी घोषणा की।

उसके बाद, वह अपने पूरे परिवार के साथ केरल चले गए

ताकि संजू और उनके बड़े भाई सैली अपने क्रिकेट करियर को आगे बढ़ा सके।

केरल जाने के बाद दोनों मास्टर्स क्रिकेट क्लब से जुड़ गए।

संजू ने तब तिरुवनंतपुरम के मेडिकल कॉलेज ग्राउंड में कोच बीजू जॉर्ज से

क्रिकेट खेल में निर्देश प्राप्त किया।

संजू सैमसन का घरेलू क्रिकेट करियर (Domestic Cricket Career of Sanju Samson)

3 नवंबर, 2011 को, 17 साल के संजू सैमसन ने विदर्भ के खिलाफ

केरल रणजी टीम के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया।

2013-14 रणजी ट्रॉफी सैमसन के लिए ब्रेकआउट सीजन था,

जब उन्होंने वास्तव में प्रतिस्पर्धा करना शुरू किया।

पहले गेम की पहली पारी में असम के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र द्वारा कुल 323 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया गया।

लेकिन संजू सैमसन(Sanju Samson) ने असम की पारी से बेहतर प्रदर्शन किया,

और 211 रन बनाए  जो उनके करियर का उच्च स्कोर था जिससे केरल को 39 रन का महत्वपूर्ण लाभ मिला।

उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपना पहला दोहरा शतक 23 चौकों और 5 छक्कों से हासिल किया।

उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2013-14 के मैच को दूसरे दौर के प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर के रूप में समाप्त किया,

जिसमें 2 मैचों में 188.5 की औसत से 377 रन बनाए।

केरल टीम के सर्वोच्च स्कोरर  होने के साथ

उन्होंने छह मैचों (11 पारियों) में 58.88 की औसत से 530 रन बनाए।

सैमसन(Sanju Samson) ने 2019-20 सीज़न के दौरान घरेलू क्रिकेट में

अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जब उन्होंने गोवा के खिलाफ

विजय हजारे के लिए नाबाद दोहरा शतक लगाया।

केरल के विकेटकीपर बल्लेबाज ने लिस्ट ए क्रिकेट में सिर्फ 129 गेंदों पर नाबाद 212 रन बनाकर,

एक विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर

के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

सैमसन(Sanju Samson) ने आबिद अली के रिकॉर्ड को तोड़ा, जिन्होंने पहले रिकॉर्ड बनाया था,

जिन्होंने 2018 में पाकिस्तान में एक स्थानीय एक दिवसीय मैच में नाबाद 208 रन बनाए थे।

संजू सैमसन का आईपीएल क्रिकेट करियर (Sanju Samson’s IPL Cricket Career)

संजू सैमसन(Sanju Samson) ने कोलकाता नाइट राइडर्स से हारने से पहले रणजी ट्रॉफी सीज़न के बाद

बहुत ध्यान आकर्षित किया।

जब उनका कौशल अपने चरम पर पहुंच गया,

वह 2013 में राजस्थान रॉयल्स में चले गए, हालांकि वह उनके लिए खेलने में असमर्थ थे।

तीन साल तक संजू राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी क्रम का अहम हिस्सा रहे।

आईपीएल-7 में राजस्थान रॉयल्स का नेतृत्व करने वाले राहुल द्रविड़ का मानना है

कि सैमसन उन खिलाड़ियों की मौजूदा सूची में शामिल हैं

जो निकट भविष्य में भारत के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे।

संजू को इस प्रकार 2015 के आईपीएल सीजन के लिए राजस्थान रॉयल्स द्वारा बनाए रखा गया था।

लेकिन 15 मैचों में सिर्फ एक 50+ स्कोर के साथ,

संजू सैमसन(Sanju Samson) अपने लीग-विजेता राजस्थान रॉयल्स की मदद नहीं कर सके

क्योंकि वे नॉकआउट चरणों में चले गए थे।

हालांकि, 2016 में आरआर को आईपीएल से हटाए जाने के बाद,

दिल्ली डेयरडेविल्स ने सैमसन को खरीदा था (Delhi Daredevils bought Samson)

सैमसन ने अपने नए दस्ते को निराश नहीं किया,

दिल्ली टीम के तीसरे प्रमुख रन-स्कोरर के रूप में सीजन का अंत किया ।

11 अप्रैल, 2017 को, संजू ने राइजिंग पुणे सुपरजायंट के खिलाफ

आईपीएल 2017 मैच के दौरान पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में अपना पहला टी20 शतक बनाया।

जब राजस्थान ने जनवरी 2018 में आईपीएल में वापसी की,

तो टीम ने उन्हें आईपीएल नीलामी के दौरान तुरंत 8 करोड़ रुपये में खरीद लिया।

29 मार्च, 2019 को, संजू सैमसन(Sanju Samson) ने सनराइजर्स हैदराबाद के

सिर्फ 55 गेंदों पर 102 रनों की शानदार पारी खेली,

जिसमें 10 चौके और 4 छक्के लगाए।

संजू सैमसन का वैवाहिक जीवन (sanju samson married life)

चारुलता रमेश की शादी संजू सैमसन से हुई है।

संजू सैमसन(Sanju Samson) ने 22 दिसंबर, 2018 को शादी की।

संजू ने अपने लंबे समय के साथी चारूलता रेमेश की शादी की खबर

अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए अपने फैंस से साझा किया।

उसी दिन, नालनचिरा में शादी का जश्न मनाया गया।

दोनों की शादी को अब 4 साल बीत चुके हैं।

संजू सैमसन का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर करियर (Sanju Samson’s International Cricketer Career)

संजू को 17 सदस्यीय टीम के लिए चुना गया था

जिसमे संजू ने 2014 में 5 एकदिवसीय और एक टी20 मैच के लिए इंग्लैंड की यात्रा की थी,

हालांकि उन्हें शुरुआती एकादश में शामिल होने का मौका नहीं दिया गया था।

2015 की जिम्बाब्वे यात्रा को संजू सैमसन(Sanju Samson) के लिए आईपीएल

और रणजी ट्रॉफी में उनके लगातार प्रदर्शन के साथ-साथ

उनके पर्याप्त रनों के निरंतर प्रदर्शन के कारण चुना गया था।

उन्होंने भारत के लिए अपना पहला टी20 मैच खेला।

यह मैच उसके लिए अच्छा नहीं रहा क्योंकि वह 24 गेंदों पर केवल 19 रन ही बना पाया;

नतीजतन, उन्होंने तब से कभी भी क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं किया।

भारत के 2020 के न्यूजीलैंड दौरे की टी20ई श्रृंखला के लिए उनके चयन के परिणामस्वरूप

उन्हें शुरुआती लाइनअप में सलामी बल्लेबाज के रूप में शामिल किया गया।

भले ही वह बल्ले से टीम पर प्रभाव नहीं डाल सका,

लेकिन चार साल बिताने के बाद आखिरकार वह टीम में शामिल हो गया।

संजू सैमसन की जिंदगी से जुड़े विवाद (Controversies related to Sanju Samson’s life)

राजस्थान रॉयल्स का सोशल मीडिया पेज मौकों पर हास्य सामग्री के लिए जाना जाता है,

हालांकि युजवेंद्र चहल के टीम में शामिल होने के बाद से यह हास्य अनुचित हो गया।

स्थिति का फायदा उठाते हुए, राजस्थान रॉयल्स के ट्विटर अकाउंट ने टीम के कप्तान

संजू सैमसन की एक बदली हुई छवि प्रकाशित की।

यह पहले हास्यप्रद(funny) था, लेकिन जल्द ही संजू सैमसन(Sanju Samson) तस्वीर से चिढ़ गए

और अव्यवसायिक(unprofessional) तरीके से कार्य करने के लिए ऑनलाइन व्यवस्थापक की आलोचना की।

राजस्थान रॉयल्स टीम के प्रशासन ने उनकी शिकायत के जवाब में

तुरंत कार्रवाई की और टीम के प्रशासन इस तरह की तस्वीरें पोस्ट कर लाइन को खत्म कर दिया।

उन्होंने प्रोफेशनलिज्म के साथ आगे बढ़ते हुए पोस्ट करने की कसम खाई

और इमेज और सोशल मीडिया एडमिनिस्ट्रेटर से छुटकारा पा लिया।

संजू सैमसन का शैक्षिक कैरियर (Educational Career of Sanju Samson)

दिल्ली में रोज़री सीनियर सेकेंडरी स्कूल से संजू सैमसन अपनी शिक्षा ग्रहण की।

संजू(Sanju Samson) ने केरल के तिरुवनंतपुरम में सेंट जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल से

हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की।

अपने बीए की पढ़ाई उन्होंने अंग्रेजी साहित्य में मार इवानियोस कॉलेज तिरुवनंतपुरम में की।

क्रिकेट खेलने के अलावा, वे बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे।

अपने क्रिकेट करियर को आगे बढ़ाने के लिए,

उन्हें 2007 में पहली बार केरल अंडर 13 क्रिकेट टीम के लिए चुना गया

और उन्हें नेतृत्व करने का अवसर दिया गया।

संजू(Sanju Samson) ने अपने पहले मैच में शानदार खेल दिखाया और शतक जड़ा।

संजू इस अंडर -13 प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे,

जिन्होंने अपने 4 शानदार शतकों की बदौलत 5 मैचों में कुल 973 रन बनाए।

सैमसन के प्रयासों ने उन्हें टूर्नामेंट प्लेयर का खिताब दिलाया।

उसके बाद, संजू ने विजय मर्चेंट ट्रॉफी में केरल अंडर -15 क्रिकेट टीम के लिए

गोवा के खिलाफ सिर्फ 138 गेंदों में दोहरा शतक जड़ा।

दो शतक और दो अर्धशतक की मदद से उन्होंने 498 रन बनाए,

जिससे वह सीजन के अग्रणी रन स्कोरर बन गए।

वह केरल के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे

जब उन्हें 2009-10 सीजन में सिर्फ 14 साल की उम्र में चुना गया था।

संजू सैमसन का नेटवर्थ कितना है? (What is the net worth of Sanju Samson?)

संजू सैमसन की अनुमानित कुल संपत्ति $9.2 मिलियन (68.6 करोड़ भारतीय रुपये) या 68.6 करोड़ रुपये है।

क्रिकेट संजू सैमसन के धन और आय का प्राथमिक स्रोत है।

संजू सैमसन(Sanju Samson) दुनिया के सबसे प्रशंसित खिलाड़ी माने जाते हैं,

और उनकी ब्रांड वर्थ भी काफी महत्वपूर्ण है।

वह इंडियन प्रीमियर लीग और अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिताओं (आईपीएल) से भी

अच्छी खासी कमाई करता है।

संजू सैमसन कई ब्रांडों का प्रचार करते हैं,

जिनमें से कुछ की अतिरिक्त कमाई  होती है।

कुछ सूत्रों के अनुसार, संजू सैमसन कथित तौर पर ब्रांड कनेक्शन के जरिए 1 करोड़ रुपये कमाते हैं।

संजू सैमसन भारत के विझिंजम में 4 करोड़ रुपये की एक

भव्य हवेली के मालिक हैं।

उनके पास देश भर में फैले विभिन्न प्रकार के रियल एस्टेट होल्डिंग्स भी हैं।

संजू सैमसन(Sanju Samson) द्वारा कम संख्या में कारें एकत्र की जाती हैं।

सैमसन एक लेम्बोर्गिनी में यात्रा करता है,

जो सबसे शानदार कारों में से एक है।

संजू सैमसन(Sanju Samson) बीसीसीआई की सी ग्रेड सूची में हैं,

जहां भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए बहुत कम मैचों में

खेलने के बावजूद खिलाड़ी सालाना लाखों रुपये कमाते हैं।

संजू सैमसन के बारे में कुछ रोचक और अज्ञात तथ्य(Some interesting and unknown facts about Sanju Samson)

संजू सैमसन(Sanju Samson) का जन्म 11 नवंबर, 1994 को केरल के तिरुवनंतपुरम के पास

पुल्लुविला गांव में एक लैटिन कैथोलिक परिवार में हुआ था।

उनके परिवार का हर सदस्य ईसाई धर्म का पालन करता है।

वह शराब पीने और धूम्रपान दोनों से दूर रहता है।

उन्हें हमेशा क्रिकेट खेलने में मजा आता है।

उनके पिता दिल्ली पुलिस कांस्टेबल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।

3 नवंबर 2013 को, संजू सैमसन ने विदर्भ के खिलाफ केरल के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया।

उन्हें पहले राजस्थान रॉयल्स ने 10 लाख में खरीदा था,

हालांकि आईपीएल में उनके दमदार प्रदर्शन को देखते हुए

राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 4 करोड़ में रखने का फैसला किया।

उन्होंने अपने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 19 मार्च, 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था।

23 जुलाई, 2021 को, वह श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में अपना पहला

एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहे थे।

2007 में संजू केरल की अंडर-13 क्रिकेट टीम के लिए खेले।

संजू सैमसन ने 2012 में एसीसी अंडर -19 एशिया कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

सैमसन ने 2018 में सिक्स गन्स स्पोर्ट्स अकादमी की स्थापना की।

संजू सैमसन की कुल नेटवर्थ की बात करें तो उनकी कमाई 52 से 55 करोड़ के बीच है।

राजस्थान ने आईपीएल नीलामी में संजू को 8 करोड़ रुपये में खरीदा था।

सैमसन के द्वारा बनाये गए रिकॉर्ड्स (Records made by Sanju Samson)

  • IPL में 1000 रन पूरे करने वाले सबसे युवा बल्लेबाज
  • 2,000 रन तक पहुंचने वाले सबसे युवा आईपीएल बल्लेबाज
  • रणजी टीम का नेतृत्व करने वाले सबसे पहले क्रिकेटर

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अपने बेहतरीन खेल प्रदर्शन के कारन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करने वाले फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी(Football player Lionel Messi, who has been named in the Guinness Book of World Records for his best sporting performance) https://learnwithvikas.com/lionel-messi/ https://learnwithvikas.com/lionel-messi/#respond Tue, 06 Dec 2022 13:52:05 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1695 Lionel Messi इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक है। अगर आप खेल प्रेमी है तो आपने लियोनेल मेसी(Lionel Messi) का नाम जरूर सुन रखा होगा। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ और सबसे मनोरंजक फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं। उनकी तुलना लगातार मैनचेस्टर यूनाइटेड के पूर्व विंगर क्रिस्टियानो रोनाल्डो से […]

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Lionel Messi इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक है।

अगर आप खेल प्रेमी है तो आपने लियोनेल मेसी(Lionel Messi) का नाम जरूर सुन रखा होगा।

वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ और सबसे मनोरंजक फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं।

उनकी तुलना लगातार मैनचेस्टर यूनाइटेड के पूर्व विंगर क्रिस्टियानो रोनाल्डो से की जा रही थी,

लेकिन रोम में 2009 यूईएफए चैंपियंस लीग के फाइनल में अपने क्लब को

आसानी से युनाइटेड टीम को मात देकर वे रोनाल्डो को भी पीछे छोड़ते हुए दिखाई दिए।

हालाँकि लियोनेल मेसी(Lionel Messi) वर्ल्ड के अच्छे फूटबाल खिलाडी है।
लेकिन उनका फीफा वर्ल्ड कप जितने का सपना अधूरा था।
लेकिन 2022 में वे फ्रांस को 4-2 से हरा कर अपना वर्ल्ड कप जितने का सपना पूरा करने में कामयाब रहे।

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) को फीफा वर्ल्ड कप (fifa world cup) में शानदार प्रदर्शन करने के लिए गोल्डन बॉल का अवार्ड भी दिया गया।

लियोनेल मेसी कैसे बने फुटबॉल के शीर्ष खिलाड़ी (How did Lionel Messi become the top football player?)

Lionel Messi को अर्जेंटीना की विश्व कप टीम के लिए चुना गया था

और 2005-06 के अभियान के दौरान उनके कारनामों के लिए उन्हें उच्च प्रशंसा मिली।

मेसी, एक स्ट्राइकर या आक्रामक मिडफ़ील्डर, के पास असाधारण गति से गेंद पर नियंत्रण रखते है।

वे खेल में अब तक देखे गए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से

एक के रूप में विकसित होने की क्षमता है।

दुनिया के सबसे प्रसिद्ध और निपुण फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक लियोनेल मेसी हैं (Lionel Messi is one of the most famous and accomplished football players in the world)

उन्होंने इतिहास में सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ी बनने के लिए

अपने पूरे जीवन में बहुत साड़ी कठिनाईयों का सामना किये,

जिसमें उनका खराब बचपन, शारीरिक सीमाएं और संसाधनों की कमी शामिल थी।

कई लोग अपनी निष्क्रियता (passivity) के लिए अपनी वित्तीय परिस्थितियों को दोष देते हैं,

ऐसे लोग अक्सर सोचते हैं कि उनके पास प्रगति के लिए संसाधनों की कमी है,

या वे सोचते है की मैं शारीरिक रूप से अयोग्य हूं और इसलिए इस पद के लिए अयोग्य हूं।

ऐसे लोग अक्सर सभी प्रकार के औचित्य (propriety) बनाकर और जीवन की घटनाओं को

ईश्वर की योजना के रूप में स्वीकार करके

अपने दुर्भाग्य का श्रेय संयोग (coincidence) को देते हैं।

लेकिन फुटबॉल का यह दिग्गज खिलाडी बाकी लोगों से अलग था।

बार्सिलोना सबसे बड़े मंच पर उनकी बढ़ती लोकप्रियता और परिपक्वता

से लाभान्वित हो रहा है,

और अर्जेंटीना में घर वापस आकर, उन्हें “नया माराडोना” कहा जाने लगा है।

हालाँकि यह एक बरी जिम्मेदारी है, फिर भी उन्होंने अब तक इसे अच्छी तरह से संभाला है।

हालाँकि, अगर बार्सिलोना ने लियोनेल मेसी(Lionel Messi) को कम उम्र में अपने विंग में नहीं लिया होता,

तो उनकी कहानी शुरू होने से पहले ही खत्म हो सकती थी।

लियोनेल मेसी रोसारियो, अर्जेंटीना में पले-बढ़े और एक युवा के रूप में  फुटबॉल में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया(Messi grew up in Rosario, Argentina and excelled in football as a youth.)

पांच साल की उम्र से, नेवेल के ओल्ड बॉयज़ में स्थानांतरित होने से पहले,

वह एक टीम ग्रैंडोली के लिए खेले जिसे उनके पिता ने प्रबंधित (managed) किया था।

उन्हें फुटबॉल में एक उज्ज्वल भविष्य दिखाई दिया, लेकिन 11 साल की उम्र में,

एक हार्मोन के विकास की कमी का पता चला, जिसके लिए महंगी चिकित्सा की आवश्यकता थी।

चैंपियंस लीग सेमीफ़ाइनल में कैटलन क्लब की प्रगति के लिए उनका प्रदर्शन

काफी हद तक जिम्मेदार था,

जो घरेलू चैंपियनशिप जीतने के लंबे समय से समाप्त होने के प्रयास के बाद आया था।

उन्होंने बर्नब्यू में एल क्लासिको में अपने प्रतिद्वंद्वी

रियल मैड्रिड को 6-1 से हराने के बाद यूईएफए चैंपियंस लीग फाइनल में

मैनचेस्टर यूनाइटेड को हराकर बदला लिया।

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) ने दोनों मौकों पर गोल किए।

स्पेनिश की नागरिकता होने के बावजूद, लियोनेल मेसी ने अर्जेंटीना का प्रतिनिधित्व करना चुना (Despite having Spanish citizenship, Messi chose to represent Argentina)

उन्होंने 2006 के विश्व कप में खेलने के लिए खुद को फिट किया

और पिछले साल उन्होंने कोपा अमेरिका फाइनल में अपनी टीम की मदद की।

रिपोर्टों के अनुसार, मेसी अर्जेंटीना की एक महत्वाकांक्षी मॉडल

मारसेना लेमोस को डेट कर रहे हैं, जिनसे वह कभी चोट से उबरने के दौरान मिले थे।

 कथित तौर पर वह सिर्फ 14 साल की थी जब वे पहली बार मिले थे।

अपनी शुरुआती बाधाओं पर काबू पाने के बाद,

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) को कभी भी चोट लगने की संभावना नहीं रही,

लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें कुछ गंभीर चोटें आई हैं।

2006 में चेल्सी के खिलाफ एक चैंपियंस लीग मैच में,

उनकी जांघ में चोट लग गई थी और अगले साल उनका पैर टूट गया था।

मार्च में सेल्टिक के खिलाफ जांघ की मांसपेशियों का ऑपरेशन होने के बाद,

वह फिर से छह सप्ताह के लिए खेल से बाहर हो गया।

मैदान से बाहर निकलते ही वह फूट-फूट कर रोने लगा।

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) और बार्का 2007-2008 में “इतने करीब होकर भी इतने दूर” थे।

वे यूईएफए चैंपियंस लीग सेमीफाइनल में मैनचेस्टर यूनाइटेड से एक गोल से हार गए

और रियल द्वारा ला लीगा चैंपियनशिप को एक गोल से वंचित कर दिया गया।

मेसी ने अपने प्रदर्शन में फिर से सुधार किया (Messi improved his performance again)

और फिर खेल के मैदान में उन्होंने हद पार कर दी।

उन्होंने अपनी टीम को ट्रेबल-स्पेनिश कप, ला लीगा और

यूईएफए चैंपियंस लीग जीतने में योगदान दिया।

उन्होंने सभी प्रतियोगिताओं में 38 गोल किए।

जब लियोनेल मेसी(Lionel Messi) ने अप्रैल 2007 में गेटाफे के खिलाफ कोपा डेल रे मैच में

एक शानदार गोल किया, तो डिएगो माराडोना से उनकी तुलना उपयुक्त दिखाई दी।

छोटे से कोण से गेंद को नेट में डालने से पहले, लियोनेल मेसी(Lionel Messi) ने

 मैदान की आधी से अधिक लंबाई में दौड़ लगाई

और उसने छह  विरोधी खिलाड़ी को पछाड़ दिया।

यह 1986 के विश्व कप क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ

माराडोना के प्रसिद्ध गोल के समान था, जो कि काफी प्रसिद्ध था।

उन्होंने दुनिया के सबसे प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक

बनने के लिए अपने जीवन की सभी बाधाओं को पार किया और

वह ऐसा करने में सफल रहे।

दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक,

लियोनेल मेसी(Lionel Messi), विनम्रता से कार्य करने का एक अच्छा उदाहरण है।

दोस्तों, Lionel Messi के जीवन की कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है

जो अपने रास्ते में आने वाले हर अवसर पर खड़ा हो जाता है।

Lionel Messi

जीवन में लियोनेल मेसी द्वारा किये गए संघर्ष (Struggles faced by Lionel Messi in life)

लियोनेल मेसी का जन्म 24 जून 1987 को अर्जेंटीना में एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ।

कहते है की लियोनेल मेसी(Lionel Messi) का बचपन काफी चुनौतीपूर्ण (challenging) था।

उनके पिता, जॉर्ज मेसी ने एक स्टील प्लांट का प्रबंधन (management) किया,

जबकि उनकी माँ एक कामकाजी महिला थीं।

मेसी के माता-पिता एक उत्साही फुटबॉल प्रेमी थे,

जिसके कारण उनके बच्चों ने खेल में शुरुआती रुचि दिखाई।

आपको शायद यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि

लियोनेल मेसी ने बहुत कम उम्र में फुटबॉल के लिए अपना जुनून और प्यार दिखाया था(Lionel Messi showed his passion and love for football at a very young age.)

युवा खिलाड़ी की प्रतिभा को देखने के बाद,

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) के पिता ने उनसे सिर्फ पांच साल की उम्र में

एक स्थानीय फुटबॉल प्रशिक्षण समूह में शामिल होने का आग्रह किया

ताकि वह इस खेल को अच्छी तरह से सीख सकें और एक बड़े फुटबॉल स्टार के रूप में विकसित हो सकें।

यह महसूस होने के बाद कि उनके बच्चे में खेल के प्रति जुनून

और आवश्यक योग्यता है, मेसी के पिता ने  उन्हें व्यक्तिगत रूप से शिक्षित करने का फैसला किया।

जॉर्ज ने लियोनेल मेसी(Lionel Messi) के प्रशिक्षण को जारी रखा

और अपने सीमित वित्तीय संसाधनों के बावजूद अपने बच्चे को

पालने के लिए अपनी सामर्थ्य के अनुसार सब कुछ करके

एक आदर्श पिता की भूमिका का प्रदर्शन किया।

अपनी असाधारण फ़ुटबॉल प्रतिभा के कारण, लियोनेल मेसी(Lionel Messi) को

केवल 8 वर्ष की छोटी उम्र में न्यू वेल्स ओल्ड बॉयज़ के रूप में जानी जाने वाली

फ़ुटबॉल टीम में शामिल किया गया था।

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) के अद्भुत खेल प्रदर्शन ने इतनी कम उम्र में उल्लेखनीय

और महत्वपूर्ण फ़ुटबॉल क्लबों का ध्यान अपनी ओर खींचा।

खेलते समय उसके अद्भुत गुणों के कारण सब उसे ही देखते रहते थे (Due to his wonderful qualities while playing, everyone kept looking at him.)

उन्हें फुटबॉल बहुत पसंद था।

वह निरन्तर अपने खेल में सुधार करते रहते थे।

वह हर दिन खेल में बेहतर होते जा रहे थे।  

इतनी कम उम्र में, जब पहली बार उनके हाथ में फुटबॉल था

और जो खिलाड़ी उनके साथ खेल रहे थे,

उन्होंने महज आठ साल की उम्र में खेलना शुरू किया था।

जब स्थानीय लोग उसका खेल देखते थे, तो जश्न में पैसे उड़ाते थे।

उसके रिश्तेदार (Relative) देख सकते थे कि उसमें फुटबॉल खेलने की जन्मजात प्रतिभा है।

 वह वास्तव में अपने जीवन से खुश था।

बहुत अच्छा समय बिता रहा था।

वह अपने देश के लिए खेले क्योंकि जब वह बड़े थे तो पेशेवर रूप से फुटबॉल खेलने के इच्छुक थे।

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) की बढ़ती लोकप्रियता की वजह से

अर्जेंटीना सरकार को कुछ साल पहले एक महत्वपूर्ण कानून

बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

अर्जेंटीना में किसी भी माता-पिता को अपने बच्चे का नाम मेसी रखने की अनुमति नहीं थी (No parent was allowed to name their child Messi in Argentina)

क्योंकि अधिकारियों को चिंता थी कि लियोनेल मेसी(Lionel Messi) का नाम उनकी अत्यधिक लोकप्रियता के कारण

कई बच्चों को दिया जाएगा,

और फिर उसमें पहचान की कठिनाइयां उत्पन्न होंगी।

यह भविष्य को ध्यान में रखकर किया गया चुनाव था।

यह जानकारी औपचारिक (formal) रूप से सरकार द्वारा जारी की गई थी।

मेसी वर्तमान में बच्चों को मध्य नाम के रूप में नहीं दिया जा सकता है।

आज मेसी के नाम और खेल से हर कोई वाकिफ है।

लेकिन आपको पता होना चाहिए की मेसी के दर्द ने उन्हें लोकप्रिय  मेसी बना दिया।

आज के समय में दुनिया भर में करोड़ों लोग उनके फैन हैं।

 फुटबॉल खिलाड़ियों और प्रशंसकों ने वर्षों से इस असाधारण और

प्रतिभाशाली एथलीट की प्रशंसा की है।

वर्तमान में, बार्सिलोना एफसी अपनी असाधारण फुटबॉल (Football) उपलब्धियों के लिए प्रसिद्ध है (Currently, Barcelona FC is famous for its extraordinary football achievements.)

उनका फुटबॉल कौशल अविश्वसनीय है।

वह अपने खेलों में अच्छी खासी भीड़ जुटाने में कामयाब होते है।

फुटबॉल के अपने ज्ञान के कारण दर्शकों को मेसी की जीवनी  

और सफलता की कहानी में दिलचस्पी है।

स्वाभाविक रूप से, मेसी में कई कमियां थीं।

लेकिन उन्होंने उनसे आगे निकलने की कोशिश करना कभी नहीं छोड़ा।

अपने प्रयासों के कारण, वह आज पूरी दुनिया में सबसे प्रसिद्ध,

आकर्षक और शीर्ष फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक है।

लियोनेल मेसी का निजी जीवन (Personal Life of Lionel Messi)

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) कुछ समय से एंटोनेला रोक्कुजो को डेट कर रहे हैं।

वह एक प्रमाणित पोषण विशेषज्ञ हैं जो एक मॉडल के रूप में काम करती हैं।

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) और एंटोनेला रोक्कुजो कुछ समय के लिए

एक साथ रह रहे थे।

30 जून, 2017 को दोनों शादी के बंधन में बंध गए।

आज वे दो बच्चों के माता-पिता हैं।

थियागो मेसी (2 नवंबर, 2012 को जन्म) और उनका दूसरा बच्चा

माटो मेसी रूकुज़ो (11 सितंबर, 2015 को पैदा हुआ था) ।

जब उनके बच्चे हुए तब तक इन दोनों की शादी नहीं हुई थी।

30 जून, 2017 को शादी करने से पहले मेसी और एंटोनेला रोक्कुजो कई सालों तक साथ रहे।

ये दोनों बच्चे उनकी शादी से पहले से ही थे।

शादी के बाद उनकी एक बेटी हुई जिसका नाम सिरो मेसी रोक्कुजो रखा गया।

जब लियोनेल मेसी ने किया एफसी बार्सिलोना में अपना डेब्यू (When Lionel Messi made his debut in FC Barcelona.)

बार्सिलोना मेसी के संघर्ष से वाकिफ था।

किसी ने एफसी बार्सिलोना के निदेशक कार्ल्स रेक्सच को उनकी बेजोड़ फुटबॉल क्षमता के बारे में बताया।

फिर उसने एक शर्त रखी जो तभी लागू होगी जब यह आदमी अपनी प्रतिभा दिखाए।

इस प्रकार, उसके सभी खर्च पूरे हो जाएंगे।

लेकिन उन्हें अर्जेंटीना छोड़कर स्पेन जाना है।

मेसी परिवार बार्सिलोना चला गया।

कार्ल्स रेक्सैच ने मेसी को खेलते देखा।

उन्होंने सोचा कि मेसी में एक सफल फुटबॉल खिलाड़ी बनने की योग्यता

और इच्छाशक्ति है।

फिर भी, मेसी के इलाज और अन्य लागतों के कारण,

कोई भी 13 साल के बच्चे पर ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना चाहता था।

मेसी को सपोर्ट करने का फैसला करने से पहले उन्होंने काफी सोच-विचार किया था।

उसने बिना कोई बदलाव किए एक रुमाल पर अनुबंध(Contract) बना लिया।

उन्होंने मेसी की चिकित्सा संबंधी जरूरतों का ध्यान रखने की भी पेशकश की।

लियोनेल मेसी(Lionel Messi) द्वारा इस मौके को भुनाने का फैसला सही था।

जब उन्होंने शुरुआत में क्लब के बदलते क्षेत्र में कदम रखा।

उनके छोटे कद को लेकर हर कोई काफी सशंकित(apprehensive) था।

कुछ सत्रों के बाद वह संदेह आश्चर्य में बदल गया।

मेसी ने बार्सिलोना के बचाव में तेजी से प्रगति की।

उन्होंने सही दिशा में अपनी क्षमताओं को निखारना शुरू किया।

उस समय भी उनकी काउंसलिंग हो रही थी।

हर सात दिन में एक पैर में एक इंजेक्शन लगाया जाएगा।

जब लियोनेल मेसी ने खेला बार्सिलोना क्लब के लिए अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच (When Lionel Messi played his first international match for Barcelona club)

जब वह 16 साल का था और उसने बार्सिलोना टीम के लिए खेलना शुरू ही किया था,

लियोनेल मेसी ने 2003 में क्लब के लिए अपना ऑन-फील्ड डेब्यू किया।

वे पोर्टो क्लब के सामने थे।

जब उन्होंने अपने पहले गेम के दौरान सार्वजनिक रूप से पदार्पण किया,

तो कोच खुश थे।

बार-बार दबाव डालने के बावजूद वह चार डिफेंडरों के खिलाफ गोल करने में सफल रहे।

17 अगस्त 2005 को, उन्होंने 18 साल की कम उम्र में हंगरी के खिलाफ अपने देश के लिए पदार्पण किया।

इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

उन्होंने कभी भी सफलता का परचम लहराना नहीं छोड़ा।

मेसी अर्जेंटीना के महान स्टार माराडोना के सामने खेले।

“मैं उस खिलाड़ी के बारे में जानता हूं,” उन्होंने फिर घोषणा की।

अर्जेंटीना की फ़ुटबॉल टीम में मेरी जगह कौन लेगा?

उसका नाम मेसी है। मैं खुद को उनके खेल में छोटे-छोटे तरीकों से पहचानता हूं।

लियोनेल मेसी को महान फुटबॉलर रोनाल्डो का समर्थन मिला था (Lionel Messi was supported by the great footballer Ronaldo)

रोनाल्डो जैसे महान खिलाड़ी के साथ खेलने का मौका

Lionel Messi के सबसे भाग्यशाली अनुभवों में से एक था।

फिलहाल मेसी के प्रदर्शन से रोनाल्डो दंग रह गए।

उन्होंने मेसी के बारे में यह भी कहा, “यह बच्चा एक दिन मुझसे आगे निकल जाएगा।”

उन्होंने एक साथ काम करते हुए बार्सिलोना को बहुत सारे गेम जीतने में मदद की।

जैसा कि मैंने पहले कहा है, Lionel Messi अपने बयान में रोनाल्डो का संदर्भ(Reference) देते हैं।

उन्होंने मुझे बहुत कीमती सलाह दी।

उसने मेरे लिए जो किया उसने मुझे बहुत कुछ सिखाया।

इसके लिए मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा।

साधारणतः मैं अपने को सौभाग्यशाली मानता हूँ।

मुझे उनकी मुस्कराहट हमेशा याद रहेगी।

लियोनेल मेसी की उपलब्धियां और खेल में बनाये गए रिकॉर्ड (Achievements and records of Lionel Messi in sports)

मेसी का प्रदर्शन हर साल बेहतर होता गया।

2008-09 के अभियान के दौरान उनके असाधारण खेल ने बार्सिलोना को

तीसरी बार कई ट्रॉफियों पर कब्जा करने में सक्षम बनाया।

2012 में अपने 91 लक्ष्यों के परिणामस्वरूप, Lionel Messi का नाम

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक गोल करने के लिए सूचीबद्ध है।

जर्मनी के जाने-माने फुटबॉलर गर्ड मुलर का पिछला रिकॉर्ड उन्होंने तोड़ा।

मुलर ने 1972 में एक साल में 85 गोल करके एक रिकॉर्ड बनाया था।

 25 साल की उम्र में Lionel Messi अपना 200वां ला लीगा गोल करने वाले

सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।

उन्होंने लगातार चार फीफा पुरस्कार जीतने वाले पहले

खिलाड़ी बनकर एक कीर्तिमान स्थापित किया।

वह तीन यूरोपीय गोल्डन शूज़ जीतने वाले पहले खिलाड़ी भी हैं।

मेसी 16 फरवरी 2013 को मैदान पर बार्सिलोना के लिए खेले (Messi played for Barcelona on the field on 16 February 2013)

उन्होंने अपने करियर का 300वां गोल किया।

वह स्पेन में ला लीगा में 300 गोल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं।

उनके नेतृत्व ने अर्जेंटीना को 2014 विश्व कप फाइनल में पहुंचने में मदद की।

उनकी महान उपलब्धि के सम्मान में, उन्हें गोल्डन बॉल से सम्मानित किया गया।

Lionel Messi 2019 में फोर्ब्स की दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले खिलाड़ियों

की सूची में 127 मिलियन डॉलर के कुल मुआवजे के साथ पहले स्थान पर आए।

इसके अलावा, मेसी ने आगे के अंक निर्धारित किए जिन्हें पार करना किसी भी खिलाड़ी के लिए मुश्किल होगा।

लियोनेल मेसी ने पीएसजी के साथ अनुबंध बढ़ाया(2023-24 season) (Lionel Messi extends contract with PSG)

FAQ

Q . लियोनेल मेसी किस देश से है ? (Which country is Lionel Messi from?)

A .लियोनेल मेसी अर्जेंटीना के है।

Q. लियोनेल मेसी कितने साल के है ?(How old is Lionel Messi?)

A. 35 Years

Q . लियोनेल मेसी किस खेल से सम्बंधित है ?(Lionel Messi is related to which sport?)

A . वह एक फ़ुटबॉल खिलाड़ी हैं।

Q .लियोनेल मेसी की कुल संपत्ति कितनी है ?

A . मेसी की कुल संपत्ति नवंबर 2022 तक कुल नेट वर्थ 600 मिलियन डॉलर ,यानी कि करीब 49,590 करोड़ रुपये है।

Q. लियोनेल मेसी का पूरा नाम क्या है ?(What is the full name of Lionel Messi?)

A. उनका पूरा नाम लुइस लियोनेल एंड्रेस मेसी है (His full name is Luis Lionel Andres Messi)

Q . लियोनेल मेसी ने अब तक कितने अंतर्राष्ट्रीय गोल किये है ?(How many goals has Messi scored for Argentina?)

A. मेसी ने 2005 में अर्जेंटीना के लिए पदार्पण करने के बाद से अब तक 98 अंतर्राष्ट्रीय गोल किए हैं।

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टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन 2022 में भारत के लिए सबसे ज्यादा वनडे रन बनाने वाले खिलाड़ी(Team India’s opener batsman Shikhar Dhawan is the highest ODI run scorer for India in 2022) https://learnwithvikas.com/shikhar-dhawan/ https://learnwithvikas.com/shikhar-dhawan/#respond Fri, 02 Dec 2022 13:10:08 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1615 शिखर धवन अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए सिर्फ भारत में ही नहीं बल्की पूरी दुनियाँ में काफी मशहूर हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली और पंजाब किंग्स के लिए, वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते हैं। 2013 चैंपियंस ट्रॉफी, 2015 विश्व कप और 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में, शिखर धवन ने भारत के लिए सबसे अधिक रन […]

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शिखर धवन अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए

सिर्फ भारत में ही नहीं बल्की पूरी दुनियाँ में काफी मशहूर हैं।

इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली और पंजाब किंग्स के लिए,

वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते हैं।

2013 चैंपियंस ट्रॉफी, 2015 विश्व कप और 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में,

शिखर धवन ने भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाए।

उन्होंने आईपीएल में दो सीधे शतक लगाकर एक रिकॉर्ड भी स्थापित किया,

जो किसी भी खिलाड़ी के लिए पहला था।

2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में उनकी उपलब्धियों के लिए

उन्हें “प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट” नामित किया गया था।

भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में

अपने देश के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं।

आइए उनके, उनके परिवार और उनके करियर के बारे में विस्तार से जानें।

भारत के कार्यवाहक कप्तान शिखर धवन ने ऑकलैंड में शुक्रवार को

न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में बढ़त बना ली।

शुभमन गिल के साथ पहले विकेट के लिए उनकी 124 रनों की साझेदारी ने

टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत दिलाई।

5 दिसंबर, 1985 को दिल्ली, भारत में, शिखर धवन का जन्म

पंजाबी माता-पिता सुनैना और महेंद्र पाल धवन के घर हुआ था।

उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली के सेंट मार्क सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल

मीरा बाग से पूरी की।

सोननेट क्लब के एक क्रिकेट कोच तारक सिन्हा,

 जिन्होंने 12 पेशेवर क्रिकेटरों के साथ काम किया है,

12 साल की उम्र से ही उन्हें सलाह दे रहे हैं।

धवन एक विकेटकीपर थे जब वह मूल रूप से टीम में शामिल हुए थे(Dhawan was a wicketkeeper when he originally joined the team)

वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए क्रिकेट खेलते हैं।

वह दाएं हाथ के ऑफ ब्रेक से गेंदबाजी करते हैं

और अपने बाएं हाथ से सलामी बल्लेबाज के रूप में बल्लेबाजी करते हैं।

उनका जन्मदिन 5 दिसंबर 1985 को हुआ है।

गब्बर, डैडी डी, मोट्टामैम्स और जट्टजी उनके कुछ उपनाम हैं।

 उनकी वनडे शर्ट पर  लिखे 42 थे।

क्रिकेट में शिखर धवन का शुरुआती करियर (Early Career of Shikhar Dhawan in cricket)

1999-2000 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में, धवन ने दिल्ली अंडर -16 के लिए अपनी शुरुआत की।

2000-2001 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में, जिसमें दिल्ली दूसरे स्थान पर रही,

शिखर धवन ने सबसे अधिक रन बनाए।

शिखर धवन को दिल्ली अंडर-16 के लिए उनके उत्कृष्ट खेल के परिणामस्वरूप

2000/01 एसीसी अंडर-17 एशिया कप के लिए भारत की अंडर-17 टीम के लिए चुना गया था।

उन्होंने 85 की औसत से तीन खेलों की प्रतियोगिता में भाग लिया।

अक्टूबर 2002 में जब दिल्ली की अंडर-19 टीम ने कूचबिहार ट्रॉफी में भाग लिया,

तो शिखर धवन को एक बार फिर खेलने के लिए चुना गया।

उन्होंने उस पूरी घटना में 8 पारियों में 55.42 की औसत से 388 रन बनाए,

जिसमें दो शतक शामिल थे।

जनवरी 2003 में वीनू मांकड़ ट्रॉफी में उत्तर क्षेत्र अंडर -19 का प्रतिनिधित्व

करने के लिए चुने जाने के बाद, उनका आगे का संघर्ष जारी रहा।

शिखर धवन 2004 में बांग्लादेश में अंडर-19 विश्व कप में भारत के लिए खेले,

जहां उन्होंने प्रतियोगिता के प्रमुख रन-स्कोरर के रूप में पारी को समाप्त करने के लिए 505 रन बनाए।

शिखर धवन

धवन के 84.16 औसत रन, तीन शतक और एक अर्धशतक ने उन्हें टूर्नामेंट प्लेयर का खिताब दिलाया(Dhawan’s average runs of 84.16, three centuries and a half-century earned him the title of player of the tournament.)

अगले जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में उन्होंने 69, 18 और 41 के स्कोर दर्ज किए।

शिखर धवन ने 2004-05 के रणजी ट्रॉफी सीज़न के दौरान नवंबर

2004 में आंध्र के खिलाफ दिल्ली के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया,

जिसमें उन्होंने अपनी शुरुआती पारी में 49 रन बनाए।

उन्होंने दिल्ली के प्रमुख रन-गेटर के रूप में रणजी सीज़न का समापन किया,

अजय जडेजा और आकाश चोपड़ा जैसे अधिक अनुभवी खिलाड़ियों को

आउट करते हुए 6 मैचों में 130 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ कुल 461 रन बनाए।

चैलेंजर ट्रॉफी फरवरी में अपने भावी साथी एमएस धोनी के साथ,

उन्होंने भारत बी के खिलाफ पारी की शुरुआत की।

उन्हें उस वर्ष मार्च में पाकिस्तानी पक्ष के खिलाफ  50 ओवर के मुकाबले में

खेलने के लिए भारत ए टीम द्वारा चुना गया था।

बोल्ड होने से पहले उन्होंने आठ रन बनाए थे।

अक्टूबर 2005 में 2005/06 चैलेंजर ट्रॉफी में, शिखर धवन भारत बी के लिए खेले।

इसमें उनका बल्लेबाजी प्रदर्शन अप्रभावी (ineffective) था।

हालांकि, शिखर धवन ने यूरेशिया क्रिकेट सीरीज़ में भारत ए के लिए खेला,

एक सीमित ओवरों का मैच जो अप्रैल और मई 2006 में अबू धाबी में भारत ए,

आयरलैंड ए, नीदरलैंड ए, पाकिस्तान ए और संयुक्त अरब अमीरात से जुड़ा था।

उन्होंने 5 मैचों में 72 की औसत से 288 रनों के साथ चैम्पियनशिप का अंत किया (He ended the championship with 288 runs in 5 matches at an average of 72)

जिसमें 2 अर्धशतक शामिल थे, जिससे वह सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।

तमिलनाडु के खिलाफ, शिखर धवन ने 2006-07 के रणजी सत्र की शुरुआत

 तीसरे स्थान पर शतक लगाकर की।

उन्हें इस तथ्य के बावजूद दिल्ली टीम का कप्तान चुना गया था कि

 वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, आकाश चोपड़ा और आशीष नेहरा जैसे

अंतरराष्ट्रीय सितारों को फरवरी 2007 में रणजी वन-डे ट्रॉफी के लिए

शुरुआती एकादश में शामिल किया गया था।

शिखर धवन ने 2007-2008 के रणजी ट्रॉफी सीज़न के दौरान 8 मैचों में

43.84 की औसत से 570 रन बनाए, जिससे दिल्ली ने जीत हांसिल की।

उन्होंने अगली दलीप ट्रॉफी में उत्तर क्षेत्र के लिए तीन मैचों में भाग लिया

और औसतन 42.25 रन बनाए। उन्होंने फरवरी और मार्च 2008 में

विजय हजारे ट्रॉफी (पहले रणजी वन-डे ट्रॉफी के रूप में जाना जाता था) में 6 मैचों में 97.25 के औसत से 389 रन बनाए,

जिसमें 200 और 100 से अधिक की स्ट्राइक रेट थी।

वे उस प्रतियोगिता में सर्वाधिक रन बनाए।

मार्च में देवधर ट्रॉफी में उत्तर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए,

शिखर धवन ने अपना फॉर्म खो दिया,

उन्होंने 0, 1 और 5 के स्कोर बनाए।

उन्होंने सितंबर में भारत ए बनाम न्यूजीलैंड ए के लिए चार दिवसीय मैच के दौरान खराब प्रदर्शन किया(He performed poorly during the four-day match for India A versus New Zealand A in September.)

हालांकि, उन्होंने फरवरी 2009 में विजय हजारे ट्रॉफी में संघर्ष किया,

18.80 की औसत से सिर्फ छह रन बनाए।

शिखर धवन ने 2008-2009 के रणजी सत्र में 69 से अधिक की औसत से

415 रन बनाकर फिर से अपनी फॉर्म में वापसी की।

अक्टूबर 2009 में शिखर धवन ने इंडिया रेड के लिए चैलेंजर ट्रॉफी में भाग लिया (Shikhar Dhawan featured in the Challenger Trophy for India Red in October 2009)

उनके कारण इंडिया रेड ने 48.33 के औसत से प्रतियोगिता जीती।

रणजी ट्रॉफी में, उन्होंने अपने मजबूत खेल को जारी रखा,

सीजन के शुरुआती मैच में बड़ौदा के खिलाफ 224

और दूसरे में कर्नाटक के खिलाफ 100 रन बनाए।

एक कठिन सीज़न होने के बावजूद, शिखर धवन ने 2012-13 रणजी ट्रॉफी में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन जारी रखा,

 जिसमें दो शतकों सहित 51.22 की औसत से 461 रन बनाए।

उन्हें जनवरी 2013 में विशेष सूची ए मैच में दिल्ली का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था।

शिखर धवन का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर (International Cricket Career of Shikhar Dhawan)

अक्टूबर 2010 में, जब भारतीय चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ

तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के लिए “दूसरी कड़ी” टीम का नाम दिया,

तो धवन को 14 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया,

जिससे वह पहली बार भारतीय सीनियर टीम का हिस्सा बने।

 भारत के कप्तान धोनी ने श्रृंखला से पहले धवन की प्रशंसा करते हुए कहा,

“मुंबई के चैलेंजर्स में, हम दोनों ने (2005 में) स्कोर किया था।

मेरे पास राष्ट्रीय टीम पर अपनी प्रतिष्ठा स्थापित करने का मौका था।

अपने करियर में उतार-चढ़ाव के बावजूद, वे अविश्वसनीय रूप से स्थिर रहे ।

 गौतम गंभीर, सचिन तेंदुलकर, और वीरेंद्र सहवाग सभी समान क्षमता वाले खिलाड़ी हैं,

यह अच्छा है कि उसे आखिर में मौका मिला।

 मुझे उम्मीद है कि वह स्कोर करेगा ताकि बेंच खुश हो सके ” .

जून 2011 में, भारत ने वेस्ट इंडीज के साथ तीन टेस्ट, पांच-वनडे और एक टी20ई मैच खेला(In June 2011, India played three Tests, five ODIs and one T20I match against the West Indies.)

कंधे की समस्याओं के कारण, सहवाग और गंभीर, भारत के सामान्य सीमित ओवरों

के सलामी बल्लेबाज़ के रूप में खेलने में असमर्थ थे,

जबकि तेंदुलकर ने विश्व कप के बाद और आईपीएल के बाद विश्राम लेने का फैसला किया।

चयनकर्ताओं ने धवन को पिछले घरेलू सत्र में उनके निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद

सीमित ओवरों की टीम के लिए चुना

क्योंकि ऐसा लग रहा था कि वह आईपीएल के दौरान अपनी फॉर्म को फिर से हासिल कर रहे हैं।

2012-13 के घरेलू सत्र के दौरान लगातार प्रयास करने के बाद,

धवन को फरवरी 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की श्रृंखला के लिए

भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया।

शिखर धवन का बल्लेबाज के रूप में करियर (Shikhar Dhawan’s career as a batsman)

  • धवन ने 34 टेस्ट मैचों की 58 पारियों में 2315 रन बनाए हैं।
  • 122 एफसी खेलों में खेलते हुए 202 पारियों में उन्होंने 8499 रन बनाए।
  • धवन ने 68 टी20 मैचों की 66 पारियों में 1759 रन बनाए हैं।
  • उन्होंने 278 पारियों में 11464 रन बनाए हैं और 282 लिस्ट ए गेम्स में दिखाई दिए हैं।
  • धवन ने 149 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की 146 पारियों में 6284 रन बनाए हैं।
  • उन्होंने 310 टी20 मैचों की 307 पारियों में 8989 रन बनाए हैं।

शिखर धवन का इंडियन प्रीमियर लीग करियर (Indian Premier League Career of Shikhar Dhawan)

2013 चैंपियंस लीग ट्वेंटी-20 प्रतियोगिता से पहले धवन को

सनराइजर्स हैदराबाद टीम के कप्तान के रूप में चुना गया था।

शिखर धवन 2017 इंडियन प्रीमियर लीग के लिए सनराइजर्स हैदराबाद के साथ रहेंगे।

उन्होंने 14 खेलों में खेला, प्रति गेम औसतन 36.84 रन और  एक टूर्नामेंट में उच्च 479 रन बनाये ।

प्लेऑफ़ में, उनके क्लब को कोलकाता नाइट राइडर्स ने हराया था।

अपने RTM (राइट टू मैच) कार्ड का उपयोग करते हुए, सनराइजर्स हैदराबाद ने

2018 की आईपीएल नीलामी के दौरान धवन को 5.2 करोड़ में खरीदा।

शिखर धवन के आईपीएल 2019 के प्रदर्शन ने उन्हें

क्रिकइन्फो आईपीएल इलेवन में शामिल किया।

20 अक्टूबर, 2020 को, धवन ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में 5000 रन हासिल करने वाले

छठे बल्लेबाज बनने के लिए डेविड वार्नर को पीछे छोड़ दिया।

उन्होंने आईपीएल के इतिहास में बैक-टू-बैक शतक लगाने वाले

पहले खिलाड़ी बनकर इतिहास भी रचा।

शिखर धवन ने आईपीएल 2020 में 600 रन पूरे किए।

आईपीएल 2021 में 587 रन बनाने के बाद भी वह ऑरेंज कैप लिस्ट में चौथे नंबर पर आ गए(Even after scoring 587 runs in IPL 2021, he came at number four in the Orange Cap list.)

2022 के लिए आईपीएल नीलामी के दौरान धवन को पंजाब किंग्स ने 8.25 करोड़ में खरीदा था।

शिखर धवन ने 25 अप्रैल, 2022 को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ दो महत्वपूर्ण स्कोर किए।

 उन्होंने अपने 200वें टाटा आईपीएल मैच में भाग लिया

और विराट कोहली को पीछे छोड़ते हुए 6,000 रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए।

शिखर धवन 2023 सीजन में पंजाब किंग्स के अगले कप्तान के रूप में मयंक अग्रवाल की जगह लेंगे।

199 आईपीएल खेलों में 198 पारियों में, शिखर धवन ने 5997 रन बनाए।

उन्होंने आईपीएल में दो बार 100 रन और 45 बार 50 रन बनाए।

शिखर धवन को सनराइजर्स हैदराबाद ने 2018 में 5.2 करोड़ रुपये में खरीदा था।

शिखर धवन को दिल्ली कैपिटल्स ने 2019 में 5.2 करोड़ रुपये में खरीदा था।

धवन को पंजाब किंग्स ने 2022 में 8.25 करोड़ रुपए में खरीदा था।

चीजें जो शिखर धवन को पसंद हैं (Things that Shikhar Dhawan enjoys)

शिखर धवन का पसंदीदा क्रिकेटर :  एंडी फ्लावर और सचिन तेंदुलकर

शिखर धवन का पसंदीदा अभिनेता :  सिल्वेस्टर स्टेलोन और आमिर खान

धवन का पसंदीदा क्रिकेट ग्राउंड :  लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड

शिखर धवन की पसंदीदा अभिनेत्री :  करीना कपूर

शिखर धवन की पसंदीदा फिल्म :  रॉकी

धवन का पसंदीदा खाना  :  बटर चिकन

शिखर धवन का पसंदीदा पेय :  वोदका

शिखर धवन के पसंदीदा गायक :  वडाली ब्रदर्स और नुसरत फतेह अली खान

धवन के पसंदीदा गाने :  मावा ठंडिया चाव और सई

शिखर धवन की पसंदीदा पुस्तकें : द सीक्रेट एंड ब्लिंक

क्रिकेट में शिखर धवन की उपलब्धियां (Achievements of Shikhar Dhawan in Cricket)

एक नवोदित खिलाड़ी शिखर धवन  का सबसे तेज टेस्ट शतक 174 गेंद पर 187 रन था।

2015 आईसीसी विश्व कप में वे  भारत के शीर्ष रन स्कोरर  थे।

2013 में सबसे ज्यादा वनडे शतक लगाए ।

2014 विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर

पहले टेस्ट मैच में 100 रन तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज।

सबसे तेज भारतीय बल्लेबाज 1000, 2000 और 3000 ODI रन (संयुक्त-सबसे तेज) बनाने वाले।

2013 और 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में सर्वाधिक रन बनाए।

आईसीसी प्रतियोगिताओं में सबसे तेज 1,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज।

2018 एशिया कप में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी।

आईपीएल 2020 के इतिहास में दो सीधे शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी।

शिखर धवन को मिले पुरस्कार और प्रशंसा (Awards and accolades received by Shikhar Dhawan)

2021 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी में दो सुनहरे(golden) बल्ले

उनकी महान एथलेटिक उपलब्धि के सम्मान में भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला अर्जुन पुरस्कार।

शिखर धवन का वैवाहिक जीवन (Married life of Shikhar Dhawan)

मेलबर्न की एक शौकिया किकबॉक्सर आयशा मुखर्जी

और शिखर धवन की शादी 2012 में हुई थी।

2014 में उनको एक बेटा भी हुआ,

जिसका नाम उन्होंने जोरावर रखा।

धवन ने आयशा के पिछले रिश्ते के बच्चों आलिया और रिया को भी गोद लिया था।

हालांकि, धवन और मुखर्जी का सितंबर 2021 में तलाक हो गया।

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बॉलीवुड और दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत की जीवनी। (Biography of Bollywood and South Indian Superstar Rajinikanth) https://learnwithvikas.com/%e0%a4%b0%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a4/ https://learnwithvikas.com/%e0%a4%b0%e0%a4%9c%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%a4/#respond Wed, 30 Nov 2022 12:45:11 +0000 https://learnwithvikas.com/?p=1583 रजनीकांत बॉलीवुड सिनेमा के सबसे प्रभावशाली और विश्वसनीय फिल्म सितारों में से एक हैं। साउथ की फिल्म industry की फिल्में इस समय न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में दर्शकों को अपनी दमदार कहानि से ध्यान खिंच रही हैं। दक्षिण भारत में कई फिल्म उद्योग हैं, जिनमें कॉलीवुड (तमिल), मॉलीवुड (मलयालम), टॉलीवुड (तेलुगु) और […]

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रजनीकांत बॉलीवुड सिनेमा के सबसे प्रभावशाली

और विश्वसनीय फिल्म सितारों में से एक हैं।

साउथ की फिल्म industry की फिल्में इस समय न केवल भारत में

बल्कि दुनिया भर में दर्शकों को अपनी दमदार कहानि से ध्यान खिंच रही हैं।

दक्षिण भारत में कई फिल्म उद्योग हैं, जिनमें कॉलीवुड (तमिल), मॉलीवुड (मलयालम), टॉलीवुड (तेलुगु) और सैंडलवुड (कन्नड़) शामिल हैं,

 जिनमें से सभी ने इतिहास के कुछ महानतम अभिनेता और अभिनेत्रि को जन्म दिया है।

 हालाँकि, इनमें से कुछ अभिनेता और अभिनेत्रि इतनी प्रसिद्ध हो गई हैं कि

कोई अन्य भारतीय अभिनेता या अभिनेत्री शायद कभी भी अपने स्तर की प्रसिद्धि हासिल नहीं कर पाएगी।

हम इस ब्लॉग में आज दक्षिण भारत में देवता के रूप में पूजे जाने वाले

एक महान अभिनेता के जीवन के बारे में बात करेंगे।

आज हम महानायक रजनीकांत के बारे में बात करेंगे।

फिल्म उद्योग में लगभग हर कोई रजनीकांत से परिचित है या उनका नाम सुना है।

 तमिल फिल्म में एक popular अभिनेता और निर्माता होने के अलावा,

रजनीकांत एक प्रसिद्ध पटकथा लेखक भी हैं।

तमिल फिल्म में, वह न केवल एक सेलिब्रिटी हैं,

बल्कि एक देवता के रूप में भी पूजे जाते हैं।

फिल्मों में भी अपने स्टाइल की वजह से उन्हें किंग ऑफ मैनर के नाम से भी जाना जाता है(Because of his style in films also, he is also known as King of Manor.)

रजनीकांत के अन्य उपनामों में रजनी, स्टाइल मन्नान, रजनी, थलाइवर या सुपर स्टार शामिल हैं,

हालांकि उनका असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है।

उनके प्रशंसक न केवल दक्षिण भारत में बल्कि पूरे भारत में मिल जाएंगे,

जहाँ उन्हें अपार लोकप्रियता प्राप्त है।

अभिनेता शिवाजी राव गायकवाड़, जिन्हें रजनीकांत के नाम से जाना जाता है,

अभिनेता भारत से हैं और तमिल फिल्मों में माहिर हैं।

उन्होंने अभिनय के अलावा कई फिल्मों का निर्माण किया है।

फिल्मों में करियर बनाने से पहले रजनीकांत ने बैंगलोर में कुली

और बस ऑपरेटर के रूप में काम किया।

उन्होंने कई कन्नड़ नाटकों में भी अभिनय किया।

रजनीकांत का प्रारंभिक जीवन (Early Life of Rajinikanth)

रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर, 1950 को बैंगलोर, मैसूर राज्य में

एक मराठी परिवार में हुआ था।

मैसूर राज्य को वर्तमान में कर्नाटक राज्य कहा जाता है।

शिवाजी राव गायकवाड़ उनका जन्म का नाम था;

हालाँकि, बाद में उन्होंने इसे बदल दिया।

उनका नाम शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि है।

उनका पालन-पोषण एक मामूली घराने में हुआ था;

उनकी माँ, जीजाबाई, घर पर ही रहती थीं,

जबकि उनके पिता, रामोजी राव गायकवाड़, पेशे से एक पुलिस कांस्टेबल थे।

जब वह मात्र नौ वर्ष के थे तब उनकी माता का देहांत हो गया।

वह अपने माता-पिता की चार संतानों में सबसे छोटे थे,

जिनमें तीन लड़के (सत्यनारायण राव, शिवाजी राव और नागेश्वर राव)

और एक लड़की (बालूभाई) शामिल थे।

बैंगलोर में थिएटर में प्रवेश करने से पहले, रजनीकांत एक कंडक्टर थे।

रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है।

रजनीकांत भारत के अकेले अभिनेता है जिसके बारे में

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पाठ्यपुस्तक के एक पाठ में,

बस कंडक्टर से सुपरस्टार तक, में अभिनेता के रूप में दिखाया गया है।

वह जैकी चैन के बाद 2000 और 2010 के बीच 26 करोड़ के अभिनय शुल्क के साथ

एशिया में दूसरे सबसे अधिक भुगतान पाने वाले अभिनेता थे,

जिन्हें भारतीय फिल्म में सबसे बड़ी हस्ती माना जाता है।

रजनीकांत अध्यात्म का जमकर पालन करते हैं।

उनका अपना आध्यात्मिक दृष्टिकोण है।

रजनीकांत की बेटी ऐश्वर्या ने अभिनेता धनुष से की शादी

शिवाजी राव गायकवाड़ की शिक्षा (Education of Rajinikanth)

उसने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बैंगलोर में की।

अपनी बुनियादी स्कूली शिक्षा के लिए,

वह बंगलौर के गवीपुरम सरकारी कन्नड़ मॉडल प्राथमिक विद्यालय में भाग ले रहे थे।

उन्होंने शिक्षाविदों (Academics )में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और इसके अलावा,

एथलेटिक्स में भी गहरी रुचि दिखाई।

बचपन में उनके पसंदीदा खेल बास्केटबॉल, फुटबॉल और क्रिकेट थे।

उनके बड़े भाई ने उन्हें रामकृष्ण मठ में दाखिला दिलाया, जब वे पहली कक्षा में थे।

उन्होंने इस मठ में वेदों, इतिहास और पवित्र लेखन के बारे में सीखा,

जिसकी स्थापना रामकृष्ण मिशन ने की थी।

उसके बाद, उन्हें छठी कक्षा के बाद आगे की शिक्षा के लिए

 आचार्य पाठशाला पब्लिक स्कूल में स्वीकार कर लिया गया

और उन्होंने वहाँ 12 वीं कक्षा तक अपनी पढ़ाई पूरी की।

रजनीकांत का अभिनय करियर (Acting career of Rajinikanth)

रजनीकांत को स्कूल के समय से ही अभिनय में रुचि थी।

वह रामकृष्ण मठ में एक छात्र के रूप में विभिन्न नाटकों में भाग लेते थे।

एकलव्य के मित्र की भूमिका निभाने के लिए उनकी प्रशंसा की गई,

जो उनके सबसे प्रसिद्ध भागों में से एक था।

प्रसिद्ध कन्नड़ कवि डी आर बेंद्रे ने उनकी अभिनय क्षमताओं की प्रशंसा की(Famous Kannada poet D R Bendre praised his acting abilities.)

उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद रोजगार की तलाश की

लेकिन वांछित (Desired) स्थिति प्राप्त करने में असफल रहे।

फिर भी, वह डटे रहे और कुली के रूप में काम करने लगे।

कुछ समय बाद, उन्हें बैंगलोर ट्रांसपोर्ट सर्विस द्वारा बस कंडक्टर के रूप में नियुक्त किया गया।

हालाँकि, उन्हें अभिनय का एक ज़बरदस्त जुनून था

और परिणामस्वरूप, अपनी नौकरी के अलावा, उन्होंने अक्सर नाटकों में अभिनय किया।

उन्होंने फिल्मों में अच्छी भूमिकाएँ पाने के लिए अभिनय स्कूलों में दाखिला लेने पर विचार किया,

भले ही वे नाटकों में काम नहीं करना चाहते थे

या छोटी भूमिका नहीं निभाना चाहते थे।

उनके परिवार ने मद्रास फिल्म संस्थान में अभिनय की कक्षाओं में दाखिला लेने की

उनकी इच्छा का समर्थन नहीं किया,

लेकिन एक दोस्त (राज बहादुर), जो उनके एक सहकर्मी भी थे,

उसने वित्तीय सहायता प्रदान की और उन्हें नामांकन के लिए encourage किया।

मद्रास फिल्म संस्थान में स्वीकार किए जाने के बाद

उन्होंने बहुत प्रयास किया;

परिणामस्वरूप, बहुत से लोग उससे परिचित हो गए।

तमिल फिल्म व्यवसाय में के. बालाचंदर नाम के एक Famous निर्देशक

उन्हें संस्थानों में प्रदर्शन देखने के बाद उनसे प्रेरित हुए थे,

और उसने ही सुझाव दिया था कि वह अपना नाम रजनीकांत में बदल दें

ताकि उसी नाम से किसी अन्य अभिनेता के साथ भ्रम को रोका जा सके।

रजनीकांत

अपनी पहली फिल्म में बेहद मामूली भूमिका के साथ, शिवाजी राव गायकवाड़ कई दिलों को जीतने में कामयाब रहे(With a very minor role in his debut film, Rajinikanth managed to win many hearts.)

कथा संगमा, पुत्तन कांगल द्वारा निर्देशित और 1976 में रिलीज़ हुई,

यह रजनीकांत की दूसरी फिल्म थी।

इसके बाद, रजनीकांत को कई फिल्मों के प्रस्ताव मिलने लगे

और 1977 में उनकी पहली मुख्य भूमिका वाली फिल्म चिलकम्मा चेप्पंडी रिलीज हुई।

इस तेलुगु फिल्म का निर्देशन इरंकी शर्मा ने किया था

और इसने रजनीकांत को काफी fame दिलाने में मदद की।

जब वे पहली बार अभिनय करना शुरू किया तो रजनीकांत

को फिल्मों में कई मुख्य भूमिका नहीं मिल रही थीं।

उन्हें मुख्य रूप से फिल्मों में सहायक और खलनायक

की भूमिका के लिए संपर्क किया गया था।

1978 में, रजनीकांत अभिनीत लगभग 20 फिल्में तमिल, तेलुगु

और कन्नड़ सिनेमा उद्योग से अभिनेता को फिल्म के प्रस्ताव मिलने के कारन रिलीज़ हुईं,

क्योंकि अब वे Popularity हासिल करना शुरू कर दिया था।

1978 में रजनीकांत के लिए बहुत ही lucky वर्ष रहा

क्योंकि तब जाकर वह अंततः तमिल सिनेमा में superstardom हासिल किया।

इससे पहले कई फिल्मों में काम करने के बावजूद रजनीकांत

को यह टाइटल नहीं दिया गया था।

एम भास्कर द्वारा निर्देशित rajinikanth की पहली सोलो तमिल फिल्म

बैरावी ने रजनीकांत के जीवन की दिशा बदल दी(Bairavi changed the course of Rajinikanth’s life)

क्योंकि यह पहली फिल्म थी जिसमें उन्हें supper star के रूप में संदर्भित किया गया था।

इसके बाद, रजनीकांत की इलमई ऊंजल आदुकिराथु व्यावसायिक रूप से एक और सफल फिल्म बन गई।

रजनीकांत की एक और हिट महेंद्रन की मुल्लुम मलारुम की व्यापक रूप से प्रशंसा की गई

और तमिलनाडु राज्य फिल्म reward में सबसे अच्छा अभिनेता पुरस्कार

सहित कई इनाम से सम्मानित किया गया।

वह अपनी फिल्म की शुरुआत करने के बाद केवल

चार वर्षों में विभिन्न फिल्म में 50 से अधिक फिल्मों पर काम किया,

जिनमें से सबसे Famous और आकर्षक निनैथले इनिक्कुम, प्रिया, अम्मा एवारिककैना अम्मा

और अरिलिरुन्थु अरुबाथु वरै थीं।

रजनीकांत ने हिंदी या बॉलीवुड फिल्म उद्योग में अमिताभ बच्चन को देखा और उनसे प्रेरित थे(Rajinikanth saw Amitabh Bachchan in the Hindi or Bollywood film industry and was inspired by him.)

जिसके कारन, वह अमिताभ बच्चन की फिल्मों के कई तमिल रीमेक

में भाग लिया, जिसमें शंकर सलीम साइमन द्वारा directed

1977 की अमर अकबर एंथनी रीमेक, नान वज़ावैप्पन द्वारा 1974 की मजबूर रीमेक,

बिल्ला द्वारा 1980 की डॉन रीमेक, 1981 की दीवार की रीमेक थी।

और 1986 में श्री बी rajinikanth द्वारा त्रिशूल रीमेक फिल्म बिल्ला की

सफलता के साथ दक्षिण भारतीय फिल्म स्टारडम के शीर्ष पर पहुंच गई।

तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम फिल्म उद्योग सहित दक्षिण भारतीय सिनेमा में काम करने के बाद

रजनीकांत ने बॉलीवुड में अपना करियर बनाने पर विचार किया।

रजनीकांत ने 1983 में अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म,

अंधा कानून पर निर्माण शुरू किया।

टी. रामाराव फिल्म के director थे, और अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, प्राण

और अमरीश पुरी ने भी अभिनय इसमें किया।

फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा performance किया

और साल के Famous फिल्मों में से एक रही।

इस फिल्म के बाद, उन्हें हिंदी फिल्म उद्योग से कई offer मिले,

और बेवफाई बॉलीवुड में उनकी सबसे अच्छी और आकर्षक presentation में से एक थी।

इन सभी फिल्मों को बनाने के बाद, वे कई दूसरे फिल्मों पर काम किया,

जिनमें से कुछ blockbuster रहीं।

रजनीकांत अब तक 150 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं(Rajinikanth has worked in more than 150 films so far.)

रजनीकांत की कुछ बेहतरीन फिल्मों की सूची नीचे दी गयी है।

मुल्लुम मलारुम, बाशा, थलापथी, 2.0, एंथिरन, अन्नामलाई, मुथु,

थिल्लू मुल्लू, शिवाजी, पडैयप्पा, आदिसया पिरावी, पदिकथावन, कबाली, श्री राघवेंद्र, काला,

नल्लवनुक्कू नल्लवन, मन्नान, पथिनारु वायथिनिले, पायुम पुली, चंद्रमुखी,

अरिलिरिंधु अरुवथु वरै ,अपूर्व रागंगल, बिल्ला, अरुणाचलम, मुथु

और कई अन्य फिल्मों को शामिल किया जाना चाहिए।

रजनीकांत का वैवाहिक जीवन (Marriage Life of Rajinikanth)

वर्ष 1981 में, 26 फरवरी को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में,

रजनीकांत ने पार्श्व गायिका लता रंगाचारी से शादी की।

उसने एक बार एक पत्रिका के लिए उनका interview लिया,

जब वह एथिराज कॉलेज फॉर वूमेन की छात्रा थीं।

वैसे शादी से पहले उनके कई रोमांस की खबरें भी आती रहती थीं;

शादी से पहले वह निर्मला और सिल्क स्मिता को डेट कर रहे थे।

Rajinikanth और लता रंगाचारी की दो बेटियों के नाम ऐश्वर्या और सौंदर्या रजनीकांत हैं।

रजनीकांत की दोनों बेटियाँ तमिल फिल्म उद्योग में काम करती हैं:

छोटी सौंदर्या रजनीकांत एक ग्राफिक डिजाइनर, निर्देशक और निर्माता हैं,

और उनकी शादी विशगन वनंगमुदी से हुई है।

सबसे बड़ी बेटी ऐश्वर्या रजनीकांत, एक पार्श्व गायिका, निर्देशक हैं

और उनकी शादी अभिनेता धनुष से हुई है,

लेकिन 2022 में दोनों अलग हो गए।

रजनीकांत को मिले पुरस्कार और उपलब्धि (Awards and Achievements received by Rajinikanth)

दक्षिण भारतीय सिनेमा उद्योग के इतिहास में Rajinikanth

जैसा केवल एक ही अभिनेता हुआ है वह खुद Rajinikanth है,

और ऐसे कोई अन्य नहीं हैं जो उसकी बराबरी कर सकें।

Rajinikanth एक शानदार अभिनेता हैं और इसके कारन उन्हें कई सम्मान मिले हैं।

वे अब तक 40 से अधिक reward ले चुके हैं;

निम्नलिखित उनके कुछ प्रसिद्ध पुरस्कारों की सूची है।

  • उन्हें 1984 में तमिल फिल्म नल्लावनुक्कु नल्लवन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर दक्षिण पुरस्कार मिला।
  • उन्होंने तमिल फिल्मों अरिलिरुन्थु अरुबाथु वरै (1979), एनकेयो केट्टा कुराल (1982), नल्लावनुकु नल्लवन (1984), श्री राघवेंद्र (1985), थलपति (1991), अन्नामलाई (1992) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में आठ फिल्मफैंस एसोसिएशन पुरस्कार जीते। ), बाशा (1992), और मुथु (1995)।
  • उन्होंने 1993 की फिल्म वल्ली के लिए सर्वश्रेष्ठ कहानी लेखक का पुरस्कार भी जीता।
  • 1995 की तेलुगू फिल्म पेद्दारायुडुइन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का दक्षिण स्क्रीन पुरस्कार भी मिला।
  • मुल्लुम मलारुम, मूंदरू मुगम, मुथु, पदयप्पा, चंद्रमुखी, और शिवाजी फिल्मों के लिए, उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, विशेष पुरस्कार और मानद पुरस्कार सहित विभिन्न श्रेणियों में सात तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार भी जीते।
  • उनके योगदान के लिए 2021 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिला, जो उद्योग में सर्वोच्च सम्मान है।
  • रजनीकांत को देश के दो सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त हुए हैं: पद्म भूषण, जो देश में तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान के रूप में रैंक करता है, उन्हें वर्ष 2000 में दिया गया था, और पद्म विभूषण, जो दूसरे सर्वोच्च नागरिक के रूप में रैंक करता है।
  • उनकोअन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है, जिसमें भारतीय फिल्म व्यक्तित्व के लिए शताब्दी पुरस्कार, आईएफएफआई पुरस्कार की स्वर्ण जयंती पुरस्कार, राजीव गांधी पुरस्कार, कलाममणि पुरस्कार, एमजीआर-शिवाजी पुरस्कार शामिल हैं। ,
  • नंदी पुरस्कार, एनडीटीवी पुरस्कार, विजय पुरस्कार, सिनेमा एक्सप्रेस पुरस्कार, और बहुत कुछ।

निष्कर्ष (Conclusion)

रजनीकांत की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है

कि उनकी शुरुआती रिलीज़ के 20 साल बाद भी, उनकी क्लासिक फिल्में अभी भी बॉक्स ऑफिस पर सफल हैं।

नेत्रिकन, के. बालाचंदर की पहली घरेलू फिल्म, रजनी के करियर का एक और important क्षण साबित हुई।

इसके अलावा, वह अपनी 100 वीं फिल्म श्री राघवेंद्र में हिंदू संत राघवेंद्र स्वामी को चित्रित किया।

2007 की पहली छमाही में Rajinikanth की अगली हिट शिवाजी रिलीज हुई।

हर अभिनेता अपनी फिल्मों को त्योहार या छुट्टि के दौरान रिलीज करना चाहता है

ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उन्हें देख सकें, लेकिन Rajinikanth एक ऐसे supper star हैं

जिनकी फिल्म रिलीज होने के लिए किसी त्योहार या छुट्टी का इंतजार नहीं करना पड़ता;

बल्कि जिस दिन उनकी फिल्म रिलीज होती है उस दिन हॉलिडे या त्योहार बन जाता है।

इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दक्षिण भारत में रजनीकांत कितने popular हैं।

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