कादर खान

कादर खान अपने कॉमेडी , दमदार आवाज और अच्छी एक्टिंग के लिए जाने जाते है।

90 के दशक का हर वो बच्चा जो बॉलीवुड की फिल्मों को देखते हुए बड़ा हुआ है। वो कादर खान के नाम को न जनता हो ऐसा हो  ही नहीं सकता हैं। 

क्योंकि वो ऐसा  समय  था जब कादर खान हँसी का एक रूप बन चुके थे। उनका फिल्म में होने का अर्थ था कि फिल्म में 10 से 12  सीन कॉमेडी के होंगे।  इसके अलावा (Other than this) दूसरे किरदारों में भी कादर खान ने बहुत अच्छा एक्ट  किया हैं।

इस तरह से कादर खान ने बॉलीवुड की फिल्मों में विभिन्न छोटे-बड़े रोल निभाकर दर्शकों के दिलों  में अपनी एक अलग  पहचान बनाई हैं।  

खान एक फेमस एक्टर होने के साथ डाइलोग राइटर, कॉमेडियन, स्क्रिप्ट राइटर भी थे ।

Table of Contents

करियर की शुरुआत (Kadarkhan Debut in bollywood)

  • कॉलेज के annual function में कादर खान ने भी play  में participate किया  था।
  • खान के एक्ट की सभी ने बहुत प्रशंसा की थी।
  • जब  अभिनेता दिलीप कुमार को इस प्ले के बारे में सुचना मिली तो वो भी  इस function को देखने के लिए आए थे ।
  • उनके  लिए विशेष  इंतजाम किया गया था और कादर खान ने प्ले में उनके लिए ही भाग लिया था।
  • प्ले को देखकर दिलीप कुमार इतने  प्रभावित हुए कि उन्होंने खान को अपनी अगली आने वाली 2 फिल्मों के लिए साइन भी कर दिया।
  • फिल्मो के नाम  “सगीना महतो और “बैराग” थे । 
  • उस समय फिल्म इंडस्ट्री में कादर खान जैसे नए व्यक्ति का आना बहुत सम्मान और गर्व की बात थी।

कादर खान का जन्म (Kader Khan’s birth)

इनका जन्म 22 October 1937 को अफगानिस्तान (काबूल) में हुआ था।

 कादर खान पास्थून के काकर जनजाति से संबंध रखते थे।

पारिवारिक सदस्य (family member)

यह  चार भाई थे। 

इनके अन्य तीन भाइयों के नाम शामसउर रहमान, फज़ल रहमान, हबीब उर रहमान थे।

जब कादर खान 1 साल के थे तो इनका परिवार इनको मुम्बई लेकर आ गया था।  मुम्बई में ये  झुग्गी-झोपड़ियों में रहने लग  पड़े थे।

निजी जीवन (private life)

कादर खान की शादी अजरा खान से हुई थी।

इनके दो बेटे है जिनका नाम शाहनवाज और सरफराज है।

जिनमें से इनके एक बेटे शाहनवाज़ ने 2 फिल्मों “मिलेंगे-मिलेंगे” और “वादा में” निर्देशक सतीश कौशिक को assist किया हैं।

इसके अलावा उन्होंने राज कँवर की फिल्म हमको तुमसे प्यार हैं में राज कंवर को assist किया था।

 कादर खान ने अपने  बच्चों की परवरिश के सन्दर्भ में एक बार मीडिया को बताया था।

कि जब उनके बच्चे छोटे थे, तब वो अपने बच्चो को सेट पर नही लेकर जाते थे।

क्योंकि वो यह  नहीं चाहते थे कि उनके बच्चे पढाई को बीच में ही छोडकर फिल्मों में आए।

वो हमेशा अपने बच्चो को पढाई को ,अच्छे से खत्म करने के लिए  प्रेरित करते थे।

उनका अनुशासन बच्चो की पढ़ाई को लेकर बहुत सख्त था।

इतना सख्त था कि उनको अधिक फिल्मे देखने और  मैगजीन पढने से भी रोका जाता था।

सरफराज़ कहते है कि  उन्हें  एक्टिंग  का बहुत शोक था और वो हमेशा से ही  एक्टिंग करना चाहते थे।

वह कहते है कि जब मैं छोटा था तब मै टेलीविज़न में अपने पिता को देखकर रोमांचित महसूस करता था।

मेरे पिता बहुत मेहनत करते थे।

वे सप्ताह में 5 दिन काम किया करते थे।

काम की वजह से महीना भर घर से भी  बाहर रहते थे।

ऐसे में हमारा ध्यान हमारी माँ रखती थी।

इस कारण मैं ये नहीं कह सकता की हमारे पिता ने हमारा ध्यान नहीं रखा।

सच तो यह है कि जब हमें उनकी जरूरत होती थी तो वो हमेशा हमारे पास होते थे।

वो यदि 5 मिनट भी हमारे साथ बिताते थे तो वो समय हमारे लिए क्वालिटी टाइम हो जाता था।

कादर खान

कादर खान हाइलाइट्स(Kader Khan Highlights)

नाम : कादर खान

जन्म : 22 October 1937 (स्थान :काबूल, अफगानिस्तान)

नागरकिता : भारत और कनाडा की

मृत्यु कब हुई (स्थान ) : 1 जनवरी 2019 को (कनाडा में)

माता का नाम :  इकबाल बेगम

पिता का नाम : अब्दुल रहमान

भाई कितने है : 3 भाई हैं  शामसउर रहमान, फज़ल रहमान, हबीब उर रहमान

बेटे  का नाम    : सरफराज

शिक्षा कहाँ  हुई है : इस्माइल युसूफ कॉलेज से  इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन  की है।

विशेषता क्या है : यह  उन अभिनेताओं में आते हैं जिनकी जोड़ी को  किसी अभिनेत्री के साथ ज्यादा पसंद नहीं किया जाता।

बल्कि अन्य comedians अभिनेताओं के साथ अधिक पसंद किया जाता है।

इनकी  जोड़ी गोविंदा, शक्ति कपूर, असरानी और अरुणा ईरानी के साथ बहुत अच्छी लगती है।

गोविंदा के साथ उनकी केमिस्ट्री को तो बहुत ही ज्यादा पसंद किया गया है।

पेशा क्या है  : बहुत सी फिल्मों में supporting role में काम किया हैं।   

इसके अलावा dialogue और script writer के तौर पर भी काम किया।

मुख्य अभिनीत फ़िल्में कौन सी हैं : इन योर आर्म्स, किल दिल, मिस्टर मनी, डोंट वरी, उमर, कोई मेरे दिल में हैं, इत्यादि ।

फ़िल्मों में लेखन का काम : उन्होंने कुली, लावारिस, शराबी, मुक्कदर का सिकन्दर और अमर-अकबर-एन्थोनी के डाइलोग लिखे हैं।

विवाद कौन सा है : अनुपम खेर को पद्म-श्री मिलने पर इन्होने अपनी राय रखी थी ।

अवार्ड्स  : अंगार में बेस्ट डाइलोग के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिला है।

बाप नम्बरी बेटा 10 नम्बरी के लिए बेस्ट फिल्मफेयर कॉमेडियन का अवार्ड मिला है। 

कादर खान की  शिक्षा  (Kadar khan Education)

उनकी प्रारम्भिक शिक्षा मुम्बई की म्यूनिसिपल स्कूल से हुई है।

कादर खान पढ़ाई में बहुत अच्छे छात्र थे।

इसी लिए उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई इस्माइल युसूफ कॉलेज (जो कि मुम्बई युनिवर्सिटी से एफिलिएटेड थी) से की और इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन पूरी की।  

1970 से लेकर 1975 तक कादर खान ने मुम्बई यूनिवर्सिटी में बच्चो को भी पढ़ाया था।

उन्होंने एमएच’साबू सिद्दीक कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, बईकुला के सिविल इंजिनियर विभाग में बतौर प्रोफेसर के तौर पर बच्चो को पढ़ाते थे।

कादर खान का सम्मान और फिल्मफेयर अवॉर्ड – Kader Khan Award

  • बॉलीवुड के अभिनेता कादर खान को फिल्मों में बेहतरीन performance के लिए कई award से भी  नवाजा जा चुका है।
  • उन्हें American Federation of Muslims from India ने उनके टेलेंट और भारत में मुस्लिम community के लिए दिए गए योगदान को पहचाना। 

उन्हें दिए गए फिल्मफेयर अवॉर्ड इस प्रकार है (The Filmfare Awards given to him are as follows)

  • 1982 में कादर खान को मेरी आवाज सुनो में Best Dialogue के लिए Filmfare Award दिया गया  था।
  • 1991 में बाप नंबर बेटा 10 नंबरी के लिए Best Comedian Award मिला था।
  • 1993 में अंगार में Best Dialogue के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था।
  • 1984 में  फिल्म हिम्मतवाला,
  • 1986 में आज का दौर(1986 mein aaj ka daur),
  • 1990 में सिक्का, 1992 में हम,
  • 1994 में आंखे, 1995 में मै खिलाड़ी तू अनाड़ी(1995 mein mai khilaadee too anaadee,),
  • 1996 में साजन चले ससुराल के लिए(1996 mein saajan chale sasuraal ke lie)
  • 1999 में दुल्हे राजा(1999 mein dulhe raaja) में बेस्ट कॉमेडी के लिए बेस्ट फिल्म फेयर अवॉर्ड में नामांकित किया गया था।

कादर खान की सबसे प्रसिद्ध फिल्में हैं(The most famous movies of Kader Khan are)

  • लकी: नो टाइम फॉर लव,
  • मिस्टर मनी, डोंट वरी,
  • उमर कोई मेरे दिल में है,
  • किल दिल और इन योर आर्म्स।
  • डायल 100, धड़कन, कुंवारा,
  • बिल्ला नंबर 786, अनाड़ी नंबर 1,
  • मौसी नंबर 1, सुनो ससुर जी, बस्ती जुदाई,
  • बेटा, याराना, निस्वार्थ, बहादुर,
  • अग्नि, साधु का घर, अंगारे,
  • दो वोटर, किस्मत , दरबार, बैराग, कलंक और दिल मायूस है।

फिल्मों के लिए screenwrite के रूप में काम किया है (Has worked as screenwrite for films)

शराबी, कुली, लावारिस, मुकद्दर का सिकंदर और अमर अकबर एंथोनी के लिए उन्होंने संवाद भी लिखा।

इसके अलावा उन्होंने नसीब और अग्निपथ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए script भी लिखे।

कादर खान का निधन(Kader Khan passed away)

31 दिसंबर, 2018 को, अनुभवी अभिनेता कादर खान का निधन हो गया।

लंबी बीमारी के बाद 81 साल की उम्र में कनाडा के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया।

बता दें कि कादर खान को प्रोग्रेसिव सुपरन्यूक्लियर पाल्सी डिसऑर्डर(Progressive Supranuclear Palsy Disorder) था।

जिससे उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था।

नतीजतन उनके इलाज के चलते उन्होंने काफी लम्बा समय अस्पताल में  बिताया था ।

लेकिन अंततः उनका निधन हो गया।

उनका जाना बॉलीवुड के लिए भी एक बड़ी क्षति है।

कुछ बेहतरीन प्रदर्शनों और संवादों के साथ बॉलीवुड में खुद को स्थापित करने के बावजूद कादर खान का हमेशा हमारे दिलों में एक विशेष स्थान रहेगा ।

कादर खान की फिल्मोग्राफी (Filmography of Kader Khan)

  • वर्ष 1973 में कादर ने फिल्म दाग से अपने सिनेमाई  अभिनय की शुरुआत की।
(1981 की फिल्मे)

1981 की फिल्म नसीब में कादर खान ने अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, ऋषि कपूर और शत्रुघ्न सिन्हा के साथ काम किया।

(1982 की फिल्मे)

1982 में कादर खान ने अमिताभ के साथ वापसी की।

और सत्ते पे सत्ता नामक एक और फिल्म में काम किया।

 जिसमें शक्ति कपूर और हेमा मालिनी ने भी अभिनय किया।

(1983 की फिल्मे)

इसके बाद 1983 के अगले वर्ष में खान 4 फिल्मों में दिखाई दिए:

  • मवाली, जस्टिस चौधरी
  • जानी दोस्त, हिम्मतवाला

जिनमें से 3 फिल्मों में जितेंद्र और श्रीदेवी ने अभिनय किया और 1 फिल्म में धर्मेंद्र और परवीन बॉबी ने अभिनय किया।

(1984 की फिल्मे)

1984 में रिलीज़ हुई कादर खान अभिनीत फ़िल्मों की संख्या में वृद्धि हुई।

  • इंकलाब, इनसाइड-आउट,
  • प्रिजनर, अकालमंद,
  • मोक्षय और नया कदम

कुछ ऐसी ही फिल्में हैं जिनमें वह नजर आए थे ।

(1985 की फिल्मे)

कादर खान ने 1985 की फिल्मे

  • मास्टरजी, सरफरोश,
  • बच्चन,मेरा जवाब
  • पत्थर दिल में अभिनय किया।
(1986 की फिल्मे)
  • इंसाफ की आवाज, दोस्ती दुश्मनी,
  • घर-संसार, धर्म अधिकारी, सुहागन,
  • आग , शोला , जैसी फिल्में रिलीज हुईं।

(1987 की फिल्मे)

  • बहादुरी और प्यार के श्रम ने हिफ़ाज़त, वतन के रखवाले,
  • सिंदूर, खुदगर्ज, औलाद,
  • मजाल और  लुक विद लव जैसी फ़िल्में दीं।
(1988 की फिल्मे)
  • इंतेकाम, बीवी हो तो ऐसी, षडयंत्र,
  • टाइम की आवाज, हाउस टू हाउस स्टोरी,शेरनी,
  • कब तक चुप रहूंगी,
  • कसम, मुलजिम, दरिया दिल, प्यार मोहब्बत, सोने पे सुहागा आई।
(1989 की फिल्मे)
  • फिर 1989 में चलबाज़, कानून अपना अपना,
  • काला बाजार जैसी करनी वैसी भरनी, बिल्लो बादशाह,
  • अवैध, वर्दी, हम भी इंसान हैं/आदि जैसी फिल्मों में काम किया।
(1990 की फिल्मे)
  • अपना की आग, जवानी जिंदाबाद, मुक्कादर का बादशाह,
  • घर हो तो ऐसा, किशन-कन्हैया, फैंटास्टिक,
  • बाप नंबरी बेटा दस नंबरी , आदि फिल्मों में काम किया।
(1991 की फिल्मे)
  • 1991 में उनकी, यारा दिलदार,
  • साजन, इंद्रजीत ,जैसी फिल्में आईं।
  • कर्ज चुका है, खून का कर्ज, हम, प्यार का देवता, मर दिल तेरे लिए आदि।
(1992 की फिल्मे)
  • अंगार, बोल राधा बोल, सूर्यवंशी,
  • दौलत की जंग, कसाक, नागिन और ,लुटेरे की भूमिकाएँ निभाईं।

(1993 की फिल्मे)

  • शतरंज, तेरी पायल मेरे गीत, धनवान,
  • औलाद के दुश्मन, दिल तेरा आशिक की भूमिकाएँ निभाईं। ,
  • रंग, गुरुदेव, दिल है बेताब, और ज़खमन का।
  • अकाउंट, कायदा कानून, आशिक आवारा,
  • आंखें, और दिल ही तो हैं
  • कुछ ऐसी फिल्में हैं जिन पर उन्होंने काम किया है।

(1994 की फिल्मे)

  • वह 1994 में मिस्टर आज़ाद, घर की इज्जत, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी,
  • आग, इना मीना डीका, आतिश, पहला पहला प्यार,
  • साजन का घर, अंदाज़, खुद्दार,
  • राजा बाबू और अन्य जैसी फिल्मों में दिखाई दिए।

(1995 की फिल्मे)

  • तकदीरवाला, हलचल, द डॉन, मैदान-ए-जंग,
  • कुली नंबर 1 शक्ति, ओह माय डार्लिंग,
  • सुरक्षा मौजूद है! ये है इंडिया फिल्मों में काम किया।
  • “साजन चले ससुराल,” छोटे सरकार, रंगबाज़, सपूत, माहिर, बंदिश और एक था राजा

(1997 की फिल्मे)

  • 1997 में जुड़वा, भाई, मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी,
  • दीवाना मस्ताना, ऑलवेज,
  • ज़मीर, बनारसी बाबू, सनम और
  • जुदाई फिल्मों के लिए शपथ ली थी।

(1999 की फिल्मे)

  • 1999 में सिर्फ तुम, राजाजी, अनादी नंबर 1,
  • और आ अब लौट चले, जबकि नसीब, कुदरत,
  • हीरो हिंदुस्तानी, बड़े मिया, छोटे मियां, जाने जिगर,
  • दुल्हे-राजा, घरवाली-बहरवाली, हिटलर, आंटी नं. 1, और मेरे दो अनमोल रतन

(2000 की फिल्मे)

  • 2000 में तेरा जादू चल गया, धड़कन,
  • जोरू का गुलाम, क्रोध, आप जैसा कोई नहीं और
  • कुंवारा जैसी फिल्मों में काम किया।

(2001, 2002 की फिल्मे)

  • इत्तेफाक 2001 में रिलीज़ हुई एकमात्र फिल्म कादर खान थी।
  • इसके विपरीत, खान के करियर ने 2002 में फिर से उड़ान भरी,
  • जब वह जीना मात्र लिए, अंखियों से गोली मारे,
  • और बधाई हो बधाई, हाँ! मैंने भी आनंद लिया है,
  • चलो प्यार की लड़ाई, शानदार! तेरा क्या कहना फिल्म बनाई।

(2003 की फिल्में)

  • फंटूस, परवाना

(2004 की फिल्में)

  • क्या तुम मुझसे शादी करोगे?,
  • सुनो ससुर कौन हैं जो सपने में दिखाई दिए,

(2005 की फिल्में)

  • लकी, जिसे मैं प्रिय मानता हूं,
  • खुल्लम खुल्ला प्यार करेंगे

(2006 की फिल्में)

  • जिज्ञासा और उमर, 2008 की फिल्में,
  • अंडर ट्रायल और ओल्ड इज गोल्ड

 2013 से “दीवाना मैं दीवाना आया” महबूबा फिल्में,उँगलिया

(2015 की फिल्म)

  • लतीफ, एक राष्ट्रीय नायक, और हो गया दही का दही

(2016 की फिल्में)

  • शांतिपूर्ण देवदूत

2017 में उनकी तबीयत खराब हो गई थी, इसलिए कोई फिल्म नहीं थी।

निष्कर्ष(conclusion) :  कादर  खान को जनता द्वारा बहुत पसंद किया व देखा जाता था। कादर खान अपने कॉमेडी , दमदार आवाज और अच्छी एक्टिंग के लिए जाने जाते है। वो एक कॉमेडियन होने के साथ एक अच्छे इंसान भी थे। अपने यादगार एक्टिंग की वजह से वह आज मर कर भी अमर है। वो हमेशा जनता के दिलो में रहेंगे।   

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By Vikas

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